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इतिहास की गहराई में उतरें: दैनिक महा-मॉक टेस्ट

इतिहास की गहराई में उतरें: दैनिक महा-मॉक टेस्ट

तैयारी के इस रोमांचक सफर में आपका स्वागत है! आज हम समय के गलियारों से होते हुए ज्ञान के अनमोल खजाने को खंगालेंगे। अपनी ऐतिहासिक समझ को परखें और आगामी परीक्षाओं के लिए खुद को और भी मजबूत बनाएं। आइए, शुरू करें आज का महा-मॉक टेस्ट!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस सिंधु घाटी सभ्यता स्थल से एक उन्नत जल निकासी प्रणाली के साक्ष्य मिले हैं?

  1. लोथल
  2. हड़प्पा
  3. मोहनजोदड़ो
  4. कालीबंगन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो (अर्थात ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था, जो अपनी सुनियोजित शहरी व्यवस्था, विशेष रूप से उत्कृष्ट जल निकासी प्रणाली के लिए प्रसिद्ध था। यहाँ सड़कों के किनारे नालियां बनी हुई थीं, जो घरों की नालियों से जुड़ती थीं और शहर से बाहर कचरे को ले जाती थीं।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो का निर्माण ईंटों से किया गया था और इसमें एक विशाल स्नानागार (Great Bath), एक अन्न भंडार (Granary) और कई आवास क्षेत्र थे। जल निकासी प्रणाली में ढकी हुई नालियां, सीवेज पाइप और व्यक्तिगत घरों के लिए भी जल निकासी की व्यवस्था शामिल थी।
  • गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था, कालीबंगन में जुते हुए खेत के प्रमाण मिले, और हड़प्पा भी एक महत्वपूर्ण स्थल था, लेकिन मोहनजोदड़ो की जल निकासी प्रणाली विशेष रूप से उल्लेखनीय थी।

प्रश्न 2: “अष्टध्यायी” नामक प्रसिद्ध व्याकरण ग्रंथ के रचयिता कौन थे?

  1. पतंजलि
  2. पाणिनि
  3. कात्यायन
  4. भारतीहरि

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: पाणिनि द्वारा रचित “अष्टध्यायी” प्राचीन भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो संस्कृत भाषा के व्याकरण का एक व्यवस्थित और विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। इसे संस्कृत व्याकरण का आधारशिला माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ 8 अध्यायों में विभाजित है और इसमें लगभग 4000 सूत्र (नियम) हैं। यह तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन पर भी प्रकाश डालता है। पाणिनि का काल सामान्यतः ईसा पूर्व चौथी शताब्दी के आसपास माना जाता है।
  • गलत विकल्प: पतंजलि ने “महाभाष्य” लिखा, जो पाणिनि के अष्टध्यायी पर एक टीका है। कात्यायन ने “वार्तिक” लिखे और भारतीहरि ने “वाक्यपदीय” जैसे दर्शन ग्रंथ लिखे।

प्रश्न 3: किस गुप्त शासक को “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त (शा. 335-380 ई.) को उनकी विजयों और विशाल साम्राज्य के विस्तार के कारण “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: प्रसिद्ध इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें यह उपाधि दी थी। समुद्रगुप्त एक कुशल योद्धा और प्रशासक थे जिन्होंने लगभग सभी उत्तरी भारतीय राज्यों को अपने अधीन किया और कई दक्षिण भारतीय राज्यों पर भी विजय प्राप्त की। प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) उनके विजय अभियानों का विस्तृत विवरण देती है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) अपने काल में कला और साहित्य का संरक्षक था, जिसने अपने साम्राज्य का और विस्तार किया। कुमारगुप्त को नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय जाता है।

प्रश्न 4: चोल साम्राज्य की राजधानी क्या थी?

  1. कांचीपुरम
  2. तंजावुर
  3. मधुरै
  4. पल्लवपुरम

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: चोल साम्राज्य की राजधानी तंजावुर (Thanjavur) थी, जो एक शक्तिशाली और समृद्ध राजधानी के रूप में विकसित हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: तंजावुर में ही भव्य बृहदेश्वर मंदिर (राजराजेश्वरम) का निर्माण राजा राजराज प्रथम ने करवाया था। तंजावुर चोल वास्तुकला, कला और संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र था। चोलों का साम्राज्य दक्षिण भारत में 9वीं से 12वीं शताब्दी तक फैला रहा और अपनी नौसैनिक शक्ति के लिए भी विख्यात था।
  • गलत विकल्प: कांचीपुरम पल्लवों की राजधानी थी। मधुरै पांड्य साम्राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर था।

प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी (शा. 1296-1316 ई.) को उसकी कठोर और प्रभावी बाजार नियंत्रण प्रणाली के लिए जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने अपने विशाल सैन्य बल को स्थायी बनाए रखने के लिए सैनिकों के वेतन में कटौती की और इसके बदले में बाजार में वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने की नीति अपनाई। उसने आवश्यक वस्तुओं, विशेष रूप से अनाज, कपड़ा और पशुओं की कीमतें तय कीं और उनके उल्लंघन पर कठोर दंड का प्रावधान किया। इसके लिए उसने ‘दीवान-ए-रियासत’ जैसे अधिकारी नियुक्त किए।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने एकता प्रणाली की शुरुआत की, बलबन ने ‘लोह एवं रक्त’ की नीति अपनाई, और फिरोजशाह तुगलक ने नहरों का निर्माण करवाया और ‘जजिया’ कर लगाया।

प्रश्न 6: मुगल साम्राज्य के किस शासक ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की शुरुआत की?

  1. अकबर
  2. जहांगीर
  3. शाहजहां
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मुगल सम्राट अकबर (शा. 1556-1605 ई.) ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक धर्मनिरपेक्ष विचार को प्रस्तुत किया, जो सभी प्रमुख धर्मों के मूल सिद्धांतों का एक संश्लेषण था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर सभी धर्मों के प्रति सहिष्णुता की नीति रखता था और धार्मिक विद्वानों से विचार-विमर्श करता था। दीन-ए-इलाही का उद्देश्य धार्मिक सद्भाव स्थापित करना और लोगों को एक ऐसे सार्वभौमिक धर्म के तहत लाना था जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। हालाँकि, यह धर्म अधिक लोकप्रिय नहीं हो सका और इसके अनुयायियों की संख्या बहुत कम रही। केवल बीरबल जैसे कुछ ही प्रमुख दरबारी इसके अनुयायी बने।
  • गलत विकल्प: जहांगीर कला और चित्रकला का संरक्षक था, शाहजहां वास्तुकला (जैसे ताजमहल) के लिए प्रसिद्ध है, और औरंगजेब एक कट्टर सुन्नी मुसलमान था जिसने धार्मिक नीतियों में बदलाव किए।

प्रश्न 7: बक्सर का युद्ध कब लड़ा गया था?

  1. 1757 ई.
  2. 1764 ई.
  3. 1774 ई.
  4. 1781 ई.

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: बक्सर का युद्ध 22 अक्टूबर 1764 ई. को लड़ा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था, जिसने अवध के नवाब शुजा-उद्दौला, बंगाल के अपदस्थ नवाब मीर कासिम और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना को हराया था। यह युद्ध प्लासी के युद्ध (1757) के बाद ब्रिटिशों के लिए एक निर्णायक जीत थी, जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व को और मजबूत किया। इस युद्ध के परिणामस्वरूप इलाहाबाद की संधि (1765) हुई, जिसने कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी (राजस्व वसूलने का अधिकार) प्राप्त हुई।
  • गलत विकल्प: 1757 में प्लासी का युद्ध हुआ था। 1774 में रेगुलेटिंग एक्ट आया और 1781 में मद्रास की संधि हुई।

प्रश्न 8: 1857 के विद्रोह के दौरान कानपुर से नेतृत्व किसने किया था?

  1. रानी लक्ष्मीबाई
  2. बेगम हजरत महल
  3. ताना टोपे
  4. नाना साहेब

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह के दौरान कानपुर से नेतृत्व नाना साहेब पेशवा ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: नाना साहेब, जो बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र थे, ने ब्रिटिशों द्वारा पेंशन बंद करने और उनकी उपाधियों को रद्द करने के कारण विद्रोह किया। उन्होंने कानपुर पर कब्जा कर लिया और खुद को पेशवा घोषित किया। हालांकि, विद्रोह को दबाने के बाद उन्हें नेपाल भागना पड़ा।
  • गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से, बेगम हजरत महल ने लखनऊ से और तात्या टोपे ने कानपुर और अन्य क्षेत्रों में नाना साहेब के साथ मिलकर विद्रोह का नेतृत्व किया था।

प्रश्न 9: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1885 ई.
  2. 1905 ई.
  3. 1919 ई.
  4. 1947 ई.

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 ई. को हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना ब्रिटिश सेवानिवृत्त अधिकारी ए.ओ. ह्यूम द्वारा की गई थी, और पहले अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी। यह अधिवेशन बॉम्बे (अब मुंबई) के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में हुआ था। कांग्रेस की स्थापना का उद्देश्य भारतीयों को एक राजनीतिक मंच प्रदान करना था ताकि वे अपनी आवाज उठा सकें।
  • गलत विकल्प: 1905 में बंगाल विभाजन हुआ, 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड और रॉलेट एक्ट आया, और 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ।

प्रश्न 10: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1920 ई.
  2. 1925 ई.
  3. 1930 ई.
  4. 1931 ई.

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 ई. को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते पर महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हस्ताक्षर हुए थे। यह समझौता सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त करने और गोलमेज सम्मेलन में कांग्रेस की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए किया गया था। समझौते के तहत, सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और जब्त की गई संपत्ति वापस करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने का वादा किया।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ, 1925 में काकोरी ट्रेन डकैती हुई, और 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई थी।

प्रश्न 11: किस वायसराय के कार्यकाल के दौरान भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड मिंटो
  3. लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
  4. लॉर्ड चेम्सफोर्ड

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय (शासनकाल 1910-1916) के कार्यकाल के दौरान भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई।
  • संदर्भ और विस्तार: 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली में एक भव्य दरबार का आयोजन किया गया, जहाँ सम्राट जॉर्ज पंचम ने स्वयं घोषणा की कि भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली ले जाई जाएगी। इसके मुख्य कारणों में कोलकाता का बढ़ता राष्ट्रवाद और दिल्ली का ऐतिहासिक तथा भौगोलिक महत्व शामिल था। राजधानी स्थानांतरण की योजना 1912 में लागू हुई।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड मिंटो 1909 के मार्ले-मिंटो सुधारों से जुड़े हैं। लॉर्ड चेम्सफोर्ड 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के समय वायसराय थे।

प्रश्न 12: ‘होमरूल लीग’ आंदोलन के प्रमुख नेताओं में कौन शामिल थे?

  1. बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट
  2. लाला लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल
  3. महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू
  4. सरदार पटेल और मौलाना आजाद

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: होमरूल लीग आंदोलन के प्रमुख नेताओं में बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट शामिल थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 1916 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शुरू हुआ था, जिसका उद्देश्य भारत के लिए स्व-शासन (होम रूल) प्राप्त करना था। एनी बेसेंट ने मद्रास में और बाल गंगाधर तिलक ने पुणे में अपने-अपने होमरूल लीग की स्थापना की। तिलक का नारा था “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा”।
  • गलत विकल्प: लाला लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल ‘गरम दल’ के अन्य प्रमुख नेता थे। गांधीजी असहयोग और सविनय अवज्ञा जैसे आंदोलनों के प्रमुख नेता थे। सरदार पटेल और मौलाना आजाद बाद के राष्ट्रीय आंदोलन के महत्वपूर्ण नेता थे।

प्रश्न 13: फ्रांस की क्रांति का प्रमुख नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. रक्त और लोहे की नीति
  3. संप्रभुता जनता में निहित है
  4. धर्मनिरपेक्षता

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांस की क्रांति (1789-1799) का मुख्य नारा “Liberté, égalité, fraternité” था, जिसका हिंदी अनुवाद “स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व” है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा क्रांति के आदर्शों का प्रतीक बन गया और इसने न केवल फ्रांस बल्कि पूरे विश्व में आधुनिक लोकतांत्रिक विचारों को प्रेरित किया। स्वतंत्रता का अर्थ था पुरानी व्यवस्था (Ancien Régime) से मुक्ति, समानता का अर्थ था विशेषाधिकारों का अंत और कानून के समक्ष सभी की बराबरी, और बंधुत्व का अर्थ था राष्ट्रीय एकता और सहयोग।
  • गलत विकल्प: “रक्त और लोहे की नीति” बिस्मार्क से जुड़ी है। “संप्रभुता जनता में निहित है” एक सामान्य लोकतांत्रिक सिद्धांत है, लेकिन यह विशेष रूप से फ्रांस की क्रांति का नारा नहीं था। धर्मनिरपेक्षता भी एक परिणाम था, नारा नहीं।

प्रश्न 14: निम्नलिखित में से किस वर्ष प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत हुई?

  1. 1905
  2. 1914
  3. 1918
  4. 1939

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत 1914 ई. में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध 28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 तक चला। इस युद्ध में मित्र राष्ट्र (मुख्य रूप से फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, बाद में इटली और अमेरिका) और केंद्रीय शक्तियां (मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य) शामिल थे।
  • गलत विकल्प: 1905 में रूस-जापान युद्ध हुआ। 1918 में प्रथम विश्व युद्ध समाप्त हुआ। 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई।

प्रश्न 15: “गांधीजी को ‘राष्ट्रपिता’ कहकर सर्वप्रथम किसने संबोधित किया था?”

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. रवींद्रनाथ टैगोर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सुभाष चंद्र बोस ने 6 जुलाई 1944 को सिंगापुर रेडियो पर एक भाषण के दौरान महात्मा गांधी को “राष्ट्रपिता” कहकर संबोधित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: बोस ने गांधीजी के प्रति अपने सम्मान को व्यक्त करते हुए यह उपाधि दी थी, उस समय जब वे भारत की स्वतंत्रता के लिए अपनी लड़ाई लड़ रहे थे। यह संबोधित करने का कार्य उस समय के राजनीतिक संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण था।
  • गलत विकल्प: हालांकि नेहरू और पटेल जैसे नेताओं ने गांधीजी को अत्यंत सम्मान दिया, लेकिन “राष्ट्रपिता” की उपाधि सर्वप्रथम सुभाष चंद्र बोस ने दी। रवींद्रनाथ टैगोर ने गांधीजी को “महात्मा” कहकर संबोधित किया था।

प्रश्न 16: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?

  1. अकबर ने जजिया कर को पुनः लागू किया।
  2. औरंगजेब ने जजिया कर को समाप्त कर दिया।
  3. फिरोजशाह तुगलक ने जजिया कर को लागू किया।
  4. शिवाजी ने जजिया कर नहीं लगाया।

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: दिल्ली सल्तनत के शासक फिरोजशाह तुगलक (1351-1388 ई.) ने पहली बार जजिया कर को गैर-मुस्लिमों पर लगाया, जिसे पहले के शासकों ने समाप्त कर दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: फिरोजशाह तुगलक ने ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगाया, जबकि अन्य शासकों ने उन्हें इससे छूट दी थी। यह नीति इस्लामी कानून की व्याख्या पर आधारित थी। बाद में, अकबर ने 1564 में जजिया कर समाप्त कर दिया था। औरंगजेब ने 1679 में इसे पुनः लागू किया था। शिवाजी ने अपनी हिंदू पहचान के बावजूद, जजिया कर लगाया था, जो कि गैर-मुस्लिमों पर लगाया जाने वाला एक धार्मिक कर था।
  • गलत विकल्प: अकबर ने जजिया कर समाप्त किया था। औरंगजेब ने इसे पुनः लागू किया था। शिवाजी ने भी जजिया कर लगाया था।

प्रश्न 17: भारत में ‘स्थायी बंदोबस्त’ (Permanent Settlement) व्यवस्था किसने लागू की?

  1. लॉर्ड वेलेस्ली
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कॉर्नवालिस
  4. लॉर्ड विलियम बेंटिंक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने 1793 ई. में बंगाल, बिहार और उड़ीसा में ‘स्थायी बंदोबस्त’ व्यवस्था लागू की।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था के तहत, भूमि का मालिक जमींदारों को बनाया गया, जिनसे कंपनी को एक निश्चित राशि भू-राजस्व के रूप में प्राप्त होती थी, जिसे हर साल बदलना नहीं था। जमींदारों को अपनी भूमि पर किसानों से लगान वसूलने का अधिकार था। इस व्यवस्था का उद्देश्य राजस्व एकत्र करने को स्थिर करना और जमींदारों को ब्रिटिश प्रशासन का समर्थक बनाना था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड वेलेस्ली ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए प्रसिद्ध हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया।

प्रश्न 18: ‘वंदे मातरम’ गीत के रचयिता कौन हैं?

  1. रवींद्रनाथ टैगोर
  2. बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
  3. सरोजिनी नायडू
  4. मोहम्मद इकबाल

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘वंदे मातरम’ गीत के रचयिता बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय हैं, जिन्होंने इसे अपने प्रसिद्ध उपन्यास “आनंद मठ” (1882) में लिखा था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह गीत भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देशभक्ति का प्रतीक बन गया। इसे पहली बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था। गीत का अनुवाद अंग्रेजी में रोमेश चंद्र दत्त ने किया था।
  • गलत विकल्प: रवींद्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ की रचना की। सरोजिनी नायडू एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और कवयित्री थीं। मोहम्मद इकबाल ने “सारे जहाँ से अच्छा” लिखा।

प्रश्न 19: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?

  1. लाहौर अधिवेशन (1929)
  2. कराची अधिवेशन (1931)
  3. रामगढ़ अधिवेशन (1940)
  4. मुंबई अधिवेशन (1942)

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई में संपन्न कांग्रेस के अधिवेशन में पारित हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने “करो या मरो” (Do or Die) का नारा दिया था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार पर दबाव बनाने और भारत को तुरंत स्वतंत्रता दिलाने के उद्देश्य से यह आंदोलन शुरू किया गया था। इसके तुरंत बाद, ब्रिटिश सरकार ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
  • गलत विकल्प: लाहौर अधिवेशन (1929) में पूर्ण स्वराज की मांग की गई थी। कराची अधिवेशन (1931) में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति पर प्रस्ताव पारित हुए थे। रामगढ़ अधिवेशन (1940) में व्यक्तिगत सत्याग्रह का प्रस्ताव पास हुआ था।

प्रश्न 20: ईसा पूर्व छठी शताब्दी में भारत के किस क्षेत्र में गणराज्यों की एक समृद्ध श्रृंखला थी?

  1. गंगा का मैदान
  2. सिंधु घाटी
  3. दक्कन का पठार
  4. पूर्वी तट

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ईसा पूर्व छठी शताब्दी में गंगा के मैदान (मध्य गंगा का मैदान) में अनेक गणराज्यों (जैसे वैशाली, कपिलवस्तु, पावा) और राज्यों (जैसे मगध, कोसल, वत्स, अवंती) का विकास हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह काल भारतीय इतिहास में महाजनपदों का काल कहलाता है। इन गणराज्यों में शासन व्यवस्था निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से होती थी, जो राजशाही राज्यों से भिन्न थी। इन गणराज्यों में बौद्ध धर्म और जैन धर्म जैसे नए धार्मिक विचारों का भी जन्म हुआ, जिन्होंने तत्कालीन सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित किया।
  • गलत विकल्प: सिंधु घाटी सभ्यता ईसा पूर्व तीसरी और दूसरी शताब्दी में अपने चरम पर थी। दक्कन और पूर्वी तट पर उस समय इतने प्रमुख गणराज्यों का उल्लेख नहीं मिलता।

प्रश्न 21: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किन भाइयों ने की थी?

  1. हरिहर और बुक्का
  2. कृष्णदेव राय और अच्युत राय
  3. देवराय प्रथम और देवराय द्वितीय
  4. वीर नरसिंह और वेंकटपति राय

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने 1336 ई. में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ये भाई वारंगल के काकतीय वंश के सामंत थे, और उनकी राजधानी हम्पी थी। विजयनगर साम्राज्य ने दक्षिण भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया, जो अपनी कला, वास्तुकला, साहित्य और मजबूत प्रशासन के लिए जाना जाता था। यह साम्राज्य लगभग 250 वर्षों तक चला और इसने कई शक्तिशाली शासकों को देखा, जिनमें कृष्णदेव राय सबसे प्रसिद्ध थे।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प विजयनगर साम्राज्य के अन्य प्रमुख शासकों से संबंधित हैं, लेकिन स्थापना हरिहर और बुक्का ने की थी।

प्रश्न 22: ‘सती प्रथा’ का उन्मूलन किस गवर्नर-जनरल के कार्यकाल में हुआ?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  3. लॉर्ड कैनिंग
  4. लॉर्ड लिटन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सती प्रथा का उन्मूलन लॉर्ड विलियम बेंटिंक के कार्यकाल में 1829 ई. में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: राजा राममोहन राय के अथक प्रयासों और राजा राममोहन राय द्वारा स्थापित ‘ब्रह्म समाज’ के प्रभाव से, बेंटिंक ने 1829 के बंगाल सती विनियमन (Bengal Sati Regulation) द्वारा इस अमानवीय प्रथा को गैरकानूनी घोषित किया। इस नियम ने बंगाल, मद्रास और बंबई प्रेसीडेंसी में सती प्रथा पर रोक लगा दी।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ने व्यपगत का सिद्धांत लागू किया। लॉर्ड कैनिंग भारत के प्रथम वायसराय थे। लॉर्ड लिटन के समय वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित हुआ था।

प्रश्न 23: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. सरदार पटेल

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना 1939 ई. में सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस के त्रिपुरा अधिवेशन (1939) में अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस की नीतियों से असंतुष्ट होकर यह राजनीतिक दल बनाया। फॉरवर्ड ब्लॉक का उद्देश्य भारत को पूर्ण स्वतंत्रता दिलाना और फासीवाद विरोधी शक्तियों के साथ मिलकर काम करना था।
  • गलत विकल्प: गांधीजी, नेहरू और पटेल कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेता थे, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।

प्रश्न 24: मिस्र के प्राचीन पिरामिडों के निर्माण के पीछे मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. शाही निवास
  2. सामुदायिक पूजा स्थल
  3. शाही मकबरे
  4. सैन्य किलेबंदी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मिस्र के प्राचीन पिरामिडों का निर्माण मुख्य रूप से फिरौन (राजाओं) और उनके शाही दरबार के सदस्यों के मकबरे के रूप में किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: प्राचीन मिस्रवासी पुनर्जन्म और मृत्यु के बाद जीवन में दृढ़ विश्वास रखते थे। वे मानते थे कि राजाओं की आत्माएं मृत्यु के बाद जीवित रहेंगी और उन्हें शाही खजाने और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की आवश्यकता होगी। पिरामिडों को एक सुरक्षित और भव्य संरचना प्रदान करने के लिए बनाया गया था ताकि राजाओं के शवों और उनकी संपत्ति को सुरक्षित रखा जा सके और उनकी आत्माएं आसानी से पारलौकिक जीवन में प्रवेश कर सकें। गीज़ा के महान पिरामिड, जैसे खुफू का पिरामिड, इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
  • गलत विकल्प: पिरामिड शाही निवास, पूजा स्थल या किलेबंदी नहीं थे; वे विशेष रूप से राजाओं के अंतिम विश्राम स्थल थे।

प्रश्न 25: ‘वाटरलू का युद्ध’ किस वर्ष हुआ, जिसने नेपोलियन बोनापार्ट के शासन का अंत कर दिया?

  1. 1805
  2. 1812
  3. 1815
  4. 1821

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: वाटरलू का युद्ध 18 जून 1815 को हुआ था, जिसने फ्रांसीसी सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट के शासन का निर्णायक अंत कर दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध बेल्जियम के वाटरलू के पास लड़ा गया था। इसमें ड्यूक ऑफ वेलिंगटन के नेतृत्व वाली ब्रिटिश सेना और गेरहार्ड वॉन ब्लूचर के नेतृत्व वाली प्रशियाई सेना ने मिलकर नेपोलियन की सेना को पराजित किया। इस हार के बाद, नेपोलियन को सेंट हेलेना द्वीप पर निर्वासित कर दिया गया, जहाँ 1821 में उनकी मृत्यु हो गई।
  • गलत विकल्प: 1805 में ट्राफलगर का युद्ध हुआ था जिसमें नेपोलियन हार गया था। 1812 में नेपोलियन ने रूस पर आक्रमण किया और बुरी तरह विफल रहा। 1821 में नेपोलियन की मृत्यु हुई थी, युद्ध नहीं।

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