इतिहास की गहराइयों में उतरें: 25 प्रश्नों का दैनिक महा-अभ्यास
क्या आप इतिहास के गलियारों में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए तैयार हैं? आज का यह विशेष अभ्यास सत्र आपको प्राचीन भारत के रहस्यों से लेकर आधुनिक विश्व के महत्वपूर्ण मोड़ों तक ले जाएगा। अपनी ऐतिहासिक यात्रा शुरू करें, अपने ज्ञान का परीक्षण करें और हर प्रश्न के पीछे छिपे संदर्भ को समझें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से एक गोदी (डॉकयार्ड) के साक्ष्य मिले हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लोथल, जो वर्तमान गुजरात में स्थित है, एक महत्वपूर्ण हड़प्पाकालीन बंदरगाह शहर था। यहाँ से एक विशाल संरचना मिली है जिसे पुरातात्विकों ने गोदी या डॉकयार्ड माना है, जो समुद्री व्यापार का प्रमाण है।
- संदर्भ और विस्तार: लोथल को भोगवा नदी के किनारे बसाया गया था। यह स्थल अपनी उन्नत नगर नियोजन, गोदी, मनके बनाने के कारखाने और हाथी दांत की कंघी के लिए जाना जाता है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो बड़े शहर थे लेकिन उनमें लोथल जैसे विशिष्ट डॉकयार्ड के साक्ष्य नहीं मिले। कालीबंगन से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 2: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयुक्त हुआ है?
- घोड़ा
- गाय
- बैल
- भेड़
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ का अर्थ है ‘जिसे मारा न जा सके’। यह शब्द गाय के लिए प्रयुक्त हुआ है, जो आर्यों के लिए अत्यंत पवित्र और पूजनीय पशु थी।
- संदर्भ और विस्तार: गायों को धन का प्रतीक माना जाता था और युद्धों में भी गायों के लिए संघर्ष होते थे। ऋग्वेद में गायों के महत्व को कई मंत्रों में दर्शाया गया है।
- गलत विकल्प: घोड़े का प्रयोग रथ खींचने और युद्धों में होता था, और वह ‘अघन्य’ नहीं था। बैल कृषि कार्य में महत्वपूर्ण था, लेकिन ‘अघन्य’ विशेषण गाय के लिए आरक्षित था।
प्रश्न 3: किस मौर्य शासक को ‘भद्रबाहु’ के साथ दक्षिण में श्रवणबेलगोला जाने के लिए जाना जाता है?
- बिंदुसार
- अशोक
- चंद्रगुप्त मौर्य
- दशरथ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चंद्रगुप्त मौर्य, मौर्य साम्राज्य के संस्थापक, ने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में जैन धर्म स्वीकार कर लिया था और भद्रबाहु नामक जैन साधु के साथ दक्षिण भारत के श्रवणबेलगोला चले गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: माना जाता है कि चंद्रगुप्त ने श्रवणबेलगोला में सल्लेखना (भूख हड़ताल द्वारा प्राण त्याग) विधि से अपने प्राण त्यागे थे। उनके जाने का समय लगभग 298 ईसा पूर्व माना जाता है।
- गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त के पुत्र थे और उन्होंने शासन जारी रखा। अशोक ने अपने शासनकाल में बौद्ध धर्म का प्रचार किया और उन्होंने संन्यास नहीं लिया था। दशरथ अशोक के पोते थे।
प्रश्न 4: गुप्त काल में ‘दिनार’ नामक सिक्का किस धातु का बना होता था?
- चांदी
- तांबा
- सोना
- कांसा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गुप्त काल में ‘दिनार’ नामक सिक्का मुख्य रूप से सोने का बना होता था, जो अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण मुद्रा इकाई थी।
- संदर्भ और विस्तार: गुप्त शासकों ने आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ कला और संस्कृति को भी बढ़ावा दिया। उनके द्वारा जारी किए गए स्वर्ण सिक्कों (दिनार) पर विभिन्न देवी-देवताओं और शासकों के चित्र उत्कीर्ण होते थे, जो उनकी कलात्मकता और शक्ति का प्रतीक थे।
- गलत विकल्प: चांदी के सिक्कों को ‘रूपक’ या ‘रूप्यक’ कहा जाता था। तांबे के सिक्के भी प्रचलित थे, लेकिन ‘दिनार’ विशेष रूप से स्वर्ण मुद्रा थी।
प्रश्न 5: चालुक्य वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था, जिसने पुलकेशिन द्वितीय को हराया था?
- समुद्रगुप्त
- हर्षवर्धन
- नरसिंहवर्मन प्रथम
- चोल राजा राजराजा प्रथम
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: पल्लव शासक नरसिंहवर्मन प्रथम (जिन्हें ‘मामल्ल’ के नाम से भी जाना जाता था) ने चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय को 642 ईस्वी में हुए युद्ध में हराया और मार डाला था।
- संदर्भ और विस्तार: इस विजय की स्मृति में नरसिंहवर्मन प्रथम ने ‘वातापीकोंडा’ (वातापी का विजेता) की उपाधि धारण की थी। यह युद्ध भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण युद्धों में से एक है, जिसने दक्षिण भारत की शक्ति संतुलन को प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त गुप्त शासक था। हर्षवर्धन ने अपनी शक्ति का विस्तार किया लेकिन उसने चालुक्यों को सीधे नहीं हराया। राजराजा चोल बाद का शासक था।
प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ नामक एक सैन्य विभाग की स्थापना की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गयासुद्दीन बलबन (1266-1287 ईस्वी) ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ नामक एक स्वतंत्र सैन्य विभाग की स्थापना की थी, जो सेना के संगठन, वेतन और प्रशिक्षण का कार्य देखता था।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करना चाहता था और मंगोल आक्रमणों से बचाव के लिए एक सुसंगठित सेना आवश्यक थी। इस विभाग की स्थापना से उसकी केंद्रीय शक्ति मजबूत हुई।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने सल्तनत की नींव रखी। इल्तुतमिश ने प्रशासनिक सुधार किए, लेकिन सैन्य विभाग का ढांचागत विकास बलबन ने किया। अलाउद्दीन खिलजी ने ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ (वित्तीय विभाग) की स्थापना की थी।
प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य में ‘अष्टदिग्गज’ क्या थे?
- साम्राज्य के आठ प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी
- आठ सबसे प्रसिद्ध नर्तक
- कृष्णदेवराय के दरबार में तेलुगु साहित्य के आठ महान कवि
- आठ प्रमुख सैन्य जनरल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासक कृष्णदेवराय (1509-1529 ईस्वी) के दरबार में तेलुगु साहित्य के आठ महान विद्वान कवि थे, जिन्हें ‘अष्टदिग्गज’ कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: इन कवियों में अलसानी पेद्दाना (जिन्हें ‘आंध्र कविता पितामह’ भी कहा जाता था), नंदी तिम्मना, धूर्जति आदि प्रमुख थे। उन्होंने कृष्णदेवराय के संरक्षण में उत्कृष्ट साहित्यिक कृतियों की रचना की।
- गलत विकल्प: अष्टदिग्गज का संबंध प्रशासनिक, सैन्य या नर्तक वर्ग से नहीं, बल्कि साहित्यिक क्षेत्र से था।
प्रश्न 8: मुग़ल सम्राट हुमायूं ने किस शासक से ‘चौसा का युद्ध’ (1539) हारा था?
- मालदेव राठौड़
- शेरशाह सूरी
- अकबर
- बाजीराव प्रथम
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुग़ल सम्राट हुमायूं ने 1539 ईस्वी में चौसा के युद्ध में अफगान सरदार शेरशाह सूरी (जिन्हें फरीद खान भी कहा जाता था) से बुरी तरह हार खाई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस हार के बाद हुमायूं को भारत से भागना पड़ा था और शेरशाह सूरी ने सूरी साम्राज्य की स्थापना की। चौसा का युद्ध हुमायूं के लिए एक विनाशकारी झटका था।
- गलत विकल्प: मालदेव राठौड़ एक शक्तिशाली राजपूत शासक था, लेकिन उसने हुमायूं को सीधे नहीं हराया। अकबर हुमायूं का पुत्र था। बाजीराव प्रथम मराठा पेशवा थे।
प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से इसका नेतृत्व किसने किया था?
- रानी लक्ष्मीबाई
- तात्या टोपे
- नाना साहिब
- कुँवर सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर से विद्रोह का नेतृत्व नाना साहिब पेशवा ने किया था। उन्होंने अंग्रेजों को कानपुर से खदेड़ दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: नाना साहिब बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र थे और पेंशन से वंचित किए जाने के कारण वे अंग्रेजों से नाराज थे। उन्होंने तात्या टोपे और अन्य नेताओं के साथ मिलकर कानपुर में विद्रोह को संगठित किया।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से, तात्या टोपे ने ग्वालियर से और कुँवर सिंह ने जगदीशपुर (बिहार) से नेतृत्व किया था।
प्रश्न 10: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया था?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘वेदों की ओर लौटो’ का प्रसिद्ध नारा समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1875 में ‘आर्य समाज’ की स्थापना की थी। उनका मानना था कि वेदों में ही सच्चा ज्ञान निहित है और वेदों के सिद्धांतों का पालन करके भारतीय समाज को सुधारा जा सकता है। उन्होंने पाखंड, अंधविश्वासों और पश्चिमी प्रभाव का विरोध किया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने ‘उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक रुको नहीं’ का नारा दिया था। राजा राममोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की थी।
प्रश्न 11: ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास में फोर्ट सेंट जॉर्ज की स्थापना कब की थी?
- 1600
- 1639
- 1664
- 1690
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1639 ईस्वी में मद्रास में फोर्ट सेंट जॉर्ज की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: मद्रास (वर्तमान चेन्नई) का पट्टा चंद्रगिरि के राजा से प्राप्त किया गया था। फोर्ट सेंट जॉर्ज कंपनी का पहला प्रमुख गढ़ बना और मद्रास प्रेसीडेंसी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: 1600 में कंपनी की स्थापना हुई थी। 1664 में फ्रांसिस डे को कंपनी ने मद्रास का पट्टा लेने के लिए भेजा था। 1690 में फोर्ट विलियम की स्थापना कलकत्ता में हुई थी।
प्रश्न 12: निम्न में से किस गवर्नर-जनरल ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के समय भारत का वायसराय होने का गौरव प्राप्त किया?
- लॉर्ड डफरिन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी। उस समय भारत के वायसराय लॉर्ड डफरिन थे।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड डफरिन के कार्यकाल (1884-1888) में ही कांग्रेस की स्थापना हुई। यह संयोग था कि जिस संगठन का उद्देश्य भारतीय राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना था, उसकी स्थापना एक ऐसे वायसराय के शासनकाल में हुई जो भारतीय राष्ट्रवाद को अत्यंत संदेहास्पद नजरों से देखता था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन (1905 में बंगाल विभाजन), लॉर्ड लिटन (1876-1880, वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट) और लॉर्ड रिपन (1880-1884, स्थानीय स्वशासन) अन्य महत्वपूर्ण वायसराय थे, लेकिन वे कांग्रेस की स्थापना के समय पद पर नहीं थे।
प्रश्न 13: ‘नील दर्पण’ (Nil Darpan) नामक नाटक के लेखक कौन हैं, जो नील की खेती करने वाले किसानों की दुर्दशा पर आधारित है?
- बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
- दिगंबर विश्वास
- दीनबंधु मित्र
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘नील दर्पण’ नाटक के लेखक दीनबंधु मित्र हैं। यह नाटक 1860 में प्रकाशित हुआ था और इसमें नील की खेती करने वाले किसानों पर यूरोपीय नील उत्पादकों द्वारा किए गए अत्याचारों का सजीव चित्रण किया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: इस नाटक का अंग्रेजी में अनुवाद, माइकल मधुसूदन दत्त ने किया था और इसे पहली बार लंदन में प्रदर्शित किया गया था। यह नाटक ‘नील विद्रोह’ (1859-60) के समय लिखा गया था और इसने जनमानस को झकझोर दिया था।
- गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ‘आनंद मठ’ के लिए जाने जाते हैं। दिगंबर विश्वास नील विद्रोह के नेताओं में से एक थे। भारतेन्दु हरिश्चन्द्र हिंदी साहित्य के जनक माने जाते हैं।
प्रश्न 14: भारत के विभाजन (1947) के समय इंग्लैंड के प्रधानमंत्री कौन थे?
- विंस्टन चर्चिल
- क्लेमेंट एटली
- नेविल चेम्बरलेन
- एन्थनी ईडन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत की स्वतंत्रता और विभाजन (1947) के समय यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री क्लेमेंट एटली थे, जो लेबर पार्टी से थे।
- संदर्भ और विस्तार: एटली सरकार ने ही भारत को सत्ता हस्तांतरण करने का निर्णय लिया था। यह निर्णय ब्रिटिश संसद में 15 जुलाई 1947 को ‘भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947’ के पारित होने के साथ ही अंतिम रूप पा गया था।
- गलत विकल्प: विंस्टन चर्चिल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री थे। नेविल चेम्बरलेन भी उस दौर के प्रधानमंत्री थे। एन्थनी ईडन बाद में प्रधानमंत्री बने।
प्रश्न 15: ‘अभिनव भारत’ नामक गुप्त क्रांतिकारी संगठन की स्थापना किसने की थी?
- भगत सिंह
- चंद्रशेखर आजाद
- सावरकर बंधु
- राम प्रसाद बिस्मिल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अभिनव भारत’ नामक गुप्त क्रांतिकारी संगठन की स्थापना विनायक दामोदर सावरकर और उनके भाई गणेश दामोदर सावरकर ने 1904 में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह संगठन मूल रूप से ‘मित्र मेला’ के नाम से शुरू हुआ था, जिसे बाद में ‘अभिनव भारत’ नाम दिया गया। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति करना था। नासिक षड्यंत्र (1909) में इस संगठन के सदस्यों की संलिप्तता पाई गई थी।
- गलत विकल्प: भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और राम प्रसाद बिस्मिल हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (बाद में हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन) जैसे संगठनों से जुड़े थे।
प्रश्न 16: प्राचीन मिस्र की लेखन प्रणाली क्या कहलाती थी?
- क्यूनिफॉर्म
- चित्रलिपि (Hieroglyphics)
- अरामाइक
- सुमेरियन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्राचीन मिस्र की लेखन प्रणाली को ‘चित्रलिपि’ या ‘हाइरोग्लिफिक्स’ (Hieroglyphics) कहा जाता था, जिसमें चित्रों और प्रतीकों का उपयोग किया जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: यह प्रणाली ईसा पूर्व चौथी सहस्राब्दी में विकसित हुई और मंदिरों की दीवारों, मकबरों और पपाइरस पर इसका प्रयोग किया जाता था। रोसेटा स्टोन की खोज के बाद इसका रहस्योद्घाटन संभव हुआ।
- गलत विकल्प: क्यूनिफॉर्म मेसोपोटामिया (सुमेरियाई, बेबीलोनियाई) की लेखन प्रणाली थी। अरामाइक एक प्राचीन सेमेटिक भाषा थी। सुमेरियन मेसोपोटामिया की एक सभ्यता का नाम था।
प्रश्न 17: ‘मैग्ना कार्टा’ (Magna Carta) पर किस वर्ष हस्ताक्षर किए गए थे, जिसने सीमित सरकार की नींव रखी?
- 1066
- 1215
- 1492
- 1776
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘मैग्ना कार्टा’ एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज था जिस पर इंग्लैंड के राजा जॉन ने 1215 ईस्वी में हस्ताक्षर किए थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक ऐसा दस्तावेज था जिसने राजा की शक्ति को सीमित किया और सामंतों के कुछ अधिकारों की रक्षा की। इसे ब्रिटेन में संवैधानिक कानून का आधार माना जाता है और इसने आधुनिक लोकतंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: 1066 में हेस्टिंग्स का युद्ध हुआ था। 1492 कोलंबस की अमेरिका यात्रा का वर्ष है। 1776 में अमेरिका ने स्वतंत्रता की घोषणा की।
प्रश्न 18: फ्रेंच क्रांति (1789) का तात्कालिक कारण क्या था?
- अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का प्रभाव
- राजशाही का अत्याधिक खर्च और आर्थिक संकट
- किसान विद्रोह
- बर्साई की संधि
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रेंच क्रांति का तात्कालिक कारण राजशाही द्वारा किए गए अत्यधिक खर्च, राष्ट्रीय कर्ज में वृद्धि और देशव्यापी आर्थिक संकट था, जिससे आम जनता त्रस्त थी।
- संदर्भ और विस्तार: राजा लुई सोलहवें के भोग-विलास, अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम में फ्रांस की भागीदारी और कर प्रणाली में असमानता ने स्थिति को और खराब कर दिया था। स्टेट्स-जनरल की बैठक बुलाना, जो क्रांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, इसी आर्थिक संकट का परिणाम था।
- गलत विकल्प: अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का प्रभाव एक प्रेरक कारण था, लेकिन तात्कालिक कारण नहीं। किसान विद्रोह और बर्साई की संधि (जो प्रथम विश्व युद्ध के बाद हुई) प्रासंगिक नहीं हैं।
प्रश्न 19: ‘औद्योगिक क्रांति’ (Industrial Revolution) का प्रारंभ सर्वप्रथम किस देश में हुआ?
- फ्रांस
- जर्मनी
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- ग्रेट ब्रिटेन
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: औद्योगिक क्रांति का प्रारंभ सर्वप्रथम 18वीं शताब्दी के मध्य में ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: कोयला, लौह अयस्क, पूंजी, श्रम और बाजारों की उपलब्धता जैसे कारकों ने ब्रिटेन को औद्योगिक क्रांति के लिए सबसे अनुकूल स्थान बनाया। जेम्स वॉट के भाप इंजन और अन्य नवाचारों ने उत्पादन के तरीकों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए।
- गलत विकल्प: फ्रांस, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी औद्योगिक क्रांति हुई, लेकिन यह ब्रिटेन के बाद हुई।
प्रश्न 20: किस वर्ष में रूस में ‘अक्टूबर क्रांति’ (October Revolution) हुई, जिसने सोवियत संघ की नींव रखी?
- 1905
- 1914
- 1917
- 1922
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: रूस में ‘अक्टूबर क्रांति’ (या बोल्शेविक क्रांति) 1917 ईस्वी में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: व्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व में बोल्शेविक पार्टी ने तत्कालीन सरकार को उखाड़ फेंका और सत्ता पर कब्जा कर लिया। इस क्रांति ने दुनिया के पहले समाजवादी राज्य, सोवियत संघ की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया।
- गलत विकल्प: 1905 में रूस में एक महत्वपूर्ण क्रांति हुई थी लेकिन वह अक्टूबर क्रांति नहीं थी। 1914 प्रथम विश्व युद्ध का वर्ष था। 1922 में सोवियत संघ का औपचारिक गठन हुआ था।
प्रश्न 21: अमेरिका की ‘गृह युद्ध’ (Civil War) का मुख्य कारण क्या था?
- क्षेत्रीय असमानता
- गुलामी (Slavery) का मुद्दा
- औद्योगिक विवाद
- विदेशी हस्तक्षेप
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: अमेरिका के गृह युद्ध (1861-1865) का मुख्य और केंद्रीय मुद्दा गुलामी (Slavery) का विस्तार था। उत्तरी राज्य औद्योगिक थे और गुलामी को समाप्त करना चाहते थे, जबकि दक्षिणी राज्य कृषि प्रधान थे और अपनी अर्थव्यवस्था के लिए गुलामी को आवश्यक मानते थे।
- संदर्भ और विस्तार: अब्राहम लिंकन के राष्ट्रपति बनने और गुलामी के विस्तार पर प्रतिबंध लगाने की नीति ने दक्षिणी राज्यों को संघ से अलग होने के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप गृह युद्ध छिड़ गया।
- गलत विकल्प: क्षेत्रीय असमानता और औद्योगिक विवाद ने तनाव बढ़ाया, लेकिन गुलामी का मुद्दा सबसे प्रमुख था। विदेशी हस्तक्षेप नगण्य था।
प्रश्न 22: किस बौद्ध संगीति में बौद्ध धर्म दो प्रमुख शाखाओं ‘हीनयान’ और ‘महायान’ में विभाजित हो गया?
- प्रथम बौद्ध संगीति
- द्वितीय बौद्ध संगीति
- तृतीय बौद्ध संगीति
- चतुर्थ बौद्ध संगीति
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: बौद्ध धर्म की चतुर्थ संगीति में बौद्ध धर्म का ‘हीनयान’ और ‘महायान’ संप्रदायों में विभाजन हुआ। यह संगीति कनिष्क के संरक्षण में कश्मीर में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी। महायान शाखा में बुद्ध को देवता तुल्य माना गया और मूर्तियों की पूजा को स्वीकार किया गया, जबकि हीनयान शाखा बुद्ध को एक महापुरुष के रूप में देखती रही और उनके मूल उपदेशों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया।
- गलत विकल्प: प्रथम संगीति राजगृह में, द्वितीय वैशाली में और तृतीय पाटलिपुत्र में हुई थी, जहाँ धर्म के सिद्धांतों का संकलन या शुद्धिकरण हुआ, विभाजन नहीं।
प्रश्न 23: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता जयदेव किसके दरबारी कवि थे?
- राजा भोज
- हर्षवर्धन
- लक्ष्मण सेन
- चंद्रगुप्त द्वितीय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रसिद्ध संस्कृत कवि जयदेव, जिन्होंने ‘गीत गोविंद’ की रचना की, बंगाल के सेन वंश के शासक लक्ष्मण सेन (1178-1206 ईस्वी) के दरबारी कवि थे।
- संदर्भ और विस्तार: ‘गीत गोविंद’ कृष्ण और राधा के प्रेम का काव्यात्मक वर्णन है और इसे भारतीय साहित्य की एक उत्कृष्ट कृति माना जाता है। लक्ष्मण सेन एक कला और साहित्य के संरक्षक शासक थे।
- गलत विकल्प: राजा भोज परमार वंश के थे। हर्षवर्धन वर्धन वंश के थे। चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश के प्रसिद्ध शासक थे।
प्रश्न 24: पुर्तगाली गवर्नर अल्बुकर्क ने गोवा को कब जीता था?
- 1505
- 1510
- 1520
- 1530
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: पुर्तगाली गवर्नर अल्बुकर्क ने 1510 ईस्वी में बीजापुर के सुल्तान आदिल शाह से गोवा को छीन लिया था।
- संदर्भ और विस्तार: गोवा भारत के पश्चिमी तट पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण बंदरगाह था, और इसे जीतना पुर्तगालियों के लिए भारत में अपनी शक्ति स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम था। गोवा पुर्तगालियों का लगभग 450 वर्षों तक नियंत्रण में रहा।
- गलत विकल्प: 1505 में फ्रांसिस्को डी अल्मीडा पहले पुर्तगाली वायसराय बने। 1530 तक पुर्तगालियों ने दमन और दीव पर भी अधिकार कर लिया था।
प्रश्न 25: 1920 में असहयोग आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय किस घटना के बाद लिया गया?
- जलियाँवाला बाग हत्याकांड
- चौरी-चौरा घटना
- मोपला विद्रोह
- साइमन कमीशन का आगमन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: महात्मा गांधी ने 1922 में चौरी-चौरा (गोरखपुर, उत्तर प्रदेश) में हुई हिंसात्मक घटना के बाद असहयोग आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया था।
- संदर्भ और विस्तार: 5 फरवरी 1922 को, आंदोलनकारियों की एक भीड़ ने चौरी-चौरा थाने में आग लगा दी थी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए थे। गांधीजी अहिंसा के सिद्धांत में दृढ़ विश्वास रखते थे और इस घटना को देखकर उन्होंने आंदोलन को वापस ले लिया, जिसने कई कांग्रेस नेताओं को भी निराश किया।
- गलत विकल्प: जलियाँवाला बाग हत्याकांड 1919 में हुआ था और इसने आंदोलन को प्रेरित किया था। मोपला विद्रोह 1921 में मालाबार में हुआ था। साइमन कमीशन 1927 में भारत आया था।