इतिहास की गहराई में उतरें: आज का ब्रह्मास्त्र अभ्यास
नमस्कार, भविष्य के प्रशासकों! क्या आप इतिहास के पन्नों को पलटने और अपनी परीक्षा की तैयारी को धार देने के लिए तैयार हैं? आज हम आपको प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक भारत के साथ-साथ विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण पड़ावों की एक रोमांचक यात्रा पर ले चलेंगे। अपनी जानकारी को परखें और इन 25 चुनिंदा प्रश्नों के माध्यम से अपने ज्ञान का विस्तार करें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ईस्वी) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि उनके विस्तृत सैन्य अभियानों और साम्राज्य विस्तार के कारण दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत के अनेक राजाओं को परास्त किया और दक्षिणापथ के राज्यों पर भी विजय प्राप्त की। उनके सिक्कों पर ‘विक्रम’ की उपाधि मिलती है, जो उनकी वीरता को दर्शाती है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने अपनी विजयों से साम्राज्य को और सुदृढ़ किया, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय प्राप्त किया।
प्रश्न 2: ‘अमुक्तमाल्यदा’ के लेखक कौन थे?
- हरिहर
- बुक्क
- कृष्णदेव राय
- वीर नरसिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘अमुक्तमाल्यदा’ (Kanarese: ಅಮುಕ್ತಮಾಲ್ಯದ) तेलुगु साहित्य का एक उत्कृष्ट कार्य है, जिसके लेखक विजयनगर साम्राज्य के सबसे प्रसिद्ध शासक कृष्णदेव राय (शासनकाल 1509-1529 ईस्वी) थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह महाकाव्य भगवान विष्णु और देवी गोदा (अंदल) की कहानी का वर्णन करता है। कृष्णदेव राय स्वयं एक विद्वान और कवि थे, और उन्होंने तेलुगु में कई महत्वपूर्ण रचनाएँ कीं।
- गलत विकल्प: हरिहर और बुक्क विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे, और वीर नरसिंह ने तुलुव राजवंश की शुरुआत की थी, लेकिन वे ‘अमुक्तमाल्यदा’ के लेखक नहीं थे।
प्रश्न 3: 1923 में स्वराज पार्टी का गठन किसने किया था?
- महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू
- सरदार पटेल और डॉ. राजेंद्र प्रसाद
- मोतीलाल नेहरू और चित्तरंजन दास
- सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: स्वराज पार्टी (कांग्रेस खिलाफत स्वराज पार्टी) की स्थापना 1923 में मोतीलाल नेहरू और चित्तरंजन दास (सी. आर. दास) द्वारा की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: असहयोग आंदोलन (1920-22) के स्थगन के बाद, कुछ कांग्रेस नेताओं का मानना था कि परिषदीय राजनीति में प्रवेश करके ब्रिटिश सरकार का विरोध करना चाहिए। स्वराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य विधायी परिषदों में प्रवेश कर ब्रिटिश नीतियों में बाधा डालना था।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी और नेहरू राष्ट्रीय आंदोलन के अन्य महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन उन्होंने स्वराज पार्टी के गठन में सक्रिय भूमिका नहीं निभाई। पटेल और डॉ. राजेंद्र प्रसाद कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेता थे, जबकि बोस और भगत सिंह ने अधिक क्रांतिकारी रास्ते अपनाए।
प्रश्न 4: हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- धौलावीरा
- राखीगढ़ी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: राखीगढ़ी (हरियाणा, भारत) को वर्तमान में सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा ज्ञात स्थल माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: हाल के पुरातात्विक उत्खननों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राखीगढ़ी का विस्तार मोहनजोदड़ो से भी अधिक है, हालांकि मोहनजोदड़ो शहरी नियोजन और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध रहा है।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण प्रारंभिक स्थल थे, जबकि धौलावीरा भी एक प्रमुख स्थल है, लेकिन क्षेत्रफल के मामले में राखीगढ़ी को अब सबसे बड़ा माना जाता है।
प्रश्न 5: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1941-1946
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में केंद्रीय शक्तियाँ (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ऑटोमन साम्राज्य, बुल्गारिया) मित्र राष्ट्रों (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका) के खिलाफ लड़ी थीं। इसने दुनिया के राजनीतिक मानचित्र को मौलिक रूप से बदल दिया।
- गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल है।
प्रश्न 6: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना किस मुगल बादशाह ने की थी?
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की स्थापना मुगल बादशाह अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक धार्मिक और सामाजिक सुधार आंदोलन था जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सिद्धांतों को मिलाकर एक ऐसा पंथ बनाना था जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। अकबर ने विभिन्न धर्मों के विद्वानों से चर्चा के बाद यह प्रयास किया था, लेकिन यह जनसामान्य में लोकप्रिय नहीं हो सका।
- गलत विकल्प: हुमायूँ, जहाँगीर और शाहजहाँ अन्य प्रमुख मुगल बादशाह थे, लेकिन उन्होंने ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना नहीं की थी।
प्रश्न 7: काकोरी षडयंत्र केस कब हुआ था?
- 1920
- 1925
- 1929
- 1931
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: काकोरी षड्यंत्र केस 9 अगस्त 1925 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) के सदस्यों, जिसमें राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान जैसे क्रांतिकारी शामिल थे, ने लखनऊ के पास काकोरी रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को लूटा था। इसका उद्देश्य क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए धन जुटाना था। इस घटना के बाद कई क्रांतिकारियों को गिरफ्तार कर फाँसी दी गई।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प राष्ट्रीय आंदोलन के अन्य महत्वपूर्ण वर्षों से जुड़े हैं, लेकिन काकोरी कांड 1925 में हुआ था।
प्रश्न 8: मेसोपोटामिया सभ्यता किस नदी के किनारे विकसित हुई?
- नील
- सिंधु
- दजला और फरात
- यांग्त्ज़ी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मेसोपोटामिया सभ्यता, जिसका अर्थ है ‘दो नदियों के बीच की भूमि’, दजला (टाइग्रिस) और फरात (यूफ्रेट्स) नदियों के उपजाऊ मैदानों में विकसित हुई।
- संदर्भ और विस्तार: यह सभ्यता आज के इराक में स्थित थी और सुमेरियन, अक्काडियन, बेबीलोनियन और असीरियन सभ्यताओं की जननी मानी जाती है। यहाँ लेखन (कीलाक्षर), पहिया, सिंचाई प्रणाली और नगर नियोजन जैसी महत्वपूर्ण खोजें हुईं।
- गलत विकल्प: नील नदी मिस्र की सभ्यता से, सिंधु नदी भारतीय सभ्यता से, और यांग्त्ज़ी नदी चीनी सभ्यता से जुड़ी हैं।
प्रश्न 9: किस एक्ट के द्वारा भारत में कंपनी शासन का अंत हुआ और ब्रिटिश ताज का शासन सीधे स्थापित हो गया?
- 1773 का रेगुलेटिंग एक्ट
- 1813 का चार्टर एक्ट
- 1858 का भारत सरकार अधिनियम
- 1909 का मार्ले-मिंटो सुधार
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के बाद, 1858 में पारित भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act, 1858) द्वारा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत कर दिया गया और भारत का शासन सीधे ब्रिटिश ताज (क्राउन) के अधीन आ गया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम ने भारत में एक नए प्रशासनिक ढाँचे की स्थापना की, जिसमें भारत के लिए एक राज्य सचिव (Secretary of State for India) का पद सृजित किया गया और वायसराय को भारत में ब्रिटिश क्राउन का प्रतिनिधि बनाया गया।
- गलत विकल्प: 1773 का रेगुलेटिंग एक्ट ने पहली बार कंपनी के प्रशासन को विनियमित करने का प्रयास किया। 1813 का चार्टर एक्ट कंपनी के व्यापारिक एकाधिकार को समाप्त करने से संबंधित था। 1909 का मार्ले-मिंटो सुधार सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व की शुरुआत के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 10: विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी किस नदी के तट पर स्थित थी?
- गोदावरी
- कृष्णा
- तुंगभद्रा
- कावेरी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी, दक्षिणी भारत की महत्वपूर्ण नदी तुंगभद्रा के तट पर स्थित थी।
- संदर्भ और विस्तार: हम्पी अपने भव्य मंदिरों, शाही महलों और वास्तुकला के लिए विख्यात है, जो आज यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। यह शहर 14वीं से 16वीं शताब्दी तक विजयनगर साम्राज्य का केंद्र रहा।
- गलत विकल्प: अन्य नदियाँ भी दक्षिण भारत में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन हम्पी तुंगभद्रा नदी के किनारे ही बसी थी।
प्रश्न 11: ऋग्वेद के किस मंडल में प्रसिद्ध ‘गायत्री मंत्र’ का उल्लेख है?
- प्रथम मंडल
- द्वितीय मंडल
- तृतीय मंडल
- चतुर्थ मंडल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऋग्वेद के तृतीय मंडल में प्रसिद्ध गायत्री मंत्र का उल्लेख है।
- संदर्भ और विस्तार: गायत्री मंत्र को महर्षि विश्वामित्र ने रचा था और यह सूर्य देव (सवितृ) को समर्पित है। यह वैदिक काल के सबसे महत्वपूर्ण मंत्रों में से एक माना जाता है और इसका पाठ आज भी पवित्रता और ज्ञान की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद के अन्य मंडल भी महत्वपूर्ण हैं, लेकिन गायत्री मंत्र विशेष रूप से तृतीय मंडल में मिलता है।
प्रश्न 12: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?
- कलकत्ता अधिवेशन (1928)
- लाहौर अधिवेशन (1929)
- कराची अधिवेशन (1931)
- लखनऊ अधिवेशन (1936)
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 31 दिसंबर 1929 को लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ (संपूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस प्रस्ताव ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम की दिशा को बदल दिया और 26 जनवरी 1930 को ‘प्रथम स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाया गया, जिसके उपलक्ष्य में आज भी गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
- गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन में डोमिनियन स्टेटस की मांग हुई थी, कराची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति से संबंधित प्रस्ताव पास हुए, और लखनऊ अधिवेशन भी महत्वपूर्ण था लेकिन पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लाहौर में ही पारित हुआ।
प्रश्न 13: ‘इबन बतूता’, जो मोरक्को का यात्री था, किसके शासनकाल में भारत आया था?
- अलाउद्दीन खिलजी
- गयासुद्दीन तुगलक
- मुहम्मद बिन तुगलक
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: प्रसिद्ध मुस्लिम यात्री और लेखक इब्न बतूता (इब्न बतूता) 14वीं शताब्दी (1333-1347 ईस्वी) में मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल में भारत आया था।
- संदर्भ और विस्तार: मुहम्मद बिन तुगलक ने इब्न बतूता को दिल्ली का काजी (न्यायाधीश) नियुक्त किया और बाद में उसे चीन के लिए राजदूत के रूप में भी भेजा। इब्न बतूता ने अपनी यात्राओं का विवरण ‘रेहला’ नामक पुस्तक में लिखा है, जो उस समय के भारतीय समाज और राजनीतिक स्थिति की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है।
- गलत विकल्प: अन्य शासक भी महत्वपूर्ण थे, लेकिन इब्न बतूता का भारत आगमन मुहम्मद बिन तुगलक के काल में ही हुआ था।
प्रश्न 14: भारत में ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) प्रणाली की शुरुआत किसने की थी?
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- लॉर्ड वेलेजली
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड बेंटिंक
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: सहायक संधि प्रणाली की शुरुआत लॉर्ड वेलेजली (भारत के गवर्नर-जनरल 1798-1805) ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस नीति के तहत, भारतीय शासकों को अपनी सेना भंग करनी पड़ती थी, ब्रिटिश सेना को अपने राज्य में रखना पड़ता था और उसका खर्च उठाना पड़ता था। बदले में, ब्रिटिश उन्हें बाहरी आक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करते थे और अपने राज्य के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने का वचन देते थे। यह ब्रिटिश साम्राज्य के विस्तार की एक महत्वपूर्ण नीति थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कॉर्नवालिस स्थायी बंदोबस्त के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए, और लॉर्ड बेंटिंक सामाजिक सुधारों के लिए।
प्रश्न 15: बौद्ध धर्म की पहली परिषद (First Buddhist Council) कहाँ आयोजित की गई थी?
- वैशाली
- राजगृह
- पाटलिपुत्र
- कुंडलवन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: बौद्ध धर्म की पहली परिषद महात्मा बुद्ध के महापरिनिर्वाण के तुरंत बाद, लगभग 483 ईसा पूर्व में राजगृह (वर्तमान राजगीर) में आयोजित की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसका आयोजन मगध के राजा अजातशत्रु के संरक्षण में हुआ था और इसकी अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। इस परिषद का मुख्य उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं (सूत्र) और अनुशासन (विनय) को संकलित करना था।
- गलत विकल्प: वैशाली में दूसरी, पाटलिपुत्र में तीसरी और कुंडलवन (कश्मीर) में चौथी बौद्ध परिषद आयोजित की गई थी।
प्रश्न 16: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
- 1913, बर्लिन
- 1907, सैन फ्रांसिस्को
- 1913, सैन फ्रांसिस्को
- 1915, कनाडा
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी मुख्य रूप से भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा स्थापित की गई थी जो उत्तरी अमेरिका में रह रहे थे। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत को मुक्त कराना था। लाला हरदयाल इसके प्रमुख नेताओं में से एक थे।
- गलत विकल्प: बर्लिन में भी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी संस्थाएँ थीं, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था।
प्रश्न 17: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से ‘नृत्य करती हुई बालिका’ की मूर्ति मिली है?
- हड़प्पा
- लोथल
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो से ‘नृत्य करती हुई बालिका’ (Dancing Girl) की प्रसिद्ध कांस्य प्रतिमा मिली है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मूर्ति लगभग 4,500 वर्ष पुरानी मानी जाती है और सिंधु घाटी सभ्यता की कलात्मक कुशलता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह मूर्ति लगभग 10.5 सेंटीमीटर लंबी है और इसे खोए हुए मोम (lost-wax) तकनीक से बनाया गया था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से ‘दाढ़ी वाला पुजारी’, लोथल से गोदी (dockyard) और कालीबंगन से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 18: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति 1789 ईस्वी में शुरू हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने फ्रांस में राजशाही का अंत किया और गणतंत्र की स्थापना की। इसके मूल आदर्श ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) आज भी विश्व भर में प्रेरणा का स्रोत हैं। बास्तील के पतन (14 जुलाई 1789) को क्रांति की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है, 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन की हार का, और 1848 यूरोपीय क्रांतियों का वर्ष था।
प्रश्न 19: किस गुप्त शासक ने चांदी के सिक्के जारी किए जिन्हें ‘रूपक’ कहा जाता था?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल (लगभग 380-415 ईस्वी) में चांदी के सिक्के जारी किए गए थे जिन्हें ‘रूपक’ कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय ने अपने शासनकाल में व्यापार और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के सिक्के जारी करवाए। इसके अलावा, उन्होंने सोने (दीनार), तांबे और सीसे के सिक्के भी जारी करवाए।
- गलत विकल्प: हालांकि अन्य गुप्त शासकों ने भी सिक्के जारी किए, लेकिन चांदी के ‘रूपक’ विशेष रूप से चंद्रगुप्त द्वितीय से जुड़े हैं।
प्रश्न 20: ‘टिका’ (Tika) किस शासक की उपाधि थी, जिसका अर्थ ‘बीमारी’ या ‘रोग’ होता है?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘टिका’ (Tika) उपाधि दिल्ली सल्तनत के शासक गियासुद्दीन बलबन (शासनकाल 1266-1287 ईस्वी) से जुड़ी थी, जिसका अर्थ ‘बीमारी’ या ‘रोग’ था।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन ने अपनी सत्ता को मजबूत करने के लिए ‘ईश्वर का प्रतिनिधि’ (नियाबत-ए-खुदाई) और ‘शासक की छाया’ (ज़िल-ए-इलाही) जैसी उपाधियाँ धारण कीं, लेकिन ‘टिका’ का उल्लेख उसके साम्राज्यवादी इरादों के संदर्भ में नहीं, बल्कि उसके निरंकुश शासन और कठोर न्याय प्रणाली से जोड़ा जा सकता है। इतिहासकार इस उपाधि के सटीक अर्थ और संदर्भ पर भिन्न मत रखते हैं।
- गलत विकल्प: अन्य खिलजी और तुगलक शासक अपनी अपनी नीतियों और उपाधियों के लिए जाने जाते थे, लेकिन ‘टिका’ का संबंध सीधे बलबन से था।
प्रश्न 21: भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत के रूप में किसे जाना जाता है?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राम मोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: राजा राम मोहन राय को ‘भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत’ और ‘आधुनिक भारत के जनक’ के रूप में जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना की और सती प्रथा के उन्मूलन, बाल विवाह के विरोध तथा विधवा पुनर्विवाह के समर्थन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक सुधारों के प्रबल समर्थक थे।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन पुनर्जागरण का व्यापक श्रेय राजा राम मोहन राय को दिया जाता है।
प्रश्न 22: ‘किताब-उल-हिंद’ (Tahqiq-i-Hind) का लेखक कौन था?
- अल-बरूनी
- इब्न बतूता
- अल-मसूदी
- सुलेमान
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘किताब-उल-हिंद’ (या तहकीक-ए-हिंद) के लेखक अल-बरूनी थे।
- संदर्भ और विस्तार: अल-बरूनी (973-1048 ईस्वी) एक फारसी विद्वान थे जो महमूद गजनवी के साथ भारत आए थे। उनकी यह पुस्तक 11वीं शताब्दी में भारत के इतिहास, संस्कृति, धर्म, विज्ञान और सामाजिक जीवन का एक विस्तृत और निष्पक्ष विवरण प्रस्तुत करती है।
- गलत विकल्प: इब्न बतूता ने ‘रेहला’ लिखी, अल-मसूदी और सुलेमान अन्य मुस्लिम यात्री और इतिहासकार थे जिन्होंने भारत के बारे में लिखा, लेकिन ‘किताब-उल-हिंद’ अल-बरूनी की ही रचना है।
प्रश्न 23: भारत में प्रथम रेलवे लाइन किसके शासनकाल में बिछाई गई?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारत में पहली रेलवे लाइन लॉर्ड डलहौजी (भारत के गवर्नर-जनरल 1848-1856) के शासनकाल में 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से ठाणे के बीच बिछाई गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: डलहौजी को भारतीय रेलवे का जनक माना जाता है। उनके कार्यकाल में डाक, तार और सार्वजनिक निर्माण विभागों में भी सुधार हुए, जिनका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को सुदृढ़ करना था।
- गलत विकल्प: अन्य गवर्नर-जनरल ने भी महत्वपूर्ण कार्य किए, लेकिन रेलवे का प्रारंभ डलहौजी के समय ही हुआ।
प्रश्न 24: जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर कौन थे?
- ऋषभदेव
- पार्श्वनाथ
- महावीर
- अजितनाथ
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर थे।
- संदर्भ और विस्तार: भगवान महावीर का जन्म लगभग 599 ईसा पूर्व में हुआ था और उन्होंने जैन धर्म के सिद्धांतों का विस्तार से प्रचार किया। वे वर्धमान के नाम से भी जाने जाते थे। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय (चोरी न करना), ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह (अनावश्यक धन का संचय न करना) जैसे पंच महाव्रतों का उपदेश दिया।
- गलत विकल्प: ऋषभदेव (आदिनाथ) पहले तीर्थंकर थे, पार्श्वनाथ 23वें तीर्थंकर थे, और अजितनाथ दूसरे तीर्थंकर थे।
प्रश्न 25: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ कब समाप्त हुआ?
- 1944
- 1945
- 1946
- 1947
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध 1 सितंबर 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ शुरू हुआ और 2 सितंबर 1945 को जापान के आत्मसमर्पण के साथ आधिकारिक तौर पर समाप्त हुआ। इसने दुनिया के इतिहास में सबसे विनाशकारी संघर्षों में से एक का प्रतिनिधित्व किया।
- गलत विकल्प: 1944 युद्ध का अंतिम चरण था, लेकिन समाप्ति 1945 में हुई। 1946 और 1947 भारत के विभाजन और स्वतंत्रता से जुड़े वर्ष हैं।