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इतिहास की गहराइयों में उतरें: दैनिक महा-मॉक टेस्ट!

इतिहास की गहराइयों में उतरें: दैनिक महा-मॉक टेस्ट!

तैयार हो जाइए ज्ञान की एक रोमांचक यात्रा के लिए, जहाँ हम समय के सागर में गोता लगाएंगे और इतिहास के महत्वपूर्ण पन्नों को पलटेंगे। अपनी परीक्षा की तैयारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, आज के इस विशेष मॉक टेस्ट में अपनी सूझबूझ और अवधारणों को परखें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा प्राचीन भारत का एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय था जो बौद्ध शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र था?

  1. तक्षशिला
  2. नालंदा
  3. विक्रमशिला
  4. सभी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: तक्षशिला, नालंदा और विक्रमशिला सभी प्राचीन भारत के महत्वपूर्ण शिक्षण केंद्र थे, जो विशेष रूप से बौद्ध शिक्षा के लिए प्रसिद्ध थे। तक्षशिला, गांधार क्षेत्र में स्थित, कला, विज्ञान और चिकित्सा के लिए भी जाना जाता था। नालंदा, गुप्त काल में अपने चरम पर, दुनिया भर से छात्रों को आकर्षित करता था। विक्रमशिला, पाल वंश के तहत फला-फूला।
  • संदर्भ और विस्तार: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त सम्राट कुमारगुप्त प्रथम ने की थी। यह दर्शन, तर्कशास्त्र, चिकित्सा, खगोल विज्ञान और गणित सहित विभिन्न विषयों में शिक्षा प्रदान करता था। ह्वेन त्सांग जैसे चीनी यात्री भी यहाँ अध्ययन के लिए आए थे।
  • गलत विकल्प: जबकि सभी विकल्प महत्वपूर्ण शिक्षण केंद्र थे, प्रश्न एक ऐसे विश्वविद्यालय के बारे में पूछता है जो ‘बौद्ध शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र’ था। इनमें से तीनों ही बौद्ध शिक्षा के प्रमुख केंद्र थे, इसलिए ‘सभी’ सबसे उपयुक्त उत्तर है।

प्रश्न 2: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किस मराठा शासक ने किया था?

  1. शिवाजी महाराज
  2. संभाजी
  3. बाजीराव प्रथम
  4. माधवराव

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था। यह परिषद राजा को सलाह देने का कार्य करती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान के सदस्यों में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडित राव (धर्माध्यक्ष), सेनापति (सेना प्रमुख), सुमंत (न्यायधीश), और मंत्री (सूचना अधिकारी) शामिल थे। यह प्रणाली शिवाजी के कुशल शासन की नींव थी।
  • गलत विकल्प: संभाजी, बाजीराव प्रथम और माधवराव भी महत्वपूर्ण मराठा शासक थे, लेकिन अष्टप्रधान का गठन शिवाजी महाराज के शासनकाल में हुआ था।

प्रश्न 3: साइमन कमीशन भारत कब आया?

  1. 1927
  2. 1928
  3. 1929
  4. 1930

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: साइमन कमीशन, जिसका उद्देश्य भारत में संवैधानिक सुधारों का अध्ययन करना था, 1928 में भारत आया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस कमीशन का गठन 1927 में ब्रिटिश सरकार द्वारा किया गया था, लेकिन विरोध के कारण यह 1928 में भारत पहुंचा। इसमें सात सदस्य थे, और सभी सदस्य ब्रिटिश थे, जिसके कारण इसे ‘श्वेत कमीशन’ भी कहा गया। भारत में इसके आगमन का व्यापक विरोध हुआ, जिसका नारा था ‘साइमन वापस जाओ’।
  • गलत विकल्प: 1927 में इसका गठन हुआ था, लेकिन यह भारत 1928 में पहुंचा। 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जहाँ पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ।

प्रश्न 4: सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. धोलावीरा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है, और अपनी विशालता और संरचनाओं के कारण इसे अक्सर सबसे बड़ा स्थल माना जाता है, विशेष रूप से इसके सार्वजनिक स्नानघर (Great Bath) और विशाल अन्नागार (Granary) के लिए। हालिया उत्खननों के अनुसार, धोलावीरा को भी एक बहुत बड़ा और सुनियोजित शहर माना जाता है, लेकिन मोहनजोदड़ो को पारंपरिक रूप से सबसे बड़ा माना जाता रहा है।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में) का अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है। यह अपनी उत्कृष्ट शहरी नियोजन, जल निकासी व्यवस्था और बड़े सार्वजनिक भवनों के लिए जाना जाता है। लोथल एक बंदरगाह शहर था, और हड़प्पा पहला स्थल था जिसे खोजा गया था।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया स्थल था, लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था, और धोलावीरा एक जल प्रबंधन प्रणाली के लिए जाना जाता है। हालांकि, पुरातात्विक रूप से मोहनजोदड़ो को व्यापक रूप से सबसे बड़े स्थलों में से एक माना जाता है।

प्रश्न 5: ‘द कॉमनवेल्थ ऑफ लेटर्स’ नामक पुस्तक किसने लिखी?

  1. जॉन मिल्टन
  2. शेक्सपियर
  3. जे. एम. कीन्स
  4. विलियम वर्ड्सवर्थ

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘द कॉमनवेल्थ ऑफ लेटर्स’ (The End of Laissez-Faire) प्रसिद्ध अर्थशास्त्री जे. एम. कीन्स द्वारा लिखी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1926 में प्रकाशित हुई थी। इसमें कीन्स ने पूंजीवाद की प्रकृति, मुक्त बाजार (laissez-faire) की सीमाओं और राज्य के हस्तक्षेप की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए। यह उनके विचारों के विकास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव था।
  • गलत विकल्प: जॉन मिल्टन एक महान कवि थे, शेक्सपियर एक महान नाटककार थे, और विलियम वर्ड्सवर्थ एक प्रसिद्ध कवि थे। ये सभी साहित्य के क्षेत्र से जुड़े हैं, जबकि कीन्स अर्थशास्त्र से।

प्रश्न 6: सल्तनत काल में ‘इक्ता’ प्रणाली का क्या अर्थ था?

  1. सैन्य सेवा के बदले भूमि अनुदान
  2. धार्मिक कर
  3. कृषि उत्पादन पर कर
  4. न्याय प्रणाली

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: सल्तनत काल में ‘इक्ता’ एक प्रकार का भूमि अनुदान था जो राज्य के अधिकारियों या सैनिकों को उनकी सेवाओं के बदले में दिया जाता था। इक्तादार उस भूमि से राजस्व एकत्र कर सकता था, जिसका उपयोग वह अपनी सेना को बनाए रखने और राज्य को अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए करता था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह प्रणाली तुर्की शासकों द्वारा अपनी सैन्य और प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए शुरू की गई थी। इल्तुतमिश को इस प्रणाली को व्यवस्थित करने का श्रेय दिया जाता है। यह जागीरदारी प्रथा के समान थी, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण अंतरों के साथ।
  • गलत विकल्प: धार्मिक कर को ‘जकात’ या ‘खराज’ कहा जाता था। कृषि उत्पादन पर कर निश्चित प्रतिशत में होता था। न्याय प्रणाली का प्रबंधन काजी आदि करते थे।

प्रश्न 7: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?

  1. लॉर्ड कैनिंग
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह के समय भारत के गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग थे।
  • संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कैनिंग 1856 से 1862 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे। उनके कार्यकाल में ही 1857 का विद्रोह हुआ। विद्रोह के बाद, भारत सरकार अधिनियम 1858 के तहत, भारत का शासन ब्रिटिश ताज के अधीन आ गया और गवर्नर-जनरल को वायसराय का पद भी दिया गया, इसलिए कैनिंग भारत के पहले वायसराय भी बने।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी (1848-1856) ने ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) लागू किया था, जिसके कारण असंतोष बढ़ा। लॉर्ड विलियम बेंटिंक (1828-1835) ने सती प्रथा का अंत किया था। लॉर्ड कर्जन (1899-1905) ने बंगाल का विभाजन किया था।

प्रश्न 8: ‘अर्थशास्त्र’ का लेखक कौन है, जो मौर्य काल के प्रशासन पर प्रकाश डालता है?

  1. कलहन
  2. विशाखदत्त
  3. चाणक्य
  4. पाणिनी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अर्थशास्त्र’ के लेखक चाणक्य (जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है) थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधानमंत्री चाणक्य द्वारा लिखी गई थी। इसमें राज्य कला, कूटनीति, अर्थव्यवस्था, सैन्य रणनीति और समाज के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी मिलती है। यह उस समय के राजनीतिक और आर्थिक जीवन का एक अमूल्य स्रोत है।
  • गलत विकल्प: कलहन ने ‘राजतरंगिणी’ लिखी, जो कश्मीर का इतिहास बताती है। विशाखदत्त ने ‘मुद्राराक्षस’ लिखा, जिसमें चंद्रगुप्त मौर्य के राज्याभिषेक का वर्णन है। पाणिनी एक महान व्याकरणकार थे जिन्होंने ‘अष्टाध्यायी’ लिखी।

प्रश्न 9: वर्ष 1947 के बाद फ्रांसीसी उपनिवेशों में से कौन सा एक भारत को सौंपा गया था?

  1. लक्षद्वीप
  2. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
  3. गोवा
  4. पुदुचेरी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, पुदुचेरी (पूर्व में पांडिचेरी) को 1954 में भारत को सौंपा गया था, जो फ्रांसीसी शासन के अधीन था।
  • संदर्भ और विस्तार: भारत में फ्रांसीसी उपनिवेशों में पुदुचेरी, कराईकल, यानम, माहे और चंद्रनगर शामिल थे। 1954 में, इन क्षेत्रों को भारत गणराज्य को सौंप दिया गया, और 1962 में, इन पर भारतीय संप्रभुता की पुष्टि हुई। गोवा एक पुर्तगाली उपनिवेश था जिसे 1961 में भारतीय सेना द्वारा मुक्त कराया गया था।
  • गलत विकल्प: लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह हमेशा से भारत का हिस्सा रहे हैं। गोवा पुर्तगाली शासन के अधीन था।

प्रश्न 10: निम्नलिखित में से किसने ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत की थी?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक धर्मनिरपेक्ष धर्म था जिसे अकबर ने 1582 में स्थापित किया था। इसका उद्देश्य सभी प्रमुख धर्मों के मूल सिद्धांतों को मिलाकर एक नया पंथ बनाना था, जो सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा दे सके। हालाँकि, यह अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ और केवल कुछ चुनिंदा लोगों ने ही इसे अपनाया।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब मुगल बादशाह थे, लेकिन उन्होंने इस धर्मनिरपेक्ष पंथ की शुरुआत नहीं की थी।

प्रश्न 11: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?

  1. 1905-1910
  2. 1914-1918
  3. 1939-1945
  4. 1918-1922

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध की शुरुआत 28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ हुई और 11 नवंबर 1918 को जर्मनी द्वारा युद्धविराम पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुआ। इसमें दुनिया के अधिकांश प्रमुख देश शामिल थे, जो दो विरोधी गठबंधनों में बँटे हुए थे: मित्र राष्ट्र (Allied Powers) और केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers)।
  • गलत विकल्प: 1905-1910 का काल कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा, जैसे रूस-जापान युद्ध। 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल है।

प्रश्न 12: प्रसिद्ध ‘सत्यमेव जयते’ किस उपनिषद से लिया गया है?

  1. ईशोपनिषद
  2. कठोपनिषद
  3. मांडूक्योपनिषद
  4. मुंडकोपनिषद

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही जीत होती है) वाक्य मुंडकोपनिषद से लिया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: मुंडकोपनिषद अथर्ववेद का एक भाग है। यह उपनिषद ज्ञान के महत्व और आत्मा की सार्वभौमिक प्रकृति पर जोर देता है। ‘सत्यमेव जयते’ इस उपनिषद के एक श्लोक का हिस्सा है और भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है।
  • गलत विकल्प: ईशोपनिषद, कठोपनिषद और मांडूक्योपनिषद भी महत्वपूर्ण उपनिषद हैं, लेकिन ‘सत्यमेव जयते’ विशेष रूप से मुंडकोपनिषद से संबंधित है।

प्रश्न 13: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय प्रथम
  4. बुक्का द्वितीय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत में तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थापित हुआ था। हरिहर प्रथम को साम्राज्य का संस्थापक माना जाता है, जबकि बुक्का राय प्रथम ने अपने शासनकाल में साम्राज्य का विस्तार किया। विजयनगर कला, वास्तुकला, साहित्य और धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र था।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय प्रथम और बुक्का द्वितीय भी विजयनगर के शासक थे।

प्रश्न 14: ‘गीत गोविंद’ का रचयिता कौन है?

  1. कबीर
  2. सूरदास
  3. जयदेव
  4. तुलसीदास

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता जयदेव थे।
  • संदर्भ और विस्तार: जयदेव, बंगाल के पाल शासक लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे। ‘गीत गोविंद’ राधा और कृष्ण के प्रेम का काव्यात्मक वर्णन है और यह भारतीय साहित्य की एक उत्कृष्ट कृति मानी जाती है। इसमें 12 सर्ग (अध्याय) हैं और यह भक्ति और शृंगार रस का सुंदर मिश्रण है।
  • गलत विकल्प: कबीर, सूरदास और तुलसीदास मध्यकालीन भारत के महान संत कवि थे, जिन्होंने भक्ति साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन ‘गीत गोविंद’ उनकी रचना नहीं है।

प्रश्न 15: चौरी-चौरा की घटना, जिसने असहयोग आंदोलन को स्थगित करने का कारण बनी, कब हुई थी?

  1. 1920
  2. 1921
  3. 1922
  4. 1923

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चौरी-चौरा की हिंसक घटना 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले (उत्तर प्रदेश) में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस घटना में, आंदोलनकारियों की एक भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए। महात्मा गांधी, जो अहिंसा के प्रबल समर्थक थे, इस घटना से बहुत आहत हुए और उन्होंने असहयोग आंदोलन (1920-22) को तुरंत स्थगित करने का फैसला किया।
  • गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था। 1923 में स्वराज पार्टी का गठन हुआ था।

प्रश्न 16: किस मुगल बादशाह को ‘जिंदा पीर’ कहा जाता था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मुगल बादशाह औरंगजेब को ‘जिंदा पीर’ (जीवित संत) के नाम से जाना जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उन्हें उनके सादा जीवन, धार्मिकता और कुरान के अनुसार शासन करने के उनके प्रयासों के कारण दी गई थी। वे एक कुशल संगीतकार और विद्वान भी थे, लेकिन उन्होंने अपने शासनकाल में शरियत को लागू करने पर जोर दिया, जिससे कुछ सुधारों को वापस लिया गया और धार्मिक असहिष्णुता की आलोचना भी हुई।
  • गलत विकल्प: अकबर अपनी धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाने जाते थे। जहाँगीर कला और चित्रकला के संरक्षक थे। शाहजहाँ वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध थे (जैसे ताजमहल)।

प्रश्न 17: ऋग्वेद में ‘सर्प का हत्यारा’ किसे कहा गया है?

  1. इंद्र
  2. वरुण
  3. अग्नि
  4. सोम

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ऋग्वेद में इंद्र को ‘सर्प का हत्यारा’ (वृत्रहन्) कहा गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: इंद्र ऋग्वेद के सबसे प्रमुख देवता हैं, जिन्हें युद्ध, वर्षा और वज्र का देवता माना जाता है। वृत्र एक पौराणिक सर्प या दानव था जिसने नदियों के प्रवाह को अवरुद्ध कर दिया था। इंद्र ने वृत्र को मारकर नदियों को मुक्त कराया, जिससे मानवता को लाभ हुआ। इसी कारण उन्हें ‘वृत्रहन्’ की उपाधि दी गई।
  • गलत विकल्प: वरुण जल और नैतिक व्यवस्था के देवता हैं, अग्नि देवताओं और मनुष्यों के बीच मध्यस्थ हैं, और सोम एक महत्वपूर्ण वैदिक पौधा और देवता हैं।

प्रश्न 18: भारत में ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति किसने अपनाई?

  1. ईस्ट इंडिया कंपनी
  2. ब्रिटिश सरकार
  3. दोनों
  4. कोई नहीं

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘फूट डालो और राज करो’ (Divide and Rule) की नीति को ईस्ट इंडिया कंपनी और बाद में ब्रिटिश सरकार दोनों ने भारत में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अपनाया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नीति का उद्देश्य विभिन्न समुदायों, जातियों और क्षेत्रों के बीच मतभेद पैदा करना और उन्हें एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करना था, ताकि वे एकजुट होकर ब्रिटिश शासन को चुनौती न दे सकें। इसका सबसे स्पष्ट उदाहरण सांप्रदायिक आधार पर चुनाव क्षेत्रों का निर्माण और विभाजन का प्रयोग था।
  • गलत विकल्प: ईस्ट इंडिया कंपनी ने प्लासी के युद्ध (1757) के बाद से अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के साथ इस नीति का प्रयोग शुरू कर दिया था, और 1857 के विद्रोह के बाद, ब्रिटिश ताज ने इस नीति को और अधिक व्यवस्थित रूप से जारी रखा।

प्रश्न 19: चंद्रगुप्त मौर्य का चंद्रगुप्त प्रथम से क्या संबंध था?

  1. पिता-पुत्र
  2. दादा-पोता
  3. दोनों अलग-अलग राजवंशों के थे
  4. दोनों भाई थे

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य राजवंश के संस्थापक थे, जबकि चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त राजवंश के पहले महान सम्राट थे। ये दोनों अलग-अलग राजवंशों और युगों से संबंधित थे।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने लगभग 322 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी। चंद्रगुप्त प्रथम (गुप्त साम्राज्य के तीसरे शासक) ने लगभग 320 ईस्वी में शासन करना शुरू किया और गुप्त साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। दोनों के बीच लगभग 600 वर्षों का अंतर था।
  • गलत विकल्प: वे पिता-पुत्र, दादा-पोता या भाई नहीं थे। नाम समान होने के कारण भ्रम हो सकता है।

प्रश्न 20: ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ (FICCI) की स्थापना कब हुई?

  1. 1927
  2. 1930
  3. 1935
  4. 1942

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) की स्थापना 1927 में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना घनश्याम दास बिड़ला और पुरुषोत्तम दास ठाकुर जैसे प्रमुख भारतीय उद्योगपतियों ने की थी। इसका उद्देश्य भारत में व्यापार और उद्योग के हितों को बढ़ावा देना और सरकार के साथ संवाद स्थापित करना था।
  • गलत विकल्प: 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन और गोलमेज सम्मेलनों का दौर था। 1935 में भारत सरकार अधिनियम आया। 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन हुआ।

प्रश्न 21: ऋग्वैदिक काल में ‘दसराग्य युद्ध’ (Battle of Ten Kings) किस नदी के तट पर लड़ा गया था?

  1. सिंधु
  2. यमुना
  3. परुष्णी (रावी)
  4. सरस्वती

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ऋग्वैदिक काल में ‘दसराग्य युद्ध’ (Battle of Ten Kings) परुष्णी नदी के तट पर लड़ा गया था, जिसे वर्तमान में रावी नदी के नाम से जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ऋग्वेद के सातवें मंडल में वर्णित है। यह राजा सुदास (भरत जन के) और दस जनपदों (या कबीलों) के गठबंधन के बीच हुआ था। इस युद्ध में राजा सुदास की विजय हुई, जिसने भरत जन को प्रमुखता दिलाई।
  • गलत विकल्प: सिंधु, यमुना और सरस्वती महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, लेकिन यह युद्ध विशेष रूप से परुष्णी नदी के तट पर हुआ था।

प्रश्न 22: निम्नलिखित में से कौन सी पुस्तक ‘आधुनिक भारत का बाइबिल’ कहलाती है?

  1. आनंद मठ
  2. राष्ट्र का धन
  3. भारत की खोज
  4. मेरे सत्य के प्रयोग

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महात्मा गांधी की आत्मकथा ‘मेरे सत्य के प्रयोग’ (My Experiments with Truth) को ‘आधुनिक भारत का बाइबिल’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक गांधीजी के जीवन और उनके सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह जैसे विचारों की यात्रा का वर्णन करती है। इसमें उनके बचपन से लेकर असहयोग आंदोलन तक के अनुभव शामिल हैं, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम को समझने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
  • गलत विकल्प: ‘आनंद मठ’ बंकिमचंद्र चटर्जी का उपन्यास है जिसमें ‘वंदे मातरम’ गीत है। ‘राष्ट्र का धन’ दादाभाई नौरोजी की पुस्तक है। ‘भारत की खोज’ जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखी गई थी।

प्रश्न 23: इल्तुतमिश ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में किसे नामित किया था?

  1. बलबन
  2. रज़िया सुल्तान
  3. नासिरुद्दीन महमूद
  4. मसूद शाह

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गुलाम वंश के शासक इल्तुतमिश ने अपनी मृत्यु से पहले अपनी बेटी रज़िया सुल्तान को अपना उत्तराधिकारी नामित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: रज़िया सुल्तान दिल्ली सल्तनत की पहली और अंतिम मुस्लिम महिला शासक थीं। उन्होंने 1236 से 1240 तक शासन किया। इल्तुतमिश ने अपनी योग्यता के आधार पर उन्हें चुना था, क्योंकि उनके पुत्र उतने योग्य नहीं थे।
  • गलत विकल्प: बलबन बाद में शासक बने। नासिरुद्दीन महमूद और मसूद शाह भी दिल्ली सल्तनत के शासक थे, लेकिन रज़िया इल्तुतमिश की प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी नामित की गई थीं।

प्रश्न 24: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) शब्द का अर्थ क्या है?

  1. फिर से क्रांति
  2. पुनर्जन्म
  3. पुनः जागरण
  4. पुनर्स्थापना

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘Renaissance’ फ्रेंच शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ ‘पुनर्जन्म’ (Rebirth) है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह यूरोप में 14वीं से 16वीं शताब्दी तक की अवधि को संदर्भित करता है, जब शास्त्रीय यूनानी और रोमन कला, साहित्य और दर्शन में नई रुचि जगी। इसने कला, विज्ञान, साहित्य और संस्कृति में एक बड़ा बदलाव लाया, जिससे मध्ययुगीनता से आधुनिकता की ओर संक्रमण हुआ।
  • गलत विकल्प: जबकि पुनर्जागरण ने कई क्षेत्रों में ‘पुनः जागरण’ और ‘पुनर्स्थापना’ की भावना लाई, इसका मूल अर्थ ‘पुनर्जन्म’ है। ‘फिर से क्रांति’ का अर्थ भिन्न होता है।

प्रश्न 25: खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. मौलाना शौकत अली और मौलाना मोहम्मद अली
  3. सर सैयद अहमद खान
  4. अबुल कलाम आज़ाद

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व मुख्य रूप से अली बंधुओं (मौलाना शौकत अली और मौलाना मोहम्मद अली) ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की के ऑटोमन साम्राज्य के विघटन और खलीफा के पद को समाप्त किए जाने के विरोध में शुरू हुआ था। भारतीय मुसलमानों ने इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया और बाद में महात्मा गांधी ने इसे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के साथ जोड़ दिया, जिससे यह खिलाफत-असहयोग आंदोलन के रूप में जाना गया।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने इसका समर्थन किया था, लेकिन नेतृत्व अली बंधुओं के पास था। सर सैयद अहमद खान 19वीं सदी के सुधारक थे, और अबुल कलाम आज़ाद भी एक प्रमुख नेता थे, लेकिन खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व मुख्य रूप से अली बंधुओं को श्रेय दिया जाता है।

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