इतिहास की गहराइयों में उतरें: आज का अंतिम ज्ञानवर्धक मॉक टेस्ट!
एक रोमांचक ऐतिहासिक यात्रा पर निकलने के लिए तैयार हो जाइए! आज का यह अभ्यास सत्र आपको प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक युग के महत्वपूर्ण मोड़ों तक ले जाएगा। क्या आप अपने ज्ञान का परीक्षण करने और अपनी तैयारी को मजबूत करने के लिए तैयार हैं? आइए, इतिहास के पन्नों को पलटें और अपनी विशेषज्ञता साबित करें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के निम्नलिखित प्रमुख स्थलों में से कौन सा अफगानिस्तान में स्थित है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- शोर्टुघई
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: शोर्टुघई (Shortughai) अफगानिस्तान में स्थित एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है जो सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) के विस्तार को दर्शाता है। यह एक महत्वपूर्ण व्यापारिक चौकी थी।
- संदर्भ और विस्तार: शोर्टुघई, जो वर्तमान अफगानिस्तान के बघलान प्रांत में स्थित है, सिंधु घाटी सभ्यता के समय (लगभग 2500-1700 ईसा पूर्व) में एक महत्वपूर्ण केंद्र था। यह विशेष रूप से लैपिस लाजुली (lapis lazuli) जैसे खनिजों के व्यापार के लिए महत्वपूर्ण था, जो इस क्षेत्र से प्राप्त होते थे।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित हैं, जबकि लोथल गुजरात, भारत में है। ये तीनों स्थल सिंधु घाटी सभ्यता के मुख्य केंद्र थे।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘साम गान’ का पर्याय है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: सामवेद भारतीय शास्त्रीय संगीत का आधार माना जाता है और इसमें यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्रों का संग्रह है। ‘साम गान’ का अर्थ है ‘सामवेद के गीत’।
- संदर्भ और विस्तार: सामवेद का शाब्दिक अर्थ है ‘धुन का ज्ञान’। इसमें ज्यादातर ऋग्वेद से लिए गए श्लोक हैं, लेकिन उन्हें गाए जाने वाले रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसलिए, इसे ‘गान’ (गीत) का वेद कहा जाता है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है जिसमें देवताओं की स्तुति में मंत्र हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के अनुष्ठानों से संबंधित मंत्र और विधियाँ हैं। अथर्ववेद में जादू-टोना, चिकित्सा और दैनिक जीवन से संबंधित मंत्रों का उल्लेख है।
प्रश्न 3: महाजनपद काल में मगध की राजधानी कहाँ स्थित थी?
- पाटलिपुत्र
- वैशाली
- राजगृह
- कौशांबी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: महाजनपद काल में, मगध की प्रारंभिक राजधानी राजगृह (जिसे राजगीर भी कहा जाता है) थी।
- संदर्भ और विस्तार: बिम्बिसार, हर्यंक वंश का एक महत्वपूर्ण शासक, जिसने 544 ईसा पूर्व से 492 ईसा पूर्व तक शासन किया, मगध का विस्तार किया और राजगृह को अपनी राजधानी बनाया। बाद में, उदयिन ने पाटलिपुत्र को मगध की राजधानी बनाया।
- गलत विकल्प: पाटलिपुत्र (पटना) बाद में मगध की राजधानी बनी। वैशाली लिच्छवियों की राजधानी थी, जो महत्वपूर्ण गणराज्यों में से एक था। कौशांबी वत्स महाजनपद की राजधानी थी।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से कौन सा शासक ‘विशाखदत्त’ के ‘मुद्राराक्षस’ का नायक है?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- समुद्रगुप्त
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: विशाखदत्त द्वारा रचित ‘मुद्राराक्षस’ का नायक चंद्रगुप्त मौर्य है, जो मौर्य साम्राज्य का संस्थापक था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नाटक चंद्रगुप्त मौर्य के सिंहासनारोहण और चाणक्य की कूटनीति का वर्णन करता है, जिसमें नंद वंश के पतन और चंद्रगुप्त के मौर्य वंश की स्थापना को दिखाया गया है। नाटक का मुख्य खलनायक राक्षस, नंद वंश का एक मंत्री है।
- गलत विकल्प: अशोक चंद्रगुप्त मौर्य का पौत्र था और उसका शासनकाल बाद में हुआ। समुद्रगुप्त और स्कंदगुप्त गुप्त साम्राज्य के शासक थे, जिनका संबंध मौर्य काल से नहीं है।
प्रश्न 5: ‘सर्वाधिक दास’ या ‘सर्वाधिक गुलाम’ रखने के लिए जाने जाने वाले मध्यकालीन भारतीय शासक कौन थे?
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
- सिकंदर लोदी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: फिरोज शाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388 ई.) को मध्यकालीन भारतीय इतिहास में ‘दास’ (गुलाम) रखने की अपनी विशाल प्रणाली के लिए जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: फिरोज शाह तुगलक ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक नया विभाग स्थापित किया जो विशेष रूप से दासों के प्रबंधन के लिए था। उसने बड़ी संख्या में गुलामों को खरीदा और उन्हें विभिन्न सरकारी विभागों और सैन्य सेवाओं में नियुक्त किया। कहा जाता है कि उसके पास 1,80,000 गुलाम थे।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘गुलाम वंश’ की स्थापना की और गुलामों को सैन्य सेवा में उपयोग किया, लेकिन फिरोज शाह तुगलक के स्तर पर नहीं। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना पर जोर दिया। सिकंदर लोदी ने अफगान प्रभुत्व को मजबूत किया।
प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक ने ‘गज-बेठ’ (हाथियों का शिकार) के लिए प्रसिद्ध था?
- देवराय प्रथम
- कृष्णदेवराय
- सदाशिवराय
- अच्युतदेवराय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: कृष्णदेवराय (शासनकाल 1509-1529 ई.) विजयनगर साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासकों में से एक थे और वे ‘गज-बेठ’ (हाथी-शिकार) के शौकीन होने के साथ-साथ एक कुशल सेनापति भी थे।
- संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेवराय ने अपनी सैन्य विजयों के लिए हाथियों की सेना का कुशलतापूर्वक उपयोग किया। वह एक महान विद्वान और कला एवं साहित्य के संरक्षक भी थे, और उन्होंने ‘अमुक्तमाल्यदा’ नामक तेलुगु काव्य की रचना की।
- गलत विकल्प: देवराय प्रथम, सदाशिवराय और अच्युतदेवराय भी विजयनगर के महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन कृष्णदेवराय की तुलना में उनके ‘गज-बेठ’ के संदर्भ में विशेष उल्लेख नहीं मिलते।
प्रश्न 7: ‘वेदांत’ शब्द का प्रयोग सामान्यतः किसके लिए किया जाता है?
- भारतीय दर्शन का वह भाग जो उपनिषदों पर आधारित है
- प्राचीन भारतीय समाज में आश्रम व्यवस्था
- बौद्ध धर्म का अंतिम चरण
- योग और ध्यान की विधि
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: ‘वेदांत’ शब्द का अर्थ है ‘वेदों का अंत’ और यह भारतीय दर्शन की उस शाखा को संदर्भित करता है जो मुख्य रूप से उपनिषदों के दार्शनिक विचारों पर आधारित है।
- संदर्भ और विस्तार: उपनिषद वैदिक साहित्य के अंतिम भाग हैं और ये ब्रह्म, आत्मा, मोक्ष आदि गहन दार्शनिक अवधारणाओं पर चर्चा करते हैं। शंकराचार्य, रामानुजाचार्य और मध्वाचार्य जैसे दार्शनिकों ने उपनिषदों की अपनी-अपनी व्याख्याएँ प्रस्तुत कर वेदांत के विभिन्न सम्प्रदायों की स्थापना की।
- गलत विकल्प: आश्रम व्यवस्था जीवन के चार चरणों (ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ, सन्यास) से संबंधित है। बौद्ध धर्म के अंतिम चरण का इससे कोई सीधा संबंध नहीं है। योग और ध्यान एक अलग अभ्यास पद्धति है।
प्रश्न 8: ब्रिटिश भारत में ‘रैयतवाड़ी बंदोबस्त’ की शुरुआत सर्वप्रथम कहाँ हुई?
- बंगाल प्रेसीडेंसी
- मद्रास प्रेसीडेंसी
- बॉम्बे प्रेसीडेंसी
- पंजाब
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: रैयतवाड़ी बंदोबस्त की शुरुआत ब्रिटिश भारत में मद्रास प्रेसीडेंसी में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: थॉमस मुनरो और कैप्टन अलेक्जेंडर रीड ने 1820 के दशक में मद्रास प्रेसीडेंसी में इस प्रणाली को लागू किया। इसमें भूमि पर सीधे किसानों (रैयत) का अधिकार माना गया और उनसे सीधे कर वसूला जाता था, बिचौलियों को हटाकर। बाद में इसे बॉम्बे प्रेसीडेंसी और अन्य क्षेत्रों में भी लागू किया गया।
- गलत विकल्प: बंगाल प्रेसीडेंसी में स्थायी बंदोबस्त (ज़मींदारी व्यवस्था) लागू की गई थी। पंजाब में रैयतवाड़ी बंदोबस्त बाद में लागू हुआ।
प्रश्न 9: 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विभाजन के पीछे मुख्य कारण क्या बताया गया?
- प्रशासनिक सुविधा
- साम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना
- स्थानीय राष्ट्रवाद को कमजोर करना
- बंगाल में आर्थिक विकास
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल के विभाजन को प्रशासनिक सुविधा के लिए एक आवश्यक कदम बताया था।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि, इसे बड़े पैमाने पर राष्ट्रवादी आंदोलन को कमजोर करने और ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के तहत बंगाल के मुसलमानों और हिंदुओं के बीच मतभेद पैदा करने के प्रयास के रूप में देखा गया। इस विभाजन के कारण स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन तेज हुआ।
- गलत विकल्प: सामप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना या आर्थिक विकास कारण नहीं थे। यह विभाजन भारतीय राष्ट्रवाद के बढ़ते प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से किया गया था।
प्रश्न 10: निम्नलिखित में से कौन सी महत्वपूर्ण घटना 1857 के विद्रोह से पहले हुई थी?
- रंपा विद्रोह
- संथाल विद्रोह
- कूका आंदोलन
- नील विद्रोह
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: संथाल विद्रोह 1855-1856 में हुआ था, जो 1857 के विद्रोह से ठीक पहले की एक बड़ी आदिवासी क्रांति थी।
- संदर्भ और विस्तार: सिद्धू और कान्हू के नेतृत्व में संथालों ने ब्रिटिश सरकार और उनके सहयोगी जमींदारों के अत्याचारों के खिलाफ विद्रोह किया था।
- गलत विकल्प: रंपा विद्रोह (1922-1924), कूका आंदोलन (1840-1872) और नील विद्रोह (1859-1860) 1857 के विद्रोह के बाद या उसके आसपास घटित हुए थे।
प्रश्न 11: 1919 का जलियाँवाला बाग नरसंहार कहाँ हुआ था?
- दिल्ली
- लखनऊ
- अमृतसर
- लाहौर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: जलियाँवाला बाग नरसंहार 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: जनरल डायर के आदेश पर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियाँ चलाई गईं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और इसने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आक्रोश को और बढ़ाया।
- गलत विकल्प: दिल्ली, लखनऊ और लाहौर उस समय ब्रिटिश भारत के महत्वपूर्ण शहर थे, लेकिन यह नरसंहार विशेष रूप से अमृतसर में हुआ था।
प्रश्न 12: ‘हिंद स्वराज’ पुस्तक किसने लिखी है?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- महात्मा गांधी
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: ‘हिंद स्वराज’ (Indian Home Rule) पुस्तक महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1909 में लिखी गई थी, जब गांधीजी जहाज से दक्षिण अफ्रीका लौट रहे थे। इसमें उन्होंने पश्चिमी सभ्यता, औद्योगीकरण, सभ्यता, आधुनिकता और स्वराज की अपनी अवधारणाओं को विस्तार से समझाया है।
- गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू ने ‘भारत की खोज’ (Discovery of India) लिखी, सरदार पटेल एक प्रमुख कांग्रेसी नेता थे, और मौलाना आज़ाद शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
प्रश्न 13: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन कहाँ हुआ था?
- कोलकाता
- मुंबई
- चेन्नई
- इलाहाबाद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन 28-30 दिसंबर 1885 को बॉम्बे (अब मुंबई) में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह भारतीय राष्ट्रवाद के संगठित रूप के उदय का प्रतीक था।
- गलत विकल्प: कोलकाता (1886), चेन्नई (1887) और इलाहाबाद (1888) में बाद के अधिवेशन हुए थे।
प्रश्न 14: ‘हरिजन’ नामक पत्रिका का संपादन किसने किया?
- डॉ. बी. आर. अम्बेडकर
- महात्मा गांधी
- ज्योतिबा फुले
- ई.वी. रामासामी पेरियार
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: महात्मा गांधी ने ‘हरिजन’ नामक साप्ताहिक पत्रिका का संपादन और प्रकाशन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह पत्रिका छुआछूत की बुराई को दूर करने और हरिजन (दलितों) के उत्थान के लिए चलाई गई थी। गांधीजी ने इस पत्रिका के माध्यम से समाज में समानता और सामाजिक न्याय का संदेश फैलाया।
- गलत विकल्प: डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने ‘मूक नायक’ और ‘बहिष्कृत भारत’ जैसी पत्रिकाएं निकालीं। ज्योतिबा फुले और ई.वी. रामासामी पेरियार भी सामाजिक सुधारक थे, लेकिन ‘हरिजन’ गांधीजी की थी।
प्रश्न 15: प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) में कौन सा प्रमुख देश शामिल नहीं था?
- ब्रिटेन
- फ्रांस
- रूस
- संयुक्त राज्य अमेरिका
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: संयुक्त राज्य अमेरिका प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में 1917 में शामिल हुआ, लेकिन युद्ध की शुरुआत में वह तटस्थ था, जबकि ब्रिटेन, फ्रांस और रूस युद्ध के शुरुआती वर्षों से ही मित्र राष्ट्रों का हिस्सा थे। इसलिए, इस प्रश्न के संदर्भ में, “शामिल नहीं था” का अर्थ है “युद्ध की शुरुआत में शामिल नहीं था।” यदि प्रश्न “प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों में कौन सा प्रमुख देश शामिल था?” होता, तो चारों विकल्प सही हो जाते।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध में मुख्य मित्र राष्ट्र ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, इटली (1915 से), जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका (1917 से) थे। केंद्रीय शक्तियों में जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य और बुल्गारिया शामिल थे।
- गलत विकल्प: ब्रिटेन, फ्रांस और रूस मित्र राष्ट्रों के प्रमुख सदस्य थे। संयुक्त राज्य अमेरिका बाद में शामिल हुआ, इसलिए युद्ध की शुरुआत में वह मित्र राष्ट्रों में नहीं था।
प्रश्न 16: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का प्रमुख नारा क्या था?
- ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’
- ‘धर्म, राजा, राष्ट्र’
- ‘साम्राज्यवाद, राष्ट्रवाद, युद्ध’
- ‘शांति, रोटी, भूमि’
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: फ्रांसीसी क्रांति का सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा क्रांति के मुख्य आदर्शों को दर्शाता है, जो राजशाही और सामंतवादी व्यवस्था के अंत और एक ऐसे समाज के निर्माण की आकांक्षा से प्रेरित थे जहाँ सभी नागरिक स्वतंत्र, समान और बंधुत्व के भाव से रहें।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प ऐतिहासिक रूप से फ्रांसीसी क्रांति से जुड़े नहीं हैं। ‘शांति, रोटी, भूमि’ रूसी क्रांति (1917) का नारा था।
प्रश्न 17: ‘औद्योगिक क्रांति’ की शुरुआत सबसे पहले किस देश में हुई?
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- फ्रांस
- जर्मनी
- ग्रेट ब्रिटेन
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत 18वीं सदी के उत्तरार्ध में ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: कोयले, लोहे, नई मशीनरी (जैसे स्टीम इंजन) और बेहतर परिवहन (जैसे रेलवे) की उपलब्धता के कारण ब्रिटेन इस क्रांति का जन्मस्थान बना। इसने उत्पादन के तरीकों में मौलिक परिवर्तन लाए और विश्व भर में आधुनिक औद्योगिक समाज की नींव रखी।
- गलत विकल्प: संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी ने औद्योगिक क्रांति को बाद में अपनाया और अपनाया, लेकिन उनकी शुरुआत ग्रेट ब्रिटेन में हुई थी।
प्रश्न 18: “मैं ही राज्य हूँ” (L’état, c’est moi) यह कथन किस फ्रांसीसी सम्राट का था?
- लुई XIV
- लुई XV
- लुई XVI
- नेपोलियन बोनापार्ट
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: “मैं ही राज्य हूँ” (L’état, c’est moi) यह प्रसिद्ध कथन फ्रांस के राजा लुई XIV (शासनकाल 1643-1715) का था।
- संदर्भ और विस्तार: यह कथन उनकी पूर्ण राजशाही (Absolute Monarchy) की विचारधारा को दर्शाता है, जिसके अनुसार राजा ही राज्य का सर्वोच्च अधिकारी होता है और उसकी शक्ति ईश्वर प्रदत्त होती है। लुई XIV को ‘सूर्य राजा’ (Sun King) के रूप में भी जाना जाता है।
- गलत विकल्प: लुई XV और लुई XVI भी फ्रांस के राजा थे, लेकिन यह कथन विशेष रूप से लुई XIV से जुड़ा है। नेपोलियन बोनापार्ट एक सैन्य और राजनीतिक नेता था, जिसने क्रांति के बाद फ्रांस का शासन संभाला।
प्रश्न 19: प्राचीन भारत में ‘चतुराश्रम’ का संबंध किससे था?
- चार प्रकार के विवाह
- जीवन के चार आश्रम
- चार वर्ण
- चार वेद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: प्राचीन भारतीय समाज में ‘चतुराश्रम’ जीवन के चार आश्रमों को संदर्भित करता है।
- संदर्भ और विस्तार: ये चार आश्रम थे: ब्रह्मचर्य (शिक्षा का काल), गृहस्थ (पारिवारिक जीवन), वानप्रस्थ (वन में निवास और चिंतन) और सन्यास (त्याग और मोक्ष की प्राप्ति)। यह एक व्यक्ति के जीवन की प्रगति और आध्यात्मिक विकास का क्रम था।
- गलत विकल्प: चार प्रकार के विवाह (जैसे ब्रह्म विवाह, दैव विवाह आदि) थे। चार वर्ण (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) सामाजिक व्यवस्था का हिस्सा थे। चार वेद (ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद) धार्मिक ग्रंथ हैं।
प्रश्न 20: ‘अष्टप्रधान’ परिषद किस साम्राज्य से संबंधित थी?
- मौर्य साम्राज्य
- गुप्त साम्राज्य
- चोल साम्राज्य
- मराठा साम्राज्य
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: ‘अष्टप्रधान’ परिषद मराठा साम्राज्य के शासक शिवाजी महाराज से संबंधित थी।
- संदर्भ और विस्तार: शिवाजी ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद बनाई थी, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था। इसमें पेशवा, अमात्य, सचिव, सुमंत, पंडितराव, सेनापति, पंडितराव और न्यायाधीश जैसे पद शामिल थे।
- गलत विकल्प: मौर्य, गुप्त और चोल साम्राज्यों की अपनी प्रशासनिक व्यवस्थाएँ थीं, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ विशेष रूप से मराठा साम्राज्य से जुड़ी है।
प्रश्न 21: ‘पानीपत का द्वितीय युद्ध’ कब हुआ था?
- 1526 ईस्वी
- 1556 ईस्वी
- 1761 ईस्वी
- 1576 ईस्वी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: पानीपत का द्वितीय युद्ध 5 नवंबर 1556 ईस्वी को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध मुगल सम्राट अकबर और सूरवंशी शासक हेमू (हेमचंद्र विक्रमादित्य) के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में अकबर की जीत हुई, जिसने भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना को और मजबूत किया।
- गलत विकल्प: 1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध (बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच) हुआ था। 1761 में पानीपत का तृतीय युद्ध (मराठों और अहमद शाह अब्दाली के बीच) हुआ था। 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध हुआ था।
प्रश्न 22: ‘जजिया कर’ को किस मुगल सम्राट ने समाप्त किया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: मुगल सम्राट अकबर ने 1564 ईस्वी में जजिया कर (गैर-मुस्लिमों पर लगने वाला कर) को समाप्त कर दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर की धार्मिक सहिष्णुता की नीति के तहत, उन्होंने सभी नागरिकों को समान दर्जा देने के उद्देश्य से यह कदम उठाया था। हालांकि, बाद में औरंगजेब ने इसे पुनः लागू कर दिया था।
- गलत विकल्प: जहाँगीर और शाहजहाँ ने जजिया कर नहीं हटाया। औरंगजेब ने इसे पुनः लागू किया था।
प्रश्न 23: ‘जवाहरलाल नेहरू’ को ‘विश्व का सबसे महान नेता’ किसने कहा था?
- महात्मा गांधी
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- विंस्टन चर्चिल
- मुहम्मद अली जिन्ना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: महात्मा गांधी ने जवाहरलाल नेहरू को ‘विश्व का सबसे महान नेता’ (Greatest in the world) कहा था।
- संदर्भ और विस्तार: गांधीजी ने नेहरू की नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता और भारत की स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान की प्रशंसा की थी। नेहरू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता और स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।
- गलत विकल्प: सरदार पटेल, चर्चिल और जिन्ना महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व्यक्ति थे, लेकिन यह विशेष उद्धरण महात्मा गांधी से जुड़ा है।
प्रश्न 24: ‘संथाल विद्रोह’ का नेतृत्व किसने किया था?
- बिरसा मुंडा
- सिद्धू और कान्हू
- अल्लूरी सीताराम राजू
- रानी लक्ष्मीबाई
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: संथाल विद्रोह (1855-56) का नेतृत्व सिद्धू और कान्हू नामक दो भाइयों ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह तत्कालीन बिहार (वर्तमान झारखंड) में संथाल जनजाति द्वारा ब्रिटिश शासन और उनके सहयोगी जमींदारों के उत्पीड़न के खिलाफ किया गया था। इस विद्रोह को ब्रिटिश सरकार ने क्रूरता से दबा दिया था।
- गलत विकल्प: बिरसा मुंडा ने ‘उलगुलान’ (1899-1900) का नेतृत्व किया था। अल्लूरी सीताराम राजू ने रंपा विद्रोह (1922-24) का नेतृत्व किया था। रानी लक्ष्मीबाई 1857 के विद्रोह की एक प्रमुख नायिका थीं।
प्रश्न 25: ‘कन्फ्यूशियस’ किस देश के एक महान दार्शनिक और शिक्षक थे?
- जापान
- चीन
- कोरिया
- वियतनाम
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सहीता: कन्फ्यूशियस (Confucius) प्राचीन चीन के एक महान दार्शनिक, शिक्षक और राजनेता थे।
- संदर्भ और विस्तार: उनका जन्म 551 ईसा पूर्व में हुआ था। उनके विचारों ने पूर्वी एशिया की संस्कृति, नैतिकता, समाज और राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला है। उनके उपदेशों का संकलन ‘एनालेक्ट्स’ (Analects) नामक पुस्तक में मिलता है।
- गलत विकल्प: जापान, कोरिया और वियतनाम पूर्वी एशियाई देश हैं, लेकिन कन्फ्यूशियस का संबंध विशेष रूप से चीन से है।