इतिहास की गहराई में गोता लगाएँ: आज का अंतिम अभ्यास
तैयारी के इस रोमांचक सफ़र में आपका स्वागत है! आज हम समय के गलियारों से गुज़रते हुए इतिहास के उन महत्वपूर्ण पलों और व्यक्तित्वों को खंगालेंगे जिन्होंने दुनिया को आकार दिया है। अपनी ऐतिहासिक समझ को परखने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि ये 25 प्रश्न आपकी परीक्षा की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगे!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सिंधु घाटी सभ्यता के संदर्भ में सही है?
- यह सभ्यता मुख्य रूप से कांस्य युग की थी।
- सबसे प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल मोहनजोदड़ो वर्तमान उत्तर प्रदेश में स्थित था।
- यहां के लोग लोहे का व्यापक रूप से उपयोग करते थे।
- इस सभ्यता में कोई भी शहरी नियोजन नहीं था।
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 2600-1900 ईसा पूर्व) कांस्य युग की एक परिपक्व शहरी सभ्यता थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस सभ्यता में धातु विज्ञान का विकास हुआ, विशेष रूप से कांस्य (तांबा और टिन का मिश्रण) के औजारों और हथियारों का निर्माण। मोहनजोदड़ो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित था। इस सभ्यता की एक प्रमुख विशेषता इसका उन्नत शहरी नियोजन था, जिसमें ग्रिड पैटर्न वाली सड़कें, जल निकासी व्यवस्था और सुनियोजित घर शामिल थे। वे लोहे का उपयोग नहीं करते थे, जो बाद के काल की विशेषता है।
- गलत विकल्प: विकल्प (b) गलत है क्योंकि मोहनजोदड़ो पाकिस्तान में था। विकल्प (c) गलत है क्योंकि वे लोहे का प्रयोग नहीं करते थे। विकल्प (d) गलत है क्योंकि शहरी नियोजन इसकी एक पहचान थी।
प्रश्न 2: ‘अष्टाध्यायी’ नामक प्रसिद्ध ग्रंथ के लेखक कौन हैं, जिसने संस्कृत व्याकरण के नियमों को व्यवस्थित किया?
- कौटिल्य
- पाणिनि
- कालिदास
- पतंजलि
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अष्टाध्यायी’ महर्षि पाणिनि द्वारा ईसा पूर्व 5वीं या 4थी शताब्दी में रचित एक अत्यंत महत्वपूर्ण संस्कृत व्याकरण ग्रंथ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ केवल व्याकरणिक नियमों का संकलन मात्र नहीं है, बल्कि यह प्राचीन भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक जीवन पर भी प्रकाश डालता है। इसमें लगभग 4000 सूत्र हैं जो ध्वनियों, शब्दों और वाक्यों के निर्माण के नियमों को विस्तार से बताते हैं।
- गलत विकल्प: कौटिल्य ‘अर्थशास्त्र’ के लेखक थे, कालिदास महान कवि और नाटककार थे, और पतंजलि ने ‘योगसूत्र’ और ‘महाभाष्य’ की रचना की थी।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक संश्लेषित धर्म की शुरुआत की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक अनूठा प्रयास था जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर एक ऐसा मार्ग बनाना था जो सभी को स्वीकार्य हो। इसमें यहूदी, ईसाई, इस्लाम, हिंदू, पारसी और बौद्ध धर्म के सिद्धांतों का मिश्रण था। हालाँकि, यह व्यापक रूप से लोकप्रिय नहीं हुआ और केवल कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने अकबर की इस धार्मिक नीति का अनुसरण नहीं किया; बल्कि औरंगजेब ने धार्मिक असहिष्णुता की नीति अपनाई थी।
प्रश्न 4: ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा निम्नलिखित में से किस भारतीय प्रधानमंत्री से जुड़ा है?
- जवाहरलाल नेहरू
- इंदिरा गांधी
- नरेंद्र मोदी
- मनमोहन सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा वर्तमान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजनीतिक अभियानों और सरकारी नीतियों के संचार में प्रमुखता से उपयोग किया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा सरकार की समावेशी विकास की नीति को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों और समुदायों को विकास के लाभों में समान रूप से शामिल करना है। इसे अक्सर सरकार की सामाजिक और आर्थिक पहलों के लिए एक छत्र के रूप में देखा जाता है।
- गलत विकल्प: अन्य उल्लिखित प्रधानमंत्रियों के अपने-अपने प्रमुख नारे और राजनीतिक विचारधाराएँ थीं, लेकिन ‘सबका साथ, सबका विकास’ विशेष रूप से नरेंद्र मोदी से जुड़ा है।
प्रश्न 5: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण क्या था?
- जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
- ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
- रूस की क्रांति
- जापान का पर्ल हार्बर पर हमला
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) का तात्कालिक कारण 28 जून, 1914 को साराजेवो में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की हत्या थी।
- संदर्भ और विस्तार: हत्या गवरिलो प्रिंसिप नामक एक बोस्नियाई सर्ब राष्ट्रवादी ने की थी। इस घटना ने यूरोप में पहले से मौजूद तनावों को भड़का दिया, जिसमें राष्ट्रवाद, साम्राज्यवाद, सैन्यवाद और गठबंधन प्रणाली (जैसे ट्रिपल एलायंस और ट्रिपल एंटेंटे) शामिल थे। ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया पर युद्ध की घोषणा की, जिसके बाद गठबंधन प्रणालियों के कारण यूरोप की प्रमुख शक्तियाँ एक-दूसरे के खिलाफ युद्ध में शामिल हो गईं।
- गलत विकल्प: विकल्प (a) द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना। विकल्प (c) रूसी क्रांति प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हुई लेकिन युद्ध का कारण नहीं थी। विकल्प (d) पर्ल हार्बर पर हमला द्वितीय विश्व युद्ध से संबंधित है।
प्रश्न 6: मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
- अशोक
- बिंदुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य
- बृहद्रथ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मौर्य वंश का संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य था, जिसने लगभग 322 ईसा पूर्व में नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को उखाड़ फेंका था।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य (कौटिल्य) की मदद से एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की, जिसका विस्तार वर्तमान अफगानिस्तान से लेकर दक्षिण भारत तक था। उसने अपनी राजधानी पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना) बनाई। उसके शासनकाल में ही चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन धर्म अपनाया और अंततः संथारा (उपवास द्वारा मृत्यु) के माध्यम से अपना जीवन समाप्त किया।
- गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र और उत्तराधिकारी था, अशोक बिंदुसार का पुत्र था (जो अपने शासनकाल के कारण अधिक प्रसिद्ध है), और बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।
प्रश्न 7: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन हैं, जो एक प्रभावशाली सुधारवादी ग्रंथ है?
- स्वामी विवेकानंद
- रामकृष्ण परमहंस
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राम मोहन राय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक स्वामी दयानंद सरस्वती हैं, जो एक प्रमुख समाज सुधारक और आर्य समाज के संस्थापक थे।
- संदर्भ और विस्तार: 1875 में प्रकाशित यह पुस्तक वेदों की ओर लौटो के नारे के साथ, हिंदू धर्म की तत्कालीन कुरीतियों, जैसे बाल विवाह, जाति प्रथा और मूर्ति पूजा की आलोचना करती है। यह पुस्तक ईसाई और इस्लामी विचारों का भी खंडन करती है और वेदों को ज्ञान का अंतिम स्रोत मानती है।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे, रामकृष्ण परमहंस विवेकानंद के गुरु थे, और राजा राम मोहन राय ब्रह्म समाज के संस्थापक थे।
प्रश्न 8: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दास विभाग) की स्थापना की थी?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- फिरोज शाह तुगलक
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फिरोज शाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388) ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक विभाग की स्थापना की थी, जो गुलामों (बंदगान) की देखभाल और प्रबंधन के लिए था।
- संदर्भ और विस्तार: फिरोज शाह तुगलक ने बड़ी संख्या में गुलामों को सेना और प्रशासन में नियुक्त किया और उनके कल्याण के लिए इस विभाग का गठन किया। उसने अन्य सार्वजनिक कल्याणकारी कार्यों जैसे नहरों का निर्माण, अस्पतालों की स्थापना (दार-उल-शफा) और रोजगार ब्यूरो की भी शुरुआत की।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (40 सरदारों का समूह) की स्थापना की, बलबन ने राजत्व के दैवीय सिद्धांत का प्रतिपादन किया, और अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की।
प्रश्न 9: फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत किस वर्ष हुई?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1799
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत 1789 में हुई थी, जिसका सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक 14 जुलाई, 1789 को बैस्टिल के पतन को माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह क्रांति फ्रांसीसी समाज में व्याप्त असमानता, आर्थिक संकट और राजशाही की निरंकुशता के खिलाफ एक जन विद्रोह थी। इस क्रांति के परिणामस्वरूप राजा लुई सोलहवें को सत्ता से बेदखल किया गया और ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के नारे ने पूरे यूरोप को प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है, 1799 में नेपोलियन बोनापार्ट फ्रांस का शासक बना, और 1815 में नेपोलियन का पतन हुआ और वियना कांग्रेस हुई।
प्रश्न 10: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई?
- 1336 ईस्वी
- 1565 ईस्वी
- 1290 ईस्वी
- 1025 ईस्वी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुकका प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई वारंगल के काकतीय वंश के सामंत थे और उन्होंने तुर्की आक्रमण के बाद दक्षिण भारत में अपनी सत्ता स्थापित की। यह साम्राज्य अपनी कला, संस्कृति, वास्तुकला और व्यापार के लिए प्रसिद्ध था, और इसका सबसे प्रसिद्ध शासक कृष्ण देवराय था। 1565 में तालीकोटा के युद्ध में इसकी हार हुई।
- गलत विकल्प: 1565 तालीकोटा के युद्ध का वर्ष है, जबकि 1290 दिल्ली सल्तनत में खिलजी वंश की स्थापना का वर्ष है।
प्रश्न 11: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा?
- कार्ल मार्क्स
- लॉर्ड कैनिंग
- सर जॉन लॉरेंस
- जेम्स आउट्राम
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: कार्ल मार्क्स ने 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ के रूप में वर्णित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: कार्ल मार्क्स, एक प्रसिद्ध दार्शनिक और अर्थशास्त्री, ने अपने लेखों में इस विद्रोह का विश्लेषण किया और इसे ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ भारतीय लोगों के प्रतिरोध के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा। उन्होंने इसे साम्राज्यवादी शासन के खिलाफ एक राष्ट्रीय विद्रोह के रूप में चित्रित किया, भले ही इसके विभिन्न कारण और चरित्र थे।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग उस समय भारत के गवर्नर-जनरल थे, सर जॉन लॉरेंस और जेम्स आउट्राम ब्रिटिश अधिकारी थे जिन्होंने इस विद्रोह की प्रकृति पर अलग-अलग विचार रखे थे, लेकिन इसे प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम कहने वाले कार्ल मार्क्स थे।
प्रश्न 12: बौद्ध धर्म की पहली संगति (परिषद) कहाँ आयोजित की गई थी?
- वैशाली
- राजगृह
- पाटलिपुत्र
- कुशीनगर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: बौद्ध धर्म की पहली संगति (परिषद) का आयोजन राजगृह (राजगीर) में ईसा पूर्व 483 में मगध के राजा अजातशत्रु के संरक्षण में किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस परिषद की अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं (त्रिपिटक) को संकलित करना और भिक्षुओं के बीच अनुशासन बनाए रखना था, विशेष रूप से बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद।
- गलत विकल्प: वैशाली में दूसरी, पाटलिपुत्र में तीसरी और कुशीनगर में बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था।
प्रश्न 13: ‘संथाल विद्रोह’ का नेतृत्व किसने किया था?
- बिरसा मुंडा
- तिलक माझी
- सिधू और कान्हू
- रघुनाथ महतो
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1855-56 के संथाल विद्रोह का नेतृत्व सिद्धू मुर्मू और कान्हू मुर्मू नामक दो भाइयों ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह मुख्य रूप से ब्रिटिश शासन, साहूकारों और जमींदारों द्वारा संथाल समुदाय के शोषण के खिलाफ था। संथालों ने अपनी भूमि, स्वायत्तता और सामाजिक व्यवस्था को पुनः प्राप्त करने की मांग की। यह ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सबसे बड़े आदिवासी विद्रोहों में से एक था।
- गलत विकल्प: बिरसा मुंडा का संबंध छोटानागपुर क्षेत्र के ‘उलगुलान’ विद्रोह से है, तिलक माझी और रघुनाथ महतो ने भी विभिन्न समयों पर ब्रिटिश विरोधी आंदोलन में भूमिका निभाई थी।
प्रश्न 14: निम्नलिखित में से कौन सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
- जहांगीर – विलियम हॉकिंस
- अकबर – सर थॉमस रो
- शाहजहाँ – पीटर मुंडी
- औरंगजेब – बर्नियर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सर थॉमस रो मुगल सम्राट जहाँगीर के दरबार में आया था, न कि अकबर के।
- संदर्भ और विस्तार: विलियम हॉकिंस जहाँगीर के दरबार में पहले अंग्रेजी राजदूत के रूप में आया था। पीटर मुंडी शाहजहाँ के शासनकाल में भारत आया था, और फ्रांस्वा बर्नियर औरंगजेब के शासनकाल में भारत आया था और उसने अपनी यात्राओं का विस्तृत विवरण लिखा था।
- गलत विकल्प: केवल युग्म (b) गलत सुमेलित है।
प्रश्न 15: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना कब और कहाँ हुई?
- 1885, कलकत्ता
- 1885, बम्बई
- 1905, कलकत्ता
- 1906, लाहौर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को बम्बई (अब मुंबई) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसके संस्थापक ए.ओ. ह्यूम नामक एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी थे। पहले अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका प्रारंभिक उद्देश्य भारतीयों के लिए राजनीतिक मंच प्रदान करना था, हालांकि यह धीरे-धीरे स्वतंत्रता आंदोलन का प्रमुख संगठन बन गया।
- गलत विकल्प: कलकत्ता (कोलकाता) कांग्रेस का एक महत्वपूर्ण शहर था, लेकिन स्थापना बम्बई में हुई थी। 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ और 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई।
प्रश्न 16: प्राचीन भारत में ‘वणिक’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता था?
- योद्धा
- किसान
- व्यापारी
- पुजारी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्राचीन भारतीय ग्रंथों में ‘वणिक’ शब्द का प्रयोग व्यापारी वर्ग के लिए किया जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: ‘वणिक’ शब्द संस्कृत के ‘वणिज’ से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ है व्यापार या वाणिज्य। वणिक लोग व्यापार, वाणिज्य और विनिमय गतिविधियों में संलग्न थे और भारतीय समाज की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।
- गलत विकल्प: योद्धा क्षत्रिय वर्ग से संबंधित थे, किसान वैश्य या शूद्र वर्ग से, और पुजारी ब्राह्मण वर्ग से।
प्रश्न 17: ‘द्वितीय पंचवर्षीय योजना’ (1956-1961) किस आर्थिक मॉडल पर आधारित थी?
- रोशविले मॉडल
- महालनोबिस मॉडल
- the Lewis model
- the Solow model
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत की दूसरी पंचवर्षीय योजना (1956-1961) प्रसिद्ध भारतीय सांख्यिकीविद् प्रशांत चंद्र महालनोबिस द्वारा विकसित एक मॉडल पर आधारित थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस योजना का मुख्य जोर औद्योगीकरण, विशेष रूप से भारी उद्योगों और बुनियादी ढांचे के विकास पर था। महालनोबिस मॉडल ने अर्थव्यवस्था के तीव्र विस्तार के लिए पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन पर जोर दिया, जिसका लक्ष्य देश को आत्मनिर्भर बनाना था। इस योजना के तहत दुर्गापुर, राउरकेला और भिलाई जैसे प्रमुख इस्पात संयंत्रों की स्थापना हुई।
- गलत विकल्प: उल्लिखित अन्य विकल्प आर्थिक विकास के अन्य मॉडल हैं, लेकिन द्वितीय पंचवर्षीय योजना विशेष रूप से महालनोबिस मॉडल से जुड़ी है।
प्रश्न 18:TCP/IP प्रोटोकॉल मॉडल में, ‘इंटरनेट प्रोटोकॉल’ (IP) किस परत पर कार्य करता है?
- अनुप्रयोग परत (Application Layer)
- परिवहन परत (Transport Layer)
- इंटरनेट परत (Internet Layer)
- डेटा लिंक परत (Data Link Layer)
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: TCP/IP मॉडल में, इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) इंटरनेट परत (जिसे नेटवर्क परत या इंटरनेट लेयर भी कहा जाता है) पर कार्य करता है।
- संदर्भ और विस्तार: इंटरनेट परत डेटा पैकेट के तार्किक एड्रेसिंग (IP एड्रेस) और रूटिंग के लिए जिम्मेदार होती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि पैकेट स्रोत से गंतव्य तक सही पथ पर पहुँचें। IP एड्रेसिंग किसी भी नेटवर्क उपकरण को एक विशिष्ट पहचान देता है।
- गलत विकल्प: अनुप्रयोग परत डेटा को सीधे उपयोगकर्ता के अनुप्रयोगों (जैसे वेब ब्राउज़र) के लिए प्रस्तुत करती है, परिवहन परत एंड-टू-एंड संचार (जैसे TCP, UDP) को संभालती है, और डेटा लिंक परत भौतिक नेटवर्क पर डेटा के हस्तांतरण को संभालती है।
प्रश्न 19: ‘द ग्रेट वाल ऑफ इंडिया’ के नाम से किस किले को जाना जाता है?
- आमेर का किला
- मेहरानगढ़ का किला
- कुम्भलगढ़ का किला
- लाल किला
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित कुम्भलगढ़ किले को ‘द ग्रेट वाल ऑफ इंडिया’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इस किले की दीवारें लगभग 36 किलोमीटर लंबी हैं और यह दुनिया की सबसे लंबी दीवारों में से एक है, जो इसे चीन की महान दीवार के बाद दूसरा सबसे लंबा दीवार बनाती है। इसका निर्माण 15वीं शताब्दी में महाराणा कुंभा ने करवाया था और यह अपनी वास्तुकला और रणनीतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: आमेर का किला, मेहरानगढ़ का किला और लाल किला अन्य महत्वपूर्ण किले हैं, लेकिन ये ‘द ग्रेट वाल ऑफ इंडिया’ के रूप में नहीं जाने जाते।
प्रश्न 20: निम्नलिखित में से किस बौद्ध संगति में ‘विनय पिटक’ और ‘सुत्त पिटक’ का संकलन हुआ?
- पहली संगति
- दूसरी संगति
- तीसरी संगति
- चौथी संगति
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: बौद्ध धर्म की पहली संगति (राजगृह, 483 ईसा पूर्व) में ही विनय पिटक और सुत्त पिटक का संकलन हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: बुद्ध के महापरिनिर्वाण के तुरंत बाद, भिक्षुओं ने उनकी शिक्षाओं को याद करके व्यवस्थित करने का प्रयास किया। आनंद ने सुत्त पिटक (बुद्ध के उपदेशों का संग्रह) का पाठ किया, और उपाली ने विनय पिटक (भिक्षुओं के लिए अनुशासन और आचार संहिता) का पाठ किया। अभिधम्म पिटक को बाद में तीसरी संगति में शामिल किया गया।
- गलत विकल्प: अन्य संगतियों में अलग-अलग घटनाएँ हुईं; जैसे दूसरी संगति में मतभेद सामने आए, और तीसरी संगति में अभिधम्म पिटक का संकलन हुआ।
प्रश्न 21: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- मौलाना अबुल कलाम आजाद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद की थी।
- संदर्भ और विस्तार: फॉरवर्ड ब्लॉक एक राष्ट्रवादी, समाजवादी और वामपंथी राजनीतिक दल था जिसका उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के लिए एक निर्णायक संघर्ष का आह्वान करना था। यह बोस की तत्कालीन नीतियों का परिणाम था, खासकर द्वितीय विश्व युद्ध के प्रारंभ में उनके कांग्रेस नेतृत्व के साथ अनबन के बाद।
- गलत विकल्प: अन्य नेता कांग्रेस के प्रमुख व्यक्ति थे, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
प्रश्न 22: भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद ‘समानता का अधिकार’ सुनिश्चित करता है?
- अनुच्छेद 14-18
- अनुच्छेद 19-22
- अनुच्छेद 23-24
- अनुच्छेद 25-28
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय संविधान के भाग III में मौलिक अधिकारों के तहत अनुच्छेद 14 से 18 तक ‘समानता का अधिकार’ की गारंटी दी गई है।
- संदर्भ और विस्तार: इसमें कानून के समक्ष समानता (अनुच्छेद 14), धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर कोई भेदभाव नहीं (अनुच्छेद 15), सरकारी नौकरियों में अवसर की समानता (अनुच्छेद 16), अस्पृश्यता का उन्मूलन (अनुच्छेद 17), और उपाधियों का अंत (अनुच्छेद 18) जैसे प्रावधान शामिल हैं।
- गलत विकल्प: अनुच्छेद 19-22 स्वतंत्रता का अधिकार, अनुच्छेद 23-24 शोषण के विरुद्ध अधिकार, और अनुच्छेद 25-28 धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार प्रदान करते हैं।
प्रश्न 23: ‘बुद्धचरितम्’ नामक महाकाव्य के लेखक कौन हैं?
- नागार्जुन
- आर्यभट्ट
- अश्वघोष
- चरक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘बुद्धचरितम्’ के लेखक अश्वघोष हैं, जो कुषाण काल के एक प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान, कवि और नाटककार थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह महाकाव्य भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं पर आधारित है और इसे बौद्ध साहित्य का एक महत्वपूर्ण कृति माना जाता है। अश्वघोष को बौद्धों का वाल्मीकि भी कहा जाता है। उन्होंने ‘सौन्दरानंद’ नामक एक अन्य महत्वपूर्ण रचना भी की।
- गलत विकल्प: नागार्जुन एक प्रसिद्ध माध्यमिक दार्शनिक थे, आर्यभट्ट एक महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे, और चरक एक प्रसिद्ध चिकित्सक थे।
प्रश्न 24: असहयोग आंदोलन के दौरान ‘चौरी-चौरा घटना’ कब हुई थी?
- 1919
- 1920
- 1922
- 1923
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चौरी-चौरा घटना 5 फरवरी, 1922 को गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस घटना में, असहयोग आंदोलन के प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई और भीड़ ने पुलिस स्टेशन को आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए। इस हिंसक घटना से आहत होकर महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को तुरंत स्थगित कर दिया, जो उस समय अपने चरम पर था।
- गलत विकल्प: 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था, 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था, और 1923 में स्वराज पार्टी का गठन हुआ था।
प्रश्न 25: ‘ conquistar’ (जीतना) शब्द का प्रयोग करते हुए, इतिहास में कौन सी यूरोपीय शक्ति भारत की ओर आकर्षित हुई?
- स्पेन
- पुर्तगाल
- फ्रांस
- डच
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: पुर्तगाली यूरोपीय शक्तियों में सबसे पहले भारत आए और उन्होंने अपने व्यापारिक हितों के साथ-साथ यहाँ ‘विजित’ करने की भी कोशिश की।
- संदर्भ और विस्तार: वास्को डी गामा 1498 में भारत के कालीकट पहुँचे, जिससे यूरोप से भारत के लिए समुद्री मार्ग खुला। पुर्तगालियों ने गोवा, दमन और दीव जैसे तटीय क्षेत्रों में अपनी बस्तियाँ स्थापित कीं और भारतीय मसालों के व्यापार पर एकाधिकार स्थापित किया। उनका लक्ष्य न केवल व्यापार करना था, बल्कि अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार करना भी था।
- गलत विकल्प: स्पेनिश, फ्रांसीसी और डच भी बाद में भारत आए और उन्होंने भी अपने व्यापारिक और औपनिवेशिक हित साधने का प्रयास किया, लेकिन पुर्तगाली पहले थे जिन्होंने व्यापार के साथ-साथ कुछ हद तक क्षेत्रीय प्रभुत्व स्थापित करने का प्रयास किया।