इतिहास का रण: 25 प्रश्नों की महा-परीक्षा!
क्या आप इतिहास के महासागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान की गहराई को मापने के लिए तैयार हैं? आज हम आपको प्राचीन भारत की गलियों से लेकर आधुनिक विश्व के मंच तक एक रोमांचक यात्रा पर ले जा रहे हैं। अपनी परीक्षा की तैयारी को नई धार दें और इन 25 चुनौतीपूर्ण प्रश्नों के साथ अपने ज्ञान का लोहा मनवाएं!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से प्राप्त मोहरों पर सबसे अधिक मातृदेवी की आकृतियाँ मिली हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो से प्राप्त टेराकोटा (पकी हुई मिट्टी) की मोहरों पर मातृदेवी की आकृतियाँ सर्वाधिक संख्या में मिली हैं। यह दर्शाता है कि मातृदेवी पूजा सिंधु घाटी सभ्यता में अत्यंत महत्वपूर्ण थी।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ है ‘मृतकों का टीला’, सिंधु नदी के तट पर स्थित एक प्रमुख हड़प्पाकालीन शहर था। यहाँ से मिली नर्तकी की मूर्ति, पुजारी-राजा की प्रतिमा और विशाल स्नानागार भी अत्यंत महत्वपूर्ण पुरातात्विक साक्ष्य हैं। मातृदेवी की पूजा प्रजनन क्षमता और प्रकृति की शक्तियों से जुड़ी मानी जाती थी।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से सील (मुहरें) मिली हैं, लेकिन मातृदेवी की आकृतियाँ मोहनजोदड़ो जितनी नहीं। लोथल एक बंदरगाह शहर था और कालीबंगा हल जोते हुए खेत के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा बौद्ध धर्म के ‘अष्टांगिक मार्ग’ का हिस्सा नहीं है?
- सम्यक दृष्टि
- सम्यक व्यायाम
- सम्यक धन
- सम्यक स्मृति
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘सम्यक धन’ (Right Wealth) बौद्ध धर्म के अष्टांगिक मार्ग का हिस्सा नहीं है। अष्टांगिक मार्ग दुःख निरोध (दुःख को समाप्त करने) का मार्ग है, जिसे ‘मध्य मार्ग’ भी कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टांगिक मार्ग में शामिल हैं: सम्यक दृष्टि (सही समझ), सम्यक संकल्प (सही विचार), सम्यक वाक् (सही वाणी), सम्यक कर्म (सही कर्म), सम्यक आजीविका (सही जीवन यापन), सम्यक व्यायाम (सही प्रयास), सम्यक स्मृति (सही स्मृति) और सम्यक समाधि (सही एकाग्रता)। ‘सम्यक आजीविका’ का अर्थ है सही तरीके से आजीविका कमाना, जो ‘सम्यक धन’ से भिन्न है।
- गलत विकल्प: सम्यक दृष्टि, सम्यक व्यायाम और सम्यक स्मृति अष्टांगिक मार्ग के प्रमुख अंग हैं।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से किस चोल शासक ने ‘कलिंगराज’ की उपाधि धारण की थी?
- राजराज प्रथम
- राजेंद्र चोल प्रथम
- कुलोतुंग चोल प्रथम
- विक्रम चोल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कुलोतुंग चोल प्रथम (शासनकाल 1070-1122 ई.) ने कलिंग पर विजय प्राप्त करने के बाद ‘कलिंगराज’ की उपाधि धारण की थी।
- संदर्भ और विस्तार: कुलोतुंग चोल प्रथम, राजेंद्र चोल प्रथम का पोता था। उसने अपने शासनकाल के प्रारंभिक वर्षों में कलिंग के राजा के विरुद्ध एक सफल अभियान चलाया था। इसके अलावा, उसने उत्तर भारत में गंगा तक अपनी सेनाएँ भेजी थीं, जिसका उल्लेख तिरुवलंगाडु अभिलेख में मिलता है।
- गलत विकल्प: राजराज प्रथम ने ‘तिरुमलै’ और ‘शिवपादा शेखर’ जैसी उपाधियाँ धारण की थीं। राजेंद्र चोल प्रथम ने ‘गंगईकोंड चोल’ की उपाधि धारण की थी। विक्रम चोल एक बाद का शासक था।
प्रश्न 4: ‘कुतुबुद्दीन ऐबक’ द्वारा बनवाई गई ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ कहाँ स्थित है?
- दिल्ली
- आगरा
- अजमेर
- लाहौर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: अढ़ाई दिन का झोपड़ा राजस्थान के अजमेर शहर में स्थित है। यह मूल रूप से एक संस्कृत महाविद्यालय था, जिसे कुतुबुद्दीन ऐबक ने तुड़वाकर एक मस्जिद का निर्माण करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह ढांचा केवल अढ़ाई (ढाई) दिनों में बनाया गया था, इसलिए इसे ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ कहा जाता है। इसकी वास्तुकला इंडो-इस्लामिक शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें इस्लामी मेहराबों के साथ भारतीय वास्तुकला के तत्व भी दिखाई देते हैं।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली में कुतुब मीनार का निर्माण शुरू करवाया था और उसी शहर में उसकी राजधानी थी। लाहौर उसकी शुरुआती राजधानी और दफन स्थल था। आगरा बाद में मुगलों की राजधानी बनी।
प्रश्न 5: मुग़ल सम्राट जहाँगीर के शासनकाल में भारत आने वाला वह पहला अंग्रेज़ कौन था?
- सर थॉमस रो
- विलियम हॉकिन्स
- जॉन मिन्डलहॉल
- रॉल्फ फिच
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कैप्टन विलियम हॉकिन्स, जहाँगीर के शासनकाल (1605-1627 ई.) के दौरान 1608 ई. में भारत आया था। वह भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के दूत के रूप में आया था।
- संदर्भ और विस्तार: हॉकिन्स जहाँगीर के दरबार में पहुंचा और फारसी भाषा में बात करने की क्षमता के कारण जहाँगीर को प्रभावित किया। जहाँगीर ने उसे ‘इंग्लिश खान’ की उपाधि भी दी और उसे आगरा में व्यापारिक कोठी स्थापित करने की अनुमति दी।
- गलत विकल्प: सर थॉमस रो 1615 ई. में भारत आया और उसने जहाँगीर से व्यापारिक अधिकार प्राप्त किए। रॉल्फ फिच 1583 ई. में अकबर के शासनकाल में आया था। जॉन मिन्डलहॉल भी शुरुआती आगंतुकों में से एक था।
प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह के दौरान, बिहार में विद्रोह का नेतृत्व किसने किया था?
- तात्या टोपे
- रानी लक्ष्मीबाई
- कुंवर सिंह
- बहादुर शाह जफर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के दौरान बिहार में विद्रोह का नेतृत्व जगदीशपुर के जमींदार बाबू कुंवर सिंह ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अपनी वृद्धावस्था के बावजूद, कुंवर सिंह ने साहसपूर्वक ब्रिटिश सेनाओं का मुकाबला किया और आरा, बिहिया, चौनपुर और शाहपुर जैसे क्षेत्रों में अंग्रेजों को भारी नुकसान पहुंचाया। वे विद्रोहियों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहे।
- गलत विकल्प: तात्या टोपे कानपुर और मध्य भारत में प्रमुख नेता थे। रानी लक्ष्मीबाई झांसी से थीं। बहादुर शाह जफर दिल्ली में नाममात्र के सम्राट थे।
प्रश्न 7: ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ पुस्तक के लेखक कौन हैं?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- मौलाना अबुल कलाम आजाद
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ (Discovery of India) पुस्तक भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखी गई है।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक उन्होंने 1944 ई. में अहमदनगर जेल में अपने कारावास के दौरान लिखी थी। इसमें भारत के इतिहास, संस्कृति, दर्शन और स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से प्रकाश डाला गया है। यह भारतीय पहचान और राष्ट्रीय भावना को समझने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ’ लिखी। सरदार पटेल ने कोई प्रमुख पुस्तक नहीं लिखी, लेकिन वे राष्ट्रीय आंदोलन के मुख्य नेता थे। मौलाना आजाद ‘इंडिया विन्स फ्रीडम’ के लेखक हैं।
प्रश्न 8: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से अग्निवेदी (fire altars) के साक्ष्य मिले हैं?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कालीबंगा, जो राजस्थान में स्थित है, से अनेक अग्निवेदी (ritualistic fire altars) और बलि वेदी के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
- संदर्भ और विस्तार: कालीबंगा का अर्थ है ‘काले रंग की चूड़ियाँ’। यहाँ से प्राप्त पुरातात्विक सामग्री में कच्ची ईंटों के मकान, हल से जोते हुए खेत के प्रमाण (जो हड़प्पा से पहले के माने जाते हैं), और ये अग्निवेदियाँ शामिल हैं। इन अग्निवेदियों से यह अनुमान लगाया जाता है कि यहाँ कुछ प्रकार की धार्मिक अनुष्ठान या यज्ञ किए जाते थे।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा से महत्वपूर्ण निर्माण और कलाकृतियाँ मिली हैं, लेकिन विस्तृत अग्निवेदियों के साक्ष्य कालीबंगा जितने स्पष्ट नहीं हैं। लोथल एक बंदरगाह शहर था।
प्रश्न 9: तैमूर लंग ने भारत पर आक्रमण कब किया था?
- 1398 ई.
- 1453 ई.
- 1336 ई.
- 1489 ई.
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: तैमूर लंग (Timur the Lame) ने 1398 ई. में भारत पर आक्रमण किया था और दिल्ली को बुरी तरह लूटा था।
- संदर्भ और विस्तार: तैमूर एक तुर्क-मंगोल विजेता था जिसने मध्य एशिया में एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की थी। उसका भारत पर आक्रमण तुगलक वंश के पतन का एक प्रमुख कारण बना। इस आक्रमण ने दिल्ली सल्तनत की कमर तोड़ दी, जिससे कई छोटे राज्यों का उदय हुआ।
- गलत विकल्प: 1453 ई. में कुस्तुनतुनिया का पतन हुआ। 1336 ई. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना का वर्ष है। 1489 ई. सिकंदर लोदी के गद्दी पर बैठने का वर्ष है।
प्रश्न 10: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुग़ल शासक ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (Divine Faith) नामक एक नवीन धार्मिक पंथ की शुरुआत मुग़ल सम्राट अकबर ने 1582 ई. में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर ने सभी प्रमुख धर्मों के सिद्धांतों को मिलाकर एक ऐसा पंथ बनाने का प्रयास किया जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। यह किसी भी धर्म का पूर्ण प्रतिस्थापन नहीं था, बल्कि विभिन्न धर्मों के अच्छे विचारों का मिश्रण था। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और सामंजस्य को बढ़ावा देना था। हालाँकि, यह जनता के बीच अधिक लोकप्रिय नहीं हो सका।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने धार्मिक सहिष्णुता की नीतियों में कमी की और अकबर की इस प्रकार की पहल का अनुकरण नहीं किया।
प्रश्न 11: निम्नलिखित में से कौन विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे?
- कृष्ण देव राय
- देव राय द्वितीय
- हरिहर और बुक्का
- वीर नरसिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई वारंगल के काकतीय राजा के सामंत थे और मुहम्मद बिन तुगलक के दिल्ली सल्तनत से अलग होकर दक्षिण में एक स्वतंत्र राज्य स्थापित करने के लिए प्रेरित हुए। विजयनगर साम्राज्य अपनी कला, साहित्य, वास्तुकला और व्यापार के लिए प्रसिद्ध था।
- गलत विकल्प: कृष्ण देव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन वे संस्थापक नहीं थे। देव राय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे। वीर नरसिंह तुलुव राजवंश के संस्थापक थे।
प्रश्न 12: ‘सती प्रथा’ को समाप्त करने का श्रेय किस गवर्नर-जनरल को जाता है?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड विलियम बेंटिंक (1828-1835 ई.) भारत के गवर्नर-जनरल थे जिन्होंने राजा राम मोहन राय के प्रयासों से 1829 ई. में भारतीय दंड संहिता की धारा XVII के तहत सती प्रथा को अवैध घोषित किया।
- संदर्भ और विस्तार: राजा राम मोहन राय ने इस अमानवीय प्रथा को समाप्त करने के लिए अथक प्रयास किए थे। बेंटिंक ने उनका समर्थन किया और इस कानून के माध्यम से भारत में सती प्रथा का उन्मूलन कर दिया। इस कदम को भारतीय समाज सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत सिद्धांत (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे।
प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन सा वेद सबसे प्राचीन माना जाता है?
- सामवेद
- यजुर्वेद
- ऋग्वेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऋग्वेद, चारों वेदों में सबसे प्राचीन माना जाता है। यह हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र ग्रंथों में से एक है।
- संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेद में 10 मंडल, 1028 सूक्त और 10,600 से अधिक ऋचाएं (श्लोक) हैं। यह मुख्य रूप से देवताओं की स्तुति और यज्ञों के मंत्रों का संग्रह है। इसका काल लगभग 1500-1000 ईसा पूर्व माना जाता है।
- गलत विकल्प: सामवेद में ऋग्वेद के मंत्रों का संगीतमय रूप है। यजुर्वेद यज्ञों और अनुष्ठानों से संबंधित है। अथर्ववेद में जादू, टोना और चिकित्सा का वर्णन है और यह बाद का वेद है।
प्रश्न 14: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929 ई.
- 1930 ई.
- 1931 ई.
- 1932 ई.
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 ई. को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता महात्मा गांधी और भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते के तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, और इरविन ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और कांग्रेस को दूसरे गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने की अनुमति देने पर सहमति जताई।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जिसमें पूर्ण स्वराज की मांग की गई। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 15: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ई.) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: भारतीय इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें यह उपाधि दी क्योंकि उन्होंने अपने विस्तृत विजय अभियानों से एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया था, जो उस समय के किसी भी यूरोपीय शासक से कम नहीं था। उनके प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ अभिलेख) में उनके द्वारा जीते गए राज्यों का विस्तृत विवरण मिलता है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग कहा जाता है। कुमारगुप्त प्रथम ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
प्रश्न 16: ‘स्वराज पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
- 1923 ई., दिल्ली
- 1924 ई., इलाहाबाद
- 1923 ई., इलाहाबाद
- 1925 ई., दिल्ली
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: स्वराज पार्टी की स्थापना 1 जनवरी 1923 ई. को मोतीलाल नेहरू और सी.आर. दास द्वारा इलाहाबाद में की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी असहयोग आंदोलन के स्थगित होने के बाद बनी थी। पार्टी का मुख्य उद्देश्य विधानमंडलों में प्रवेश कर अंग्रेजों की नीतियों का विरोध करना और भारत के लिए स्वराज प्राप्त करना था।
- गलत विकल्प: पार्टी की स्थापना 1923 में हुई थी, लेकिन दिल्ली में नहीं, बल्कि इलाहाबाद में।
प्रश्न 17: भारत में ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ किस वायसराय के कार्यकाल में पारित हुआ था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट (Vernacular Press Act) 1878 ई. में लॉर्ड लिटन के कार्यकाल में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस कानून का उद्देश्य भारतीय भाषाओं के समाचार पत्रों पर कड़े प्रतिबंध लगाना था, क्योंकि वे ब्रिटिश सरकार की आलोचना कर रहे थे। इस कानून ने भारतीय प्रेस की स्वतंत्रता को गंभीर रूप से सीमित कर दिया। इसे ‘गैगिंग एक्ट’ (gagging act) के नाम से भी जाना जाता है।
- गलत विकल्प: लॉर्ड रिपन ने 1882 में इस एक्ट को रद्द कर दिया था। लॉर्ड डलहौजी शिक्षा सुधार से जुड़े थे। लॉर्ड कर्जन के कार्यकाल में विश्वविद्यालय अधिनियम पारित हुआ।
प्रश्न 18: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sind) कहा जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- चन्हुदड़ो
- रोपड़
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का बाग’ (Garden of Sind) या ‘मृतकों का टीला’ (Mound of the Dead) भी कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो अपनी सुनियोजित शहरी व्यवस्था, विशाल स्नानागार, अन्नागार और विभिन्न सार्वजनिक भवनों के कारण एक उत्कृष्ट शहर था। ‘सिंधु का बाग’ की उपाधि संभवतः इसकी समृद्धि और हरे-भरे वातावरण को इंगित करती है, जो उस समय के शहरों के लिए असामान्य था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। चन्हुदड़ो सील निर्माण के लिए प्रसिद्ध था। रोपड़ पंजाब में स्थित है और यहाँ से मानव के साथ कुत्ते दफनाने का प्रमाण मिला है।
प्रश्न 19: ‘गदर पार्टी’ का मुख्यालय कहाँ स्थित था?
- लंदन
- न्यूयॉर्क
- सैन फ्रांसिस्को
- बर्लिन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गदर पार्टी का मुख्यालय अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित था।
- संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना 1913 ई. में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिका और कनाडा में रह रहे भारतीयों को संगठित कर ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति की योजना बनाना था। गदर अखबार पार्टी का मुखपत्र था।
- गलत विकल्प: लंदन में इंडिया हाउस जैसे महत्वपूर्ण केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को था। न्यूयॉर्क और बर्लिन भी सक्रिय रहे, लेकिन मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को ही था।
प्रश्न 20: बौद्ध धर्म की किस संगीति में ‘विनय पिटक’ का संकलन किया गया था?
- पहली बौद्ध संगीति
- दूसरी बौद्ध संगीति
- तीसरी बौद्ध संगीति
- चौथी बौद्ध संगीति
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: पहली बौद्ध संगीति में ‘विनय पिटक’ का संकलन किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: पहली बौद्ध संगीति बुद्ध के महापरिनिर्वाण (मृत्यु) के तुरंत बाद 483 ईसा पूर्व में राजगृह में आयोजित की गई थी। इसका आयोजन मगध के शासक अजातशत्रु के संरक्षण में हुआ था और इसकी अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। इसी संगीति में आनंद द्वारा ‘सुत्त पिटक’ और उपाली द्वारा ‘विनय पिटक’ का संकलन किया गया था।
- गलत विकल्प: दूसरी संगीति वैशाली में, तीसरी पाटलिपुत्र में (जो अभिधम्म पिटक के संकलन के लिए महत्वपूर्ण है) और चौथी कुंडलवन (कश्मीर) में आयोजित हुई थी।
प्रश्न 21: ‘अमुक्तमाल्यदा’ नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना किसने की थी?
- हरिहर
- कृष्ण देव राय
- देव राय द्वितीय
- बुक्का प्रथम
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘अमुक्तमाल्यदा’ (Amuktamalyada) की रचना विजयनगर साम्राज्य के महान शासक कृष्ण देव राय ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ तेलुगु साहित्य का एक अनमोल रत्न है और इसमें भगवान विष्णु के एक भक्त, गोदा देवी (अंडाल) की कहानी का वर्णन है। कृष्ण देव राय स्वयं एक महान विद्वान और कवि थे और उनके दरबार में तेलुगु साहित्य का बहुत विकास हुआ।
- गलत विकल्प: हरिहर और बुक्का विजयनगर के संस्थापक थे। देव राय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन यह ग्रंथ कृष्ण देव राय की रचना है।
प्रश्न 22: चौरी-चौरा की घटना कब हुई थी, जिसने असहयोग आंदोलन को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
- 1920 ई.
- 1921 ई.
- 1922 ई.
- 1923 ई.
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: चौरी-चौरा की घटना 4 फरवरी 1922 ई. को गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस घटना में, प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन को घेर लिया और उसमें आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए। महात्मा गांधी, जो अहिंसा के प्रबल समर्थक थे, इस हिंसा से बहुत आहत हुए और उन्होंने असहयोग आंदोलन को तत्काल स्थगित करने का निर्णय लिया।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था, लेकिन चौरी-चौरा की घटना 1922 में हुई।
प्रश्न 23: ‘कंगला’ नामक कला शैली, जो भारतीय और ईरानी शैलियों का मिश्रण है, किस युग से संबंधित है?
- मौर्य काल
- गुप्त काल
- सैयद काल
- मुगल काल
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘कंगला’ (Kngla) शैली के बजाय, यहाँ संभवतः ‘इंडो-इस्लामिक’ या ‘फारसी-भारतीय’ कला का संदर्भ है, जो मुगल काल में प्रमुखता से विकसित हुई। भारतीय और ईरानी शैलियों का मिश्रण मुगल वास्तुकला और चित्रकला में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
- संदर्भ और विस्तार: मुगल काल (16वीं-18वीं शताब्दी) भारतीय कला और वास्तुकला में एक स्वर्ण युग था। बावर से लेकर औरंगजेब तक, शासकों ने फारसी कला और वास्तुकला की तकनीकों को भारतीय परंपराओं के साथ एकीकृत किया। हुमायूं के मकबरे, ताजमहल, लाल किला और विभिन्न चित्रकला शैलियों में यह मिश्रण स्पष्ट है।
- गलत विकल्प: मौर्य काल में गांधार कला का प्रभाव था। गुप्त काल में अपनी विशिष्ट शैली विकसित हुई। सैय्यद काल में वास्तुकला पर कम ध्यान दिया गया।
प्रश्न 24: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1910-1914
- 1914-1918
- 1918-1922
- 1939-1945
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 ई. को शुरू हुआ और 11 नवंबर 1918 ई. को समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध मुख्य रूप से केंद्रीय शक्तियाँ (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य) और मित्र राष्ट्रों (फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली, अमेरिका) के बीच लड़ा गया था। इसने विश्व मानचित्र को बदल दिया और कई साम्राज्य समाप्त हो गए।
- गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का समय है।
प्रश्न 25: ‘गौतम बुद्ध’ को ज्ञान की प्राप्ति किस वृक्ष के नीचे हुई थी?
- आम का वृक्ष
- बरगद का वृक्ष
- पीपल का वृक्ष
- नीम का वृक्ष
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गौतम बुद्ध को बोधगया में निरंजना नदी के तट पर पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: बुद्धत्व प्राप्ति के बाद, वे ‘बुद्ध’ (जागरूक व्यक्ति) कहलाए। पीपल के वृक्ष को बोधिवृक्ष के रूप में पवित्र माना जाता है और यह बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह घटना उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण मोड़ थी, जिसने बौद्ध धर्म की नींव रखी।
- गलत विकल्प: अन्य वृक्षों के नीचे ज्ञान प्राप्ति का उल्लेख बौद्ध साहित्य में नहीं है।