इतिहास की जंग: 25 सवालों से करें अपनी तैयारी को धार!
नमस्कार, युवा योद्धाओं! क्या आप इतिहास के सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान के खजाने को परखने के लिए तैयार हैं? आज हम एक रोमांचक यात्रा पर निकलेंगे, जो प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक संघर्षों तक फैली हुई है। कमर कस लीजिए, क्योंकि ये 25 प्रश्न आपकी समझ की गहराई और सटीकता को चुनौती देंगे!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को ‘मृतकों का टीला’ कहा जाता है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। यह वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो अपनी सुनियोजित शहरी संरचना, विशाल स्नानागार, और कांसे की नर्तकी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। पुरातात्विक खुदाई में यहां बड़ी संख्या में मानव कंकाल पाए गए थे, जिससे इसे यह नाम मिला।
- गलत विकल्प: हड़प्पा इस सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा की पहचान आग की वेदियों से हुई है।
प्रश्न 2: ‘अष्टाध्यायी’ के लेखक कौन थे?
- पतंजलि
- पाणिनि
- कालिदास
- विष्णु शर्मा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘अष्टाध्यायी’ की रचना पाणिनि ने की थी, जो एक प्राचीन भारतीय वैयाकरण थे। यह संस्कृत व्याकरण पर आधारित एक अत्यंत महत्वपूर्ण कृति है।
- संदर्भ और विस्तार: पाणिनि का काल लगभग 5वीं से 4थी शताब्दी ईसा पूर्व माना जाता है। ‘अष्टाध्यायी’ में आठ अध्याय हैं और यह संस्कृत भाषा के नियमों को व्यवस्थित करती है, जो इसे प्राचीन भारत के भाषाई अध्ययन के लिए अमूल्य बनाती है।
- गलत विकल्प: पतंजलि ने ‘योगसूत्र’ और ‘महाभाष्य’ की रचना की। कालिदास प्रमुख संस्कृत कवि और नाटककार थे, और विष्णु शर्मा ने ‘पंचतंत्र’ की रचना की।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन सा युग ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहलाता है?
- मौर्य युग
- गुप्त युग
- हर्षवर्धन का काल
- चोल साम्राज्य
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुप्त युग (लगभग 320 ईस्वी से 550 ईस्वी) को प्रायः ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान, खगोल विज्ञान और गणित के क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई। आर्यभट्ट, वराहमिहिर, कालिदास जैसे विद्वान इसी युग से संबंधित थे। दशमलव प्रणाली और शून्य की अवधारणा का विकास भी इसी युग की देन है।
- गलत विकल्प: मौर्य युग एक शक्तिशाली साम्राज्य था, लेकिन कला और संस्कृति की दृष्टि से गुप्त युग अधिक समृद्ध माना जाता है। हर्षवर्धन का काल भी सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण था, लेकिन गुप्त काल की व्यापकता नहीं थी। चोल साम्राज्य दक्षिण भारत में शक्तिशाली था, विशेषकर समुद्री शक्ति के रूप में।
प्रश्न 4: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दासों का विभाग) की स्थापना की?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388) ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह विभाग गुलामों (बंदगान) की देखभाल और प्रबंधन के लिए बनाया गया था। फिरोजशाह तुगलक ने बड़ी संख्या में गुलामों को इकट्ठा किया और उन्हें विभिन्न कार्यों में प्रशिक्षित किया। उसने अन्य लोक कल्याणकारी कार्य भी किए, जैसे सिंचाई नहरों का निर्माण और कराधान में सुधार।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) की स्थापना की। बलबन ने राजत्व के सिद्धांत को सुदृढ़ किया और ‘चालीसा’ को समाप्त किया। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना की शुरुआत की।
प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेव राय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- राम राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थापित हुआ था और दक्षिण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरा। यह अपनी कला, संस्कृति, साहित्य और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। हरिहर प्रथम को साम्राज्य का संस्थापक माना जाता है।
- गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, जो 16वीं शताब्दी में शासन कर रहे थे। देवराय द्वितीय और राम राय अन्य महत्वपूर्ण विजयनगर शासक थे।
प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा?
- कार्ल मार्क्स
- लॉर्ड कैनिंग
- सर जॉन लॉरेंस
- सर सैयद अहमद खान
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कार्ल मार्क्स ने 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ के रूप में वर्णित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: मार्क्स ने अपने लेखन में इस विद्रोह को ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय जनता के एक बड़े विद्रोह के रूप में देखा, जिसमें राष्ट्रीय भावना की झलक थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग उस समय भारत के गवर्नर-जनरल थे। सर जॉन लॉरेंस ने इस विद्रोह को सिपाही विद्रोह मात्र कहा था। सर सैयद अहमद खान ने भी विद्रोह के कारणों का विश्लेषण किया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वतंत्रता संग्राम के रूप में स्पष्ट रूप से परिभाषित नहीं किया, बल्कि इसके कारणों पर जोर दिया।
प्रश्न 7: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ किस वायसराय के कार्यकाल में पारित हुआ?
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट 1878 में लॉर्ड लिटन के कार्यकाल में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम का उद्देश्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों पर नियंत्रण रखना था, क्योंकि ब्रिटिश सरकार को डर था कि ये समाचार पत्र राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा दे रहे हैं। इस अधिनियम को ‘गाल-काटुआ’ अधिनियम भी कहा जाता था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड रिपन ने इस अधिनियम को रद्द कर दिया था। लॉर्ड कर्जन 1905 में बंगाल विभाजन के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ने ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) लागू किया था।
प्रश्न 8: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित हुआ?
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कलकत्ता अधिवेशन, 1920
- कराची अधिवेशन, 1931
- लखनऊ अधिवेशन, 1916
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन, 1929 में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसी अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को प्रथम स्वतंत्रता दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। इसने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी।
- गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन, 1920 में असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ था। कराची अधिवेशन, 1931 में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति पर प्रस्ताव पारित हुए थे। लखनऊ अधिवेशन, 1916 कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच ‘लखनऊ पैक्ट’ के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 9: ‘साइमन कमीशन’ का भारत आगमन कब हुआ?
- 1927
- 1928
- 1929
- 1930
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: साइमन कमीशन का भारत आगमन 1928 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह कमीशन 1919 के भारत सरकार अधिनियम के प्रावधानों की जांच के लिए गठित किया गया था। इस कमीशन में कोई भी भारतीय सदस्य न होने के कारण इसका पूरे भारत में व्यापक विरोध हुआ था, जिसके नारे थे ‘साइमन वापस जाओ!’।
- गलत विकल्प: साइमन कमीशन का गठन 1927 में हुआ था, लेकिन इसका भारत आगमन 1928 में हुआ। 1929 में लाहौर अधिवेशन और 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई।
प्रश्न 10: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?
- दिल्ली अधिवेशन, 1947
- रामगढ़ अधिवेशन, 1940
- बम्बई अधिवेशन, 1942
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को बम्बई (अब मुंबई) में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन को भारत से तुरंत समाप्त करवाना था।
- गलत विकल्प: दिल्ली अधिवेशन 1947 में भारत विभाजन के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। रामगढ़ अधिवेशन 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह का प्रस्ताव पारित हुआ। फैजपुर अधिवेशन 1936 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का एकमात्र अधिवेशन था जो किसी गांव (फैजपुर) में आयोजित हुआ था।
प्रश्न 11: मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी क्या थी?
- पाटलिपुत्र
- वैशाली
- राजगृह (गिरिव्रज)
- कौशांबी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी राजगृह (आधुनिक राजगीर) थी, जिसे गिरिव्रज के नाम से भी जाना जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: बिम्बिसार, जो हर्यक वंश का संस्थापक था, ने राजगृह को मगध की राजधानी बनाया। यह चारों ओर से पहाड़ियों से घिरी होने के कारण एक सुरक्षित स्थान था। बाद में, उदयन ने राजधानी को पाटलिपुत्र स्थानांतरित किया।
- गलत विकल्प: पाटलिपुत्र बाद में राजधानी बनी। वैशाली लिच्छवियों की राजधानी थी, जिनसे मगध का युद्ध हुआ। कौशांबी वत्स महाजनपद की राजधानी थी।
प्रश्न 12: ‘हर्षचरित’ के लेखक बाणभट्ट किस शासक के दरबारी कवि थे?
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- हर्षवर्धन
- अशोक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: बाणभट्ट, जिन्होंने ‘हर्षचरित’ (हर्ष का चरित्र) और ‘कादम्बरी’ की रचना की, वे उत्तर भारत के अंतिम महान हिंदू सम्राट हर्षवर्धन (शासनकाल 606-647 ईस्वी) के दरबारी कवि थे।
- संदर्भ और विस्तार: ‘हर्षचरित’ हर्षवर्धन के जीवन और काल का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विवरण प्रदान करती है, जो चीनी यात्री ह्वेन त्सांग के वृत्तांतों के साथ मिलकर हर्षवर्धन के शासनकाल को समझने में मदद करती है।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश के शासक थे, जिनके दरबारी कवि भिन्न थे। अशोक मौर्य वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक था।
प्रश्न 13: चोल साम्राज्य के किस शासक ने गंगा घाटी तक अपनी विजय पताका फहराई थी?
- राजराज प्रथम
- राजेंद्र चोल प्रथम
- कुलोत्तुंग चोल प्रथम
- आदित्य चोल प्रथम
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: राजेंद्र चोल प्रथम (शासनकाल 1014-1044 ईस्वी) ने गंगा घाटी तक अपनी विजय पताका फहराई थी, जिसके कारण उसे ‘गंगईकोंड चोल’ की उपाधि दी गई।
- संदर्भ और विस्तार: राजेंद्र चोल प्रथम ने उत्तर भारत के पाल शासक महिपाल को पराजित किया था। यह चोल साम्राज्य की सबसे बड़ी सैन्य उपलब्धि मानी जाती है, जिसने चोल शक्ति को दक्षिण भारत से परे स्थापित किया।
- गलत विकल्प: राजराज प्रथम एक महान शासक थे जिन्होंने श्रीलंका के उत्तरी भाग पर विजय प्राप्त की थी। कुलोत्तुंग चोल प्रथम और आदित्य चोल प्रथम भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन राजेंद्र चोल प्रथम की सैन्य उपलब्धियां गंगा घाटी तक विस्तृत थीं।
प्रश्न 14: ‘पानीपत का प्रथम युद्ध’ कब हुआ था?
- 1526
- 1556
- 1761
- 1527
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में बाबर ने इब्राहिम लोदी, दिल्ली सल्तनत के अंतिम सुल्तान को हराया था। इस युद्ध ने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी। बाबर ने इस युद्ध में ‘तोपखाने’ (तोप और बारूद) का कुशलतापूर्वक उपयोग किया था।
- गलत विकल्प: 1556 में पानीपत का दूसरा युद्ध (अकबर बनाम हेमू) और 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध (मराठा बनाम अहमद शाह अब्दाली) हुआ था। 1527 में खानवा का युद्ध हुआ था।
प्रश्न 15: ‘आगरा’ शहर की स्थापना किसने की थी?
- सिकंदर लोदी
- इब्राहिम लोदी
- बबर
- अकबर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: आगरा शहर की स्थापना 1504 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत के लोदी वंश के शासक सिकंदर लोदी ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: सिकंदर लोदी ने जौनपुर पर विजय प्राप्त की और अपनी राजधानी को दिल्ली से आगरा स्थानांतरित कर दिया, जिससे आगरा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सैन्य केंद्र बन गया। बाद में, मुगलों ने भी आगरा को अपनी राजधानी बनाया।
- गलत विकल्प: इब्राहिम लोदी सिकंदर लोदी का पुत्र था। बाबर ने भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना की। अकबर ने फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी बनाया था, लेकिन आगरा शहर की स्थापना का श्रेय सिकंदर लोदी को जाता है।
प्रश्न 16: ‘मनसबदारी प्रथा’ किस मुगल सम्राट ने प्रारंभ की थी?
- बाबर
- हुमायूँ
- अकबर
- जहांगीर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मनसबदारी प्रथा को मुगल सम्राट अकबर ने प्रारंभ किया था।
- संदर्भ और विस्तार: मनसबदारी एक ऐसी व्यवस्था थी जिसमें शाही अधिकारी को एक पद (मनसब) प्रदान किया जाता था, जो उसकी रैंक और वेतन निर्धारित करता था। मनसबदार को सैनिकों की एक निश्चित संख्या बनाए रखनी होती थी। यह प्रशासनिक और सैन्य व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने का एक प्रभावी तरीका था।
- गलत विकल्प: बाबर ने मुगल वंश की स्थापना की, लेकिन यह व्यवस्था नहीं की। हुमायूँ और जहांगीर ने भी इसमें कुछ सुधार किए, लेकिन इसकी मूल स्थापना अकबर ने की थी।
प्रश्न 17: ‘तंबाकू’ का भारत में प्रयोग सबसे पहले किस मुगल सम्राट के काल में शुरू हुआ?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: तंबाकू का भारत में प्रयोग सबसे पहले मुगल सम्राट अकबर के काल में शुरू हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: तंबाकू को 17वीं शताब्दी की शुरुआत में पुर्तगालियों द्वारा भारत लाया गया था। अकबर ने इसे पहली बार चखा था। हालांकि, इसके अत्यधिक उपयोग पर बाद में जहांगीर ने प्रतिबंध लगाने का प्रयास किया।
- गलत विकल्प: जहांगीर ने तंबाकू के प्रयोग को हतोत्साहित किया था। शाहजहाँ और औरंगजेब के काल में यह प्रथा जारी रही, लेकिन इसकी शुरुआत अकबर के समय में हुई।
प्रश्न 18: ‘शिवाजी के संरक्षक’ के रूप में किसे जाना जाता है?
- तुकाराम
- रामदास
- समर्थ रामदास
- ज्ञानेश्वर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: समर्थ रामदास को शिवाजी महाराज का आध्यात्मिक गुरु और संरक्षक माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: समर्थ रामदास एक महान संत और कवि थे जिन्होंने शिवाजी को आध्यात्मिक और नैतिक मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने ‘दास बोध’ नामक ग्रंथ की रचना की। शिवाजी ने रामदास की शिक्षाओं से प्रेरित होकर अपनी शक्ति और उद्देश्य को पाया।
- गलत विकल्प: तुकाराम और ज्ञानेश्वर भी महाराष्ट्र के प्रसिद्ध संत थे, लेकिन समर्थ रामदास का शिवाजी के जीवन पर सबसे गहरा प्रभाव था।
प्रश्न 19: ‘प्लासी का युद्ध’ कब हुआ था?
- 1757
- 1761
- 1764
- 1857
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में) और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुआ था। इस युद्ध में मीर जाफर की गद्दारी के कारण सिराजुद्दौला की हार हुई, और इसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की शुरुआत को चिह्नित किया।
- गलत विकल्प: 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था। 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ था, जिसने ब्रिटिश शासन को और मजबूत किया। 1857 का विद्रोह स्वतंत्रता संग्राम था।
प्रश्न 20: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) प्रणाली किसने शुरू की थी?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड वेलेस्ली
- लॉर्ड हेस्टिंग्स
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सहायक संधि प्रणाली को लॉर्ड वेलेस्ली (1798-1805) ने शुरू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस नीति के तहत, भारतीय रियासतें ब्रिटिश सेना को बनाए रखने के लिए भुगतान करती थीं और अपनी विदेशी नीति पर ब्रिटिशों का नियंत्रण स्वीकार करती थीं। बदले में, ब्रिटिश उस रियासत को बाहरी हमलों से सुरक्षा प्रदान करते थे। अवध, हैदराबाद, मैसूर, तंजौर जैसी कई रियासतों ने यह संधि स्वीकार की।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड हेस्टिंग्स ने आंग्ल-नेपाल युद्ध के बाद कुछ रियासतों पर दबाव डाला था, लेकिन वेलेस्ली को इस प्रणाली का जनक माना जाता है।
प्रश्न 21: 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना कहाँ हुई थी?
- लाहौर
- दिल्ली
- ढाका
- कलकत्ता
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना 1906 में ढाका (अब बांग्लादेश की राजधानी) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस लीग की स्थापना आगा खान तृतीय, नवाब वकार-उल-मुल्क और नवाब मोहसिन-उल-मुल्क जैसे नेताओं के नेतृत्व में हुई थी। इसका उद्देश्य ब्रिटिश भारत में मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों और हितों की रक्षा करना था।
- गलत विकल्प: लाहौर, दिल्ली और कलकत्ता भारत के महत्वपूर्ण शहर हैं, लेकिन मुस्लिम लीग की स्थापना ढाका में हुई थी।
प्रश्न 22: ‘भारत का मैकियावेली’ किसे कहा जाता है?
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त मौर्य
- चाणक्य (कौटिल्य)
- अशोक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चाणक्य (जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है) को ‘भारत का मैकियावेली’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: चाणक्य चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधान मंत्री थे और उन्होंने ‘अर्थशास्त्र’ नामक एक प्रभावशाली ग्रंथ लिखा, जिसमें राज्य कला, आर्थिक नीति और सैन्य रणनीति जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई है। मैकियावेली की तरह, चाणक्य ने भी राजनीतिक यथार्थवाद और सत्ता की रणनीति पर जोर दिया।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त एक महान विजेता था, चंद्रगुप्त मौर्य एक शक्तिशाली सम्राट था, और अशोक एक धर्मनिरपेक्ष शासक था। चाणक्य अपनी कूटनीतिक और राजनीतिक सूझबूझ के लिए अद्वितीय हैं।
प्रश्न 23: ‘विश्व इतिहास’ में ‘बास्तील का पतन’ किस क्रांति का प्रतीक है?
- रूसी क्रांति
- अमेरिकी क्रांति
- फ्रांसीसी क्रांति
- औद्योगिक क्रांति
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: बास्तील का पतन 14 जुलाई 1789 को हुआ था और यह फ्रांसीसी क्रांति का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया।
- संदर्भ और विस्तार: बास्तील एक शाही किला और जेल था, जो निरंकुश राजशाही के प्रतीक के रूप में देखा जाता था। जब पेरिस के लोगों ने बास्तील पर धावा बोला और उसे तोड़ दिया, तो यह क्रांति की शुरुआत और राजशाही के अंत का एक शक्तिशाली संकेत था।
- गलत विकल्प: रूसी क्रांति 1917 में हुई थी। अमेरिकी क्रांति 1776 में हुई थी। औद्योगिक क्रांति 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में शुरू हुई और इसका बास्तील के पतन से सीधा संबंध नहीं है।
प्रश्न 24: ‘प्रथम विश्व युद्ध’ का तत्कालिक कारण क्या था?
- जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
- ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
- जापान का पर्ल हार्बर पर हमला
- रूस की क्रांति
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध का तत्कालिक कारण 28 जून 1914 को साराजेवो में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की हत्या थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह हत्या एक सर्बियाई राष्ट्रवादी संगठन ‘ब्लैक हैंड’ के सदस्य गैवरिलो प्रिंसिप द्वारा की गई थी। इस घटना ने यूरोप में राष्ट्रवाद, साम्राज्यवाद और गठबंधन प्रणालियों के जटिल जाल को सक्रिय कर दिया, जिससे प्रथम विश्व युद्ध छिड़ गया।
- गलत विकल्प: जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना। जापान का पर्ल हार्बर पर हमला द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका के युद्ध में प्रवेश का कारण बना। रूस की क्रांति 1917 में हुई और यह प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ही हुई, न कि उसका कारण।
प्रश्न 25: ‘भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत’ किसे माना जाता है?
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राम मोहन राय
- दयानंद सरस्वती
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: राजा राम मोहन राय को ‘भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत’ और ‘आधुनिक भारत का जनक’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: राजा राम मोहन राय ने 19वीं शताब्दी में समाज सुधारों की शुरुआत की। उन्होंने सती प्रथा के उन्मूलन, बाल विवाह के विरोध और स्त्री शिक्षा के समर्थन जैसे आंदोलनों का नेतृत्व किया। उन्होंने ब्रह्म समाज की भी स्थापना की, जिसने एकेश्वरवाद और सामाजिक सुधार पर जोर दिया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद एक महान सुधारक और दार्शनिक थे। दयानंद सरस्वती ने ‘आर्य समाज’ की स्थापना की और ‘बैक टू वेदास’ का नारा दिया। ईश्वर चंद्र विद्यासागर शिक्षा और स्त्री उद्धार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया। हालांकि, राजा राम मोहन राय को इन सुधारों के मार्गदर्शक के रूप में देखा जाता है।