इतिहास की रणभेरी: 25 प्रश्नों का महासंग्राम!
समय के गलियारों में गोता लगाएँ और अपने ऐतिहासिक ज्ञान की परीक्षा लें! आज हम आपके लिए लाए हैं 25 अनूठे प्रश्न, जो प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक भारत और विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण पड़ावों को छूते हैं। हर प्रश्न एक चुनौती है, हर उत्तर एक सीख!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sind) के रूप में जाना जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ (Mound of the Dead) के रूप में जाना जाता था। यह नाम इस स्थल पर पाई गई बड़ी संख्या में कंकालों और शहर की सुनियोजित संरचना के कारण पड़ा।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहरी केंद्र था, जिसकी खोज 1922 में आर. डी. बनर्जी द्वारा की गई थी। यह वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। इसकी सबसे प्रसिद्ध संरचनाओं में ग्रेट बाथ (विशाल स्नानागार) और ग्रेट ग्रेनरी (विशाल अन्न भंडार) शामिल हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जिसकी खुदाई 1921 में हुई थी। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल था जो जुते हुए खेतों के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: ‘त्रिपीटक’ किस धर्म से संबंधित पवित्र ग्रंथ हैं?
- हिंदू धर्म
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- सिख धर्म
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: त्रिपीटक बौद्ध धर्म के तीन मुख्य ग्रंथ (विनय पिटक, सुत्त पिटक, अभिधम्म पिटक) हैं, जिनमें बुद्ध की शिक्षाएँ और भिक्षुओं के लिए नियम शामिल हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ‘त्रिपीटक’ का शाब्दिक अर्थ है ‘तीन टोकरियाँ’। ये ग्रंथ पाली भाषा में लिखे गए हैं और बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का आधार बनते हैं। पहली बौद्ध संगीति में विनय पिटक और सुत्त पिटक का संकलन हुआ, जबकि अभिधम्म पिटक का संकलन तीसरी बौद्ध संगीति में हुआ।
- गलत विकल्प: हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ वेद, उपनिषद, पुराण आदि हैं। जैन धर्म के पवित्र ग्रंथ आगम सूत्र हैं, और सिख धर्म के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब हैं।
प्रश्न 3: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-आमिर कोही’ नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मुहम्मद बिन तुगलक (शासनकाल 1325-1351 ई.) ने कृषि के विकास और सुधार के लिए ‘दीवान-ए-आमिर कोही’ नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का उद्देश्य किसानों को सीधे सहायता प्रदान करना, परती भूमि को आबाद करना और खेती के नए तरीकों को बढ़ावा देना था। हालाँकि, मुहम्मद बिन तुगलक के कई प्रयोगों की तरह, यह योजना भी पूरी तरह सफल नहीं हुई।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (40 सरदारों का समूह) का गठन किया। बलबन ने राजत्व के सिद्धांत पर जोर दिया और ‘चालीसा’ को समाप्त किया। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना जैसी व्यवस्थाएं लागू कीं।
प्रश्न 4: ‘अकाल तख्त’ की स्थापना किसने की थी?
- गुरु नानक देव
- गुरु राम दास
- गुरु हरगोबिंद
- गुरु तेग बहादुर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकाल तख्त (ईश्वर का सिंहासन) की स्थापना सिखों के छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद साहिब ने 1606 ई. में अमृतसर में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह सिख धर्म में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और राजनीतिक केंद्र है। गुरु हरगोबिंद ने सिखों के सैन्य संगठन को मजबूत करने और उनके आध्यात्मिक नेतृत्व के साथ-साथ राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करने पर जोर दिया। अकाल तख्त का निर्माण इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु राम दास ने अमृतसर शहर की नींव रखी और गुरु तेग बहादुर नौवें गुरु थे।
प्रश्न 5: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से इसका नेतृत्व किसने किया?
- रानी लक्ष्मीबाई
- बेगम हजरत महल
- कुंवर सिंह
- नाना साहिब
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1857 के विद्रोह में कानपुर से प्रमुख नेता नाना साहिब थे, जिन्हें पेशवा बाजीराव द्वितीय का दत्तक पुत्र घोषित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: नाना साहिब ने तात्या टोपे और अजीमुल्ला खान जैसे अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कानपुर पर कब्जा कर लिया और ब्रिटिश सेना को खदेड़ दिया। वे विद्रोह के दौरान एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, जिन्होंने मराठा शक्ति को फिर से स्थापित करने का प्रयास किया।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से, बेगम हजरत महल ने लखनऊ से, और कुंवर सिंह ने जगदीशपुर (बिहार) से विद्रोह का नेतृत्व किया था।
प्रश्न 6: निम्नलिखित में से कौन सा मौर्यकालीन स्तंभों की विशेषता नहीं है?
- पॉलिश किया हुआ धरातल
- लौह का उपयोग
- शीर्ष पर पशुओं की आकृतियाँ
- स्तंभों पर अभिलेख
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मौर्यकालीन स्तंभों की एक प्रमुख विशेषता उनका पॉलिश किया हुआ धरातल, शीर्ष पर पशुओं की आकृतियाँ (जैसे सारनाथ का सिंह स्तंभ) और उन पर उत्कीर्ण अभिलेख (विशेषकर अशोक के शिलालेख) हैं। हालांकि, इन स्तंभों के निर्माण में मुख्य रूप से पॉलिश किए हुए बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया था, न कि लोहे का।
- संदर्भ और विस्तार: सम्राट अशोक के काल (लगभग 273-232 ईसा पूर्व) में निर्मित ये स्तंभ अपनी उत्कृष्ट कारीगरी और स्थापत्य कौशल के लिए जाने जाते हैं। ये स्तंभ चुनार के बलुआ पत्थर से बने होते थे और उन पर अत्यधिक चिकनी पॉलिश की जाती थी।
- गलत विकल्प: पॉलिश किया हुआ धरातल, शीर्ष पर पशुओं की आकृतियाँ (जैसे सिंह, हाथी, बैल) और स्तंभों पर धर्म-संबंधी तथा प्रशासकीय आदेशों के अभिलेख मौर्यकालीन स्तंभों की प्रमुख विशेषताएँ हैं। लोहे का प्रयोग इस काल की मुख्य स्थापत्य सामग्री नहीं थी।
प्रश्न 7: ‘सबै seekBar’ (सभी को समान) की उपाधि किस सुल्तान ने धारण की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- सिकंदर लोदी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘सबै seekBar’ (सबै seekBar) या ‘ईश्वर का दूत’ की उपाधि गियासुद्दीन बलबन (शासनकाल 1266-1287 ई.) ने धारण की थी।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन ने राजत्व के अपने सिद्धांत को स्थापित करने के लिए फारसी सम्राटों की उपाधियों और शिष्टाचारों को अपनाया। उसने ‘ईश्वर का छत्रछाया’ (Zil-i-Ilahi) की उपाधि भी धारण की थी, जिसका अर्थ था कि वह पृथ्वी पर ईश्वर का प्रतिनिधि है। उसने दरबार में सिजदा (घुटनों के बल बैठकर राजा के सामने झुकना) और पैबोस (राजा के पैरों को चूमना) जैसी प्रथाएँ भी शुरू कीं।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने ‘लाख बख्श’ (लक्षों का दाता) की उपाधि धारण की। इल्तुतमिश को ‘गुलामों का गुलाम’ कहा जाता था। सिकंदर लोदी ने दिल्ली सल्तनत में भूमि मापन के लिए ‘गज-ए-सिकंदरी’ नामक पैमाना चलाया।
प्रश्न 8: ‘पंचतंत्र’ के लेखक कौन हैं?
- कालिदास
- विष्णु शर्मा
- बाणभट्ट
- हर्षवर्धन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: प्रसिद्ध कथा संग्रह ‘पंचतंत्र’ के लेखक विष्णु शर्मा हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ‘पंचतंत्र’ संस्कृत भाषा का एक अत्यंत लोकप्रिय ग्रन्थ है, जिसमें पशु-पक्षियों की कहानियों के माध्यम से नैतिक और राजनीतिक शिक्षा दी गई है। यह ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी के आसपास लिखा गया माना जाता है।
- गलत विकल्प: कालिदास संस्कृत के महान कवि और नाटककार थे (जैसे अभिज्ञानशाकुंतलम्)। बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ की रचना की। हर्षवर्धन स्वयं एक कवि और नाटककार था।
प्रश्न 9: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक ने ‘आमुक्तमाल्यद’ की रचना की?
- हरिहर
- बुक्का
- देवराय प्रथम
- कृष्ण देव राय
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासक कृष्ण देव राय (शासनकाल 1509-1529 ई.) ने तेलुगु भाषा में ‘आमुक्तमाल्यद’ (कलियों के बीच माला पहनने वाली) नामक एक महाकाव्य की रचना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ‘आमुक्तमाल्यद’ भगवान विष्णु के एक भक्त अलवार संत अंडाल के जीवन और विष्णु को माला पहनाने की कहानी पर आधारित है। कृष्ण देव राय स्वयं एक विद्वान और कलाओं के संरक्षक थे, और उनकी सभा ‘अष्टदिग्गज’ के नाम से जानी जाती थी।
- गलत विकल्प: हरिहर और बुक्का विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे। देवराय प्रथम भी एक महत्वपूर्ण शासक थे जिन्होंने इतालवी यात्री निकोलो कोंटी का स्वागत किया था।
प्रश्न 10: ‘गिल्ड ऑफ मर्चेंट्स’ (व्यापारियों का संघ) का उल्लेख किस प्राचीन भारतीय ग्रंथ में मिलता है?
- अर्थशास्त्र
- महाभाष्य
- अष्टाध्यायी
- विनय पिटक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पाणिनि द्वारा रचित संस्कृत व्याकरण ग्रंथ ‘अष्टाध्यायी’ में ‘गिल्ड ऑफ मर्चेंट्स’ या व्यापारियों के संघों (जिन्हें ‘श्रेणी’ कहा जाता था) का उल्लेख मिलता है।
- संदर्भ और विस्तार: ‘अष्टाध्यायी’ (लगभग 5वीं-4थी शताब्दी ईसा पूर्व) प्राचीन भारत की सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था की जानकारी का एक अमूल्य स्रोत है। इसमें विभिन्न प्रकार के संघों, जैसे शिल्पकारों और व्यापारियों के संघों के बारे में जानकारी दी गई है, जो अपने सदस्यों के नियमों, प्रशिक्षण और व्यवसाय को नियंत्रित करते थे।
- गलत विकल्प: कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’ राज्य, अर्थव्यवस्था और राजनीति पर केंद्रित है। पतंजलि का ‘महाभाष्य’ व्याकरण पर है, जबकि विनय पिटक बौद्ध भिक्षुओं के नियमों से संबंधित है।
प्रश्न 11: निम्नलिखित में से किसने ‘टूट-फूट की नीति’ (Doctrine of Lapse) का प्रयोग किया?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड वेलेजली
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘टूट-फूट की नीति’ (Doctrine of Lapse) का प्रयोग लॉर्ड डलहौजी (भारत के गवर्नर-जनरल 1848-1856) ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस नीति के अनुसार, यदि किसी भारतीय शासक की मृत्यु बिना किसी प्राकृतिक उत्तराधिकारी के हो जाती थी, तो उसके राज्य को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था। इस नीति के तहत सतारा, जैतपुर, संभलपुर, झाँसी, उदयपुर और नागपुर जैसे कई राज्यों को हड़प लिया गया, जिसने 1857 के विद्रोह के कारणों में से एक भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन 1905 में बंगाल के विभाजन के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड वेलेजली ‘सहायक संधि प्रणाली’ (Subsidiary Alliance) से संबंधित थे। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे।
प्रश्न 12: ‘अजंता की गुफाएँ’ मुख्य रूप से किस काल की हैं?
- मौर्य काल
- शुंग काल
- गुप्त काल
- हर्षवर्धन काल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अजंता की गुफाओं में जो चित्रकला और मूर्तिकला पाई जाती है, उसका अधिकांश भाग गुप्त काल (लगभग 320-550 ई.) से संबंधित है। हालाँकि, कुछ गुफाएँ सातवाहन काल और वाकाटक काल की भी हैं।
- संदर्भ और विस्तार: अजंता की गुफाएँ महाराष्ट्र में स्थित हैं और इनमें बौद्ध धर्म से संबंधित चित्र और मूर्तियाँ हैं, जो तत्कालीन समाज, धर्म और संस्कृति का जीवंत चित्रण करती हैं। गुप्त काल को भारतीय कला और स्थापत्य का स्वर्ण युग माना जाता है, और अजंता के चित्र इस युग की महान उपलब्धि हैं।
- गलत विकल्प: मौर्य काल (322-185 ईसा पूर्व) अपनी पॉलिश की हुई स्तंभों और अशोक की शिलालेखों के लिए जाना जाता है। शुंग काल (185-73 ईसा पूर्व) भरहुत स्तूप से संबंधित है। हर्षवर्धन का काल (606-647 ई.) अपेक्षाकृत बाद का है।
प्रश्न 13: 1793 में स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) किसने लागू किया?
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- लॉर्ड वेलेजली
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1793 में भारत के गवर्नर-जनरल लॉर्ड कॉर्नवालिस ने बंगाल, बिहार, उड़ीसा और मद्रास के कुछ हिस्सों में स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) लागू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था के तहत, जमींदारों को भूमि का मालिक बना दिया गया और उनसे यह अपेक्षा की गई कि वे कंपनी को एक निश्चित राशि का भुगतान करें। यह राशि सूर्यास्त तक जमा करानी होती थी, इसलिए इसे ‘सूर्यास्त विधि’ (Sunset Law) भी कहते हैं। इसका उद्देश्य राजस्व की एक स्थिर आय सुनिश्चित करना था, लेकिन इसने जमींदारों को मजबूत किया और किसानों की स्थिति को खराब किया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड वेलेजली ने सहायक संधि प्रणाली लागू की। लॉर्ड विलियम बेंटिंक सती प्रथा के उन्मूलन और ठगी प्रथा के दमन के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ने व्यपगत का सिद्धांत (Doctrine of Lapse) लागू किया।
प्रश्न 14: ‘संथाल विद्रोह’ का नेतृत्व निम्नलिखित में से किसने किया?
- बिरसा मुंडा
- सिद्धू और कान्हू
- तिलका मांझी
- रानी दुर्गावती
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1855-56 का संथाल विद्रोह, जो ब्रिटिश शासन और जमींदारी व्यवस्था के अत्याचारों के खिलाफ एक जन विद्रोह था, का नेतृत्व संथाल भाइयों सिद्धू और कान्हू ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह तत्कालीन बिहार (वर्तमान झारखंड) में हुआ था और इसे भारत के सबसे बड़े आदिवासी विद्रोहों में से एक माना जाता है। विद्रोहियों ने ‘दामिन-ए-कोह’ क्षेत्र में अपनी सरकार स्थापित करने का प्रयास किया था।
- गलत विकल्प: बिरसा मुंडा का संबंध ‘मुंडा विद्रोह’ (उलगुलान) से था। तिलका मांझी ने 1784 में ब्रिटिशों के खिलाफ विद्रोह किया था। रानी दुर्गावती गोंडवाना की शासिका थीं जिन्होंने मुगलों से लड़ाई लड़ी थी।
प्रश्न 15: फ्रांसीसी यात्री बर्नियर किसके शासनकाल में भारत आया था?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी यात्री और चिकित्सक फ्रांस्वा बर्नियर (François Bernier) 1658 से 1668 तक भारत में रहा और उसने शाहजहाँ के शासनकाल के अंतिम वर्षों और उसके पुत्रों के बीच उत्तराधिकार के युद्ध का प्रत्यक्षदर्शी वर्णन किया।
- संदर्भ और विस्तार: बर्नियर ने अपनी पुस्तक ‘ट्रैवेल्स इन द मुगल एम्पायर’ (Travels in the Mughal Empire) में भारत की सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक स्थिति का विस्तार से वर्णन किया है। उसने मुगलों की प्रशासनिक व्यवस्था, जीवन शैली और दारा शिकोह के साथ अपने जुड़ाव का भी उल्लेख किया है।
- गलत विकल्प: अकबर के शासनकाल में राल्फ फिंच आया था। जहांगीर के शासनकाल में विलियम हॉकिंस और थॉमस रो आए थे। औरंगजेब के शासनकाल के बारे में बर्नियर ने भी लिखा, लेकिन उसका भारत में मुख्य प्रवास शाहजहाँ के शासनकाल के दौरान हुआ।
प्रश्न 16: ‘सर्वोदय’ की अवधारणा किसने प्रस्तुत की?
- महात्मा गांधी
- जयप्रकाश नारायण
- विनोबा भावे
- पंडित जवाहरलाल नेहरू
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘सर्वोदय’ (सभी का उदय या उन्नति) की अवधारणा को मुख्य रूप से महात्मा गांधी ने लोकप्रिय बनाया। यह उनके राजनीतिक और आर्थिक दर्शन का केंद्रीय तत्व था।
- संदर्भ और विस्तार: सर्वोदय का अर्थ है समाज के सबसे गरीब और सबसे कमजोर वर्ग का भी उत्थान। गांधीजी ने इसे जॉन रस्किन की पुस्तक ‘अनटू दिस लास्ट’ (Unto This Last) के अनुवाद के माध्यम से प्रस्तुत किया, जिसका उन्होंने ‘सर्वोदय’ नाम दिया। इसका उद्देश्य एक ऐसे समाज का निर्माण करना था जहाँ सभी का कल्याण हो।
- गलत विकल्प: जयप्रकाश नारायण ने ‘संपूर्ण क्रांति’ का नारा दिया, जो गांधीवादी विचारों से प्रेरित था। विनोबा भावे ने भूदान आंदोलन चलाया, जो सर्वोदय का एक व्यावहारिक रूप था। पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और उन्होंने समाजवाद और औद्योगीकरण पर जोर दिया।
प्रश्न 17: प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन किस स्थान पर हुआ था?
- वैशाली
- पाटलिपुत्र
- राजगृह
- कुंडलवन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन ईसा पूर्व 483 में मगध के शासक अजातशत्रु के संरक्षण में राजगृह (वर्तमान राजगीर) में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं (धर्म) और भिक्षुओं के लिए अनुशासन (विनय) को संकलित करना था। इस संगीति में ही विनय पिटक और सुत्त पिटक का संकलन किया गया।
- गलत विकल्प: वैशाली में द्वितीय बौद्ध संगीति, पाटलिपुत्र में तृतीय बौद्ध संगीति, और कुंडलवन (कश्मीर) में चतुर्थ बौद्ध संगीति आयोजित हुई थी।
प्रश्न 18: ‘होमरूल लीग’ आंदोलन का प्रारंभ कब हुआ?
- 1905
- 1909
- 1916
- 1919
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: होमरूल लीग आंदोलन का प्रारंभ 1916 में हुआ था, जिसमें एनी बेसेंट और बाल गंगाधर तिलक ने प्रमुख भूमिका निभाई।
- संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन के तहत भारत के लिए स्वशासन (Home Rule) प्राप्त करना था। एनी बेसेंट ने मद्रास में ‘इंडियन होमरूल लीग’ की स्थापना की, जबकि बाल गंगाधर तिलक ने ‘इंडियन होमरूल लीग’ पुणे से शुरू की।
- गलत विकल्प: 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ था। 1909 में मॉर्ले-मिंटो सुधार आए थे। 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था।
प्रश्न 19: ‘पंचवर्षीय योजनाओं’ का विचार किस देश के संविधान से प्रेरित है?
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- यूनाइटेड किंगडम
- सोवियत संघ (रूस)
- कनाडा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत की पंचवर्षीय योजनाओं का विचार सोवियत संघ (अब रूस) के मॉडल से प्रेरित है।
- संदर्भ और विस्तार: सोवियत संघ ने 1928 में जोसेफ स्टालिन के नेतृत्व में पहली पंचवर्षीय योजना शुरू की थी। भारत ने अपनी पहली पंचवर्षीय योजना 1951 में शुरू की, जिसका उद्देश्य देश के औद्योगिक और आर्थिक विकास को गति देना था।
- गलत विकल्प: संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कनाडा के संविधानों ने भारत की पंचवर्षीय योजनाओं की अवधारणा को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं किया है, हालांकि उनके आर्थिक और राजनीतिक विचारों का प्रभाव अप्रत्यक्ष रूप से रहा है।
प्रश्न 20: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) शब्द का अर्थ क्या है?
- पुनर्निर्माण
- पुनर्जन्म
- पुनरुत्थान
- पुनर्जीवन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) शब्द का शाब्दिक अर्थ ‘पुनर्जन्म’ या ‘पुनरुत्थान’ है, जो विशेष रूप से 14वीं से 16वीं शताब्दी के दौरान यूरोप में हुए कला, साहित्य, विज्ञान और संस्कृति के पुनर्जन्म को दर्शाता है।
- संदर्भ और विस्तार: पुनर्जागरण काल में यूरोपीय लोगों ने प्राचीन यूनानी और रोमन सभ्यताओं के ज्ञान और कलाओं में पुनः रुचि लेना शुरू किया, जिससे मानववाद (Humanism) का उदय हुआ। इटली इस आंदोलन का केंद्र था।
- गलत विकल्प: जबकि ‘पुनरुत्थान’ सबसे सटीक अनुवाद है, ‘पुनर्निर्माण’ और ‘पुनर्जीवन’ भी कुछ हद तक इसके अर्थ से जुड़े हैं, लेकिन ‘पुनर्जन्म’ (Rebirth) अधिक व्यापक अर्थ रखता है जो कला, ज्ञान और संस्कृति के पुनरुत्थान को समाहित करता है।
प्रश्न 21: ‘कुतुब मीनार’ का निर्माण किसने शुरू करवाया था?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक (शासनकाल 1206-1210 ई.) ने सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की स्मृति में शुरू करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: कुतुब मीनार का निर्माण कार्य कुतुबुद्दीन ऐबक के शासनकाल में शुरू हुआ और इल्तुतमिश के शासनकाल में पूरा हुआ। इसके बाद फिरोजशाह तुगलक ने इसे तुफानी क्षति के बाद मरम्मत करवाई और पांचवीं मंजिल भी जुड़वाई।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने निर्माण कार्य पूरा करवाया, अलाउद्दीन खिलजी ने ‘अलाई दरवाजा’ बनवाया, और फिरोजशाह तुगलक ने इसकी मरम्मत करवाई और कुछ हिस्सा जोड़ा।
प्रश्न 22: ‘दास प्रथा’ का उन्मूलन किस वायसराय के शासनकाल में हुआ?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड एलनबरो
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: दास प्रथा (Slavery) का उन्मूलन 1843 में लॉर्ड एलनबरो (भारत के गवर्नर-जनरल 1842-1844) के शासनकाल में हुआ था, जब ‘इंडियन स्लेवरी एक्ट, 1843’ पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस कानून के द्वारा भारत में दासता को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया और दासों के साथ किसी भी प्रकार के अनुबंध को अवैध माना गया। हालाँकि, दासता के उन्मूलन की प्रक्रिया लॉर्ड विलियम बेंटिंक के समय से ही शुरू हो गई थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया। लॉर्ड डलहौजी ने व्यपगत का सिद्धांत लागू किया। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे।
प्रश्न 23: ‘मुद्रा राक्षस’ नामक नाटक के लेखक कौन हैं?
- कालिदास
- विशाखदत्त
- बाणभट्ट
- दंडी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: संस्कृत नाटक ‘मुद्रा राक्षस’ के लेखक विशाखदत्त हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह नाटक चंद्रगुप्त मौर्य के समय के राजनीतिक षड्यंत्रों और चाणक्य की कूटनीति पर आधारित है। यह नाटक भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में भी देखा जाता है।
- गलत विकल्प: कालिदास महान नाटककार थे। बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ लिखी। दंडी संस्कृत के एक प्रसिद्ध गद्य लेखक थे।
प्रश्न 24: ‘पानीपत का द्वितीय युद्ध’ (1556) किनके बीच हुआ था?
- अकबर और हेमू
- बाबर और इब्राहिम लोदी
- अकबर और राणा प्रताप
- हुमायूँ और शेरशाह सूरी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पानीपत का द्वितीय युद्ध 5 नवंबर 1556 को मुगल बादशाह अकबर और हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य) के बीच लड़ा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में अकबर की विजयी हुई और हेमू मारा गया, जिसने मुगल साम्राज्य की भारत में पुनः स्थापना को सुदृढ़ किया। बैरम खान (अकबर के संरक्षक) ने इस युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- गलत विकल्प: पानीपत का प्रथम युद्ध (1526) बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था। हल्दीघाटी का युद्ध (1576) अकबर और राणा प्रताप के बीच हुआ था। चौसा का युद्ध (1539) हुमायूँ और शेरशाह सूरी के बीच हुआ था।
प्रश्न 25: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ का पहला अधिवेशन कब और कहाँ हुआ था?
- 1885, कोलकाता
- 1886, मद्रास
- 1887, इलाहाबाद
- 1888, बम्बई
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 28-30 दिसंबर 1885 को गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला, बम्बई (अब मुंबई) में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Bonnerjee) ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसकी स्थापना का श्रेय सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी ए.ओ. ह्यूम को जाता है।
- गलत विकल्प: कोलकाता में दूसरा अधिवेशन (1886) और इलाहाबाद में तीसरा अधिवेशन (1887) हुआ था। बम्बई (मुंबई) में पहला अधिवेशन हुआ था।