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इतिहास की महागाथा: ज्ञान का महासंग्राम, आज ही परखें!

इतिहास की महागाथा: ज्ञान का महासंग्राम, आज ही परखें!

तैयारी के इस रोमांचक सफर में आपका स्वागत है, जहाँ हम इतिहास के पन्नों को पलटते हुए ज्ञान की गहराई में उतरेंगे। आज का ये विशेष मॉक टेस्ट आपकी ऐतिहासिक सूझबूझ को परखेगा और आपको सफलता के करीब ले जाएगा। तैयार हो जाइए, समय के चक्रव्यूह को भेदने के लिए!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु का बाघ’ कहा जाता है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, को अक्सर ‘सिंधु का बाघ’ कहा जाता है क्योंकि यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक विशाल और सुनियोजित शहर था, जो अपनी उन्नत जल निकासी प्रणाली और विशाल सार्वजनिक भवनों के लिए जाना जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो की खोज 1922 में आर. डी. बनर्जी द्वारा की गई थी। यह वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यहाँ से मिली महान स्नानागार, अन्नागार और कांसे की नर्तकी की मूर्ति विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा में अग्नि वेदिकाएं मिली थीं।

प्रश्न 2: किस वैदिक काल के ग्रंथ में ‘चतुर्वर्ण’ (चार वर्णों) की पहली स्पष्ट रूप से चर्चा की गई है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ऋग्वेद के नौवें मंडल में पुरुष सूक्त (10.90) में चतुर्वर्ण की उत्पत्ति का वर्णन मिलता है, जिसमें ब्रह्मा के मुख, भुजाओं, जंघाओं और पैरों से क्रमशः ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र की उत्पत्ति बताई गई है।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेद, सबसे प्राचीन वैदिक ग्रंथ, समाज की शुरुआती संरचनाओं का वर्णन करता है। यद्यपि पुरुष सूक्त में चारों वर्णों का उल्लेख है, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रारंभिक वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था आज की तरह कठोर या जन्म आधारित नहीं थी, बल्कि अधिकतर व्यवसाय पर आधारित थी।
  • गलत विकल्प: यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद उत्तर-वैदिक काल के ग्रंथ हैं जहाँ वर्ण व्यवस्था अधिक कठोर हो गई थी। अथर्ववेद में जादू-टोना और सामाजिक कुरीतियों का भी वर्णन है।

प्रश्न 3: मौर्य काल में ‘सोनभद्र’ के नाम से किस अधिकारी को जाना जाता था?

  1. अमात्य
  2. सन्निधाता
  3. लक्षणाध्यक्ष
  4. पण्याध्यक्ष

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘सन्निधाता’ मौर्य काल में राजकीय कोषागार और भंडारगृह का प्रमुख अधिकारी होता था। इसे ‘सोनभद्र’ के नाम से भी जाना जाता था, जिसका अर्थ है ‘धन का संरक्षक’ या ‘कोष का अध्यक्ष’।
  • संदर्भ और विस्तार: कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र’ में सन्निधाता की भूमिका का विस्तृत वर्णन है। यह राज्य के वित्तीय और भौतिक संसाधनों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार था, जिसमें अनाज, सोना और अन्य बहुमूल्य वस्तुएं शामिल थीं।
  • गलत विकल्प: अमात्य एक सामान्य मंत्री होता था। लक्षणाध्यक्ष टकसाल का अधिकारी था, जबकि पण्याध्यक्ष व्यापार का।

प्रश्न 4: गुप्त काल में ‘रजत मुद्रा’ को किस नाम से जाना जाता था?

  1. दिनार
  2. रूपक
  3. कार्षापण
  4. पण

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गुप्त काल में चांदी की मुद्राओं को ‘रूपक’ कहा जाता था। ये मुद्राएँ अक्सर ‘रूपक शतमान’ के रूप में भी पाई जाती थीं।
  • संदर्भ और विस्तार: गुप्त शासकों, विशेषकर चंद्रगुप्त द्वितीय और कुमारगुप्त प्रथम के शासनकाल में चांदी के सिक्कों का प्रचलन बढ़ा। दिनार सोने के सिक्के थे, जबकि कार्षापण और पण प्राचीन भारत में प्रचलित अन्य प्रकार की मुद्राएँ थीं।
  • गलत विकल्प: दिनार सोने के सिक्के थे। कार्षापण और पण मुख्य रूप से मौर्य और पूर्व-मौर्य काल में प्रचलित चांदी या तांबे के सिक्के थे।

प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘अष्टप्रधान’ नामक मंत्रिपरिषद की व्यवस्था की थी?

  1. अशोक
  2. चंद्रगुप्त मौर्य
  3. हर्षवर्धन
  4. शिवाजी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था के तहत ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्म अधिकारी), सेनापति (सैन्य प्रमुख), न्यायाधीश (न्याय अधिकारी) और वाकयानवीस (गुप्तचर प्रमुख) शामिल थे। यह व्यवस्था कुशल प्रशासन और राज्य के सुचारू संचालन में सहायक थी।
  • गलत विकल्प: अशोक, चंद्रगुप्त मौर्य और हर्षवर्धन के शासनकाल में भी मंत्रिपरिषदें थीं, लेकिन उन्हें ‘अष्टप्रधान’ के नाम से नहीं जाना जाता था और उनकी संरचना भिन्न थी।

प्रश्न 6: ‘इबादतखाना’ का निर्माण किसने करवाया था, जहाँ विभिन्न धर्मों के विद्वानों के बीच धार्मिक चर्चाएँ होती थीं?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: मुगल सम्राट अकबर ने 1575 ईस्वी में फतेहपुर सीकरी में ‘इबादतखाना’ (प्रार्थना गृह) का निर्माण करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर ने सभी प्रमुख धर्मों (इस्लाम, हिंदू, जैन, ईसाई, पारसी, यहूदी) के विद्वानों को आमंत्रित किया ताकि वे अपने विचारों पर चर्चा कर सकें और एक-दूसरे के दृष्टिकोण को समझ सकें। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना और एक सर्वधर्म समभाव की भावना विकसित करना था, जो अकबर की ‘दीन-ए-इलाही’ की ओर एक महत्वपूर्ण कदम था।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने इबादतखाना का विस्तार या इसमें महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं किए, और उनके शासनकाल में धार्मिक सहिष्णुता अकबर जितनी नहीं थी।

प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्णदेवराय
  2. हरिहर
  3. बुक्का
  4. हरिहर और बुक्का

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी, जो तुलुव वंश से संबंधित थे।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने तुंगभद्रा नदी के तट पर हंपी नामक स्थान पर इस साम्राज्य की नींव रखी। यह साम्राज्य अपनी कला, साहित्य, वास्तुकला और मजबूत सैन्य शक्ति के लिए प्रसिद्ध था। विजयनगर साम्राज्य ने लगभग 250 वर्षों तक दक्षिण भारत पर शासन किया।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी।

प्रश्न 8: ‘महात्मा’ की उपाधि रविंद्रनाथ टैगोर ने किसे दी थी?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. महात्मा गांधी
  3. सरदार पटेल
  4. बाल गंगाधर तिलक

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: कविगुरु रविंद्रनाथ टैगोर ने मोहनदास करमचंद गांधी को ‘महात्मा’ की उपाधि से सम्मानित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि संभवतः गांधीजी द्वारा चंपारण सत्याग्रह (1917) में उनकी भूमिका और उनके मानवीय कार्यों से प्रभावित होकर दी गई थी। गांधीजी को दुनिया भर में ‘महात्मा’ के नाम से ही जाना जाता है, जिसका अर्थ है ‘महान आत्मा’।
  • गलत विकल्प: अन्य सभी स्वतंत्रता सेनानी थे, लेकिन टैगोर ने यह विशेष उपाधि गांधीजी को ही दी थी।

प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह को ‘भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा था?

  1. कार्ल मार्क्स
  2. सर जॉन लॉरेंस
  3. आर. सी. मजूमदार
  4. डिजरायली

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: कार्ल मार्क्स ने 1857 के विद्रोह को ‘भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ के रूप में वर्णित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: अपने लेखों में, मार्क्स ने इस विद्रोह को ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उभार के रूप में देखा, जिसमें भारतीय सैनिकों और आम लोगों ने मिलकर औपनिवेशिक शक्ति का विरोध किया।
  • गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस ने इसे केवल एक ‘सिपाही विद्रोह’ कहा था। आर. सी. मजूमदार ने इसे ‘न तो प्रथम, न राष्ट्रीय और न ही स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था। डिजरायली ने इसे ‘राष्ट्रीय विद्रोह’ कहा था।

प्रश्न 10: ‘सन्यासी विद्रोह’ का उल्लेख किस प्रसिद्ध उपन्यास में मिलता है?

  1. गोदान
  2. आनंदमठ
  3. देवदास
  4. पथेर पांचाली

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के प्रसिद्ध उपन्यास ‘आनंदमठ’ में 18वीं शताब्दी के अंत में बंगाल में हुए सन्यासी विद्रोह का विस्तृत वर्णन मिलता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस उपन्यास में ‘वंदे मातरम्’ गीत भी शामिल है, जो बाद में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का राष्ट्रीय गान बना। सन्यासी विद्रोह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के दमनकारी नीतियों के विरुद्ध एक जन विद्रोह था।
  • गलत विकल्प: गोदान प्रेमचंद का उपन्यास है, देवदास शरतचंद्र चट्टोपाध्याय का, और पथेर पांचाली सत्यजीत रे की कहानी पर आधारित फिल्म का नाम है।

प्रश्न 11: भारत में ‘द्वितीय पंचवर्षीय योजना’ किस आर्थिक मॉडल पर आधारित थी?

  1. महालनोबिस मॉडल
  2. डोमर-सोलो मॉडल
  3. ह्रोड-डोमर मॉडल
  4. खुली अर्थव्यवस्था मॉडल

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: भारत की द्वितीय पंचवर्षीय योजना (1956-1961) मुख्य रूप से भारतीय सांख्यिकीविद् प्रशांत चंद्र महालनोबिस द्वारा विकसित मॉडल पर आधारित थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस मॉडल ने भारी उद्योगों, विशेषकर इस्पात, कोयला और बिजली के उत्पादन पर जोर दिया। इसका उद्देश्य तीव्र औद्योगिकीकरण और आत्मनिर्भरता हासिल करना था। इस योजना ने देश के औद्योगीकरण की दिशा तय की।
  • गलत विकल्प: पहली पंचवर्षीय योजना ह्रोड-डोमर मॉडल पर आधारित थी। डोमर-सोलो मॉडल दीर्घकालिक आर्थिक विकास की व्याख्या करता है, और खुली अर्थव्यवस्था मॉडल बाद में अपनाया गया।

प्रश्न 12: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ कब हुआ था?

  1. 1979
  2. 1982
  3. 1984
  4. 1986

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ जून 1984 में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह भारतीय सेना द्वारा अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे अलगाववादी सिख नेताओं और उग्रवादियों को निकालने के लिए चलाया गया एक सैन्य अभियान था। इस अभियान के कारण मंदिर परिसर को काफी नुकसान हुआ और इसने राजनीतिक व सामाजिक रूप से गहरा प्रभाव डाला।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प इस घटना से संबंधित नहीं हैं।

प्रश्न 13: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) नामक प्रसिद्ध पुस्तक के लेखक कौन हैं?

  1. जॉन लॉक
  2. जे. एस. मिल
  3. रूसो
  4. मोंटेस्क्यू

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘The Spirit of Laws’ (De l’esprit des lois) के लेखक फ्रांसीसी दार्शनिक बैरन डी मोंटेस्क्यू हैं। यह पुस्तक 1748 में प्रकाशित हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में मोंटेस्क्यू ने शक्तियों के पृथक्करण (Separation of Powers) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया, जो आधुनिक लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने तर्क दिया कि सरकार की विधायी, कार्यकारी और न्यायिक शक्तियों को अलग-अलग संस्थाओं में विभाजित किया जाना चाहिए ताकि किसी एक संस्था का अत्यधिक प्रभुत्व न हो।
  • गलत विकल्प: जॉन लॉक ने ‘टू ट्रीटीज़ ऑफ गवर्नमेंट’ लिखी, रूसो ने ‘द सोशल कॉन्ट्रैक्ट’, और जे.एस. मिल ने ‘ऑन लिबर्टी’ जैसी महत्वपूर्ण रचनाएँ कीं, लेकिन ‘द स्पिरिट ऑफ लॉज’ मोंटेस्क्यू की रचना है।

प्रश्न 14: अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा (Declaration of Independence) किस वर्ष की गई थी?

  1. 1775
  2. 1776
  3. 1783
  4. 1789

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा 4 जुलाई, 1776 को फिलाडेल्फिया में महाद्वीपीय कांग्रेस (Continental Congress) द्वारा अपनाई गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस घोषणा ने तेरह अमेरिकी उपनिवेशों को ग्रेट ब्रिटेन से स्वतंत्र घोषित किया। थॉमस जेफरसन इसके मुख्य लेखक थे। इस घटना ने अमेरिकी क्रांति को औपचारिक रूप दिया और दुनिया भर में स्वतंत्रता आंदोलनों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।
  • गलत विकल्प: 1775 में क्रांति शुरू हुई थी। 1783 में पेरिस की संधि द्वारा युद्ध समाप्त हुआ और स्वतंत्रता को मान्यता मिली। 1789 में अमेरिकी संविधान लागू हुआ।

प्रश्न 15: फ्रांस की क्रांति (1789) का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. स्टेट्स-जनरल का अधिवेशन
  2. बास्तील का पतन
  3. नेपोलियन का उदय
  4. आतंक का शासन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: फ्रांस की क्रांति का तात्कालिक कारण मई 1789 में स्टेट्स-जनरल (States-General) का अधिवेशन बुलाया जाना था, जो 175 वर्षों में पहली बार हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: वित्तीय संकट से जूझ रहे लुई सोलहवें ने नए कर लगाने की अनुमति प्राप्त करने के लिए स्टेट्स-जनरल का अधिवेशन बुलाया। तीसरे सम्पदा (Third Estate) के प्रतिनिधियों ने मतदान प्रणाली में सुधार की मांग की, जिससे गतिरोध उत्पन्न हुआ और अंततः 17 जून, 1789 को उन्होंने राष्ट्रीय सभा (National Assembly) का गठन कर लिया, जिसने क्रांति की शुरुआत की। बास्तील का पतन 14 जुलाई, 1789 को हुआ, जो एक महत्वपूर्ण घटना थी, लेकिन अधिवेशन का बुलाया जाना तात्कालिक कारण था।
  • गलत विकल्प: बास्तील का पतन क्रांति का एक महत्वपूर्ण परिणाम था। नेपोलियन का उदय क्रांति के बाद हुआ, और आतंक का शासन (Reign of Terror) क्रांति का एक चरण था।

प्रश्न 16: ‘सारे जहाँ से अच्छा’ गीत के रचनाकार कौन हैं?

  1. मोहम्मद इकबाल
  2. फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
  3. साहिर लुधियानवी
  4. अल्लामा तब्बसुम

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘सारे जहाँ से अच्छा’ गीत के रचनाकार महान शायर और विचारक अल्लामा मुहम्मद इकबाल हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह गीत 1904 में लिखा गया था और इसकी रचना ब्रिटिश भारत में भारतीय राष्ट्रवाद की भावना को जागृत करने के लिए की गई थी। इकबाल को भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान के विचारक के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन यह गीत उनके भारतीय राष्ट्रवाद के प्रति योगदान का प्रतीक है।
  • गलत विकल्प: फैज़ अहमद फैज़ और साहिर लुधियानवी भी प्रसिद्ध शायर थे, लेकिन उन्होंने यह गीत नहीं लिखा था।

प्रश्न 17: किस वायसराय के काल में भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड मिंटो
  3. लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
  4. लॉर्ड चेम्सफोर्ड

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के वायसराय काल में स्थानांतरित की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: 1911 में दिल्ली दरबार में इसकी घोषणा की गई और 1912 में यह स्थानांतरण प्रभावी हुआ। इस निर्णय के पीछे कई कारण थे, जिनमें बंगाल विभाजन (1905) के बाद कलकत्ता में बढ़ता राष्ट्रवाद, दिल्ली का ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व, और भारतीय मुसलमानों की भावनाओं का सम्मान करना शामिल था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड मिंटो (1905-1910) ने मार्ले-मिंटो सुधार पेश किए। लॉर्ड चेम्सफोर्ड (1916-1921) के काल में जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ।

प्रश्न 18: ‘कुषाण’ वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?

  1. कनिष्क
  2. विम कडफिसेस
  3. हुविष्क
  4. वासुदेव प्रथम

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: कनिष्क कुषाण वंश का सबसे महान और प्रसिद्ध शासक था।
  • संदर्भ और विस्तार: कनिष्क का शासनकाल 78 ईस्वी से शुरू हुआ माना जाता है, और इसी वर्ष उसने शक संवत चलाया, जो भारत का राष्ट्रीय कैलेंडर है। उसने बौद्ध धर्म को संरक्षण दिया और चौथी बौद्ध संगीति का आयोजन कश्मीर के कुंडलवन में किया। उसके साम्राज्य का विस्तार मध्य एशिया तक था, और उसने गांधार कला को भी बढ़ावा दिया।
  • गलत विकल्प: विम कडफिसेस पहला शासक था जिसने कुषाण शक्ति की स्थापना की और भारी मात्रा में सोने के सिक्के जारी किए। हुविष्क और वासुदेव प्रथम भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन कनिष्क की तुलना में कम प्रसिद्ध।

प्रश्न 19: ‘गुप्त संवत’ की शुरुआत किसने की थी?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त प्रथम

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गुप्त संवत की शुरुआत चंद्रगुप्त प्रथम ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त प्रथम ने 320 ईस्वी में अपने राज्याभिषेक के अवसर पर गुप्त संवत की शुरुआत की। यह संवत भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कालक्रम माना जाता है और गुप्त साम्राज्य के राजनीतिक उत्थान का प्रतीक है।
  • गलत विकल्प: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है और उसने अपने पिता चंद्रगुप्त प्रथम की साम्राज्य विस्तार की नीतियों को जारी रखा। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने गुप्त साम्राज्य को चरम पर पहुँचाया। कुमारगुप्त प्रथम ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की।

प्रश्न 20: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?

  1. 1913, कनाडा
  2. 1915, अमेरिका
  3. 1917, इंग्लैंड
  4. 1907, जर्मनी

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में हुई थी, लेकिन इसके पूर्ववर्ती संगठन कनाडा में सक्रिय थे। इसलिए, 1913, कनाडा/अमेरिका को सही माना जा सकता है, लेकिन विकल्पों के अनुसार ‘1913, कनाडा’ अधिक सटीक उत्तर है क्योंकि इसके संस्थापक वहाँ से जुड़े थे। (हालांकि, मुख्य गतिविधियों का केंद्र सैन फ्रांसिस्को था)। एक सामान्य प्रश्न के रूप में, 1913 सैन फ्रांसिस्को अधिक बार पूछा जाता है। दिए गए विकल्पों में 1913, कनाडा अधिक निकटतम है, हालाँकि यह पूरी तरह से सटीक नहीं है। सटीक उत्तर 1913, सैन फ्रांसिस्को, USA है। यदि विकल्प इस तरह हों तो प्रश्न की बारीकियों पर ध्यान देना होगा। सामान्य ज्ञान के लिए 1913 सही है। विकल्पों को देखते हुए, हम स्पष्टीकरण में सुधार करेंगे। (सच्चाई यह है कि गदर पार्टी का गठन 1913 में सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया, यूएसए में हुआ था। इसके संस्थापक लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना, बलवंत सिंह, करतार सिंह सराभा आदि थे।) चूंकि प्रश्न में ‘कनाडा’ का उल्लेख है, इसे स्पष्ट करना आवश्यक है।
  • सही स्पष्टीकरण: गदर पार्टी की स्थापना 15 जुलाई, 1913 को लाला हरदयाल और अन्य भारतीयों द्वारा सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका में की गई थी। गदर पार्टी का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के विरुद्ध भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को बढ़ावा देना था। पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया। कनाडा में भी इसके समर्थक थे।
  • गलत विकल्प: अन्य वर्षों और स्थानों पर गदर पार्टी की स्थापना नहीं हुई थी।

*(नोट: इस प्रश्न के उत्तर के लिए, सामान्यतः 1913, सैन फ्रांसिस्को, USA को सही माना जाता है। दिए गए विकल्प को देखते हुए, यदि कनाडा को प्रमुखता दी गई है, तो यह एक भ्रामक प्रश्न हो सकता है। परीक्षा के संदर्भ में, सबसे प्रसिद्ध उत्तर 1913, USA होगा। दिए गए विकल्पों में, 1913, कनाडा का विकल्प सबसे निकटतम हो सकता है यदि हम संस्थापकों के कनाडा से जुड़ाव को भी मानें, लेकिन मुख्य रूप से यह अमेरिका में स्थापित हुई थी। एक आदर्श प्रश्न में USA या सैन फ्रांसिस्को का उल्लेख होना चाहिए था।)*


प्रश्न 20 (संशोधित उत्तर और स्पष्टीकरण): ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?

  1. 1913, सैन फ्रांसिस्को, USA
  2. 1915, कनाडा
  3. 1917, इंग्लैंड
  4. 1907, जर्मनी

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गदर पार्टी की स्थापना 15 जुलाई, 1913 को सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका में लाला हरदयाल और सोहन सिंह भकना जैसे प्रमुख नेताओं द्वारा की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी का मुख्य उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश भारत में स्वतंत्रता के लिए एक सशस्त्र विद्रोह को संगठित करना था। पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक बहुभाषी समाचार पत्र प्रकाशित किया, जिसने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को विदेशों में रहने वाले भारतीयों के बीच प्रचारित किया।
  • गलत विकल्प: अन्य दिए गए विकल्प स्थापना के वर्ष या स्थान के बारे में गलत जानकारी देते हैं।

प्रश्न 21: ‘वेदांत’ दर्शन का सबसे प्रमुख प्रतिपादक कौन माना जाता है?

  1. कपिल
  2. पतंजलि
  3. गौतम
  4. आदि शंकराचार्य

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: आदि शंकराचार्य को ‘वेदांत’ दर्शन, विशेष रूप से ‘अद्वैत वेदांत’ के सबसे प्रमुख प्रतिपादकों में से एक माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: शंकराचार्य ने उपनिषदों, ब्रह्म सूत्रों और भगवद्गीता पर भाष्य लिखे, जिसमें उन्होंने ब्रह्म की एकरूपता (अद्वैत) और आत्मा तथा ब्रह्म की अभिन्नता का सिद्धांत प्रस्तुत किया। उन्होंने चार प्रमुख मठों की स्थापना करके अपने दर्शन का प्रसार किया।
  • गलत विकल्प: कपिल सांख्य दर्शन के, पतंजलि योग दर्शन के, और गौतम न्याय दर्शन के प्रतिपादक हैं।

प्रश्न 22: ‘सत्यमेव जयते’ किस उपनिषद से लिया गया है?

  1. ईशोपनिषद
  2. कठोपनिषद
  3. मुंडकोपनिषद
  4. मांडूक्योपनिषद

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही जीत होती है) वाक्यांश मुंडकोपनिषद से लिया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: मुंडकोपनिषद अथर्ववेद का एक हिस्सा है और इसमें ज्ञान की खोज और आत्म-ज्ञान के महत्व पर जोर दिया गया है। यह वाक्यांश भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है और अशोक के शेरों के साथ स्थापित राष्ट्रीय प्रतीक पर अंकित है।
  • गलत विकल्प: ईशोपनिषद, कठोपनिषद और मांडूक्योपनिषद अन्य महत्वपूर्ण उपनिषद हैं, लेकिन ‘सत्यमेव जयते’ मुंडकोपनिषद से संबंधित है।

प्रश्न 23: ‘आर्य समाज’ के संस्थापक कौन थे?

  1. राजा राम मोहन राय
  2. स्वामी विवेकानंद
  3. स्वामी दयानंद सरस्वती
  4. महात्मा ज्योतिबा फुले

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘आर्य समाज’ की स्थापना 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: आर्य समाज एक हिंदू सुधार आंदोलन था जिसने वेदों की सर्वोच्चता पर जोर दिया और मूर्ति पूजा, जाति प्रथा और अन्य सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया। स्वामी दयानंद का नारा था ‘वेदों की ओर लौटो’।
  • गलत विकल्प: राजा राम मोहन राय ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापक थे। स्वामी विवेकानंद ‘रामकृष्ण मिशन’ से जुड़े थे। महात्मा ज्योतिबा फुले ‘सत्यशोधक समाज’ के संस्थापक थे।

प्रश्न 24: ‘खिलाफत आंदोलन’ किसके समर्थन में शुरू किया गया था?

  1. तुर्की के खलीफा
  2. ईरान के शाह
  3. मिस्र के सुल्तान
  4. सऊदी अरब के इमाम

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: खिलाफत आंदोलन का उद्देश्य तुर्की के खलीफा (ओटोमन साम्राज्य के शासक) की पदवी और उसके प्रभाव को बनाए रखना था, जो प्रथम विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिशों द्वारा समाप्त कर दिया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 1919-1924 के बीच चला और इसमें भारत के मुसलमानों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भी खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया, जिससे हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा मिला। अली बंधु (मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली) इसके प्रमुख नेता थे।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प उस समय के राजनीतिक संदर्भ में तुर्की के खलीफा से संबंधित नहीं थे।

प्रश्न 25: ‘पहला विश्व युद्ध’ किस वर्ष समाप्त हुआ?

  1. 1916
  2. 1917
  3. 1918
  4. 1919

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: पहला विश्व युद्ध 1918 में समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: युद्ध का आधिकारिक अंत 11 नवंबर, 1918 को हुआ जब जर्मनी ने युद्धविराम पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद, 28 जून, 1919 को वर्साय की संधि (Treaty of Versailles) पर हस्ताक्षर किए गए, जिसने युद्ध को औपचारिक रूप से समाप्त किया और युद्ध के बाद की व्यवस्था निर्धारित की।
  • गलत विकल्प: 1916 और 1917 युद्ध के महत्वपूर्ण वर्ष थे, लेकिन युद्ध समाप्त नहीं हुआ था। 1919 में वर्साय की संधि हुई, जो युद्ध की समाप्ति का परिणाम थी, न कि समाप्ति का वर्ष।

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