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इतिहास की रणभूमि: 25 प्रश्नों का अंतिम प्रहार!

इतिहास की रणभूमि: 25 प्रश्नों का अंतिम प्रहार!

ज्ञान के अश्व को दौड़ाइए और समय के चक्रव्यूह को भेदने के लिए तैयार हो जाइए! आज हम आपको इतिहास के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर ले जा रहे हैं, जहाँ प्राचीन साम्राज्यों से लेकर आधुनिक क्रांतियों तक, हर मोड़ पर ज्ञान की परख होगी। क्या आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अपने ज्ञान को निखारने के लिए तैयार हैं? तो चलिए, शुरू करते हैं आज का महासंग्राम!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस सिंधु घाटी सभ्यता स्थल से पकी हुई मिट्टी की ईंटों से बनी विशाल जल निकासी व्यवस्था के प्रमाण मिलते हैं?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. कालीबंगन
  4. लोथल

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मोहनजोदड़ो। मोहनजोदड़ो (मृतकों का टीला) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था, जहाँ से सुनियोजित शहरी विकास, विशाल स्नानागार और सबसे महत्वपूर्ण, एक परिष्कृत जल निकासी व्यवस्था के साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की नालियाँ ईंटों से बनी थीं और प्रत्येक घर का कूड़ा-करकट मुख्य नाली में जुड़ता था, जो शहर के बाहर तक जाती थी।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यह उन्नत जल निकासी व्यवस्था उस समय की वास्तुकला और स्वच्छता के प्रति जागरूकता का प्रतीक है। मोहनजोदड़ो का नगर नियोजन ग्रेट बाथ (विशाल स्नानागार) और अन्न भंडार जैसे ढाँचों के लिए भी प्रसिद्ध है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा भी एक महत्वपूर्ण स्थल था, लेकिन मोहनजोदड़ो जितनी व्यापक जल निकासी व्यवस्था के प्रमाण वहाँ नहीं मिलते। कालीबंगन से हल जोते खेत के प्रमाण मिले हैं, और लोथल से एक गोदी (डॉकयार्ड) के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस वेद में प्राचीनतम संगीत मय सूक्त पाए जाते हैं?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: सामवेद। सामवेद को ‘वेदगीतों’ का वेद कहा जाता है। इसमें मुख्य रूप से ऋग्वेद से लिए गए मंत्रों का संग्रह है, जिन्हें यज्ञों के अवसर पर गाया जाता था। सामवेद का पाठ करने वाले पुरोहित ‘उद्गाता’ कहलाते थे।
  • संदर्भ एवं विस्तार: भारतीय शास्त्रीय संगीत की उत्पत्ति को अक्सर सामवेद से जोड़ा जाता है, क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के ‘स्वर’ और ‘लय’ का उल्लेख मिलता है।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है जिसमें स्तुतियाँ और प्रार्थनाएँ हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के कर्मकांडों और मंत्रों का वर्णन है, जबकि अथर्ववेद में जादू-टोना, औषधि और दैनिक जीवन से जुड़े मंत्र हैं।

प्रश्न 3: चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में किस धर्म को अपनाया था?

  1. ब्राह्मण धर्म
  2. बौद्ध धर्म
  3. जैन धर्म
  4. आजीवक संप्रदाय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: जैन धर्म। ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार, चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने शासनकाल के अंतिम वर्षों में सिंहासन त्याग दिया और भद्रबाहु नामक जैन साधु के साथ दक्षिण भारत, विशेषकर कर्नाटक के श्रवणबेलगोला में चले गए।
  • संदर्भ एवं विस्तार: वहाँ उन्होंने जैन तपस्या का पालन किया और उपवास (सल्लेखना) द्वारा अपने प्राण त्यागे। इस घटना का उल्लेख कल्पसूत्र जैसे जैन ग्रंथों में मिलता है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु चाणक्य थे, जिन्होंने उन्हें अर्थशास्त्र के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रेरित किया, लेकिन चंद्रगुप्त ने स्वयं बौद्ध धर्म या आजीवक संप्रदाय को नहीं अपनाया था।

प्रश्न 4: ‘मीमांसा’ दर्शन के प्रवर्तक कौन थे?

  1. कपिल
  2. कणाद
  3. जैमिनि
  4. बादरायण

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: जैमिनि। जैमिनि को ‘पूर्व मीमांसा’ या केवल ‘मीमांसा’ दर्शन का संस्थापक माना जाता है। यह दर्शन वेदों के कर्मकांडीय भाग (ब्राह्मण ग्रंथ) की व्याख्या पर केंद्रित है।
  • संदर्भ एवं विस्तार: मीमांसा दर्शन का मुख्य उद्देश्य वेदों की विधियों (कर्मों) के महत्व को स्थापित करना और यह बताना है कि कर्मों के अनुष्ठान से स्वर्ग आदि की प्राप्ति कैसे होती है।
  • गलत विकल्प: कपिल सांख्य दर्शन के, कणाद वैशेषिक दर्शन के, और बादरायण ब्रह्मसूत्र (उत्तर मीमांसा) के प्रवर्तक माने जाते हैं।

प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मोहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी। अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316) ने अपनी विशाल सेना के खर्चों को पूरा करने और बाजार में वस्तुओं की कीमतें नियंत्रित रखने के लिए एक कठोर ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू की थी।
  • संदर्भ एवं विस्तार: उसने हर वस्तु (अनाज, कपड़ा, पशु, दास आदि) के लिए अलग-अलग बाजार और अधीक्षक (शहना-ए-मंडी) नियुक्त किए। कीमतें तय की जाती थीं और उल्लंघन करने पर कठोर दंड दिया जाता था। इस नीति का मुख्य उद्देश्य सेना को कम वेतन पर उपलब्ध कराना था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने सल्तनत की नींव रखी, बलबन ने राजत्व के सिद्धांत पर जोर दिया, और मोहम्मद बिन तुगलक ने अपनी कई महत्वाकांक्षी योजनाओं (जैसे सांकेतिक मुद्रा) के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1206 ईस्वी
  2. 1336 ईस्वी
  3. 1526 ईस्वी
  4. 1600 ईस्वी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1336 ईस्वी। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर प्रथम और बुक्क् प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी, जो मूल रूप से काकतीय वंश के सामंत थे।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसने लगभग 250 वर्षों तक शासन किया। तुंगभद्रा नदी के तट पर विजयनगर नामक राजधानी की स्थापना की गई थी। यह साम्राज्य कला, साहित्य और स्थापत्य कला का प्रमुख केंद्र था।
  • गलत विकल्प: 1206 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत की स्थापना हुई, 1526 ईस्वी में मुगल साम्राज्य की स्थापना हुई (पानीपत का प्रथम युद्ध), और 1600 ईस्वी में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना हुई।

प्रश्न 7: ‘दास प्रथा’ का उन्मूलन भारत में किस गवर्नर-जनरल के कार्यकाल में हुआ था?

  1. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कैनिंग
  4. लॉर्ड लिटन

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लॉर्ड विलियम बेंटिंक। लॉर्ड विलियम बेंटिंक, जो 1828 से 1835 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे, ने 1833 के चार्टर अधिनियम के तहत भारत में दास प्रथा को समाप्त करने के लिए कानून बनाया।
  • संदर्भ एवं विस्तार: उन्होंने 1830 में धारा 5 के तहत गुलामी को गैर-कानूनी घोषित किया और 1833 के चार्टर अधिनियम द्वारा इसे पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया। उन्होंने सती प्रथा के उन्मूलन (1829) जैसे महत्वपूर्ण सामाजिक सुधार भी किए।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत का सिद्धांत (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे, और लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस अधिनियम पारित किया था।

प्रश्न 8: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. लॉर्ड डलहौजी की व्यपगत का सिद्धांत
  2. ईसाई मिशनरियों का बढ़ता प्रभाव
  3. नवीन एनफील्ड राइफल में गाय और सूअर की चर्बी से सने कारतूस
  4. भारतीयों को प्रशासन से बाहर रखना

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: नवीन एनफील्ड राइफल में गाय और सूअर की चर्बी से सने कारतूस। यह विद्रोह का सबसे प्रमुख और तात्कालिक कारण बना, क्योंकि हिंदुओं के लिए गाय और मुसलमानों के लिए सूअर पवित्र होते हैं।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इन कारतूसों को चलाने से पहले दाँतों से खोलना पड़ता था, जिससे सैनिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची। मंगल पांडे की घटना (29 मार्च 1857) इसी का पहला विरोध था, जिसने बैरकपुर छावनी में चिंगारी जलाई।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प (A, B, D) विद्रोह के पूर्ववर्ती या व्यापक कारण थे, लेकिन तत्काल कारण कारतूसों का मुद्दा ही था।

प्रश्न 9: ‘नील दर्पण’ के लेखक कौन थे?

  1. बंकिम चंद्र चटर्जी
  2. दीनबंधु मित्र
  3. सुरेंद्रनाथ बनर्जी
  4. बाल गंगाधर तिलक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: दीनबंधु मित्र। दीनबंधु मित्र ने 1859-60 के बंगाल के नील विद्रोह के समय ‘नील दर्पण’ नामक नाटक लिखा था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इस नाटक में तत्कालीन यूरोपीय नील उत्पादकों द्वारा भारतीय किसानों पर किए गए अत्याचारों का मार्मिक चित्रण किया गया था। यह नाटक उस समय बहुत लोकप्रिय हुआ और इसने स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान दिया। इसे अंग्रेजी में मधुसूदन दत्त ने अनूदित किया था।
  • गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चटर्जी ने ‘आनंद मठ’ लिखा, सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने ‘ए नेशन इन द मेकिंग’ लिखी, और बाल गंगाधर तिलक ने ‘मराठा’ और ‘केसरी’ समाचार पत्र निकाले।

प्रश्न 10: निम्नलिखित में से कौन सा वायसराय ‘सुरक्षित हस्तक्षेप की नीति’ (Policy of Masterly Inactivity) के लिए जाना जाता है?

  1. लॉर्ड डफरिन
  2. लॉर्ड कर्जन
  3. लॉर्ड नॉर्थब्रुक
  4. लॉर्ड लॉरेंस

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लॉर्ड लॉरेंस। लॉर्ड लॉरेंस (1864-1869) ने अफगानिस्तान के प्रति ‘सुरक्षित हस्तक्षेप की नीति’ अपनाई थी।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इस नीति के तहत, उन्होंने अफगानिस्तान के आंतरिक मामलों में सीधे हस्तक्षेप करने से परहेज किया और रूसी प्रभाव को रोकने के लिए एक तटस्थ नीति अपनाई। इसका उद्देश्य ब्रिटिश भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखना था, भले ही इसके लिए अफगानिस्तान में एक कमजोर शासक का शासन हो।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डफरिन के समय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई, लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया, और लॉर्ड नॉर्थब्रुक के समय में प्रिंस ऑफ वेल्स भारत आए थे।

प्रश्न 11: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से जूते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं?

  1. मोहनजोदड़ो
  2. हड़प्पा
  3. कालीबंगन
  4. धोलावीरा

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: कालीबंगन। राजस्थान में स्थित कालीबंगन (अर्थात् ‘काली चूड़ियाँ’) नामक पुरातात्विक स्थल से हड़प्पा सभ्यता के प्रारंभिक चरण के हल जोते हुए खेत के साक्ष्य मिले हैं।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यहाँ से मिली जुती खेती (एक साथ दो फसलें) का प्रमाण, कृषि की उन्नत तकनीक को दर्शाता है। इसके अलावा, कालीबंगन से टेराकोटा (पकी हुई मिट्टी) के हल भी मिले हैं।
  • गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा उत्कृष्ट जल निकासी व्यवस्था और नगर नियोजन के लिए जाने जाते हैं, जबकि धोलावीरा से स्टेडियम और जल संरक्षण की उन्नत प्रणालियों के प्रमाण मिलते हैं।

प्रश्न 12: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. क्योंकि इस काल में सोने के सिक्कों का प्रचलन अत्यधिक था।
  2. क्योंकि इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ।
  3. क्योंकि इस काल में साम्राज्य की सीमाएँ सर्वाधिक विस्तृत थीं।
  4. क्योंकि इस काल में विदेशी आक्रमणों का पूर्ण अभाव था।

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: क्योंकि इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ। गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है, क्योंकि इस दौरान साहित्य (कालिदास, विष्णु शर्मा), विज्ञान (आर्यभट्ट, वराहमिहिर), कला (अजंता की गुफाएँ), और वास्तुकला में महान उपलब्धियाँ हासिल हुईं।
  • संदर्भ एवं विस्तार: चंद्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) जैसे शासकों के अधीन अर्थव्यवस्था भी समृद्ध थी और शांति का माहौल था, जिससे इन क्षेत्रों में विकास संभव हुआ।
  • गलत विकल्प: यद्यपि सोने के सिक्के प्रचलन में थे (A), यह स्वर्ण युग का एकमात्र कारण नहीं था। साम्राज्य की सीमाएँ (C) भी विस्तृत थीं, पर कला-साहित्य का विकास अधिक महत्वपूर्ण कारण है। विदेशी आक्रमणों का अभाव (D) तो था, पर यह प्रमुख कारण नहीं।

प्रश्न 13: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किसने की थी?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर (शासनकाल 1556-1605) ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नए धर्म या पंथ की शुरुआत की थी।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यह विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर बनाया गया एक सिंक्रेटिक (समन्वित) धर्म था, जिसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना था। हालांकि, यह बहुत कम लोगों द्वारा अपनाया गया और व्यापक रूप से सफल नहीं हुआ। बीरबल इसका एकमात्र प्रमुख हिंदू अनुयायी था।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने इस पंथ को आगे नहीं बढ़ाया; जहाँगीर कला को संरक्षण के लिए, शाहजहाँ वास्तुकला के लिए, और औरंगजेब अपनी धार्मिक कट्टरता के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 14: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन कब और कहाँ आयोजित हुआ था?

  1. 1885, कलकत्ता
  2. 1886, मद्रास
  3. 1887, बंबई
  4. 1885, बंबई

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1885, बंबई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी। इसका पहला अधिवेशन बंबई (अब मुंबई) में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में आयोजित किया गया था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Banerjee) ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसकी स्थापना का श्रेय स्कॉटिश सेवानिवृत्त आईसीएस अधिकारी ए.ओ. ह्यूम को दिया जाता है।
  • गलत विकल्प: कलकत्ता, मद्रास और बंबई अन्य महत्वपूर्ण शुरुआती अधिवेशन स्थल थे, लेकिन पहला अधिवेशन बंबई में हुआ था।

प्रश्न 15: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किस मराठा शासक ने किया था?

  1. शिवाजी
  2. संभाजी
  3. बाजीराव प्रथम
  4. शिवाजी द्वितीय

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: शिवाजी। मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज (शासनकाल 1630-1680) ने अपने प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यह परिषद राजा को शासन चलाने में सलाह देती थी, जिसमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सचिव (शाही पत्र व्यवहार), वाकयानवीस (गुप्तचर प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामले), न्यायाधीश (न्याय प्रशासन) और सेनापति (सैन्य प्रमुख) जैसे पद शामिल थे।
  • गलत विकल्प: संभाजी शिवाजी के पुत्र थे, बाजीराव प्रथम पेशवा थे जिन्होंने मराठा शक्ति को उत्तर भारत तक विस्तृत किया। शिवाजी द्वितीय का कार्यकाल बहुत छोटा रहा।

प्रश्न 16: भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान, महात्मा गांधी को कहाँ गिरफ्तार किया गया था?

  1. दिल्ली
  2. बंबई
  3. पुणे
  4. लखनऊ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: बंबई। 8 अगस्त 1942 को कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा ‘भारत छोड़ो’ प्रस्ताव पारित करने के बाद, महात्मा गांधी और अन्य प्रमुख कांग्रेस नेताओं को 9 अगस्त 1942 को ऑपरेशन जीरो आवर के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: गांधीजी को बंबई में गिरफ्तार किया गया और यरवदा जेल, पुणे ले जाया गया। आंदोलन को नेतृत्वविहीन करने का प्रयास किया गया, लेकिन यह जनता द्वारा स्वतःस्फूर्त तरीके से जारी रहा।
  • गलत विकल्प: अन्य शहर भारत छोड़ो आंदोलन के महत्वपूर्ण केंद्र थे, लेकिन गांधीजी की गिरफ्तारी बंबई में हुई थी।

प्रश्न 17: तराइन का प्रथम युद्ध कब हुआ था?

  1. 1191 ईस्वी
  2. 1192 ईस्वी
  3. 1206 ईस्वी
  4. 1526 ईस्वी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1191 ईस्वी। तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ईस्वी में पृथ्वीराज चौहान और मुहम्मद गोरी के बीच हुआ था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की विजय हुई थी। यह युद्ध भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने उत्तरी भारत में तुर्की शासन की नींव रखने के लिए गोरी के भविष्य के प्रयासों के लिए मंच तैयार किया।
  • गलत विकल्प: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 में हुआ था, जिसमें मुहम्मद गोरी विजयी हुआ। 1206 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत की स्थापना हुई, और 1526 ईस्वी में पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ।

प्रश्न 18: भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद अस्पृश्यता (छुआछूत) के उन्मूलन से संबंधित है?

  1. अनुच्छेद 14
  2. अनुच्छेद 15
  3. अनुच्छेद 17
  4. अनुच्छेद 18

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अनुच्छेद 17। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 17 अस्पृश्यता (छुआछूत) के अंत का प्रावधान करता है और किसी भी रूप में इसके आचरण को प्रतिबंधित करता है।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इस अनुच्छेद के तहत, संसद को अस्पृश्यता को समाप्त करने और इसके किसी भी रूप में अभ्यास को दंडनीय अपराध घोषित करने के लिए कानून बनाने की शक्ति दी गई है। अस्पृश्यता (अपराध) अधिनियम, 1955 इसी अनुच्छेद के तहत बनाया गया था।
  • गलत विकल्प: अनुच्छेद 14 कानून के समक्ष समानता, अनुच्छेद 15 धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर विभेद का प्रतिषेध, और अनुच्छेद 18 उपाधियों का अंत से संबंधित हैं।

प्रश्न 19: ‘रेगुलेटिंग एक्ट’ किस वर्ष पारित किया गया था?

  1. 1757
  2. 1764
  3. 1773
  4. 1784

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1773। ‘रेगुलेटिंग एक्ट’ 1773 में ब्रिटिश संसद द्वारा पारित किया गया था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यह ब्रिटिश संसद द्वारा भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को विनियमित करने और नियंत्रित करने के लिए उठाया गया पहला महत्वपूर्ण कदम था। इस अधिनियम ने कलकत्ता में एक सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की और बंगाल के गवर्नर-जनरल के पद का सृजन किया (लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स पहले गवर्नर-जनरल बने)।
  • गलत विकल्प: 1757 में प्लासी का युद्ध, 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ, और 1784 में पिट्स इंडिया एक्ट पारित हुआ था।

प्रश्न 20: प्रथम विश्व युद्ध में केन्द्रीय शक्तियों (Central Powers) का नेतृत्व कौन सा देश कर रहा था?

  1. फ्रांस
  2. ब्रिटेन
  3. जर्मनी
  4. रूस

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: जर्मनी। प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में केन्द्रीय शक्तियों का नेतृत्व जर्मनी कर रहा था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: केन्द्रीय शक्तियों में मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की (ओटोमन साम्राज्य) और बुल्गारिया शामिल थे। इनके विपरीत, मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) में मुख्य रूप से फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली (बाद में शामिल हुआ) और संयुक्त राज्य अमेरिका (बाद में शामिल हुआ) थे।
  • गलत विकल्प: फ्रांस, ब्रिटेन और रूस प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों की ओर से लड़ रहे थे।

प्रश्न 21: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ यह नारा किसने दिया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. सरदार वल्लभभाई पटेल
  4. बाल गंगाधर तिलक

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: बाल गंगाधर तिलक। यह प्रसिद्ध नारा 20वीं सदी की शुरुआत में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने दिया था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: तिलक ने यह नारा 1916 में लखनऊ कांग्रेस अधिवेशन के दौरान दिया था। उन्होंने ब्रिटिश शासन के तहत स्वशासन (स्वराज) की वकालत की और लोगों को संगठित करने के लिए इस नारे का प्रयोग किया।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी ‘करो या मरो’ के लिए, जवाहरलाल नेहरू ‘पूर्ण स्वराज’ के लिए, और सरदार पटेल ने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न 22: किस मुगल शासक ने ‘जजिया कर’ को पुनः लागू किया था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: औरंगजेब। मुगल सम्राट औरंगजेब (शासनकाल 1658-1707) ने 1679 ईस्वी में गैर-मुस्लिमों पर लगाए जाने वाले ‘जजिया कर’ को पुनः लागू किया था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इससे पहले, अकबर ने 1564 में जजिया को समाप्त कर दिया था। औरंगजेब की यह नीति उसकी धार्मिक कट्टरता का एक उदाहरण थी और इसने गैर-मुस्लिम प्रजा के बीच काफी असंतोष पैदा किया।
  • गलत विकल्प: अकबर ने जजिया समाप्त किया था, जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी इस कर को नहीं लगाया था, हालांकि उनके प्रशासन में कुछ विशिष्ट मामलों में लिया गया हो।

प्रश्न 23: प्रसिद्ध ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) कब शुरू हुआ था?

  1. 12 मार्च 1930
  2. 6 अप्रैल 1930
  3. 30 जून 1930
  4. 15 अगस्त 1947

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 12 मार्च 1930। महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी (गुजरात) तक 240 मील की दूरी तय करने वाले नमक सत्याग्रह की शुरुआत की थी।
  • संदर्भ एवं विस्तार: यह नागरिक अवज्ञा आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कानून को तोड़ना था। 6 अप्रैल 1930 को, गांधीजी ने दांडी पहुँचकर मुट्ठी भर नमक उठाकर कानून तोड़ा, जिससे नमक सत्याग्रह का समापन हुआ और सविनय अवज्ञा आंदोलन को नई गति मिली।
  • गलत विकल्प: 6 अप्रैल 1930 को नमक कानून तोड़ा गया था, 30 जून 1930 या 15 अगस्त 1947 की तारीखें इस घटना से संबंधित नहीं हैं।

प्रश्न 24: ‘आधुनिक फ्रांस का निर्माता’ किसे कहा जाता है?

  1. लुई XIV
  2. नेपोलियन बोनापार्ट
  3. मैक्सिमिलियन रोबेस्पियरे
  4. चार्ल्स डी गॉल

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: नेपोलियन बोनापार्ट। नेपोलियन बोनापार्ट (1769-1821) को अक्सर ‘आधुनिक फ्रांस का निर्माता’ माना जाता है।
  • संदर्भ एवं विस्तार: फ्रांसीसी क्रांति के बाद, नेपोलियन ने फ्रांस में स्थिरता लाई और ‘नेपोलियनिक कोड’ (नागरिक संहिता) लागू की, जिसने कानूनी प्रणालियों को व्यवस्थित किया और आज भी कई देशों के कानूनों का आधार है। उसने फ्रांस की प्रशासनिक, शैक्षिक और वित्तीय प्रणालियों में सुधार किए, जिससे एक मजबूत राष्ट्र-राज्य का निर्माण हुआ।
  • गलत विकल्प: लुई XIV ‘सूर्य राजा’ के रूप में जाने जाते थे, रोबेस्पियरे ‘आतंक के शासन’ से जुड़े थे, और चार्ल्स डी गॉल 20वीं सदी के प्रमुख नेता थे।

प्रश्न 25: खिलाफत आंदोलन के प्रमुख नेता कौन थे?

  1. महात्मा गांधी
  2. अली बंधु (मौलाना मुहम्मद अली और मौलाना शौकत अली)
  3. लाला लाजपत राय
  4. बाल गंगाधर तिलक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अली बंधु (मौलाना मुहम्मद अली और मौलाना शौकत अली)। खिलाफत आंदोलन (1919-1924) तुर्की के खलीफा के प्रति ब्रिटिश सरकार की नीतियों के विरोध में एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन था।
  • संदर्भ एवं विस्तार: इस आंदोलन के मुख्य नेता अली बंधु थे, जिन्होंने इस मुद्दे को भारतीय मुसलमानों के बीच प्रचारित किया। महात्मा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ मिलकर इस आंदोलन का समर्थन किया, जिससे असहयोग आंदोलन (1920) को बल मिला।
  • गलत विकल्प: लाला लाजपत राय और बाल गंगाधर तिलक स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे, लेकिन खिलाफत आंदोलन में उनकी सीधी भूमिका अली बंधुओं जितनी प्रमुख नहीं थी। गांधीजी ने इस आंदोलन को समर्थन दिया था।

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