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इतिहास की काल-रेखा: ज्ञान का महा-संग्राम!

इतिहास की काल-रेखा: ज्ञान का महा-संग्राम!

नमस्कार, भावी अधिकारियों! आज हम इतिहास के महासागर में एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। अपनी कलम और विवेक को थाम लीजिए, क्योंकि यह 25 प्रश्नों का मॉक टेस्ट आपके ज्ञान की परीक्षा लेने के लिए तैयार है। प्राचीन भारत की गहराइयों से लेकर आधुनिक युग के संघर्षों तक, और दुनिया के महत्वपूर्ण मोड़ों को छूते हुए, यह अभ्यास सत्र आपको एक कदम आगे ले जाएगा। तो, क्या आप इतिहास के इस ज्ञान-संग्राम के लिए तैयार हैं?

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को ‘मृतकों का टीला’ कहा जाता है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और विशाल पुरातात्विक स्थल है। यहाँ से प्राप्त विशाल स्नानागार, अन्न भंडार और पक्की ईंटों के मकान इसकी उन्नत शहरी योजना को दर्शाते हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो को सिंध प्रांत (वर्तमान पाकिस्तान) में सिंधु नदी के तट पर स्थित पाया गया था। इस स्थल पर की गई खुदाई से प्राप्त कलाकृतियाँ, मुहरें और शहरी नियोजन इसके काल की उन्नत सभ्यता का प्रमाण हैं।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला पुरातात्विक स्थल था जहाँ सिंधु सभ्यता की खोज हुई थी, इसलिए इसे भी महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन ‘मृतकों का टीला’ उपाधि मोहनजोदड़ो की है। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और कालीबंगा एक प्रारंभिक हड़प्पा स्थल था।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ईस्वी) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार बहुत बड़ी सैन्य विजयों के माध्यम से किया था। उनकी विजयों का उल्लेख प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में मिलता है।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिण भारत में भी एक सफल सैन्य अभियान चलाया। उन्होंने अश्वमेध यज्ञ भी किया और अपने सिक्कों पर ‘पराक्रम’ अंकित करवाया।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने भी महत्वपूर्ण विजयें हासिल कीं और कला व साहित्य को संरक्षण दिया, लेकिन ‘भारत का नेपोलियन’ की उपाधि समुद्रगुप्त से जुड़ी है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 3: ऋग्वैदिक काल में ‘गण’ का अर्थ क्या था?

  1. राजा
  2. ग्राम
  3. जनता का समूह या सभा
  4. पुरोहित

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: ऋग्वैदिक काल में ‘गण’ शब्द का प्रयोग जनता के एक बड़े समूह, विशेष रूप से एक राजनीतिक सभा या परिषद को संदर्भित करने के लिए किया जाता था। ये सभाएँ जनता के विचारों का प्रतिनिधित्व करती थीं।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक समाज में ‘सभा’ और ‘समिति’ जैसी महत्वपूर्ण संस्थाएँ थीं जो शासन में भूमिका निभाती थीं। ‘गण’ भी इसी प्रकार की एक सभा या समूह हो सकता है।
  • गलत विकल्प: ‘राजा’ के लिए ‘राजन्’ शब्द का प्रयोग होता था। ‘ग्राम’ एक छोटी इकाई थी। ‘पुरोहित’ धार्मिक मामलों से संबंधित व्यक्ति होता था।

प्रश्न 4: हर्यक वंश के किस शासक को ‘पितृहंता’ के नाम से जाना जाता है?

  1. बिम्बिसार
  2. अजातशत्रु
  3. उदयन
  4. नागदशक

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: अजातशत्रु, हर्यक वंश के शासक बिम्बिसार का पुत्र था, जिसने अपने पिता को गद्दी से उतार कर उनकी हत्या कर दी थी। इसी कारण उसे ‘पितृहंता’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: अजातशत्रु ने अपने पिता बिम्बिसार को कारागार में डाल दिया और सत्ता हथिया ली। उसने मगध साम्राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अंग राज्य को मगध में मिलाया।
  • गलत विकल्प: बिम्बिसार हर्यक वंश का संस्थापक था। उदयन ने अपने पिता अजातशत्रु की हत्या करके गद्दी प्राप्त की थी, इसलिए वह भी पितृहंता था, लेकिन प्रश्न विशेष रूप से ‘पितृहंता’ के नाम से प्रसिद्ध शासक के बारे में पूछ रहा है, जो अजातशत्रु के लिए अधिक रूढ़ है। नागदशक हर्यक वंश का अंतिम शासक था।

प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किस नदी के तट पर हुई थी?

  1. गोदावरी
  2. कृष्णा
  3. तुंगभद्रा
  4. कावेरी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी, और इसकी राजधानी हम्पी, तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित थी।
  • संदर्भ और विस्तार: तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थापित होने के कारण इस साम्राज्य का नाम विजयनगर पड़ा। यह साम्राज्य अपने सैन्य, आर्थिक और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: गोदावरी, कृष्णा और कावेरी अन्य महत्वपूर्ण दक्षिण भारतीय नदियाँ हैं, लेकिन विजयनगर की स्थापना तुंगभद्रा के तट पर हुई थी।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-खैरात’ (दान विभाग) की स्थापना की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388 ईस्वी) ने ‘दीवान-ए-खैरात’ नामक एक विभाग की स्थापना की थी, जो गरीबों, विधवाओं और अनाथों को वित्तीय सहायता प्रदान करता था।
  • संदर्भ और विस्तार: फिरोजशाह तुगलक एक धर्मनिष्ठ शासक था जिसने इस्लामी कानून के अनुसार कई लोक कल्याणकारी कार्य किए। उसने बेरोजगारों के लिए रोजगार कार्यालय, शिक्षा के लिए मदरसे और सार्वजनिक निर्माण के लिए कई इमारतें भी बनवाईं।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का गठन किया। बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार सुधारों और स्थायी सेना की शुरुआत की।

प्रश्न 7: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था, जो शिवाजी के मंत्रिपरिषद का एक महत्वपूर्ण अंग था?

  1. शाहजी भोंसले
  2. शिवाजी महाराज
  3. संभाजी
  4. राजाराम

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (शाही पत्राचार), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडित राव (धर्माध्यक्ष) जैसे पद शामिल थे। यह परिषद शिवाजी को शासन चलाने में सहायता करती थी।
  • गलत विकल्प: शाहजी भोंसले शिवाजी के पिता थे। संभाजी और राजाराम शिवाजी के उत्तराधिकारी थे जिन्होंने मराठा साम्राज्य को आगे बढ़ाया।

प्रश्न 8: 1793 में स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) किसके द्वारा लागू किया गया था?

  1. लॉर्ड वेलेजली
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कॉर्नवालिस
  4. वारेन हेस्टिंग्स

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: लॉर्ड कॉर्नवालिस, भारत के गवर्नर-जनरल (1786-1793) ने 1793 में बंगाल, बिहार, उड़ीसा और मद्रास के कुछ हिस्सों में स्थायी बंदोबस्त लागू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था के तहत, जमींदारों को भूमि का मालिक माना गया और उनसे यह अपेक्षा की गई कि वे कंपनी को निश्चित राशि राजस्व के रूप में देंगे। इससे कंपनी को राजस्व का एक स्थिर स्रोत मिला, लेकिन किसानों की स्थिति खराब हुई।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड वेलेजली सहायक संधि के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। वारेन हेस्टिंग्स ने बंगाल में द्वैध शासन समाप्त किया था।

प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह के समय भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड कैनिंग
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड रिपन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था। विद्रोह के बाद, 1858 में भारत का शासन ब्रिटिश ताज के अधीन कर दिया गया और गवर्नर-जनरल का पद वायसराय के रूप में जाना जाने लगा, और कैनिंग ही प्रथम वायसराय बने।
  • संदर्भ और विस्तार: 1857 का विद्रोह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था जिसने ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी। इस विद्रोह के बाद ही ब्रिटिश सरकार ने प्रत्यक्ष नियंत्रण ले लिया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी 1857 से पहले भारत में थे। लॉर्ड लिटन और लॉर्ड रिपन 1857 के बाद के वायसराय थे।

प्रश्न 10: ‘हरिजन’ पत्रिका का प्रकाशन किसने आरम्भ किया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर
  3. ज्योतिबा फुले
  4. स्वामी विवेकानंद

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: महात्मा गांधी ने छुआछूत के उन्मूलन और दलितों के अधिकारों के लिए 1932 में ‘हरिजन’ नामक साप्ताहिक पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पत्रिका का उद्देश्य समाज में फैली सामाजिक बुराइयों, विशेषकर अस्पृश्यता पर प्रकाश डालना और लोगों को शिक्षित करना था। गांधीजी ने ‘हरिजन सेवक’ (हिंदी), ‘हरिजन बंधु’ (गुजराती) और ‘हरिजन’ (अंग्रेजी) नाम से भी प्रकाशन किए।
  • गलत विकल्प: डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने ‘मूकनायक’ और ‘बहिष्कृत भारत’ जैसी पत्रिकाएँ प्रकाशित कीं। ज्योतिबा फुले ने ‘दिनबंधु’ पत्रिका से संबंध जोड़ा, और स्वामी विवेकानंद ने ‘प्रबुद्ध भारत’ और ‘उद्बोधन’ का संपादन किया।

प्रश्न 11: किस गुप्त शासक को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से भी जाना जाता है?

  1. समुद्रगुप्त
  2. चंद्रगुप्त द्वितीय
  3. कुमारगुप्त
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: चंद्रगुप्त द्वितीय (लगभग 380-415 ईस्वी) को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था। उन्होंने अपनी विजयों और सांस्कृतिक योगदान के लिए यह उपाधि प्राप्त की।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है। उन्होंने शकों को पराजित किया और मालवा पर अधिकार किया। उनके दरबार में नवरत्न (जैसे कालिदास, वराहमिहिर) निवास करते थे।
  • गलत विकल्प: समुद्रगुप्त को ‘पराक्रम’ उपाधि मिली थी। कुमारगुप्त को ‘महेंद्रादित्य’ कहा जाता था। स्कंदगुप्त ने हूणों को सफलतापूर्वक खदेड़ा था।

प्रश्न 12: ऋग्वेद में ‘यव’ शब्द का प्रयोग किस अनाज के लिए किया गया है?

  1. गेहूँ
  2. जौ
  3. चावल
  4. बाजरा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: ऋग्वैदिक काल में ‘यव’ शब्द का प्रयोग मुख्य रूप से जौ (Barley) के लिए किया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेदिक आर्यों की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान थी और जौ उनके मुख्य अनाजों में से एक था। वे दूध, घी और अनाज का सेवन करते थे।
  • गलत विकल्प: गेहूँ के लिए ‘गोधूम’ शब्द का प्रयोग बाद के काल में हुआ। चावल के लिए ‘वृहि’ और बाजरा का उल्लेख तत्कालीन ग्रंथों में स्पष्ट नहीं है।

प्रश्न 13: भारत में प्रथम तुर्क आक्रमण किसने किया था?

  1. ग़ज़नवी
  2. गौरी
  3. इल्तुतमिश
  4. बलबन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: प्रथम महत्वपूर्ण तुर्क आक्रमण महमूद गजनवी ने 1001 ईस्वी में किया था, जब उसने पेशावर के पास जयपाल को हराया था।
  • संदर्भ और विस्तार: महमूद गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किए, जिसका मुख्य उद्देश्य धन लूटना और इस्लाम का प्रसार करना था। उसका सबसे प्रसिद्ध आक्रमण सोमनाथ मंदिर पर 1025 ईस्वी में हुआ था।
  • गलत विकल्प: मुहम्मद गौरी ने बाद में 1191 और 1192 में तराइन के युद्ध लड़े। इल्तुतमिश और बलबन दिल्ली सल्तनत के महत्वपूर्ण शासक थे, जो गजनवी के बाद आए।

प्रश्न 14: ‘सूफीवाद’ में ‘वहाँदत-अल-वजूद’ (Wahdat al-wujud) का क्या अर्थ है?

  1. ईश्वर का अवतार
  2. ईश्वर और आत्मा की एकता
  3. पैगंबर का प्रेम
  4. ज्ञान की प्राप्ति

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: ‘वहाँदत-अल-वजूद’ एक प्रमुख सूफी सिद्धांत है जिसका अर्थ है ‘अस्तित्व की एकता’ या ‘ईश्वर और आत्मा की एकता’। यह सिद्धांत मानता है कि संपूर्ण अस्तित्व ईश्वर की अभिव्यक्ति है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस सिद्धांत के अनुसार, आत्मा और ईश्वर के बीच कोई अलगाव नहीं है, बल्कि यह एक ही परम सत्य के विभिन्न रूप हैं। इब्न अरबी जैसे सूफी विद्वानों ने इसे प्रमुखता से प्रतिपादित किया।
  • गलत विकल्प: ईश्वर का अवतार, पैगंबर का प्रेम और ज्ञान की प्राप्ति अन्य धार्मिक या दार्शनिक अवधारणाएं हैं, लेकिन ‘वहाँदत-अल-वजूद’ का सीधा संबंध ईश्वर और आत्मा की एकता से है।

प्रश्न 15: किस मुगल सम्राट ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाने का प्रयास किया?

  1. बाबर
  2. हुमायूँ
  3. अकबर
  4. जहाँगीर

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की स्थापना की, जो सभी प्रमुख धर्मों के तत्वों का एक संश्लेषण था।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना और साम्राज्य के भीतर धार्मिक एकता स्थापित करना था। हालाँकि, इसे व्यापक स्वीकृति नहीं मिली और कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
  • गलत विकल्प: बाबर, हुमायूँ और जहाँगीर ने इस प्रकार का कोई धर्म नहीं चलाया। अकबर ने इबादतखाना की भी स्थापना की थी जहाँ सभी धर्मों के विद्वान धार्मिक चर्चा करते थे।

प्रश्न 16: पुर्तगालियों ने भारत में अपना पहला किला कहाँ बनवाया था?

  1. गोवा
  2. कोचीन
  3. मद्रास
  4. बंगाल

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: पुर्तगाली गवर्नर अल्मेडा ने 1503 ईस्वी में कोचीन में अपने पहले किले ‘सेंटो एंजेलो’ (St. Angelo Fort) का निर्माण करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह किला मालाबार तट पर कोचीन में बनाया गया था ताकि वे इस क्षेत्र में अपने व्यापारिक हितों की रक्षा कर सकें। बाद में, पुर्तगालियों ने गोवा को अपनी राजधानी बनाया और वहाँ भी किले बनवाए।
  • गलत विकल्प: गोवा पुर्तगालियों का प्रमुख केंद्र बना, लेकिन पहला किला कोचीन में बना था। मद्रास (चेन्नई) और बंगाल ब्रिटिश और फ्रांसीसी प्रभाव के क्षेत्र रहे।

प्रश्न 17: 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना कहाँ हुई थी?

  1. कोलकाता
  2. ढाका
  3. लाहौर
  4. दिल्ली

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: अखिल भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना 30 दिसंबर 1906 को ढाका (वर्तमान बांग्लादेश) में नवाब वकार-उल-मुल्क और नवाब मोहसिन-उल-मुल्क के नेतृत्व में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश भारत में मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करना और ब्रिटिश सरकार के प्रति मुसलमानों की निष्ठा सुनिश्चित करना था।
  • गलत विकल्प: कोलकाता, लाहौर और दिल्ली प्रमुख शहर थे, लेकिन मुस्लिम लीग की स्थापना ढाका में हुई थी।

प्रश्न 18: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था। इस समझौते के तहत, महात्मा गांधी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित कर दिया और कांग्रेस ने दूसरे गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने का फैसला किया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता लॉर्ड इरविन, भारत के वायसराय, और महात्मा गांधी के बीच हुआ था। इसने राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने और कांग्रेस को गोलमेज सम्मेलनों में लाने का प्रयास किया।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की मांग की गई थी। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। 1932 में पूना पैक्ट हुआ था।

प्रश्न 19: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का मुख्य नारा क्या था?

  1. सरकार बने, लोग न रहें
  2. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  3. समानता, शांति, भाईचारा
  4. एक राजा, एक साम्राज्य, एक कानून

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: फ्रांसीसी क्रांति का मुख्य और सबसे प्रसिद्ध नारा ‘Liberté, égalité, fraternité’ था, जिसका हिंदी में अर्थ है ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा क्रांति के आदर्शों का प्रतीक बन गया और आज भी फ्रांस का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। यह उन विचारों को दर्शाता है जिनके लिए क्रांति लड़ी गई थी।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प भ्रामक हैं और फ्रांसीसी क्रांति के मूल नारे से मेल नहीं खाते।

प्रश्न 20: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में धुरी राष्ट्रों (Axis Powers) में कौन सा देश शामिल नहीं था?

  1. जर्मनी
  2. ऑस्ट्रिया-हंगरी
  3. इटली
  4. ऑटोमन साम्राज्य

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: प्रथम विश्व युद्ध में ‘धुरी राष्ट्र’ (Central Powers) में जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ऑटोमन साम्राज्य (तुर्की) और बुल्गारिया शामिल थे। इटली शुरू में तटस्थ रहा और बाद में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) की ओर से युद्ध में शामिल हो गया।
  • संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध में दो प्रमुख गठबंधन थे: मित्र राष्ट्र (ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, बाद में इटली, अमेरिका) और धुरी राष्ट्र (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ऑटोमन साम्राज्य, बुल्गारिया)।
  • गलत विकल्प: जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और ऑटोमन साम्राज्य प्रमुख धुरी राष्ट्र थे। इटली धुरी राष्ट्र में शामिल नहीं था।

प्रश्न 21: किस चोल शासक ने ‘गंगईकोंडचोलपुरम’ नामक नई राजधानी की स्थापना की और ‘गंगईकोंडचोल’ की उपाधि धारण की?

  1. राजराज प्रथम
  2. राजेंद्र प्रथम
  3. कुलतुंग प्रथम
  4. विक्रम चोल

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: राजेंद्र प्रथम (शासनकाल 1014-1044 ईस्वी) ने अपने पिता राजराज प्रथम की विजयों को आगे बढ़ाते हुए उत्तर भारत तक गंगा नदी तक सैन्य अभियान चलाया और इस सफलता के उपलक्ष्य में ‘गंगईकोंडचोल’ की उपाधि धारण की और ‘गंगईकोंडचोलपुरम’ नामक एक नई राजधानी बसाई।
  • संदर्भ और विस्तार: राजेंद्र प्रथम के शासनकाल को चोल साम्राज्य का चरमोत्कर्ष माना जाता है। उसने श्रीविजय (इंडोनेशिया) पर भी नौसैनिक अभियान भेजा था।
  • गलत विकल्प: राजराज प्रथम एक महान शासक था जिसने तंजौर में बृहदेश्वर मंदिर बनवाया। कुलतुंग प्रथम और विक्रम चोल अन्य महत्वपूर्ण चोल शासक थे।

प्रश्न 22: ‘बंदोबस्त व्यवस्था’ (Land Revenue System) किस मुगल शासक से संबंधित है?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: अकबर के शासनकाल में टोडरमल के नेतृत्व में ‘बंदोबस्त व्यवस्था’ या ‘दहसाला व्यवस्था’ (1580-82) लागू की गई थी। इसके तहत पिछले 10 वर्षों के औसत उत्पादन और मूल्यों के आधार पर भू-राजस्व का निर्धारण किया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था ने भू-राजस्व निर्धारण को अधिक व्यवस्थित और निश्चित बनाया, जिससे किसानों को कुछ राहत मिली और राज्य को स्थिर आय प्राप्त हुई।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने भी राजस्व नीतियों को जारी रखा, लेकिन ‘बंदोबस्त व्यवस्था’ का श्रेय मुख्य रूप से अकबर को जाता है।

प्रश्न 23: भारत में ‘स्वतंत्रता का अग्रदूत’ किसे कहा जाता है?

  1. महात्मा गांधी
  2. बाल गंगाधर तिलक
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. मंगल पांडे

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को अक्सर ‘भारतीय अशांति का जनक’ और ‘स्वतंत्रता का अग्रदूत’ कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा’ का नारा दिया और जन-जन को स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ने का प्रयास किया।
  • संदर्भ और विस्तार: तिलक ने गणपति और शिवाजी उत्सवों की शुरुआत कर लोगों में राष्ट्रीय भावना जगाई। उन्होंने ‘केसरी’ और ‘मराठा’ (अंग्रेजी में) समाचार पत्रों के माध्यम से ब्रिटिश नीतियों की आलोचना की।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता थे। सुभाष चंद्र बोस ने INA का नेतृत्व किया। मंगल पांडे 1857 के विद्रोह के अग्रदूत माने जाते हैं।

प्रश्न 24: ‘कॉमनवेल्थ ऑफ इंडिया बिल’ (Commonweal of India Bill) को ‘नेहरू रिपोर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है। यह कब प्रस्तुत किया गया था?

  1. 1927
  2. 1928
  3. 1929
  4. 1930

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: पंडित मोतीलाल नेहरू की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा तैयार की गई ‘नेहरू रिपोर्ट’ 1928 में प्रस्तुत की गई थी। इस रिपोर्ट में भारत के लिए एक संवैधानिक मसौदा तैयार किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस रिपोर्ट ने भारत के लिए डोमिनियन स्टेटस (Dominion Status) की मांग की थी। हालांकि, इसने मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा जैसी पार्टियों को संतुष्ट नहीं किया।
  • गलत विकल्प: 1927 में साइमन कमीशन की नियुक्ति हुई थी। 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज की घोषणा की गई। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन चल रहा था।

प्रश्न 25: अमेरिका की स्वतंत्रता की घोषणा (Declaration of Independence) किस वर्ष की गई थी?

  1. 1770
  2. 1776
  3. 1783
  4. 1789

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही क्यों: अमेरिका की स्वतंत्रता की घोषणा 4 जुलाई 1776 को की गई थी। यह घोषणा तेरह अमेरिकी उपनिवेशों को ग्रेट ब्रिटेन से स्वतंत्र घोषित करती है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस घोषणा का मसौदा थॉमस जेफरसन ने तैयार किया था और यह अमेरिकी क्रांति के दौरान एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर थी। इसने एक नए राष्ट्र की नींव रखी।
  • गलत विकल्प: 1770 में अभी क्रांति की शुरुआत भी नहीं हुई थी। 1783 में पेरिस की संधि द्वारा अमेरिका को स्वतंत्रता मिली। 1789 में फ्रांसीसी क्रांति हुई थी।

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