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इतिहास का सार: आपकी तैयारी को परखने का रोज़ाना का महा-मॉक टेस्ट

इतिहास का सार: आपकी तैयारी को परखने का रोज़ाना का महा-मॉक टेस्ट

आइए, समय के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर चलें और अपने इतिहास के ज्ञान की गहराई को परखें! हर दिन, हम अतीत की महत्वपूर्ण घटनाओं, व्यक्तित्वों और साम्राज्यों की पड़ताल करते हैं। यह आपका दैनिक खुराक है इतिहास की, जो आपको आने वाली परीक्षाओं के लिए तैयार करेगा। क्या आप चुनौती के लिए तैयार हैं?

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस हड़प्पा स्थल से ‘घोड़े के अवशेष’ मिले हैं?

  1. लोथल
  2. हड़प्पा
  3. कालीबंगा
  4. सुरकोटड़ा

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: सुरकोटड़ा (गुजरात) एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है जहाँ से घोड़े के कंकाल के अवशेष प्राप्त हुए हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि उस काल में घोड़े पालतू जानवर के रूप में मौजूद थे।
  • संदर्भ और विस्तार: सुरकोटड़ा, सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल है, जिसकी खोज 1964 में जे.पी. जोशी ने की थी। यहाँ से दो संस्कृतियों के अवशेष मिले हैं, जिनमें से एक विकसित हड़प्पा काल और दूसरी उत्तर हड़प्पा काल से संबंधित है। घोड़े के अवशेषों की उपस्थिति विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पहले तक घोड़े के पालतू होने के पर्याप्त प्रमाण नहीं थे।
  • गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ से गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले हैं। हड़प्पा से विशाल अन्नागार और इक्का-गाड़ी के प्रमाण मिले हैं। कालीबंगा से हल जोते हुए खेत के प्रमाण और सात अग्निकुंड मिले हैं।

प्रश्न 2: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किस शासक के कार्यकाल में हुआ था?

  1. अशोक
  2. चंद्रगुप्त मौर्य
  3. समुद्रगुप्त
  4. शिवाजी

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ का गठन मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के शासनकाल में हुआ था। यह उनके मंत्रिपरिषद की व्यवस्था थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में आठ मंत्री शामिल होते थे, जिनमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), न्यायाधीश (न्यायाधीश) और वाचिर-ए-वाकया (गुप्तचर प्रमुख) जैसे पद थे। यह व्यवस्था शासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए बनाई गई थी।
  • गलत विकल्प: अशोक मौर्य वंश के शासक थे और उनकी मंत्रिपरिषद को ‘परिषद’ कहा जाता था। चंद्रगुप्त मौर्य ने भी एक मंत्रिपरिषद की व्यवस्था की थी, लेकिन उसे ‘अष्टप्रधान’ नहीं कहा जाता था। समुद्रगुप्त गुप्त वंश के एक महान शासक थे, जिनकी प्रशासनिक व्यवस्था भिन्न थी।

प्रश्न 3: इंडिका के लेखक कौन थे?

  1. टॉलेमी
  2. मेगस्थनीज
  3. फाह्यान
  4. ह्वेन त्सांग

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: इंडिका के लेखक मेगस्थनीज थे। वह सेल्यूकस निकेटर के राजदूत थे, जिन्हें चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज ने भारत में लगभग 303 ईसा पूर्व से 291 ईसा पूर्व तक रहकर भारत का विस्तृत वर्णन किया, जिसे ‘इंडिका’ नामक पुस्तक में संकलित किया गया। यह पुस्तक मौर्य साम्राज्य के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन का महत्वपूर्ण स्रोत है, हालांकि इसका मूल रूप अब उपलब्ध नहीं है, पर अन्य लेखकों (जैसे एरियन, स्ट्रैबो) के उद्धरणों के माध्यम से इसका ज्ञान मिलता है।
  • गलत विकल्प: टॉलेमी एक यूनानी भूगोलवेत्ता थे। फाह्यान और ह्वेन त्सांग चीनी यात्री थे जो भारत आए थे; फाह्यान चंद्रगुप्त द्वितीय के समय और ह्वेन त्सांग हर्षवर्धन के समय भारत आए थे।

प्रश्न 4: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना किस मुगल सम्राट ने की थी?

  1. हुमायूँ
  2. अकबर
  3. जहांगीर
  4. शाहजहाँ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी। यह एक नवीन धार्मिक पंथ था।
  • संदर्भ और विस्तार: दीन-ए-इलाही एक सार्वभौमिक धर्म (Universal Religion) के रूप में स्थापित करने का प्रयास था, जिसमें विभिन्न धर्मों के मूल सिद्धांतों का समावेश था। अकबर ने सभी प्रमुख धर्मों के विद्वानों से चर्चा के बाद इस पंथ को चलाया था। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और सभी के लिए एक सामान्य नैतिक आचार संहिता स्थापित करना था। यह पंथ बहुत लोकप्रिय नहीं हो सका और अकबर के बाद इसका प्रभाव समाप्त हो गया।
  • गलत विकल्प: हुमायूँ, जहांगीर और शाहजहाँ सभी प्रमुख मुगल सम्राट थे, लेकिन उन्होंने दीन-ए-इलाही की स्थापना नहीं की थी।

प्रश्न 5: खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व मुख्य रूप से किसने किया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. मोहम्मद अली जिन्ना
  3. अली बंधु (मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली)
  4. सर सैयद अहमद खान

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व मुख्य रूप से अली बंधुओं – मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली – ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: खिलाफत आंदोलन (1919-1924) प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की के खलीफा के प्रति ब्रिटिश सरकार की नीति के विरोध में शुरू हुआ था। भारतीय मुसलमान खलीफा के पद की सुरक्षा चाहते थे। महात्मा गांधी ने इस आंदोलन को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जोड़ा ताकि हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा मिल सके और असहयोग आंदोलन को बल मिले।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने आंदोलन को समर्थन दिया था, लेकिन मुख्य नेतृत्व अली बंधुओं का था। मोहम्मद अली जिन्ना ने खिलाफत आंदोलन में महात्मा गांधी की भूमिका का विरोध किया था। सर सैयद अहमद खान 19वीं सदी के थे और उनका खिलाफत आंदोलन से कोई संबंध नहीं था।

प्रश्न 6: भारत में ‘स्थायी बंदोबस्त‘ (Permanent Settlement) की शुरुआत किसने की?

  1. लॉर्ड वेलेजली
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कार्नवालिस
  4. वारेन हेस्टिंग्स

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: भारत में ‘स्थायी बंदोबस्त’ की शुरुआत लॉर्ड कार्नवालिस ने 1793 ईस्वी में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: स्थायी बंदोबस्त, जिसे जमींदारी प्रणाली भी कहा जाता है, बंगाल, बिहार, ओडिशा और मद्रास के कुछ हिस्सों में लागू की गई थी। इसके तहत जमींदारों को भू-राजस्व का एक निश्चित हिस्सा सरकार को देना होता था, और वे किसानों से मनमाने ढंग से लगान वसूल सकते थे। इसने जमींदारों को भूमि का मालिक बना दिया और सरकार को एक स्थिर राजस्व प्राप्त हुआ।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड वेलेजली ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए प्रसिद्ध हैं। वारेन हेस्टिंग्स ने 1772 में द्वैध शासन (Dual Government) को समाप्त किया था।

प्रश्न 7: अशोक के शिलालेखों को पढ़ने का सर्वप्रथम प्रयास किसने किया?

  1. विलियम जोन्स
  2. जेम्स प्रिंसेप
  3. अलेक्जेंडर कनिंघम
  4. चार्ल्स विल्किंस

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: जेम्स प्रिंसेप ने 1837 ईस्वी में अशोक के शिलालेखों को सर्वप्रथम सफलतापूर्वक पढ़ा था।
  • संदर्भ और विस्तार: जेम्स प्रिंसेप एक ब्रिटिश अधिकारी थे जिन्होंने प्राचीन भारतीय लिपियों और सिक्कों का गहन अध्ययन किया। उन्होंने ब्राह्मी लिपि को देवनागरी और अन्य लिपियों से जोड़कर अशोक के शिलालेखों में प्रयुक्त भाषा को समझने में सफलता प्राप्त की। उनके इस कार्य से प्राचीन भारत के इतिहास को जानने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
  • गलत विकल्प: विलियम जोन्स ने कालिदास के ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया था। अलेक्जेंडर कनिंघम को भारतीय पुरातत्व का जनक माना जाता है। चार्ल्स विल्किंस ने भगवद गीता का अंग्रेजी में अनुवाद किया था।

प्रश्न 8: ‘दासबोध’ के रचनाकार कौन थे?

  1. संत ज्ञानेश्वर
  2. संत तुकाराम
  3. संत एकनाथ
  4. संत रामदास

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘दासबोध’ के रचनाकार संत रामदास थे, जो शिवाजी के आध्यात्मिक गुरु माने जाते हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: दासबोध संत रामदास द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण भक्ति और आध्यात्मिक ग्रंथ है। इसमें जीवन जीने की कला, ईश्वर भक्ति, समाज सेवा और राष्ट्र प्रेम जैसे विषयों पर उपदेश दिए गए हैं। यह ग्रंथ मराठी साहित्य का एक अनमोल रत्न है और महाराष्ट्र के धार्मिक तथा सांस्कृतिक जीवन पर इसका गहरा प्रभाव रहा है।
  • गलत विकल्प: संत ज्ञानेश्वर ने ‘ज्ञानेश्वरी’ की रचना की थी, जो भगवद गीता पर आधारित एक टीका है। संत तुकाराम अपने अभंगों के लिए प्रसिद्ध हैं। संत एकनाथ भी एक प्रमुख संत कवि थे।

प्रश्न 9: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला मुस्लिम अध्यक्ष कौन था?

  1. सर सैयद अहमद खान
  2. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
  3. बदरुद्दीन तैयबजी
  4. रफी अहमद किदवई

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष बदरुद्दीन तैयबजी थे।
  • संदर्भ और विस्तार: बदरुद्दीन तैयबजी ने 1887 में मद्रास अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता की थी। कांग्रेस के शुरुआती वर्षों में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कांग्रेस के लक्ष्यों को भारतीय मुसलमानों तक पहुँचाने का प्रयास किया।
  • गलत विकल्प: सर सैयद अहमद खान एक सुधारक थे और उन्होंने कांग्रेस के गठन का विरोध किया था। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद सबसे लंबे समय तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे (1940-1945) और वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने। रफी अहमद किदवई भी कांग्रेसी नेता थे, लेकिन वे पहले मुस्लिम अध्यक्ष नहीं थे।

प्रश्न 10:गदर पार्टी‘ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?

  1. 1907, बर्लिन
  2. 1913, सैन फ्रांसिस्को
  3. 1905, लंदन
  4. 1910, न्यूयॉर्क

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गदर पार्टी की स्थापना 1913 ईस्वी में सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका) में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों ने मिलकर की थी। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष के लिए भारतीय क्रांतिकारियों को संगठित करना था, विशेषकर उन भारतीयों को जो अमेरिका और कनाडा में रह रहे थे। पार्टी का मुखपत्र ‘गदर’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र था, जो उर्दू, पंजाबी, हिंदी और अन्य भाषाओं में प्रकाशित होता था।
  • गलत विकल्प: बर्लिन में 1915 में ‘भारतीय स्वतंत्रता समिति’ का गठन हुआ था। लंदन में भी भारतीय देशभक्त सक्रिय थे, लेकिन गदर पार्टी की स्थापना सैन फ्रांसिस्को में हुई।

प्रश्न 11: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयोग किया गया है?

  1. घोड़ा
  2. गाय
  3. बैल
  4. बकरी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द गाय के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जा सके’।
  • संदर्भ और विस्तार: वैदिक काल में गाय को अत्यंत पवित्र और पूजनीय माना जाता था। वह संपत्ति का प्रतीक थी और आर्थिक जीवन का आधार थी। ऋग्वेद में गायों को लेकर कई सूक्त (श्लोक) हैं, जिनमें उनकी महत्ता का वर्णन है। ‘अघन्य’ शब्द उनकी इस पवित्रता और न मारे जाने के विधान को दर्शाता है।
  • गलत विकल्प: अन्य पशुओं जैसे घोड़ा, बैल और बकरी का ऋग्वेद में उल्लेख है, लेकिन ‘अघन्य’ विशेष रूप से गाय के लिए प्रयुक्त हुआ है।

प्रश्न 12: ‘दीवानी-ए-मुस्तखराज’ नामक नया विभाग किसने स्थापित किया?

  1. इल्तुतमिश
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. फिरोज शाह तुगलक
  4. सिकंदर लोदी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘दीवानी-ए-मुस्तखराज’ नामक विभाग की स्थापना अलाउद्दीन खिलजी ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह विभाग बकाया राजस्व (arrears of revenue) वसूलने के लिए स्थापित किया गया था। अलाउद्दीन खिलजी अपने कठोर राजस्व नीतियों के लिए जाने जाते थे और उन्होंने राज्य की आय बढ़ाने के लिए कई नए विभाग बनाए थे। इस विभाग का मुख्य कार्य उन किसानों और अधिकारियों से बकाया करों की वसूली करना था जिन्होंने करों का भुगतान नहीं किया था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘दीवानी-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) जैसे महत्वपूर्ण विभागों की स्थापना की थी। फिरोजशाह तुगलक ने ‘दीवानी-ए-खैरात’ (दान विभाग) और ‘दीवानी-ए-बंदगान’ (गुलाम विभाग) की स्थापना की थी। सिकंदर लोदी ने कृषि संबंधी सुधार किए थे।

प्रश्न 13: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1336 ईस्वी
  2. 1206 ईस्वी
  3. 1526 ईस्वी
  4. 1498 ईस्वी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी, जो संगम राजवंश से थे। यह साम्राज्य दक्षिण भारत का एक शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य था जिसने लगभग 250 वर्षों तक शासन किया। इसका मुख्यालय तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित विजयनगर शहर था, जो आज हम्पी के नाम से जाना जाता है।
  • गलत विकल्प: 1206 ईस्वी दिल्ली सल्तनत की स्थापना का वर्ष है। 1526 ईस्वी में मुगल साम्राज्य की स्थापना हुई थी। 1498 ईस्वी में वास्को डी गामा भारत आया था।

प्रश्न 14: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) पुस्तक के लेखक कौन हैं?

  1. रूसो
  2. वॉल्टेयर
  3. मॉन्टेस्क्यू
  4. लॉक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘The Spirit of Laws’ पुस्तक के लेखक मॉन्टेस्क्यू हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1748 में प्रकाशित हुई थी और इसने पश्चिमी राजनीतिक विचार पर गहरा प्रभाव डाला। इस पुस्तक में मॉन्टेस्क्यू ने शक्तियों के पृथक्करण (Separation of Powers) के सिद्धांत का प्रस्ताव रखा, जिसके अनुसार सरकार के तीन अंग – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका – को स्वतंत्र होना चाहिए ताकि सत्ता का दुरुपयोग रोका जा सके। यह विचार अमेरिकी संविधान निर्माण में भी महत्वपूर्ण रहा।
  • गलत विकल्प: रूसो ने ‘Social Contract’ लिखी, वॉल्टेयर स्वतंत्रता और सहिष्णुता के प्रबल समर्थक थे, और लॉक ने ‘Two Treatises of Government’ लिखी जिसमें प्राकृतिक अधिकारों की बात की गई थी।

प्रश्न 15: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ द्वारा दी गई थी। समुद्रगुप्त एक महान योद्धा और कुशल प्रशासक थे जिन्होंने अपने शासनकाल में उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों को जीत लिया था और दक्षिणापथ के कई शासकों को भी अपने अधीन किया था। उनके विजय अभियानों की विस्तृत जानकारी प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ अभिलेख) में मिलती है, जिसे उनके दरबारी कवि हरिषेण ने लिखा था।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य के संस्थापक थे। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) भी एक महत्वपूर्ण शासक थे जिन्होंने मालवा को जीता और उज्जैन को अपनी राजधानी बनाया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया था।

प्रश्न 16: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड डफरिन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1857 के विद्रोह के समय भारत के गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग थे।
  • संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कैनिंग (1856-1862) वह गवर्नर-जनरल थे जिनके कार्यकाल में 1857 का विद्रोह हुआ था। यह विद्रोह कंपनी शासन के अंत का कारण बना और 1858 में भारत का शासन ब्रिटिश क्राउन के अधीन आ गया, जिसके बाद लॉर्ड कैनिंग भारत के पहले वायसराय बने।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी 1857 के विद्रोह से ठीक पहले (1848-1856) गवर्नर-जनरल थे और उनकी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ जैसी नीतियों को विद्रोह का एक कारण माना जाता है। लॉर्ड लिटन (1876-1880) वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट जैसे विवादास्पद कार्यों के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डफरिन (1884-1888) के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई थी।

प्रश्न 17: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1920
  2. 1925
  3. 1930
  4. 1931

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इसने सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को समाप्त करने पर सहमति बनी थी। इस समझौते में राजनीतिक कैदियों की रिहाई, जब्त संपत्तियों की वापसी और शांतिपूर्ण सत्याग्रह की स्वतंत्रता जैसे प्रावधान शामिल थे। इस समझौते के परिणामस्वरूप गांधीजी लंदन में होने वाले द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में शामिल हुए थे।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था। 1925 में चौरी-चौरा कांड के बाद असहयोग आंदोलन वापस लिया गया था। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई थी।

प्रश्न 18: किस नदी को ऋग्वेद में ‘सर्वाधिक पवित्र नदी’ माना गया है?

  1. सिंधु
  2. यमुना
  3. सरस्वती
  4. गंगा

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ऋग्वेद में सरस्वती नदी को सर्वाधिक पवित्र नदी माना गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: सरस्वती नदी का ऋग्वेद में अनेक बार उल्लेख मिलता है और इसे ‘नदीतमा’ (नदियों में श्रेष्ठ) तथा ‘मातेतमा’ (माताओं में श्रेष्ठ) जैसे विशेषणों से अलंकृत किया गया है। इसका वर्णन ज्ञान, पवित्रता और उर्वरता से जुड़ा हुआ है। वैदिक आर्यों का जीवन इस नदी के किनारे ही अधिक विकसित हुआ था।
  • गलत विकल्प: सिंधु नदी का भी ऋग्वेद में महत्वपूर्ण उल्लेख है, लेकिन पवित्रता के संदर्भ में सरस्वती को सर्वोपरि माना गया है। यमुना और गंगा का उल्लेख तो है, पर सरस्वती के समान महत्व और पवित्रता के साथ नहीं।

प्रश्न 19: ‘इक्तादारी प्रथा’ का प्रारम्भ किस सल्तनत काल के शासक ने किया था?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. गयासुद्दीन तुगलक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: इक्तादारी प्रथा का प्रारम्भ दिल्ली सल्तनत के सुल्तान इल्तुतमिश ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इक्तादारी प्रथा एक प्रशासनिक और वित्तीय व्यवस्था थी, जिसमें राज्य की भूमि को ‘इक्ता’ नामक इकाइयों में विभाजित किया जाता था और इन इकाइयों पर नियुक्त अधिकारी (इक्तादार) को वहाँ से राजस्व वसूलने का अधिकार होता था। यह राजस्व राशि का एक हिस्सा राज्य को जमा करता था और शेष का उपयोग अपने सैन्य और प्रशासनिक खर्चों के लिए करता था। इस प्रथा ने एक सामंती व्यवस्था को जन्म दिया।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत के संस्थापक थे, लेकिन उन्होंने इक्तादारी प्रथा को व्यवस्थित रूप नहीं दिया। अलाउद्दीन खिलजी ने इक्तादारी प्रथा को समाप्त करने का प्रयास किया था और नगद वेतन पर अधिक जोर दिया था। गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की नींव रखी थी।

प्रश्न 20: ‘सोनहर’ (canal) का निर्माण करवाने वाला दिल्ली का पहला सुल्तान कौन था?

  1. गयासुद्दीन तुगलक
  2. फिरोजशाह तुगलक
  3. मुहम्मद बिन तुगलक
  4. सिकंदर लोदी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गयासुद्दीन तुगलक, दिल्ली सल्तनत का पहला सुल्तान था जिसने नहरों का निर्माण करवाया।
  • संदर्भ और विस्तार: गयासुद्दीन तुगलक ने सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नहरों का निर्माण करवाया था। यह उसकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक थी, जिससे कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिला। इसे ‘गाजी मलिक’ के नाम से भी जाना जाता था।
  • गलत विकल्प: फिरोजशाह तुगलक ने भी नहरों का निर्माण करवाया था, लेकिन गयासुद्दीन तुगलक दिल्ली सल्तनत के पहले सुल्तान थे जिन्होंने यह कार्य शुरू किया। मुहम्मद बिन तुगलक अपनी असफल योजनाओं के लिए जाने जाते हैं। सिकंदर लोदी ने कृषि के लिए भूमि माप प्रणाली लागू की थी।

प्रश्न 21: ‘सत्यशोधक समाज’ की स्थापना किसने की थी?

  1. ज्योतिबा फुले
  2. ई.वी. रामासामी नायकर
  3. डॉ. बी.आर. अम्बेडकर
  4. श्री नारायण गुरु

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘सत्यशोधक समाज’ की स्थापना 1873 ईस्वी में महात्मा ज्योतिबा फुले ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: सत्यशोधक समाज का मुख्य उद्देश्य शूद्रों और अति शूद्रों (जाति-भेदभाव से पीड़ित निम्न जातियों) को उनके अधिकारों के प्रति जागृत करना और सामाजिक समानता स्थापित करना था। ज्योतिबा फुले ने समाज में पुरोहितों के प्रभुत्व और बाल विवाह जैसी कुरीतियों का विरोध किया। उन्होंने ‘गरीबांचे王’ (गरीबों का राजा) के रूप में अपना जीवन समर्पित किया।
  • गलत विकल्प: ई.वी. रामासामी नायकर ‘आत्मसम्मान आंदोलन’ से जुड़े थे। डॉ. बी.आर. अम्बेडकर ने ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ जैसे अनेक संगठनों की स्थापना की। श्री नारायण गुरु ने केरल में ‘श्री नारायण धर्म परिपालन योगम’ (SNDP) की स्थापना की।

प्रश्न 22: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ नामक राजनीतिक दल की स्थापना किसने की?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. भगत सिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ नामक राजनीतिक दल की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: 1939 में कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन के बाद सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने उस समय कांग्रेस की नीतियों से असंतुष्ट होकर और अपनी क्रांतिकारी विचारधारा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक मजबूत और एकीकृत जन आंदोलन खड़ा करना था।
  • गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे जिन्होंने हिंदुस्तान रिपब्लिकन सोशलिस्ट एसोसिएशन (HRSA) से जुड़े संगठनों में कार्य किया।

प्रश्न 23:FATF (Financial Action Task Force) का मुख्यालय कहाँ स्थित है?

  1. जिनेवा
  2. पेरिस
  3. न्यूयॉर्क
  4. लंदन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: FATF (Financial Action Task Force) का मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में स्थित है।
  • संदर्भ और विस्तार: FATF एक अंतर-सरकारी निकाय है जिसकी स्थापना 1989 में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने के लिए हुई थी। यह वैश्विक स्तर पर इन वित्तीय अपराधों के खिलाफ लड़ाई में नीतियाँ और मानक निर्धारित करता है।
  • गलत विकल्प: जिनेवा में कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के मुख्यालय हैं, जैसे WHO, ILO, WTO। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय है। लंदन में भी कई अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान स्थित हैं, लेकिन FATF का मुख्यालय पेरिस में है।

प्रश्न 24: ‘द्वितीय बौद्ध संगीति’ का आयोजन कहाँ हुआ था?

  1. राजगृह
  2. वैशाली
  3. पाटलिपुत्र
  4. कुंडलवन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में वैशाली (बिहार) में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संगीति का आयोजन कालाशोक (शिशुनाग वंश का शासक) के संरक्षण में हुआ था। इस संगीति में बौद्ध संघ में अनुशासन संबंधी मतभेदों के कारण संघ दो भागों में विभाजित हो गया था: स्थविरवादी (थेरवाद) और महासांघिक।
  • गलत विकल्प: प्रथम बौद्ध संगीति राजगृह में अजातशत्रु के संरक्षण में हुई थी। तृतीय बौद्ध संगीति पाटलिपुत्र में अशोक के संरक्षण में हुई थी। चतुर्थ बौद्ध संगीति कुंडलवन (कश्मीर) में कनिष्क के संरक्षण में हुई थी।

प्रश्न 25: ‘कुतुबमीनार’ का निर्माण किस शासक के शासनकाल में पूरा हुआ?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: कुतुबमीनार का निर्माण कार्य कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू किया था, लेकिन इसे इल्तुतमिश ने अपने शासनकाल में पूरा करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: कुतुबमीनार का निर्माण 1193 ईस्वी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की याद में शुरू करवाया था। उन्होंने इसकी पहली मंजिल का निर्माण करवाया था। बाद में इल्तुतमिश ने इसकी तीन और मंजिलें बनवाईं, जिससे यह चार मंजिला हो गया। फिरोजशाह तुगलक के समय बिजली गिरने से यह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे फिरोज ने ठीक करवाया और पांचवीं मंजिल का निर्माण करवाया।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने निर्माण शुरू करवाया था, लेकिन पूरा नहीं करवाया। अलाउद्दीन खिलजी ने कुतुबमीनार के स्थान पर अलई मीनार का निर्माण शुरू करवाया था। फिरोजशाह तुगलक ने इसका जीर्णोद्धार करवाया था, न कि निर्माण पूरा करवाया था।

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