इतिहास की महापरीक्षा: ज्ञान का संगम, उत्तरों का विश्लेषण
आइए, अतीत की गहराइयों में एक रोमांचक यात्रा पर चलें! क्या आप इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ों, महान व्यक्तित्वों और निर्णायक घटनाओं पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहते हैं? अपनी तैयारी को परखें और इन 25 चुनिंदा प्रश्नों के साथ अपने ज्ञान को और निखारें। आज की यह परीक्षा आपको एक कदम आगे ले जाएगी!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल वर्तमान पाकिस्तान में स्थित नहीं है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- धौलावीरा
- चैनुदड़ो
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: धौलावीरा (Dholavira) हड़प्पा सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है जो वर्तमान में भारत के गुजरात राज्य में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: धौलावीरा, कच्छ के रण में स्थित है और अपनी उन्नत जल प्रबंधन प्रणाली, विशाल स्टेडियम और अद्वितीय शिलालेखों के लिए जाना जाता है। इसके विपरीत, हड़प्पा (पंजाब प्रांत), मोहनजोदड़ो (सिंध प्रांत) और चैनुदड़ो (सिंध प्रांत) सभी वर्तमान पाकिस्तान में स्थित हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, मोहनजोदड़ो और चैनुदड़ो सभी प्रमुख हड़प्पाकालीन स्थल हैं जो वर्तमान पाकिस्तान में अवस्थित हैं, इसलिए ये सही उत्तर नहीं हो सकते।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- कुमारगुप्त
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त (Samudragupta) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त एक महान विजेता और कुशल प्रशासक थे। उन्होंने अपने शासनकाल में एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया और कई युद्ध जीते, जिसके कारण उन्हें स्मिथ जैसे इतिहासकारों ने ‘भारत का नेपोलियन’ की उपाधि दी। उनके प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ अभिलेख) में उनकी विजयों का विस्तृत वर्णन है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया।
प्रश्न 3: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से विद्रोह का नेतृत्व किसने किया था?
- रानी लक्ष्मीबाई
- तात्या टोपे
- नाना साहेब
- कुंवर सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1857 के विद्रोह के दौरान कानपुर से विद्रोह का नेतृत्व नाना साहेब ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहेब ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा अपनी पेंशन और उपाधि से वंचित किए जाने के कारण कानपुर में विद्रोह का नेतृत्व किया। उन्होंने अवध की बेगम हजरत महल के साथ भी गठबंधन किया था।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से, तात्या टोपे ने ग्वालियर और कानपुर के आसपास के क्षेत्रों से, और कुंवर सिंह ने जगदीशपुर (बिहार) से नेतृत्व किया था।
प्रश्न 4: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से ‘नर्तकी की कांस्य प्रतिमा’ प्राप्त हुई है?
- हड़प्पा
- हड़प्पा
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो (Mohenjo-daro) से ‘नर्तकी की कांस्य प्रतिमा’ प्राप्त हुई है।
- संदर्भ और विस्तार: यह प्रतिमा लगभग 4 इंच ऊंची है और हड़प्पा सभ्यता की कलात्मक उत्कृष्टता का एक शानदार उदाहरण है। यह दर्शाती है कि उस काल में धातु ढलाई की तकनीक काफी उन्नत थी। मोहनजोदड़ो सिंधु नदी के तट पर स्थित एक प्रमुख स्थल था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, लोथल और कालीबंगन अन्य महत्वपूर्ण स्थल हैं, लेकिन प्रसिद्ध ‘नर्तकी की कांस्य प्रतिमा’ मोहनजोदड़ो से ही मिली है।
प्रश्न 5: ‘सर्वाधिक दास’ रखने वाला दिल्ली सल्तनत का सुल्तान कौन था?
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोजशाह तुगलक
- सिकंदर लोदी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: फिरोजशाह तुगलक (Firoz Shah Tughlaq) दिल्ली सल्तनत का वह सुल्तान था जिसके पास सर्वाधिक संख्या में दास थे।
- संदर्भ और विस्तार: फिरोजशाह तुगलक ने दासों की एक बड़ी सेना का गठन किया था और उनके लिए एक अलग विभाग, ‘दीवान-ए-बंदगान’ की स्थापना भी की थी। उसकी नीतियों के कारण दासों की संख्या अत्यधिक बढ़ गई थी, जो बाद में सल्तनत के लिए एक समस्या भी बन गई।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने गुलामों के महत्व को समझा था, लेकिन दासों की संख्या के मामले में फिरोजशाह तुगलक उनसे आगे थे। अलाउद्दीन खिलजी और सिकंदर लोदी भी अपनी नीतियों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन दासों की संख्या फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल जितनी नहीं थी।
प्रश्न 6: प्रसिद्ध ‘सूफी संत शेख सलीम चिश्ती’ का मकबरा कहाँ स्थित है?
- दिल्ली
- आगरा
- फतेहपुर सीकरी
- लखनऊ
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सूफी संत शेख सलीम चिश्ती का मकबरा फतेहपुर सीकरी (Fatehpur Sikri) में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मकबरा मुगल बादशाह अकबर के आध्यात्मिक गुरु शेख सलीम चिश्ती की याद में बनवाया गया था। अकबर ने फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी भी बनाया था। यह मकबरा अपनी इंडो-इस्लामिक स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: दिल्ली में कई महत्वपूर्ण मकबरे हैं, जैसे कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी का, लेकिन शेख सलीम चिश्ती का मकबरा फतेहपुर सीकरी में है। आगरा में ताजमहल है, और लखनऊ का इमामबाड़ा प्रसिद्ध है।
प्रश्न 7: ‘अष्टाध्यायी’ के लेखक कौन हैं?
- पतंजलि
- पाणिनी
- कालिदास
- विष्णु शर्मा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘अष्टाध्यायी’ के लेखक महर्षि पाणिनी (Panini) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टाध्यायी संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्राचीन ग्रंथ है। यह ग्रंथ प्राचीन भारत में भाषा, साहित्य और शिक्षा के स्तर को दर्शाता है। इसे विश्व के सबसे प्रभावशाली व्याकरण ग्रंथों में से एक माना जाता है।
- गलत विकल्प: पतंजलि ने ‘महाभाष्य’ लिखा, कालिदास प्रसिद्ध कवि और नाटककार थे, और विष्णु शर्मा ने ‘पंचतंत्र’ की रचना की।
प्रश्न 8: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?
- 1929 लाहौर अधिवेशन
- 1931 कराची अधिवेशन
- 1937 फैजपुर अधिवेशन
- 1942 बंबई अधिवेशन
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1929 के लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस प्रस्ताव का अर्थ था कि अब कांग्रेस का लक्ष्य केवल डोमिनियन स्टेट्स (औपनिवेशिक स्वराज) प्राप्त करना नहीं, बल्कि पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करना है। इसी अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को ‘स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया।
- गलत विकल्प: 1931 कराची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति का प्रस्ताव पारित हुआ था। 1942 बंबई अधिवेशन भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ा है।
प्रश्न 9: निम्नलिखित में से किस सिख गुरु को ‘औरंगजेब’ ने मृत्युदंड दिया था?
- गुरु नानक देव
- गुरु अंगद देव
- गुरु हरगोबिंद
- गुरु तेग बहादुर
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गुरु तेग बहादुर (Guru Tegh Bahadur) को औरंगजेब ने मृत्युदंड दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: गुरु तेग बहादुर ने कश्मीरी पंडितों और अन्य हिंदुओं के जबरन धर्मांतरण का विरोध किया था। उनके इस विरोध के कारण मुगल बादशाह औरंगजेब ने उन्हें बंदी बनाया और 9 नवंबर 1675 को दिल्ली में फाँसी दे दी।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु अंगद देव ने गुरुमुखी लिपि का विकास किया। गुरु हरगोबिंद ने सिखों को सैन्य प्रशिक्षण देना शुरू किया था।
प्रश्न 10: ‘पंचतंत्र’ के लेखक कौन हैं?
- वाल्मीकि
- वेदव्यास
- विष्णु शर्मा
- भरत मुनि
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘पंचतंत्र’ के लेखक विष्णु शर्मा (Vishnu Sharma) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: पंचतंत्र प्राचीन भारत का एक प्रसिद्ध पशु कथाओं का संग्रह है, जिसे नैतिक शिक्षा देने के उद्देश्य से लिखा गया था। यह कहानियाँ दुनिया भर की भाषाओं में अनूदित हुई हैं और बाल साहित्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
- गलत विकल्प: वाल्मीकि ने ‘रामायण’ की रचना की। वेदव्यास ने ‘महाभारत’ की रचना की। भरत मुनि ‘नाट्यशास्त्र’ के लेखक माने जाते हैं।
प्रश्न 11: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय प्रथम
- राम राय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर (Harihara) और बुक्का (Bukka) नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 1336 ईस्वी में इस शक्तिशाली दक्षिण भारतीय साम्राज्य की नींव रखी थी, जिसका उद्देश्य उत्तर भारत से आने वाले मुस्लिम आक्रमणों का सामना करना था। यह साम्राज्य अपनी कला, साहित्य और स्थापत्य के लिए विख्यात हुआ।
- गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे। राम राय अंतिम प्रमुख शासक थे।
प्रश्न 12: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा किसने दिया था?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- भगत सिंह
- सुभाष चंद्र बोस
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा शहीद भगत सिंह (Bhagat Singh) द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि यह नारा मूल रूप से उर्दू कवि मौलाना हसरत मोहानी ने 1921 में दिया था, लेकिन इसे पंजाब में भगत सिंह और उनकी हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) के अन्य सदस्यों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक शक्तिशाली राजनीतिक नारा बनाया। यह नारा क्रांति और परिवर्तन की आकांक्षा को व्यक्त करता है।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘भारत छोड़ो’ या ‘करो या मरो’ जैसे नारे दिए। जवाहरलाल नेहरू ने ‘पूर्ण स्वराज’ का नारा लोकप्रिय बनाया। सुभाष चंद्र बोस ने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा दिया।
प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) के बारे में सही है?
- इसके तहत भारतीय शासकों को अपनी सेना भंग करनी पड़ती थी।
- इसके तहत भारतीय शासकों को अपनी राजधानी में एक ब्रिटिश सेना रखनी पड़ती थी और उसका खर्च उठाना पड़ता था।
- इसके तहत भारतीय शासकों को अपनी विदेश नीति पर ब्रिटिश नियंत्रण स्वीकार करना पड़ता था।
- उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सहायक संधि (Subsidiary Alliance) के संबंध में उपरोक्त सभी कथन सही हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह संधि लॉर्ड वेलेस्ली (Lord Wellesley) द्वारा भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व स्थापित करने के लिए लागू की गई एक नीति थी। इसके मुख्य बिंदु थे: भारतीय राजाओं को अपनी सेना भंग करनी पड़ती थी, अपनी राजधानी में एक ब्रिटिश सेना रखनी पड़ती थी जिसका खर्च स्वयं वहन करना पड़ता था, और उन्हें अपनी विदेश नीति ब्रिटिश नियंत्रण में रखनी पड़ती थी, साथ ही वे किसी अन्य यूरोपीय शक्ति से संबंध नहीं रख सकते थे।
- गलत विकल्प: सभी दिए गए विकल्प सहायक संधि की प्रमुख शर्तों को सही ढंग से दर्शाते हैं।
प्रश्न 14: ‘अमरकोश’ के लेखक कौन हैं?
- कालिदास
- पाणिनी
- अमर सिंह
- धनवंतरी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘अमरकोश’ के लेखक अमर सिंह (Amar Singh) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: अमरकोश एक प्रसिद्ध संस्कृत कोश (शब्दकोश) है, जो गुप्त काल के दौरान रचित माना जाता है। यह संस्कृत साहित्य में एक महत्वपूर्ण योगदान है और इसमें पर्यायवाची शब्दों का संग्रह है।
- गलत विकल्प: कालिदास प्रसिद्ध कवि और नाटककार थे। पाणिनी ने ‘अष्टाध्यायी’ लिखी। धनवंतरी एक प्रसिद्ध चिकित्सक थे।
प्रश्न 15: ‘जकात’ क्या था?
- गैर-मुस्लिमों पर लगने वाला भूमि कर
- मुस्लिमों द्वारा दिया जाने वाला धार्मिक कर
- व्यापार पर लगने वाला कर
- युद्ध में लूटा गया माल
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: जकात (Zakat) एक धार्मिक कर था जो मुस्लिम अपनी आय का एक निश्चित भाग गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता के लिए देते थे।
- संदर्भ और विस्तार: इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक के रूप में, जकात को एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य माना जाता है। हालाँकि, कुछ शासकों ने इसे सरकारी खजाने के लिए भी इस्तेमाल किया।
- गलत विकल्प: गैर-मुस्लिमों पर लगने वाला कर ‘जजिया’ था। व्यापार पर लगने वाले विभिन्न कर होते थे, और युद्ध में लूटा गया माल ‘गनीमत’ कहलाता था।
प्रश्न 16: ‘मुद्रा राक्षस’ नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?
- विशाखदत्त
- भारवि
- दंडी
- भवभूति
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘मुद्रा राक्षस’ नामक पुस्तक के लेखक विशाखदत्त (Vishakhadatta) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक संस्कृत नाटक है जो चंद्रगुप्त मौर्य के गद्दी पर बैठने की राजनीतिक चालों और चाणक्य की कूटनीति का वर्णन करता है। यह नाटक मौर्यकालीन भारत के राजनीतिक और सामाजिक जीवन की एक झलक प्रस्तुत करता है।
- गलत विकल्प: भारवि ने ‘किरातार्जुनीयम्’ लिखा। दंडी ने ‘दशकुमारचरितम्’ लिखा। भवभूति ने ‘उत्तररामचरितम्’ लिखा।
प्रश्न 17: भारत में प्रथम पुर्तगाली गवर्नर कौन था?
- वास्को डी गामा
- अल्फांसो डी अल्बुकर्क
- फ्रांसिस्को डी अल्मेडा
- नीनो डी कुन्हा
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारत में प्रथम पुर्तगाली गवर्नर फ्रांसिस्को डी अल्मेडा (Francisco de Almeida) थे।
- संदर्भ और विस्तार: 1505 में अल्मेडा को भारत में पुर्तगाली क्षेत्रों का गवर्नर नियुक्त किया गया था। उनका मुख्य उद्देश्य भारतीय महासागर में पुर्तगाली व्यापार पर एकाधिकार स्थापित करना था, जिसके लिए उन्होंने ‘ब्लू वॉटर पॉलिसी’ (शांत जल नीति) अपनाई।
- गलत विकल्प: वास्को डी गामा पहले यूरोपीय थे जिन्होंने भारत के लिए समुद्री मार्ग खोजा था। अल्फांसो डी अल्बुकर्क को भारत में पुर्तगाली शक्ति का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। नीनो डी कुन्हा ने बाद में गवर्नर का पद संभाला।
प्रश्न 18: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई?
- 1913, फ्रांस
- 1913, अमेरिका
- 1915, कनाडा
- 1917, इंग्लैंड
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गदर पार्टी (Ghadar Party) की स्थापना 1913 में अमेरिका (सैन फ्रांसिस्को) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी मुख्य रूप से भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा स्थापित की गई थी जो अमेरिका और कनाडा में रह रहे थे। इसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था। लाला हरदयाल इसके प्रमुख नेताओं में से एक थे।
- गलत विकल्प: पार्टी की स्थापना का वर्ष 1913 और स्थान अमेरिका (सैन फ्रांसिस्को) सही है। अन्य विकल्प गलत हैं।
प्रश्न 19: सम्राट अशोक के किस शिलालेख में कलिंग युद्ध का वर्णन है?
- पहला शिलालेख
- आठवाँ शिलालेख
- तेरहवाँ शिलालेख
- चौदहवाँ शिलालेख
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सम्राट अशोक के तेरहवें शिलालेख (13th Rock Edict) में कलिंग युद्ध का वर्णन है।
- संदर्भ और विस्तार: इस शिलालेख में अशोक ने कलिंग युद्ध (261 ईसा पूर्व) के विनाशकारी प्रभाव का वर्णन किया है और उस युद्ध के बाद अपनी पश्चाताप और बौद्ध धर्म अपनाने की घोषणा की है। यह उनके हृदय परिवर्तन को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: अन्य शिलालेखों में भिन्न-भिन्न विषयों पर जानकारी मिलती है, जैसे धम्म, पशु कल्याण, धर्म महामात्रों की नियुक्ति आदि।
प्रश्न 20: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?
- हुमायूं
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ (Din-i Ilahi) की शुरुआत सम्राट अकबर (Akbar) ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: दीन-ए-इलाही एक धार्मिक दर्शन था जिसे अकबर ने 1582 में चलाया था। इसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के अनुयायियों को एक सामान्य मंच पर लाना था। यह एक पंथनिरपेक्षतावादी (secular) दृष्टिकोण का प्रतीक था, लेकिन यह बहुत लोकप्रिय नहीं हुआ और इसके अनुयायियों की संख्या नगण्य रही।
- गलत विकल्प: हुमायूं, जहाँगीर और शाहजहाँ अन्य महत्वपूर्ण मुगल सम्राट थे, लेकिन दीन-ए-इलाही की शुरुआत अकबर ने की थी।
प्रश्न 21: ‘सती प्रथा’ के विरुद्ध सर्वप्रथम किस अधिनियम के तहत प्रतिबंध लगाया गया?
- 1813 का चार्टर अधिनियम
- 1829 का बंगाल सती विनियमन
- 1833 का चार्टर अधिनियम
- 1856 का हिंदू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘सती प्रथा’ के विरुद्ध सर्वप्रथम 1829 के बंगाल सती विनियमन (Bengal Sati Regulation) के तहत प्रतिबंध लगाया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस कानून को तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड विलियम बेंटिंक (Lord William Bentinck) ने राजा राम मोहन राय जैसे समाज सुधारकों के प्रयासों से पारित करवाया था। इस विनियमन ने बंगाल प्रेसीडेंसी में सती प्रथा को अवैध घोषित कर दिया।
- गलत विकल्प: अन्य अधिनियमों का संबंध कंपनी के चार्टर या विधवाओं के पुनर्विवाह जैसे मुद्दों से था, न कि सीधे सती प्रथा पर प्रतिबंध से।
प्रश्न 22: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1910-1915
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध (World War I) 1914 से 1918 तक चला।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध 28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को जर्मनी के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ। यह इतिहास का सबसे विनाशकारी युद्धों में से एक था।
- गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल था। अन्य विकल्प युद्ध के काल से मेल नहीं खाते।
प्रश्न 23: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रारंभ कब हुआ?
- 1920
- 1930
- 1942
- 1947
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) का प्रारंभ 1942 में हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 8 अगस्त 1942 को मुंबई में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में शुरू हुआ था, जिसमें महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करना था।
- गलत विकल्प: 1920 असहयोग आंदोलन, 1930 सविनय अवज्ञा आंदोलन से संबंधित है। 1947 भारत की स्वतंत्रता का वर्ष है।
प्रश्न 24: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ का प्रमुख नारा क्या था?
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- राष्ट्रीयता, प्रजातंत्र
- शांति, प्रगति
- धर्म, राज्य
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution) का प्रमुख नारा ‘लिबर्टी, इक्वेलिटी, फ्रेटरनिटी’ (Liberty, Equality, Fraternity) था, जिसका अर्थ है ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करता है और आज भी फ्रांसीसी गणराज्य का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। यह क्रांति के मुख्य लक्ष्यों और मूल्यों को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प सामान्य नारे हैं, लेकिन फ्रांसीसी क्रांति के लिए विशिष्ट और सर्वमान्य नारा स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व ही है।
प्रश्न 25: ‘कुतुबुद्दीन ऐबक’ की मृत्यु कैसे हुई?
- युद्ध में
- बीमारी से
- चौगान खेलते समय घोड़े से गिरकर
- फांसी द्वारा
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक (Qutb-ud-din Aibak) की मृत्यु 1210 ईस्वी में चौगान (पोलो) खेलते समय घोड़े से गिरकर हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक गुलाम वंश का पहला सुल्तान था। वह एक अत्यंत कुशल सेनापति था, लेकिन खेलकूद के प्रति उसके प्रेम ने ही उसकी जान ली। उसकी मृत्यु के बाद उसका पुत्र आराम शाह गद्दी पर बैठा, लेकिन वह शीघ्र ही इल्तुतमिश द्वारा अपदस्थ कर दिया गया।
- गलत विकल्प: उसकी मृत्यु किसी युद्ध, बीमारी या फांसी के कारण नहीं, बल्कि एक दुर्घटना का परिणाम थी।