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इतिहास की गहराई में गोता लगाएँ: अपनी तैयारी को परखें!

इतिहास की गहराई में गोता लगाएँ: अपनी तैयारी को परखें!

तैयार हो जाइए इतिहास के महासागर में एक रोमांचक यात्रा के लिए! आज की प्रश्नोत्तरी आपको प्राचीन भारत की सभ्यताओं से लेकर आधुनिक युग के निर्णायक मोड़ों तक ले जाएगी। क्या आप अपनी ऐतिहासिक समझ की धार को तेज करने और परीक्षा के लिए अपनी तैयारियों को मजबूत करने के लिए तैयार हैं? आइए, अपने ज्ञान की परीक्षा लें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल अपने उन्नत जल निकासी प्रणाली के लिए जाना जाता है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो (सिंधी में ‘मृतकों का टीला’) अपनी सुव्यवस्थित नगर योजना और विशेष रूप से अपनी अविश्वसनीय रूप से उन्नत जल निकासी प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ बड़े और छोटे दोनों तरह के नाले थे, जो इमारतों से अपशिष्ट जल को मुख्य सड़कों के नीचे बने बड़े मुख्य सीवर में ले जाते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली में ईंटों से ढके हुए गलियों के नीचे बने नालियों का जाल शामिल था, जो शहरी जीवन की स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति उनके गहरे विचारों को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, मोहनजोदड़ो में ‘ग्रेट बाथ’ (महास्नान) भी एक महत्वपूर्ण संरचना है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा भी एक महत्वपूर्ण स्थल है जिसमें जल निकासी व्यवस्था थी, लेकिन मोहनजोदड़ो अपनी प्रणाली की व्यापकता और भव्यता के लिए अधिक विख्यात है। लोथल एक बंदरगाह शहर था और कालीबंगन भूकंपीय गतिविधियों के साक्ष्य के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद जादू-टोना, मंत्रों और बलिदानों से संबंधित है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अथर्ववेद, चारों वेदों में से अंतिम, में जादू-टोना, वशीकरण, चिकित्सा, शुभ-अशुभ की धारणाओं और दैनिक जीवन से जुड़े मंत्रों का वर्णन है। इसमें रोग निवारण और समृद्धि प्राप्ति के उपाय भी बताए गए हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: अथर्ववेद को ‘ब्रह्मवेद’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें भलाई और रोग-मुक्ति के लिए अनुष्ठान और कर्मकांड हैं। यह उस समय के लोगों के विश्वासों और अंधविश्वासों का एक अनूठा चित्रण प्रस्तुत करता है।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें स्तुतियाँ हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के मंत्र और अनुष्ठान हैं, जबकि सामवेद में यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्र हैं।

प्रश्न 3: सिकंदर महान ने किस भारतीय शासक को झेलम नदी के तट पर पराजित किया था?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. पोरस
  3. धनानंद
  4. अभिषार

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 326 ईसा पूर्व में, सिकंदर महान ने झेलम नदी (जिसे यूनानी ‘हाइडैस्पेस’ कहते थे) के तट पर पोरस (जिसे यूनानी ‘पोरोस’ कहते थे) के साथ प्रसिद्ध झेलम का युद्ध लड़ा था।
  • संदर्भ और विस्तार: पोरस ने सिकंदर का बहादुरी से सामना किया, लेकिन अंततः सिकंदर विजयी हुआ। सिकंदर पोरस की वीरता से इतना प्रभावित हुआ कि उसने उसे अपना राज्य वापस कर दिया और उसे एक सहयोगी के रूप में अपने साथ रखा।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने बाद में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की और मगध पर शासन किया। धनानंद नंद वंश का अंतिम शासक था जिसे चंद्रगुप्त मौर्य ने उखाड़ फेंका था। अभिषार झेलम के पास का एक क्षेत्र था।

प्रश्न 4: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. महान सैन्य विजयों के कारण
  2. कला, साहित्य और विज्ञान के उत्कृष्ट विकास के कारण
  3. व्यापक विदेशी व्यापार के कारण
  4. लोकतांत्रिक शासन प्रणाली की स्थापना के कारण

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों ने इस काल में रचनाएँ कीं। आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञों ने दशमलव प्रणाली और शून्य की अवधारणा को विकसित किया। गुप्त शासकों के संरक्षण में अजंता की गुफाओं की चित्रकला और साँची स्तूप का विस्तार जैसे कार्य हुए।
  • गलत विकल्प: हालांकि गुप्त शासकों ने साम्राज्य का विस्तार किया, लेकिन यह काल मुख्य रूप से अपनी सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियों के लिए जाना जाता है, न कि केवल सैन्य विजयों के लिए।

प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत की स्थापना किसने की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. कुतुबुद्दीन ऐबक
  3. रजिया सुल्तान
  4. बलबन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: दिल्ली सल्तनत की स्थापना 1206 ईस्वी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने की थी, जो मुहम्मद गोरी का एक गुलाम और सेनापति था। उसने गुलाम वंश (या मामलुक वंश) की नींव रखी।
  • संदर्भ और विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक को ‘लाख बख्श’ (लाखों का दान देने वाला) भी कहा जाता था। उसने दिल्ली में कुतुब मीनार का निर्माण शुरू करवाया था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ऐबक का दामाद और उत्तराधिकारी था जिसने सल्तनत को मजबूत किया। रजिया सुल्तान दिल्ली सल्तनत की पहली और अंतिम महिला शासक थी, और बलबन एक शक्तिशाली शासक था जिसने ‘लौह और रक्त’ की नीति अपनाई थी।

प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्णदेवराय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय प्रथम
  4. सैयदाली

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर शहर की स्थापना की।
  • संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य अपनी समृद्ध संस्कृति, वास्तुकला, साहित्य और व्यापार के लिए जाना जाता था। विजयनगर ने दक्षिण भारत में इस्लामी आक्रमणों का सफलतापूर्वक प्रतिरोध किया। कृष्णदेवराय इस वंश के सबसे प्रसिद्ध शासकों में से एक थे।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेवराय संगम वंश के बाद तुलुव वंश के सबसे महान शासक थे। देवराय प्रथम भी एक महत्वपूर्ण शासक थे। सैयदाली एक अलग व्यक्ति थे।

प्रश्न 7: ‘मनसबदारी प्रथा’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘मनसबदारी प्रथा’ मुगल साम्राज्य की प्रशासनिक और सैन्य व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जिसकी शुरुआत सम्राट अकबर ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: मनसबदारों को राज्य की सेवा में घुड़सवारों की एक निश्चित संख्या बनाए रखने की आवश्यकता होती थी। यह व्यवस्था सैनिकों की भर्ती, वेतन भुगतान और सैन्य इकाइयों के संगठन को नियंत्रित करती थी। मनसबों को ‘जात’ (व्यक्तिगत स्थिति) और ‘सवार’ (घुड़सवारों की संख्या) के आधार पर वर्गीकृत किया जाता था।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने मनसबदारी प्रणाली को जारी रखा और उसमें कुछ संशोधन किए, लेकिन इसके मूल विचार और स्थापना का श्रेय अकबर को ही जाता है।

प्रश्न 8: गुरु नानक देव जी का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

  1. 1469 ईस्वी, अमृतसर
  2. 1469 ईस्वी, तलवंडी
  3. 1539 ईस्वी, करतारपुर
  4. 1504 ईस्वी, खुदुर

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल 1469 ईस्वी को वर्तमान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित तलवंडी नामक स्थान पर हुआ था, जिसे अब ‘ननकाना साहिब’ के नाम से जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: गुरु नानक देव ने ‘एक ओंकार’ (ईश्वर एक है) का संदेश दिया और सभी मनुष्यों की समानता पर जोर दिया। उन्होंने ‘लंगर’ (सामुदायिक रसोई) की प्रथा शुरू की, जहाँ सभी लोग एक साथ भोजन करते हैं।
  • गलत विकल्प: अमृतसर की स्थापना गुरु रामदास जी ने की थी। करतारपुर वह स्थान है जहाँ गुरु नानक देव जी ने अपना जीवन बिताया और निधन हुआ। खुदुर साहिब गुरु अंगद देव जी का निवास स्थान था।

प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1857 के भारतीय विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था। विद्रोह के बाद, 1858 में कंपनी शासन का अंत हुआ और भारत सीधे ब्रिटिश ताज के अधीन आ गया, जिसके साथ ही लॉर्ड कैनिंग भारत के प्रथम वायसराय बने।
  • संदर्भ और विस्तार: कैनिंग को विद्रोह के दमन और उसके बाद की प्रशासनिक सुधारों को लागू करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने विद्रोह के दौरान भारतीय सिपाहियों और आम लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने का प्रयास भी किया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी 1857 के विद्रोह से ठीक पहले गवर्नर-जनरल थे और उनकी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) को विद्रोह के कारणों में से एक माना जाता है। लॉर्ड लिटन और लॉर्ड कर्जन बाद के वायसराय थे।

प्रश्न 10: ‘संथाल विद्रोह’ कब हुआ था?

  1. 1831-32
  2. 1855-56
  3. 1879-80
  4. 1899-1900

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: संथाल विद्रोह, जो ब्रिटिश नीतियों और स्थानीय साहूकारों और जमींदारों द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ एक बड़ा आदिवासी विद्रोह था, 1855-56 में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विद्रोह का नेतृत्व सिद्धू और कान्हू नामक दो भाइयों ने किया था। संथालों ने यह घोषणा की थी कि वे कंपनी के शासन को समाप्त कर देंगे। यह विद्रोह कई महीनों तक चला और अंततः ब्रिटिश सेना द्वारा क्रूरतापूर्वक दबा दिया गया।
  • गलत विकल्प: 1831-32 में कोल विद्रोह हुआ था। 1879-80 में पावना रैयत विद्रोह और 1899-1900 में मुंडा विद्रोह (बिरसा मुंडा के नेतृत्व में) हुए थे।

प्रश्न 11: 1905 में बंगाल के विभाजन की घोषणा किस वायसराय ने की थी?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड कर्जन
  4. लॉर्ड मिंटो द्वितीय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1905 में बंगाल के विभाजन की घोषणा तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कर्जन ने की थी। हालांकि उन्होंने विभाजन का कारण प्रशासनिक सुविधा बताया था, लेकिन इसे अक्सर ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के रूप में देखा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विभाजन ने बड़े पैमाने पर स्वदेशी आंदोलन और बहिष्कार आंदोलन को जन्म दिया, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। विभाजन को 1911 में रद्द कर दिया गया था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी और लॉर्ड कैनिंग पहले के वायसराय थे। लॉर्ड मिंटो द्वितीय ने 1909 में मार्ले-मिंटो सुधारों की घोषणा की थी।

प्रश्न 12: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?

  1. 1913, कनाडा
  2. 1915, संयुक्त राज्य अमेरिका
  3. 1917, रूस
  4. 1920, जर्मनी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी। लाला हरदयाल इसके प्रमुख नेताओं में से एक थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी उन भारतीय अप्रवासियों द्वारा स्थापित की गई थी जो भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना चाहते थे। पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक साप्ताहिक समाचार पत्र प्रकाशित किया, जिसने देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दिया।
  • गलत विकल्प: हालांकि पार्टी के सदस्य संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा दोनों में सक्रिय थे, लेकिन इसकी स्थापना का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था और वर्ष 1913 था।

प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन जलियाँवाला बाग हत्याकांड से संबंधित है?

  1. जनरल डायर
  2. लॉर्ड कर्जन
  3. एम.के. गांधी
  4. सरदार पटेल

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग में निहत्थे भारतीयों की भीड़ पर गोलियाँ चलाने का आदेश देने वाले व्यक्ति ब्रिगेडियर-जनरल रेजिनाल्ड डायर थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इस जघन्य हत्याकांड में सैकड़ों निर्दोष लोग मारे गए थे। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और इसने ब्रिटिश राज के प्रति आक्रोश को और बढ़ा दिया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन बंगाल विभाजन से संबंधित थे। एम.के. गांधी (महात्मा गांधी) स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे और उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की। सरदार पटेल भी स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नेता थे।

प्रश्न 14: ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) कब शुरू हुआ था?

  1. 1920
  2. 1925
  3. 1930
  4. 1942

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम से दांडी तक ऐतिहासिक ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) की शुरुआत की।
  • संदर्भ और विस्तार: इस मार्च का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कानून का विरोध करना था। 6 अप्रैल 1930 को दांडी पहुँचकर गांधीजी ने समुद्र तट पर नमक बनाकर कानून तोड़ा, जिससे सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन, 1925 में चौरी-चौरा कांड हुआ, और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन हुआ।

प्रश्न 15: भारत के विभाजन के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष कौन थे?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. जे.बी. कृपलानी
  4. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ और उसका विभाजन हुआ, तब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष आचार्य जे.बी. कृपलानी थे।
  • संदर्भ और विस्तार: स्वतंत्रता के समय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में, कृपलानी ने विभाजन की उथल-पुथल को संभाला। उन्होंने महात्मा गांधी के सिद्धांतों का पालन किया और राष्ट्रीय एकता पर जोर दिया।
  • गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। सरदार पटेल भारत के उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद स्वतंत्रता के समय शिक्षा मंत्री थे।

प्रश्न 16: ‘आज़ाद हिंद फ़ौज’ का गठन किसने किया था?

  1. भगत सिंह
  2. सुभाष चंद्र बोस
  3. मोहन सिंह
  4. मंगल पांडे

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘आज़ाद हिंद फ़ौज’ (Indian National Army – INA) का गठन मुख्य रूप से कैप्टन मोहन सिंह ने किया था, लेकिन बाद में इसे सुभाष चंद्र बोस ने पुनर्गठित किया और इसका नेतृत्व किया।
  • संदर्भ और विस्तार: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, सुभाष चंद्र बोस ने दक्षिण पूर्व एशिया में भारतीय युद्धबंदियों को संगठित कर आज़ाद हिंद फ़ौज का निर्माण किया, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त कराना था।
  • गलत विकल्प: भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे। मोहन सिंह ने इसके प्रारंभिक गठन में भूमिका निभाई थी, लेकिन बोस के नेतृत्व में यह एक बड़ा सैन्य संगठन बना। मंगल पांडे 1857 के विद्रोह के अग्रदूत थे।

प्रश्न 17: किस भारतीय वायसराय के कार्यकाल में ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ पारित हुआ था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड लिटन
  3. लॉर्ड रिपन
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ 1878 में लॉर्ड लिटन के कार्यकाल के दौरान पारित किया गया था। इस अधिनियम का उद्देश्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों पर सख्त नियंत्रण लगाना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम के तहत, सरकारों को भारतीय समाचार पत्रों को प्रकाशित होने से रोकने या सामग्री को पूर्व-सेंसर करने का अधिकार दिया गया था, विशेषकर उन पर जो ब्रिटिश विरोधी भावनाओं को बढ़ावा देते थे। यह अधिनियम भारतीयों के बीच अत्यधिक अलोकप्रिय था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी का कार्यकाल पहले था। लॉर्ड रिपन ने बाद में इस अधिनियम को रद्द कर दिया था, जिसके लिए उन्हें ‘मुक्तिदाता’ भी कहा जाता है। लॉर्ड कर्जन का कार्यकाल बाद में आया।

प्रश्न 18: ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?

  1. बाल गंगाधर तिलक
  2. गोपाल कृष्ण गोखले
  3. लाला लाजपत राय
  4. एम.जी. रानाडे

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना 1905 में गोपाल कृष्ण गोखले ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत की सेवा और राष्ट्र-निर्माण के लिए समर्पित भारतीयों का एक समूह तैयार करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस सोसाइटी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुधारों के क्षेत्र में काम किया। गोखले महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु माने जाते थे।
  • गलत विकल्प: बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय और एम.जी. रानाडे भी प्रमुख समाज सुधारक और राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन इस विशेष संस्था की स्थापना गोखले ने की थी।

प्रश्न 19: ‘कुतुब मीनार’ का निर्माण किसने पूरा करवाया था?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: दिल्ली में स्थित कुतुब मीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया था, लेकिन इसे इल्तुतमिश ने पूरा करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: कुतुब मीनार को ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की याद में बनवाया गया था। बाद में, फिरोजशाह तुगलक ने बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हुए ऊपरी मंजिलों की मरम्मत करवाई थी।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने नींव रखी, लेकिन उसकी मृत्यु से पहले इसका निर्माण पूरा नहीं हो पाया था। अलाउद्दीन खिलजी ने अपनी मीनार बनवाने का प्रयास किया था, लेकिन वह अधूरा रहा। फिरोजशाह तुगलक ने मरम्मत का कार्य किया था।

प्रश्न 20: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल बादशाह ने की थी?

  1. बाबर
  2. हुमायूँ
  3. अकबर
  4. जहाँगीर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वरीय धर्म) नामक एक नए धर्म की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने 1582 में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह अकबर द्वारा विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर चलाया गया एक समन्वयात्मक धार्मिक-सामाजिक आंदोलन था, जिसका उद्देश्य सभी धर्मों के अनुयायियों को एक सूत्र में पिरोना था। हालांकि, यह बड़े पैमाने पर सफल नहीं हो सका और इसे केवल कुछ ही लोगों ने अपनाया।
  • गलत विकल्प: बाबर, हुमायूँ और जहाँगीर ने इस प्रकार के किसी धर्म की शुरुआत नहीं की थी।

प्रश्न 21: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ कब से कब तक चला?

  1. 1914-1918
  2. 1939-1945
  3. 1941-1944
  4. 1935-1940

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 को शुरू हुआ जब जर्मनी ने पोलैंड पर आक्रमण किया, और यह 2 सितंबर 1945 को समाप्त हुआ जब जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध इतिहास का सबसे घातक संघर्ष था, जिसमें मित्र राष्ट्र (जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, सोवियत संघ, फ्रांस, चीन) और धुरी राष्ट्र (जैसे जर्मनी, इटली, जापान) शामिल थे। इससे वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव आए।
  • गलत विकल्प: 1914-1918 प्रथम विश्व युद्ध की अवधि थी। अन्य विकल्प द्वितीय विश्व युद्ध की अवधि के भीतर नहीं आते हैं।

प्रश्न 22: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ कब हुई थी?

  1. 1776
  2. 1789
  3. 1815
  4. 1848

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई और यह फ्रांस के इतिहास में एक निर्णायक दौर था, जिसने राजशाही को समाप्त कर दिया और गणतंत्र की स्थापना की।
  • संदर्भ और विस्तार: क्रांति की शुरुआत बैस्टिल के पतन के साथ हुई। इसने ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के विचारों को बढ़ावा दिया और दुनिया भर में राजनीतिक आंदोलनों को प्रेरित किया।
  • गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष था। 1815 में वाटरलू का युद्ध हुआ जिसने नेपोलियन के युग का अंत किया। 1848 यूरोप में क्रांतियों का वर्ष था।

प्रश्न 23: ‘गुलाम वंश’ का संस्थापक कौन था?

  1. इल्तुतमिश
  2. रुकनुद्दीन फिरोज
  3. कुतुबुद्दीन ऐबक
  4. बलबन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गुलाम वंश (मामलुक वंश) का संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक था। इसने 1206 में दिल्ली सल्तनत की स्थापना की।
  • संदर्भ और विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक मुहम्मद गोरी का एक वफादार गुलाम और सेनापति था। दिल्ली सल्तनत के शुरुआती शासकों में से कई गुलाम थे, इसलिए इस वंश को गुलाम वंश कहा जाता है।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश गुलाम वंश का सबसे महान शासकों में से एक था और ऐबक का उत्तराधिकारी था। रुकनुद्दीन फिरोज इल्तुतमिश का अल्पकालिक उत्तराधिकारी था। बलबन गुलाम वंश का एक और महत्वपूर्ण शासक था।

प्रश्न 24: ‘प्लासी का युद्ध’ कब लड़ा गया था?

  1. 1757
  2. 1764
  3. 1761
  4. 1789

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को लड़ा गया था। यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला की सेना के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व वाली कंपनी की सेना ने विश्वासघात (मुख्यतः मीर जाफ़र द्वारा) का लाभ उठाकर जीत हासिल की। इस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव रखी और भारत पर ब्रिटिश शासन का मार्ग प्रशस्त किया।
  • गलत विकल्प: 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ था, जो प्लासी के युद्ध के बाद ब्रिटिश प्रभुत्व को और मजबूत करने वाला एक निर्णायक युद्ध था। 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था।

प्रश्न 25: ‘राजतरंगिणी’ के लेखक कौन हैं, जिसमें कश्मीर का इतिहास वर्णित है?

  1. बाणभट्ट
  2. कल्हण
  3. विशाखदत्त
  4. पाणिनि

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘राजतरंगिणी’ (जिसका अर्थ है ‘राजाओं की नदी’) के लेखक कल्हण हैं। यह एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक ग्रंथ है जो कश्मीर के राजाओं के इतिहास का वर्णन करता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 12वीं शताब्दी में लिखी गई थी और इसे भारतीय साहित्य में ऐतिहासिक कार्यों के सबसे अच्छे उदाहरणों में से एक माना जाता है। इसमें कश्मीर के शासकों के वंशानुक्रम, उनकी नीतियों और घटनाओं का विस्तृत विवरण है।
  • गलत विकल्प: बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे जिन्होंने ‘हर्षचरित’ लिखी। विशाखदत्त ने ‘मुद्राराक्षस’ नामक नाटक लिखा। पाणिनि संस्कृत व्याकरण के महान विद्वान थे जिन्होंने ‘अष्टाध्यायी’ लिखी।

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