इतिहास का सारथी: आपकी दैनिक परीक्षा तैयारी
नमस्कार, इतिहास के जिज्ञासुओं! आज हम समय के गलियारों में एक और रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। अपनी तैयारी को धार देने और ज्ञान को परखने का यह बेहतरीन मौका है। क्या आप अतीत के रहस्यों को उजागर करने और महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करने के लिए तैयार हैं? आइए, आज के इस ज्ञानवर्धक मॉक टेस्ट का आगाज़ करें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल सार्वजनिक स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो। मोहनजोदड़ो (अर्थात ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से एक प्रभावशाली सार्वजनिक स्नानागार प्राप्त हुआ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह विशाल स्नानागार लगभग 12 मीटर लंबा, 7 मीटर चौड़ा और 2.4 मीटर गहरा था। इसकी संरचना ईंटों से की गई थी और इसे जलरोधी बनाने के लिए बिटुमेन (डामर) का प्रयोग किया गया था। इसका उपयोग संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए किया जाता था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का एक महत्वपूर्ण स्थल था, जहाँ से कब्रिस्तान (R-37) और कांसे की नर्तकी की मूर्ति मिली थी। लोथल से गोदी (डॉकयार्ड) और कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 2: प्राचीन भारत में ‘कौटिल्य’ के नाम से कौन जाना जाता था?
- बाणभट्ट
- विष्णुगुप्त
- रविंद्रनाथ टैगोर
- चन्द्रगुप्त मौर्य
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विष्णुगुप्त। विष्णुगुप्त, जिन्हें कौटिल्य और चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है, चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और प्रधानमंत्री थे।
- संदर्भ और विस्तार: कौटिल्य ने ‘अर्थशास्त्र’ नामक प्रसिद्ध ग्रन्थ की रचना की, जो प्राचीन भारतीय राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य रणनीति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। वह मौर्य साम्राज्य की स्थापना में चंद्रगुप्त मौर्य के मुख्य सलाहकार थे।
- गलत विकल्प: बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे। रविंद्रनाथ टैगोर एक आधुनिक कवि और दार्शनिक थे। चंद्रगुप्त मौर्य एक शासक थे, न कि कौटिल्य के नाम से जाने जाते थे।
प्रश्न 3: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त। समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ई.) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपने शासनकाल में कई सैन्य विजयें प्राप्त कीं और अपने साम्राज्य का विस्तार किया।
- संदर्भ और विस्तार: प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ लेख) में उनकी विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है। उन्होंने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिण भारत में भी सफलतापूर्वक अभियान चलाए।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने अपनी विजयों के लिए भी ख्याति प्राप्त की, लेकिन ‘भारत का नेपोलियन’ की उपाधि समुद्रगुप्त को दी गई है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
प्रश्न 4: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘बाजार नियंत्रण’ प्रणाली लागू की थी?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- गयासुद्दीन तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी। अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ई.) ने अपने साम्राज्य में आर्थिक स्थिरता और सैन्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कठोर बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली के तहत, उसने खाद्यान्नों, कपड़ों, घोड़ों और अन्य वस्तुओं के मूल्य निश्चित किए थे। उसने ‘दीवान-ए-रियासत’ नामक अधिकारी की नियुक्ति की, जो बाजार का अधीक्षक होता था। धांधली करने वाले व्यापारियों को कड़ी सजा दी जाती थी।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (ग़ुलामों का समूह) की स्थापना की। बलबन ने ‘लहू और लोह’ की नीति अपनाई। गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश का संस्थापक था।
प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- हरिहर और बुक्का
- राम राय
- देवराय द्वितीय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: हरिहर और बुक्का। हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ई. में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की थी, जिसकी राजधानी हम्पी थी।
- संदर्भ और विस्तार: माना जाता है कि उन्होंने वारंगल के काकतीय राजाओं के अधीन सेवा की थी और बाद में मुहम्मद बिन तुगलक के अधीन कार्य किया। जब वे तुगलक के अधीन थे, तब वे हिंदू धर्म में वापस आ गए और विजयनगर की स्थापना की। यह साम्राज्य दक्षिण भारत में कला, संस्कृति और वास्तुकला का एक प्रमुख केंद्र बना।
- गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासक थे। राम राय तालीकोटा के युद्ध (1565 ई.) में मारे गए थे। देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड कैनिंग। 1857 के भारतीय विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे।
- संदर्भ और विस्तार: कैनिंग वह व्यक्ति थे जिन्होंने विद्रोह के बाद भारत को ब्रिटिश क्राउन के सीधे शासन में लाया (1858 का भारत सरकार अधिनियम) और उन्होंने गवर्नर-जनरल के पद को वायसराय के पद में बदल दिया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं और उनके काल में विद्रोह की पृष्ठभूमि तैयार हुई। लॉर्ड लिटन वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट के लिए और लॉर्ड कर्जन बंगाल विभाजन के लिए जाने जाते हैं।
प्रश्न 7: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता कौन हैं?
- कबीर
- सूरदास
- जयदेव
- तुलसीदास
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: जयदेव। जयदेव 12वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध संस्कृत कवि थे, जिन्होंने ‘गीत गोविंद’ की रचना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ‘गीत गोविंद’ भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम पर आधारित एक काव्य है, जिसे गीतों और नृत्यों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। यह पूर्वी भारत में विशेष रूप से बंगाल और ओडिशा में बहुत लोकप्रिय रहा है और इसे ओडिसी नृत्य का आधार भी माना जाता है।
- गलत विकल्प: कबीर 15वीं सदी के निर्गुण भक्ति संत थे। सूरदास अष्टछाप के कवि थे और ‘सूरसागर’ के लिए जाने जाते हैं। तुलसीदास ‘रामचरितमानस’ के रचयिता हैं।
प्रश्न 8: ‘सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही जीत होती है) किस प्राचीन ग्रंथ से लिया गया है?
- ऋग्वेद
- भगवद गीता
- मुंडक उपनिषद
- छान्दोग्य उपनिषद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मुंडक उपनिषद। ‘सत्यमेव जयते’ का उल्लेख मुंडक उपनिषद में मिलता है, जो अथर्ववेद से संबंधित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपनिषद ज्ञान की प्राप्ति और आत्म-ज्ञान पर बल देता है। ‘सत्यमेव जयते’ वाक्य भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है और इसे देवनागरी लिपि में राष्ट्रीय प्रतीक के नीचे अंकित किया गया है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है। भगवद गीता महाभारत का एक अंश है। छान्दोग्य उपनिषद सामवेद से संबंधित है।
प्रश्न 9: चंगेज खान, जो मंगोल आक्रमणों के लिए कुख्यात था, किस शासक के शासनकाल में भारत पर आक्रमण करने के करीब था?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: इल्तुतमिश। 1221 ई. में, चंगेज खान मंगोलियाई साम्राज्य के संस्थापक थे, उन्होंने ख्वारिज्म पर विजय प्राप्त की और पश्चिमोत्तर भारत की ओर बढ़े।
- संदर्भ और विस्तार: ख्वारिज्म के राजकुमार जलालुद्दीन मंगबरनी ने इल्तुतमिश से शरण मांगी थी। इल्तुतमिश ने मंगोलों से सीधी टक्कर मोल लेने से बचने के लिए जलालुद्दीन को शरण नहीं दी, जिससे भारत पर सीधे मंगोल आक्रमण का खतरा टल गया।
- गलत विकल्प: बलबन के शासनकाल में भी मंगोल आक्रमण का खतरा था, लेकिन चंगेज खान की प्रत्यक्ष निकटता इल्तुतमिश के समय अधिक थी। अलाउद्दीन खिलजी के समय मंगोल आक्रमण हुए थे, लेकिन वे पहले ही भारत पर कब्ज़ा करने में असफल रहे थे। मुहम्मद बिन तुगलक के समय भारत में मंगोल सत्ता (जैसे दिल्ली सल्तनत) स्थापित हो चुकी थी।
प्रश्न 10: ‘अकाल तख्त’ की स्थापना किसने की थी?
- गुरु नानक देव
- गुरु राम दास
- गुरु अर्जुन देव
- गुरु हरगोबिंद
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुरु हरगोबिंद। सिखों के छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद ने 1606 ई. में अमृतसर में ‘अकाल तख्त’ (ईश्वर का सिंहासन) की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: अकाल तख्त सिखों का सर्वोच्च धार्मिक और न्यायिक अधिकार रखने वाला स्थान है। गुरु हरगोबिंद ने सिखों को सैन्य प्रशिक्षण देने और आत्मरक्षा के लिए तैयार करने पर भी जोर दिया था।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु राम दास ने अमृतसर शहर की स्थापना की। गुरु अर्जुन देव ने ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ को संकलित किया।
प्रश्न 11: पुर्तगाली गवर्नर अल्बुकर्क ने गोवा को कब जीता?
- 1498
- 1505
- 1510
- 1529
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1510 ई.। पुर्तगाली वायसराय अफोंसो डी अल्बुकर्क ने 1510 ई. में बीजापुर सल्तनत के सुल्तान आदिल शाह से गोवा जीत लिया था।
- संदर्भ और विस्तार: गोवा की विजय पुर्तगालियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसने उन्हें भारतीय व्यापार पर नियंत्रण स्थापित करने में बहुत मदद की। यह पुर्तगाली शक्ति का केंद्र बन गया।
- गलत विकल्प: 1498 वास्को डी गामा के कालीकट आगमन का वर्ष है। 1505 में फ्रांसिस्को डी अलमेडा पहले पुर्तगाली गवर्नर बने। 1529 में नीनो डी कुन्हा गवर्नर बने और उन्होंने कोचीन से गोवा अपनी राजधानी स्थानांतरित की।
प्रश्न 12: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नया धर्म चलाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर बनाया गया एक सिद्धांत था, जिसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और एकता को बढ़ावा देना था। हालांकि, यह बहुत लोकप्रिय नहीं हुआ और कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया, जिनमें बीरबल भी शामिल थे।
- गलत विकल्प: जहाँगीर ने ‘न्याय की जंजीर’ लटकाई थी। शाहजहाँ अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है (जैसे ताजमहल)। औरंगजेब एक कट्टर सुन्नी मुस्लिम था और उसने दीन-ए-इलाही को स्वीकार नहीं किया।
प्रश्न 13: 1764 का बक्सर का युद्ध किसके बीच लड़ा गया था?
- मीर कासिम और रॉबर्ट क्लाइव
- मीर जाफर और कंपनी की सेना
- मीर कासिम, अवध का नवाब शुजाउद्दौला, और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय बनाम ईस्ट इंडिया कंपनी
- हैदर अली और ब्रिटिश
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मीर कासिम, अवध का नवाब शुजाउद्दौला, और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय बनाम ईस्ट इंडिया कंपनी। बक्सर का युद्ध 22 अक्टूबर 1764 को लड़ा गया था, जिसमें संयुक्त भारतीय सेना की हार हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया था। इस युद्ध के परिणामस्वरूप 1765 में इलाहाबाद की संधि हुई, जिसने बंगाल में कंपनी के राजनीतिक प्रभुत्व को स्थापित किया।
- गलत विकल्प: 1757 का प्लासी का युद्ध मीर जाफर और रॉबर्ट क्लाइव के बीच हुआ था। मीर कासिम प्लासी के बाद बंगाल का नवाब बना था। हैदर अली मैसूर का शासक था और उसने अंग्रेजों के साथ कई युद्ध लड़े (जैसे आंग्ल-मैसूर युद्ध)।
प्रश्न 14: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?
- 1929 लाहौर अधिवेशन
- 1931 कराची अधिवेशन
- 1937 फैजपुर अधिवेशन
- 1942 बंबई अधिवेशन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1929 लाहौर अधिवेशन। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ऐतिहासिक लाहौर अधिवेशन (1929) में पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में यह भी निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इसने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की दिशा को और अधिक स्पष्ट कर दिया।
- गलत विकल्प: 1931 के कराची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति का प्रस्ताव पारित हुआ था। 1937 के फैजपुर अधिवेशन की अध्यक्षता भी नेहरू ने की थी, यह गांव में हुआ पहला कांग्रेस अधिवेशन था। 1942 के बंबई अधिवेशन में ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ था।
प्रश्न 15: ‘रेडक्लिफ रेखा’ किन दो देशों के बीच सीमा निर्धारित करती है?
- भारत और चीन
- भारत और पाकिस्तान
- भारत और बांग्लादेश
- भारत और अफगानिस्तान
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत और पाकिस्तान। रेडक्लिफ रेखा का निर्धारण 1947 में सर सिरिल रेडक्लिफ की अध्यक्षता में एक आयोग द्वारा किया गया था, जिसने भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा का विभाजन किया।
- संदर्भ और विस्तार: यह रेखा विभाजन के समय खींची गई थी और भारत के पंजाब और बंगाल प्रांतों को विभाजित करती है। इस रेखा के निर्धारण में बहुत जल्दबाजी की गई थी, जिसके कारण कई विस्थापित हुए।
- गलत विकल्प: भारत और चीन के बीच मैकमोहन रेखा है। भारत और बांग्लादेश के बीच भी कुछ सीमाएं हैं, लेकिन रेडक्लिफ रेखा मुख्य रूप से भारत-पाकिस्तान को परिभाषित करती है (हालाँकि पूर्वी पाकिस्तान, जो अब बांग्लादेश है, भी इसी रेखा से अलग हुआ था)। भारत और अफगानिस्तान के बीच डूरंड रेखा थी (जो अब पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच है)।
प्रश्न 16: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का तात्कालिक कारण क्या था?
- अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का प्रभाव
- बस्तीवाद (Bastille) पर आक्रमण
- शाही खर्च और वित्तीय संकट
- मैरी एंटोइनेट की फांसी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: शाही खर्च और वित्तीय संकट। फ्रांस की क्रांति के कई दीर्घकालिक कारण थे, जैसे सामाजिक असमानता, प्रबुद्धता के विचारों का प्रसार, लेकिन तात्कालिक कारण राजा लुई सोलहवें के शासनकाल में देश का गंभीर वित्तीय संकट और बढ़ता कर्ज था।
- संदर्भ और विस्तार: सात साल के युद्ध और अमेरिकी क्रांति में फ्रांस की भागीदारी ने शाही खजाने को खाली कर दिया था। जनता पर भारी कर लगाए जा रहे थे, जबकि कुलीन वर्ग और पादरी करों से मुक्त थे। जब राजा ने वित्तीय घाटे को दूर करने के लिए कर बढ़ाने का प्रयास किया, तो इसने क्रांति को भड़का दिया।
- गलत विकल्प: बस्तीवाद पर आक्रमण (14 जुलाई 1789) क्रांति की एक महत्वपूर्ण घटना थी, लेकिन यह तात्कालिक कारण नहीं बल्कि क्रांति का एक परिणाम था। अमेरिकी क्रांति का प्रभाव एक कारक था, लेकिन तात्कालिक नहीं। मैरी एंटोइनेट को बाद में फाँसी दी गई थी।
प्रश्न 17: भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ हुई थी?
- लंदन
- न्यूयॉर्क
- सैन फ्रांसिस्को
- बर्लिन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सैन फ्रांसिस्को। गदर पार्टी की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी का उद्देश्य ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए सशस्त्र संघर्ष को बढ़ावा देना था। इसके प्रमुख नेताओं में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और राम चंद्र भारतवासी शामिल थे। पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया।
- गलत विकल्प: लंदन में भी भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन की गतिविधियाँ थीं, लेकिन गदर पार्टी का केंद्र सैन फ्रांसिस्को था। न्यूयॉर्क भी आंदोलन का एक केंद्र था, लेकिन पार्टी का मुख्य मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को था। बर्लिन में भी कुछ भारतीय क्रांतिकारियों ने गतिविधियाँ की थीं।
प्रश्न 18: ‘अष्टचक्र’ (Eightfold Path) का संबंध किस धर्म से है?
- हिंदू धर्म
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- सिख धर्म
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: बौद्ध धर्म। ‘अष्टचक्र’ या ‘आष्टांगिक मार्ग’ बौद्ध धर्म का एक केंद्रीय सिद्धांत है, जिसे गौतम बुद्ध ने दुख की निवृत्ति का मार्ग बताया है।
- संदर्भ और विस्तार: इसमें आठ अंग शामिल हैं: सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाक्, सम्यक कर्म, सम्यक आजीविका, सम्यक व्यायाम, सम्यक स्मृति और सम्यक समाधि। यह मार्ग नैतिक आचरण, मानसिक अनुशासन और प्रज्ञा के माध्यम से निर्वाण प्राप्ति का साधन है।
- गलत विकल्प: हिंदू धर्म में कर्म योग, ज्ञान योग, भक्ति योग जैसे मार्ग हैं। जैन धर्म में त्रिरत्न (सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक चरित्र) महत्वपूर्ण हैं। सिख धर्म में भी साधना के मार्ग हैं, लेकिन अष्टचक्र बौद्ध धर्म से संबंधित है।
प्रश्न 19: मोर्रे-संताग्रा नियम (Morley-Minto Reforms) किस वर्ष पारित किए गए थे?
- 1909
- 1919
- 1935
- 1947
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1909। मोरले-मिंटो सुधार (Indian Councils Act, 1909) भारत में ब्रिटिश सरकार द्वारा लाए गए एक महत्वपूर्ण अधिनियम थे।
- संदर्भ और विस्तार: इन सुधारों का मुख्य उद्देश्य भारतीय शासन में भारतीयों की भागीदारी बढ़ाना था, लेकिन इसमें ‘सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व’ (Separate Electorates) की शुरुआत भी की गई, जिसने भविष्य में भारतीय राजनीति में विभाजनकारी तत्वों को बढ़ावा दिया। लॉर्ड मोरले भारत के राज्य सचिव थे और लॉर्ड मिंटो भारत के वायसराय।
- गलत विकल्प: 1919 के मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधारों ने प्रांतों में द्वैध शासन (Diarchy) की शुरुआत की। 1935 का भारत सरकार अधिनियम अधिक विस्तृत था और इसने संघीय व्यवस्था का प्रस्ताव रखा। 1947 भारत की स्वतंत्रता का वर्ष है।
प्रश्न 20: ‘जजिया’ कर किस शासक ने पुनः लागू किया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: औरंगजेब। मुगल सम्राट औरंगजेब ने 1679 ई. में गैर-मुस्लिमों पर लगने वाले ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर ने इसे समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने अपने इस्लामीकरण की नीति के तहत इसे फिर से लागू किया। यह कर मुस्लिम शासित प्रदेशों में रहने वाले गैर-मुस्लिम नागरिकों से उनकी रक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता के बदले में लिया जाता था।
- गलत विकल्प: अकबर जजिया को समाप्त करने के लिए जाना जाता है। जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी जजिया लागू नहीं किया था।
प्रश्न 21: महात्मा गांधी द्वारा ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ (Civil Disobedience Movement) कब शुरू किया गया?
- 1920
- 1930
- 1940
- 1942
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1930। महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह) के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार के अन्यायपूर्ण कानूनों का शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने के लिए चलाया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य नमक कानून को तोड़ना था, लेकिन इसमें अन्य नागरिक अवज्ञा के कार्य भी शामिल थे।
- गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था। 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह चलाया गया था। 1942 में ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन शुरू हुआ था।
प्रश्न 22: ‘बुद्धचरितम्’ के लेखक कौन हैं?
- नागार्जुन
- आर्यभट्ट
- अश्वघोष
- वराहमिहिर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अश्वघोष। अश्वघोष, जो कनिष्क के दरबारी कवि थे, ने ‘बुद्धचरितम्’ की रचना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ‘बुद्धचरितम्’ बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध के जीवन पर आधारित एक संस्कृत महाकाव्य है। इसे बौद्ध साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है।
- गलत विकल्प: नागार्जुन एक प्रसिद्ध बौद्ध दार्शनिक थे। आर्यभट्ट एक महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री थे। वराहमिहिर एक प्रसिद्ध खगोलशास्त्री और गणितज्ञ थे।
प्रश्न 23: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के दौरान मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) में कौन सा प्रमुख देश शामिल नहीं था?
- ग्रेट ब्रिटेन
- फ्रांस
- रूस
- संयुक्त राज्य अमेरिका
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: संयुक्त राज्य अमेरिका। प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत में, संयुक्त राज्य अमेरिका तटस्थ था और 1917 में ही मित्र राष्ट्रों (ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, इटली, जापान आदि) में शामिल हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: मित्र राष्ट्रों का मुख्य प्रतिद्वंद्वी केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers) थीं, जिनमें जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य और बुल्गारिया शामिल थे। रूस 1917 में आंतरिक क्रांति के कारण युद्ध से बाहर हो गया था।
- गलत विकल्प: ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस और रूस (युद्ध की शुरुआत में) मित्र राष्ट्रों के प्रमुख सदस्य थे। संयुक्त राज्य अमेरिका की बाद में हुई भागीदारी युद्ध का रुख बदलने में महत्वपूर्ण साबित हुई।
प्रश्न 24: ‘गिल्टी एज’ (The Gilded Age) शब्द किस ऐतिहासिक काल को संदर्भित करता है?
- 18वीं शताब्दी का यूरोप
- 19वीं शताब्दी का उत्तरार्ध संयुक्त राज्य अमेरिका
- 20वीं शताब्दी का पूर्वार्ध भारत
- 20वीं शताब्दी का उत्तरार्ध जापान
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 19वीं शताब्दी का उत्तरार्ध संयुक्त राज्य अमेरिका। ‘गिल्डेड एज’ (The Gilded Age) शब्द का प्रयोग आम तौर पर 1870 के दशक से 1900 तक के संयुक्त राज्य अमेरिका के काल के लिए किया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इस अवधि में तीव्र औद्योगिक विकास, आर्थिक वृद्धि, आप्रवासन में वृद्धि और शहरीकरण देखा गया। हालांकि, इस समृद्धि के पीछे गरीबी, भ्रष्टाचार, सामाजिक असमानता और राजनीतिक अनिश्चितता जैसी समस्याएं भी छिपी हुई थीं, जो इस शब्द के ‘गिल्डेड’ (चमकीला लेकिन खोखला) होने का संकेत देती हैं। यह शब्द मार्क ट्वेन द्वारा गढ़ा गया था।
- गलत विकल्प: यह शब्द संयुक्त राज्य अमेरिका से विशेष रूप से जुड़ा हुआ है और 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध को इंगित करता है।
प्रश्न 25: चौरी-चौरा की घटना, जिसने असहयोग आंदोलन को वापस लेने का कारण बनी, कब हुई थी?
- 1920
- 1921
- 1922
- 1923
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1922। चौरी-चौरा की हिंसक घटना 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले (उत्तर प्रदेश) के चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस घटना में, असहयोग आंदोलन के प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी जिंदा जल गए थे। महात्मा गांधी, जो अहिंसा के समर्थक थे, इस हिंसा से बहुत आहत हुए और उन्होंने 12 फरवरी 1922 को असहयोग आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया।
- गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई थी। 1921 में आंदोलन अपने चरम पर था। 1923 में स्वराज पार्टी की स्थापना हुई थी।