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इतिहास की गहराइयों में गोता लगाएँ: दैनिक अभ्यास प्रश्नोत्तरी

इतिहास की गहराइयों में गोता लगाएँ: दैनिक अभ्यास प्रश्नोत्तरी

आइए, समय के सागर में एक और रोमांचक यात्रा पर निकलें! आज हम इतिहास के पन्नों से चुनिंदा 25 प्रश्नों के साथ अपने ज्ञान की परख करेंगे। चाहे आप UPSC, SSC, या किसी राज्य PSC की तैयारी कर रहे हों, यह दैनिक अभ्यास सत्र आपकी समझ को पैना करेगा और आपको परीक्षा के लिए तैयार करेगा।

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सिंधु घाटी सभ्यता के नगर नियोजन के संबंध में असत्य है?

  1. नहरों का एक सुनियोजित जाल था।
  2. मकान कच्ची ईंटों से बने होते थे।
  3. सड़कों का निर्माण ग्रिड पैटर्न में किया गया था।
  4. जल निकासी व्यवस्था उत्कृष्ट थी।

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता के मकान आमतौर पर पक्की ईंटों से बने होते थे, विशेष रूप से हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे प्रमुख शहरों में। कच्ची ईंटों का प्रयोग सीमित था।
  • संदर्भ और विस्तार: सिंधु घाटी सभ्यता अपनी उन्नत शहरी योजना के लिए जानी जाती है। सड़कें एक ग्रिड पैटर्न (समकोण पर काटना) में नियोजित की जाती थीं, जो उस समय के लिए एक असाधारण विशेषता थी। जल निकासी प्रणाली भी बहुत परिष्कृत थी, जिसमें नालियों को ढका जाता था और प्रत्येक घर में व्यक्तिगत या सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था थी।
  • असत्य विकल्प: विकल्प (a), (c), और (d) सिंधु घाटी सभ्यता की नगर नियोजन की प्रमुख विशेषताओं का सटीक वर्णन करते हैं।

प्रश्न 2: किस वेद में यज्ञों के अनुष्ठानों का वर्णन है?

  1. ऋग्वेद
  2. सामवेद
  3. यजुर्वेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: यजुर्वेद वह वेद है जो यज्ञों और बलि से संबंधित मंत्रों और अनुष्ठानों का संकलन है। इसमें गद्य और पद्य दोनों में मंत्र शामिल हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: चारों वेद भारतीय उपमहाद्वीप के प्राचीनतम धार्मिक ग्रंथ हैं। ऋग्वेद सबसे पुराना है और इसमें स्तोत्र (प्रशंसा गान) हैं। सामवेद मुख्य रूप से ऋग्वेद के मंत्रों से लिए गए गायन योग्य धुनें हैं, जिनका उपयोग यज्ञों के दौरान किया जाता था। अथर्ववेद में तंत्र-मंत्र, जादू-टोना, चिकित्सा और रोजमर्रा की जिंदगी से संबंधित ज्ञान का वर्णन है।
  • असत्य विकल्प: ऋग्वेद स्तोत्रों का संग्रह है, सामवेद गायन पर केंद्रित है, और अथर्ववेद में अनुष्ठानों से अधिक दैनिक जीवन और उपचार का वर्णन है।

प्रश्न 3: मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी कहाँ थी?

  1. पाटलिपुत्र
  2. वैशाली
  3. गिरिव्रज (राजगृह)
  4. कौशांबी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी गिरिव्रज (जिसे बाद में राजगृह के नाम से जाना गया) थी। यह पंच पहाड़ियों से घिरा एक सुरक्षित स्थान था।
  • संदर्भ और विस्तार: बिंबिसार, हर्यक वंश का एक महत्वपूर्ण शासक, मगध के प्रारंभिक विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और राजगृह को अपनी राजधानी बनाया। बाद में, बिंबिसार के पुत्र अजातशत्रु ने अपनी राजधानी पाटलिग्राम (वर्तमान पटना) स्थानांतरित की, जो गंगा और सोन नदियों के संगम पर स्थित एक रणनीतिक स्थान था।
  • असत्य विकल्प: वैशाली लिच्छवियों की राजधानी थी, पाटलिपुत्र बाद में मगध की राजधानी बनी, और कौशांबी वत्स राज्य की राजधानी थी।

प्रश्न 4: ‘इंडिका’ का लेखक कौन है?

  1. मेगस्थनीज
  2. टॉलेमी
  3. प्लूटार्क
  4. फाह्यान

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘इंडिका’ का लेखक मेगस्थनीज था, जो एक यूनानी राजदूत था। उसने चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में सेवा की।
  • संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज की ‘इंडिका’ मौर्य साम्राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन का एक अमूल्य स्रोत है, हालांकि इसका मूल पाठ अब उपलब्ध नहीं है और अन्य प्राचीन लेखकों के उद्धरणों से ही हम इसके बारे में जानते हैं। यह मौर्यकालीन भारत का पहला विस्तृत विदेशी विवरण है।
  • असत्य विकल्प: टॉलेमी एक भूगोलवेत्ता था, प्लूटार्क एक यूनानी इतिहासकार था, और फाह्यान एक चीनी यात्री था जो गुप्त काल के दौरान भारत आया था।

प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। उन्होंने एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया और कई युद्धों में विजय प्राप्त की।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (लगभग 335-380 ईस्वी) अपनी सैन्य विजयों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके दरबारी कवि हरिषेण द्वारा रचित प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में उनकी विजयों का विस्तृत वर्णन है। उन्होंने उत्तर भारत के नौ राजाओं को हराया और दक्षिणापथ के अनेक शासकों को भी अपने अधीन किया।
  • असत्य विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य का संस्थापक था, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) एक महान शासक था जिसने मालवा पर विजय प्राप्त की और शकों का उन्मूलन किया, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316 ईस्वी) अपनी बाजार नियंत्रण प्रणाली, या ‘बाजार सुधारों’ के लिए जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने कीमतों को स्थिर रखने और अपनी विशाल सेना के लिए सस्ते सामानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बाजारों पर कड़ा नियंत्रण स्थापित किया था। उन्होंने प्रत्येक वस्तु (अनाज, कपड़े, घोड़े, गुलाम आदि) के लिए मूल्य निर्धारित किए, व्यापारियों पर कड़ी निगरानी रखी और नियमों का उल्लंघन करने पर कठोर दंड का प्रावधान किया।
  • असत्य विकल्प: इल्तुतमिश ने सल्तनत की नींव रखी, बलबन ने राजत्व के सिद्धांत को सुदृढ़ किया, और फिरोजशाह तुगलक ने नहरों और सार्वजनिक निर्माणों पर ध्यान केंद्रित किया।

प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?

  1. देवराय प्रथम
  2. कृष्ण देव राय
  3. देवराय द्वितीय
  4. सदाशिव राय

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: कृष्ण देव राय (1509-1529 ईस्वी) विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासकों में से एक थे।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने अपनी विजयों, कला और साहित्य के संरक्षण, और कुशल प्रशासन के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। उनके शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य अपनी चरम सीमा पर था। उन्होंने तेलुगु साहित्य को भी बढ़ावा दिया और स्वयं एक विद्वान थे। प्रसिद्ध यात्री डोमिंगो पेस ने उनके शासनकाल का वर्णन किया है।
  • असत्य विकल्प: देवराय प्रथम और द्वितीय भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन कृष्ण देव राय की तुलना में उनकी प्रसिद्धि और प्रभाव कम था। सदाशिव राय के शासनकाल में साम्राज्य का पतन शुरू हो गया था।

प्रश्न 8: ‘मनसबदारी प्रथा’ किस मुगल सम्राट ने शुरू की थी?

  1. अकबर
  2. जहांगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मनसबदारी प्रथा को अकबर ने अपनी प्रशासनिक प्रणाली के एक अभिन्न अंग के रूप में पेश किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: मनसबदारी एक श्रेणीबद्ध प्रणाली थी जो सैन्य और नागरिक अधिकारियों दोनों को एक रैंक (मनसब) प्रदान करती थी। यह रैंक व्यक्ति के पद, वेतन और सैनिकों तथा घोड़ों की संख्या निर्धारित करती थी। ‘ज़ात’ (व्यक्तिगत दर्जा) और ‘सवार’ (सवारों की संख्या) इसके दो मुख्य घटक थे। यह प्रणाली साम्राज्य के सुचारू प्रशासन और सैन्य व्यवस्था को बनाए रखने में महत्वपूर्ण थी।
  • असत्य विकल्प: जहांगीर ने ‘स)ब)दारी’ (जागीरदारी) में कुछ सुधार किए, शाहजहाँ अपने निर्माण कार्यों के लिए जाना जाता है, और औरंगजेब का ध्यान दक्षिण की ओर अधिक केंद्रित था।

प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. डलहौजी की ‘व्यपगत का सिद्धांत’
  2. ईसाई धर्म का प्रसार
  3. जनरल ब्राउन द्वारा धार्मिक चिन्हों का अपमान
  4. एनफील्ड राइफल में चर्बी लगे कारतूस

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में चर्बी लगे कारतूसों का प्रयोग था, जिनके बारे में कहा जाता था कि उनमें गाय और सुअर की चर्बी का इस्तेमाल होता था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस कारतूसों को मुंह से खोलना पड़ता था, जिससे हिंदू और मुस्लिम सैनिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची। यह विद्रोह के लिए ‘चिंगारी’ साबित हुआ, हालांकि इसके पीछे कई दीर्घकालिक कारण थे, जैसे ब्रिटिश नीतियों के प्रति असंतोष, सामाजिक-धार्मिक हस्तक्षेप, आर्थिक शोषण और प्रशासनिक अन्याय।
  • असत्य विकल्प: डलहौजी की व्यपगत का सिद्धांत (a) एक महत्वपूर्ण दीर्घकालिक कारण था, लेकिन तात्कालिक नहीं। ईसाई धर्म का प्रसार (b) भी एक कारण था, लेकिन कारतूस सीधे धार्मिक भावनाओं से जुड़े थे। जनरल ब्राउन का उल्लेख इतिहास में इस संदर्भ में नहीं मिलता है।

प्रश्न 10: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का नारा क्या था?

  1. स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है
  2. करो या मरो
  3. सारे जहाँ से अच्छा
  4. पूर्ण स्वराज

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन (1942) के दौरान महात्मा गांधी द्वारा दिया गया प्रसिद्ध नारा ‘करो या मरो’ (Do or Die) था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नारे का अर्थ था कि भारतीयों को या तो स्वतंत्रता प्राप्त करनी चाहिए या इस प्रयास में मर जाना चाहिए। यह आंदोलन ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था और इसने भारत की स्वतंत्रता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।
  • असत्य विकल्प: ‘स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है’ बाल गंगाधर तिलक का नारा था। ‘पूर्ण स्वराज’ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लक्ष्य था। ‘सारे जहाँ से अच्छा’ मुहम्मद इकबाल की प्रसिद्ध रचना है, जिसका प्रयोग बाद में देशभक्ति के गीत के रूप में हुआ।

प्रश्न 11: किस भारतीय समाज सुधारक को ‘आधुनिक भारत का जनक’ माना जाता है?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. राजा राम मोहन राय
  3. ईश्वर चंद्र विद्यासागर
  4. स्वामी दयानंद सरस्वती

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: राजा राम मोहन राय को ‘आधुनिक भारत का जनक’ माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 19वीं सदी में समाज सुधारों की शुरुआत की, विशेष रूप से सती प्रथा के उन्मूलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने ब्रह्म समाज की स्थापना की और पश्चिमी विचारों का स्वागत करते हुए भारतीय परंपराओं को सुधारने का प्रयास किया। वे शिक्षा, नारी अधिकारों और आधुनिकता के प्रबल समर्थक थे।
  • असत्य विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की और भारतीय दर्शन को पश्चिम में प्रचारित किया। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा दिया। स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की और ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया।

प्रश्न 12: किस यूरोपीय शक्ति ने भारत में अपना पहला कारखाना (फैक्ट्री) स्थापित किया था?

  1. अंग्रेज
  2. फ्रांसीसी
  3. डच
  4. पुर्तगाली

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: पुर्तगालियों ने भारत में अपना पहला कारखाना 1503 ईस्वी में कोचीन (अब कोच्चि) में स्थापित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: वास्को डी गामा के भारत आगमन (1498) के बाद, पुर्तगालियों ने मालाबार तट पर अपनी व्यापारिक चौकियों का विस्तार किया। कोचीन उनकी पहली महत्वपूर्ण बस्ती और कारखाना बनी। इसके बाद उन्होंने कालीकट और कन्ननोर में भी कारखाने स्थापित किए।
  • असत्य विकल्प: अंग्रेजों ने 1613 में सूरत में अपना पहला कारखाना स्थापित किया, फ्रांसीसियों ने 1668 में सूरत में, और डचों ने 1605 में मसूलीपट्टनम में।

प्रश्न 13: ‘द ग्रेट डिलेमा’ पुस्तक किसने लिखी थी?

  1. एम.एन. रॉय
  2. एम.के. गांधी
  3. जवाहरलाल नेहरू
  4. सरदार पटेल

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘द ग्रेट डिलेमा’ पुस्तक एम.एन. रॉय (मानवेंद्र नाथ रॉय) द्वारा लिखी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: एम.एन. रॉय एक प्रमुख क्रांतिकारी, दार्शनिक और राजनीतिक विचारक थे, जिन्होंने अपने जीवनकाल में साम्यवाद, मानवतावाद और राजनीतिक आदर्शवाद के विभिन्न चरणों का अनुभव किया। यह पुस्तक उनके वैचारिक विकास और भारत तथा दुनिया के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर उनके विचारों को दर्शाती है।
  • असत्य विकल्प: एम.के. गांधी (महात्मा गांधी), जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे, जिनकी अपनी-अपनी महत्वपूर्ण रचनाएँ हैं, लेकिन ‘द ग्रेट डिलेमा’ उनकी नहीं है।

प्रश्न 14: निम्नलिखित में से किस गवर्नर-जनरल ने सती प्रथा को समाप्त किया?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  3. लॉर्ड कर्जन
  4. लॉर्ड कैनिंग

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने 1829 में राजा राम मोहन राय के प्रयासों से सती प्रथा को समाप्त कर दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: बंगाल सती रेगुलेशन (Regulation XVII) द्वारा सती प्रथा को गैरकानूनी घोषित किया गया था। इस अधिनियम ने पूरे ब्रिटिश भारत में इस क्रूर प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया। यह भारतीय समाज में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
  • असत्य विकल्प: लॉर्ड डलहौजी विलय की नीतियों के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया, और लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे।

प्रश्न 15: ऋग्वेद के दसवें मंडल में किस देवता को समर्पित प्रसिद्ध ‘पुरुष सूक्त’ है?

  1. इंद्र
  2. वरुण
  3. ब्रह्मा
  4. प्रजापति

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ऋग्वेद के दसवें मंडल का ‘पुरुष सूक्त’ सृष्टि की उत्पत्ति का वर्णन करता है और प्रजापति (या ब्रह्मा) को आदिम पुरुष के रूप में प्रस्तुत करता है, जिससे ब्रह्मांड की रचना हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: पुरुष सूक्त बताता है कि कैसे आदिम पुरुष (पुरुष) के विभिन्न अंग समाज के विभिन्न वर्गों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) के रूप में प्रकट हुए। यह वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था की उत्पत्ति से संबंधित महत्वपूर्ण सूक्तों में से एक है।
  • असत्य विकल्प: इंद्र ऋग्वेद में सबसे प्रमुख देवता हैं, जिन्हें युद्ध और वर्षा का देवता माना जाता है। वरुण जल और नैतिकता के देवता हैं। ब्रह्मा सृष्टिकर्ता देवता हैं, लेकिन पुरुष सूक्त में प्रजापति शब्द का प्रयोग है जो मूल कारण को दर्शाता है।

प्रश्न 16: किस गुप्त शासक ने ‘लिच्छवी-दौहित्र’ की उपाधि धारण की थी?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त ने ‘लिच्छवी-दौहित्र’ की उपाधि धारण की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘लिच्छवी-दौहित्र’ का अर्थ है ‘लिच्छवी की बेटी का पोता’। समुद्रगुप्त की माता कुमारदेवी लिच्छवी गणराज्य की राजकुमारी थीं। इस उपाधि से उनके लिच्छवी वंश से संबंध और उस वंश के प्रति उनके गर्व का पता चलता है। यह उपाधि प्रयाग प्रशस्ति में मिलती है।
  • असत्य विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के पहले शासक थे जिन्होंने महाराजाधिराज की उपाधि ली। चंद्रगुप्त द्वितीय ने विक्रमादित्य की उपाधि ली और शकों का उन्मूलन किया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमण को सफलतापूर्वक विफल किया था।

प्रश्न 17: ‘अलाई दरवाजा’ का निर्माण किस सुल्तान ने करवाया था?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. गयासुद्दीन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अलाई दरवाजा का निर्माण दिल्ली सल्तनत के खिलजी वंश के शासक अलाउद्दीन खिलजी ने करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: अलाई दरवाजा, कुतुब मीनार परिसर का एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है, जिसे 1305-1311 ईस्वी के बीच बनाया गया था। यह अपनी इंडो-इस्लामिक वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें मेहराब (arch) और गुंबद (dome) का सुंदर प्रयोग किया गया है। यह तुर्कीस, भारतीय और फारसी शैलियों का मिश्रण है।
  • असत्य विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुब मीनार का निर्माण शुरू करवाया था, इल्तुतमिश ने इसका निर्माण पूरा करवाया और कुतुब मीनार के पास एक मदरसा बनवाया। गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलकाबाद की स्थापना की।

प्रश्न 18: बाबर ने किस वर्ष भारत पर आक्रमण किया और पानीपत का प्रथम युद्ध जीता?

  1. 1526
  2. 1527
  3. 1528
  4. 1529

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: बाबर ने 1526 ईस्वी में इब्राहिम लोदी को पानीपत के प्रथम युद्ध में हराकर भारत पर आक्रमण किया और विजय प्राप्त की।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विजय के साथ ही भारत में मुगल साम्राज्य की नींव पड़ी। बाबर ने अपनी आत्मकथा ‘बाबरनामा’ में अपनी विजयों और भारत की स्थिति का वर्णन किया है। उसने तोपखाने और बारूद का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया, जो उस समय भारतीय युद्धों में एक नई तकनीक थी।
  • असत्य विकल्प: 1527 में खानवा का युद्ध (बाबर बनाम राणा सांगा), 1528 में चंदेरी का युद्ध (बाबर बनाम मेदिनी राय), और 1529 में घाघरा का युद्ध (बाबर बनाम अफगान) हुए थे।

प्रश्न 19: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना किसने की थी?

  1. जहांगीर
  2. शाहजहाँ
  3. अकबर
  4. औरंगजेब

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की स्थापना मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक syncretic (समन्वयवादी) धर्म था जिसमें विभिन्न धर्मों के सार तत्वों को शामिल करने का प्रयास किया गया था। इसका उद्देश्य धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देना था, लेकिन यह व्यापक रूप से नहीं फैला और अकबर के बाद इसका महत्व समाप्त हो गया। बीरबल इस धर्म को स्वीकार करने वाले एकमात्र प्रमुख व्यक्ति थे।
  • असत्य विकल्प: जहांगीर अपने न्याय के लिए ‘ज़ंजीर-ए-अदल’ के लिए जाना जाता है, शाहजहां अपने वास्तुशिल्प के लिए, और औरंगजेब अपनी धार्मिक कट्टरता के लिए।

प्रश्न 20: किस मराठा पेशवा को ‘पुणे का चाणक्य’ कहा जाता था?

  1. बाजीराव प्रथम
  2. बालाजी बाजीराव
  3. माधवराव
  4. नाना फड़नवीस

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: नाना फड़नवीस को ‘पुणे का चाणक्य’ कहा जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: बालाजी जनार्दन फडके (नाना फड़नवीस) 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में मराठा साम्राज्य के एक प्रमुख कूटनीतिक और प्रशासक थे। उन्होंने मराठा परिसंघ के शासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपनी राजनीतिक बुद्धिमत्ता से मराठों के हितों की रक्षा करने का प्रयास किया। उनके कुशल कूटनीतिक चालों के कारण उन्हें यह उपाधि दी गई।
  • असत्य विकल्प: बाजीराव प्रथम एक महान योद्धा और पेशवा थे जिन्होंने मराठा शक्ति का विस्तार किया। बालाजी बाजीराव (नाना साहेब) के शासनकाल में पानीपत का तृतीय युद्ध हुआ। माधवराव ने मराठा साम्राज्य को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया।

प्रश्न 21: बक्सर का युद्ध कब हुआ था?

  1. 1757
  2. 1764
  3. 1772
  4. 1782

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: बक्सर का युद्ध 1764 ईस्वी में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में हेक्टर मुनरो के नेतृत्व वाली ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय, अवध के नवाब शुजा-उद-दौला और बंगाल के नवाब मीर कासिम की संयुक्त सेना को निर्णायक रूप से हराया। इस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश राजनीतिक वर्चस्व की नींव रखी और इसके परिणामस्वरूप इलाहाबाद की संधि (1765) हुई, जिसने कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा के दीवानी अधिकार प्रदान किए।
  • असत्य विकल्प: 1757 में प्लासी का युद्ध हुआ था, जिसने ब्रिटिश वर्चस्व की शुरुआत की। 1772 में रेगुलेटिंग एक्ट आया, और 1782 में सालबाई की संधि हुई।

प्रश्न 22: ‘द स्टोरी ऑफ माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रुथ’ (सत्य के प्रयोग) के लेखक कौन हैं?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार पटेल
  3. महात्मा गांधी
  4. मौलाना आजाद

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘द स्टोरी ऑफ माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रुथ’ (सत्य के प्रयोग) के लेखक महात्मा गांधी हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह गांधीजी की आत्मकथा है, जो उन्होंने 1920 के दशक में लिखी थी। इसमें उनके जीवन के शुरुआती वर्षों, उनकी शिक्षा, दक्षिण अफ्रीका के अनुभव और भारत में स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका का वर्णन है। यह पुस्तक उनके विचारों, दर्शन और सत्य तथा अहिंसा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
  • असत्य विकल्प: जवाहरलाल नेहरू ने ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ लिखी, सरदार पटेल ने कोई प्रमुख आत्मकथा नहीं लिखी, और मौलाना आजाद ने ‘इंडिया विन्स फ्रीडम’ लिखी।

प्रश्न 23: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?

  1. 1905-1910
  2. 1914-1918
  3. 1939-1945
  4. 1947-1950

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध जुलाई 1914 में शुरू हुआ और नवंबर 1918 में समाप्त हुआ। इसमें केंद्रीय शक्तियां (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की, बुल्गारिया) और मित्र राष्ट्र (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका) शामिल थे। इसके विनाशकारी परिणाम हुए और इसने यूरोप का राजनीतिक मानचित्र बदल दिया।
  • असत्य विकल्प: 1905-1910 के बीच रूस-जापान युद्ध हुआ। 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल है। 1947-1950 के बीच भारत का विभाजन और उसके शुरुआती वर्ष आए।

प्रश्न 24: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?

  1. लाहौर अधिवेशन (1929)
  2. कलकत्ता अधिवेशन (1920)
  3. दिल्ली अधिवेशन (1931)
  4. फैजपुर अधिवेशन (1936)

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1929 के लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसी अधिवेशन में 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ मनाने का निर्णय लिया गया, और तब से 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा, जो बाद में भारत का गणतंत्र दिवस बना। यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
  • असत्य विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन 1920 में असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ था। दिल्ली अधिवेशन 1931 में कराची अधिवेशन के प्रस्तावों का समर्थन किया गया। फैजपुर अधिवेशन 1936 में कांग्रेस का पहला ग्रामीण अधिवेशन हुआ था।

प्रश्न 25: साइमन कमीशन का गठन किस उद्देश्य से किया गया था?

  1. भारत में शिक्षा का प्रसार
  2. भारतीय संवैधानिक सुधारों का अध्ययन
  3. कृषि सुधारों का प्रस्ताव
  4. रेलवे विस्तार की योजना

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: साइमन कमीशन का गठन भारत में संवैधानिक सुधारों का अध्ययन करने और भविष्य के लिए सिफारिशें देने के उद्देश्य से किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: 1919 के भारत सरकार अधिनियम के प्रावधानों की समीक्षा के लिए 1927 में ब्रिटेन द्वारा सर जॉन साइमन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था। इस आयोग में एक भी भारतीय सदस्य न होने के कारण इसका भारत में व्यापक विरोध हुआ था। आयोग ने 1930 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।
  • असत्य विकल्प: भारत में शिक्षा का प्रसार हंटर आयोग (1882) और सैडलर आयोग (1917) जैसे आयोगों से संबंधित था। कृषि और रेलवे सुधारों के लिए भी अलग-अलग आयोगों का गठन हुआ था।

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