इतिहास का रणक्षेत्र: अपनी तैयारी परखें!
नमस्कार, ऐतिहासिक योद्धाओं! आज एक बार फिर समय की गहराइयों में गोता लगाने और अपने ज्ञान के शौर्य को परखने का समय आ गया है। क्या आप प्राचीन भारत की धूल भरी सड़कों से लेकर आधुनिक युग के क्रांतियों तक, हर मोड़ पर अपनी पकड़ मज़बूत महसूस करते हैं? आइए, आज के इस 25-प्रश्नों के महासंग्राम में अपनी तैयारी को अंतिम रूप दें और हर जवाब के साथ इतिहास के पन्नों पर अपनी छाप छोड़ें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु घाटी का इजिप्त’ कहा जाता है?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु घाटी का इजिप्त’ कहा जाता है क्योंकि यह सबसे बड़े और सबसे अच्छी तरह से संरक्षित हड़प्पा स्थलों में से एक था, और इसके विशाल स्नानागार, भव्य सीढ़ीदार मार्ग तथा उत्कृष्ट नगर नियोजन ने प्राचीन मिस्र की सभ्यता की याद दिला दी।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (मृतकों का टीला) सिंधु नदी के किनारे स्थित था और यह हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख केंद्र था। यहां मिली विशाल इमारतें, जैसे कि महान स्नानागार, पुरोहितों का आवास और अन्नागार, इसकी उन्नत शहरी योजना को दर्शाते हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, जो पहली बार खोजा गया स्थल था, लोथल जो एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था, और कालीबंगन जो अपने जुते हुए खेतों के साक्ष्यों के लिए जाना जाता है, ये सभी महत्वपूर्ण स्थल थे, लेकिन ‘इजिप्त’ जैसी तुलना मोहनजोदड़ो के साथ अधिक उपयुक्त है।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस महाजनपद की राजधानी चंपा थी?
- कौशल
- अंग
- वत्स
- अवंती
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: अंग महाजनपद की राजधानी चंपा थी। यह मगध के पूर्व में स्थित था।
- संदर्भ और विस्तार: प्राचीन भारत में 16 महाजनपद थे (लगभग 6ठी शताब्दी ईसा पूर्व)। अंग, जिसकी राजधानी चंपा थी, व्यावसायिक रूप से बहुत समृद्ध क्षेत्र था। चंपा का उल्लेख महाभारत और जैन साहित्य में भी मिलता है।
- गलत विकल्प: कौशल की राजधानी श्रावस्ती, वत्स की राजधानी कौशाम्बी और अवंती की राजधानी उज्जैन (उत्तरी अवंती) और महिष्मती (दक्षिणी अवंती) थी।
प्रश्न 3: मौर्य काल में ‘सीताध्यक्ष’ का क्या कार्य था?
- कृषि का प्रबंधन
- वन का प्रबंधन
- जलमार्गों का प्रबंधन
- वनस्पतियों और जड़ी-बूटियों का प्रबंधन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: मौर्य काल में ‘सीताध्यक्ष’ का कार्य कृषि का प्रबंधन करना था।
- संदर्भ और विस्तार: अर्थशास्त्र में कौटिल्य द्वारा वर्णित विभिन्न विभागों में से एक ‘सीताध्यक्ष’ का पद था, जो राज्य की भूमि (सीता) और उससे होने वाली आय के प्रबंधन के लिए उत्तरदायी था। इसमें खेती, सिंचाई और कृषि उत्पादन की देखरेख शामिल थी।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प जैसे वन, जलमार्गों या वनस्पतियों का प्रबंधन विभिन्न अन्य अध्यक्षों द्वारा किया जाता था, जैसे कि ‘वन अध्यक्ष’, ‘नाव अध्यक्ष’, आदि।
प्रश्न 4: प्रसिद्ध ‘तक्षशिला विश्वविद्यालय’ किस काल में अपने चरम पर था?
- गुप्त काल
- मौर्य काल
- कुषाण काल
- वर्धन काल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: तक्षशिला, हालांकि बहुत प्राचीन था, कुषाण काल में अपने शैक्षिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के चरम पर था।
- संदर्भ और विस्तार: तक्षशिला (वर्तमान पाकिस्तान में) प्राचीन विश्व के सबसे प्रसिद्ध शिक्षा केंद्रों में से एक था, जो विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्रदान करता था। कुषाण काल (लगभग पहली से तीसरी शताब्दी ईस्वी) के दौरान, जब कनिष्क जैसे सम्राटों ने कला, संस्कृति और व्यापार को बढ़ावा दिया, तक्षशिला ने अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाए रखा और कई महान विद्वानों का केंद्र बना रहा।
- गलत विकल्प: गुप्त काल (चौथी से छठी शताब्दी ईस्वी) में शिक्षा का प्रमुख केंद्र नालंदा था। मौर्य काल में भी यह एक महत्वपूर्ण केंद्र था, लेकिन कुषाण काल के दौरान इसके अंतर्राष्ट्रीय महत्व और गतिविधियों में वृद्धि देखी गई।
प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक ने ‘आमुक्तमाल्यदा’ की रचना की?
- कृष्ण देव राय
- देवराय द्वितीय
- हर्षवर्धन
- बुक्का प्रथम
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक, कृष्ण देव राय ने तेलुगु में ‘आमुक्तमाल्यदा’ नामक महान कृति की रचना की।
- संदर्भ और विस्तार: ‘आमुक्तमाल्यदा’ अलवार संत पेरुम्बल (विष्णुचित्त) और देवी गोदा (आंडाली) के जीवन और प्रेम पर आधारित एक महाकाव्य है। कृष्ण देव राय स्वयं एक विद्वान और कवि थे, और उनके दरबार को तेलुगु साहित्य के ‘अष्टदिग्गज’ (आठ महान कवि) से सुशोभित किया गया था।
- गलत विकल्प: देवराय द्वितीय एक कुशल प्रशासक और विद्वान थे, जिन्होंने संस्कृत में ‘महमहनाटकम’ लिखा था। हर्षवर्धन भी एक महान कवि और नाटककार थे, लेकिन उनका संबंध विजयनगर से नहीं था। बुक्का प्रथम ने विभिन्न साहित्यिकों को संरक्षण दिया था।
प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ की स्थापना की?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मोहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ की स्थापना अलाउद्दीन खिलजी ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह विभाग बकाया भू-राजस्व की वसूली के लिए स्थापित किया गया था। अलाउद्दीन खिलजी एक शक्तिशाली शासक था जिसने प्रशासनिक और आर्थिक सुधारों पर बहुत ध्यान दिया, जिसमें राजस्व संग्रह को अधिक कुशल बनाना भी शामिल था।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘दीवान-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की थी। बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ (सैन्य विभाग) को पुनर्गठित किया था। मोहम्मद बिन तुगलक ने ‘दीवान-ए-कोही’ (कृषि विभाग) की स्थापना की थी।
प्रश्न 7: ‘अष्टप्रधान’ परिषद का गठन किस मराठा शासक ने किया था?
- शिवाजी महाराज
- संभाजी
- बाजीराव प्रथम
- माधवराव
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: शिवाजी महाराज ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह परिषद राज्य के विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों की देखरेख करती थी, जिसमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सैन्य प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामले), न्यायाधीश (न्याय प्रमुख) और वाकनवीस (आंतरिक सुरक्षा) शामिल थे। यह मुगलों की ‘इर्रकान’ प्रणाली से प्रेरित थी।
- गलत विकल्प: संभाजी, बाजीराव प्रथम और माधवराव ने शिवाजी की प्रशासनिक प्रणाली को जारी रखा या उसमें सुधार किया, लेकिन मूल ‘अष्टप्रधान’ परिषद का ढांचा शिवाजी द्वारा ही स्थापित किया गया था।
प्रश्न 8: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर में विद्रोह का नेतृत्व किसने किया?
- रानी लक्ष्मीबाई
- बेगम हजरत महल
- तातिया टोपे
- नाना साहेब
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: 1857 के विद्रोह के दौरान कानपुर में विद्रोह का नेतृत्व नाना साहेब ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहेब ने कंपनी द्वारा पेंशन बंद किए जाने के विरोध में विद्रोह का झंडा उठाया। उन्होंने कानपुर पर कब्जा कर लिया और अपनी सेना का नेतृत्व किया।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने लखनऊ में विद्रोह का नेतृत्व किया (बाद में झाँसी से भी सम्बंधित थीं), बेगम हजरत महल ने अवध (लखनऊ) में विद्रोह का नेतृत्व किया, और तात्या टोपे ने नाना साहेब की सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में स्वयं भी कई क्षेत्रों में नेतृत्व किया, लेकिन कानपुर के मुख्य नेता नाना साहेब थे।
प्रश्न 9: ‘तत्वबोधिनी सभा’ की स्थापना किसने की थी?
- राजा राममोहन राय
- केशब चंद्र सेन
- देवेंद्रनाथ टैगोर
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: तत्वबोधिनी सभा की स्थापना देवेंद्रनाथ टैगोर ने 1839 में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह सभा ब्रह्म समाज से संबद्ध थी और इसका उद्देश्य वेदांत के उपदेशों का प्रसार करना तथा भारतीय दर्शन और संस्कृति का अध्ययन करना था। देवेंद्रनाथ टैगोर, रवींद्रनाथ टैगोर के पिता थे, जिन्होंने 1843 में ब्रह्म समाज की बागडोर संभाली थी।
- गलत विकल्प: राजा राममोहन राय ने ‘आत्मीय सभा’ और ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना की थी। केशब चंद्र सेन बाद में ब्रह्म समाज से जुड़े और उन्होंने ‘भारतीय ब्रह्म समाज’ की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक प्रमुख समाज सुधारक थे जिन्होंने विधवा पुनर्विवाह और शिक्षा के क्षेत्र में काम किया।
प्रश्न 10: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ को किस वायसराय के कार्यकाल में निरस्त किया गया?
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ को लॉर्ड रिपन ने 1882 में निरस्त किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह अधिनियम 1878 में लॉर्ड लिटन द्वारा पारित किया गया था, जिसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं के समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगाना और उनकी सामग्री को नियंत्रित करना था। यह अधिनियम भारतीय राष्ट्रवाद के प्रसार को रोकने के लिए लाया गया था। लॉर्ड रिपन, जो अपने उदारवादी दृष्टिकोण के लिए जाने जाते थे, ने इस प्रतिबंधात्मक कानून को समाप्त कर दिया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड लिटन ने यह अधिनियम पारित किया था। लॉर्ड कर्जन ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड डलहौजी 1857 के विद्रोह से पहले के काल में वायसराय थे और ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते थे।
प्रश्न 11: 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना कहाँ हुई?
- अलीगढ़
- ढाका
- दिल्ली
- लखनऊ
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना 1906 में ढाका (अब बांग्लादेश की राजधानी) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: आगा खान तृतीय, नवाब सलीमुल्ला खान और नवाब मोहसिन-उल-मुल्क जैसे नेताओं के नेतृत्व में इस संस्था का गठन भारतीय मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करने और ब्रिटिश सरकार के प्रति उनकी वफादारी बनाए रखने के उद्देश्य से किया गया था।
- गलत विकल्प: अलीगढ़, मुस्लिम शिक्षा का केंद्र रहा है जहाँ सर सैयद अहमद खान ने मोहम्मडन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज (जो बाद में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बना) की स्थापना की थी, लेकिन मुस्लिम लीग की स्थापना ढाका में हुई। दिल्ली और लखनऊ भी महत्वपूर्ण शहर थे, लेकिन स्थापना स्थल ढाका था।
प्रश्न 12: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन हैं?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
- रामकृष्ण परमहंस
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक स्वामी दयानंद सरस्वती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक संस्कृत और हिंदी में लिखी गई थी और यह स्वामी दयानंद सरस्वती के आर्य समाज के मूल सिद्धांतों और वेदों के प्रति उनके दृष्टिकोण को दर्शाती है। उन्होंने ‘भारत भारतीयों के लिए है’ का नारा दिया और वेदों की ओर लौटो का संदेश दिया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद एक महान आध्यात्मिक नेता थे जिन्होंने वेदांत और योग का प्रसार किया। ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक प्रमुख समाज सुधारक थे। रामकृष्ण परमहंस एक महान संत थे।
प्रश्न 13: गदर पार्टी का मुख्यालय कहाँ स्थित था?
- न्यूयॉर्क
- लंदन
- सैन फ्रांसिस्को
- टोरंटो
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: गदर पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित था।
- संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों द्वारा की गई थी, जो विदेशों में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के बीच स्वतंत्रता संग्राम की भावना को जगाने के लिए थे। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति लाना था। ‘गदर’ नाम से एक साप्ताहिक समाचार पत्र भी प्रकाशित होता था।
- गलत विकल्प: न्यूयॉर्क, लंदन और टोरंटो में अन्य भारतीय राष्ट्रवादी समूह सक्रिय थे, लेकिन गदर पार्टी का केंद्रीय मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को में था।
प्रश्न 14: ‘अभिनव भारत’ नामक गुप्त क्रांतिकारी संगठन की स्थापना किसने की थी?
- भगत सिंह
- चंद्रशेखर आजाद
- विनायक दामोदर सावरकर
- राम प्रसाद बिस्मिल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘अभिनव भारत’ की स्थापना विनायक दामोदर सावरकर ने 1904 में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह संगठन मूल रूप से ‘मित्र मेला’ के नाम से जाना जाता था, जिसकी स्थापना सावरकर बंधुओं (विनायक और गणेश) ने 1899 में की थी। अभिनव भारत एक गुप्त समाज था जिसने ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांतिकारी गतिविधियों को बढ़ावा दिया।
- गलत विकल्प: भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और राम प्रसाद बिस्मिल भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के अन्य प्रमुख नेता थे, लेकिन ‘अभिनव भारत’ की स्थापना सावरकर द्वारा की गई थी।
प्रश्न 15: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कलकत्ता अधिवेशन, 1920
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
- हरिपुरा अधिवेशन, 1938
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1929 के लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुए इस अधिवेशन में यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस का अंतिम लक्ष्य पूर्ण स्वराज है। 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाने का भी आह्वान किया गया, जिसने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी।
- गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन (1920) असहयोग आंदोलन से संबंधित था, फैजपुर (1936) और हरिपुरा (1938) में भी महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए थे, लेकिन पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लाहौर अधिवेशन में पारित हुआ।
प्रश्न 16: ‘ट्रिपल अलायंस’ (Triple Alliance) में कौन से तीन देश शामिल थे?
- जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, इटली
- ब्रिटेन, फ्रांस, रूस
- जर्मनी, तुर्की, ऑस्ट्रिया-हंगरी
- फ्रांस, रूस, अमेरिका
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 17: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का प्रमुख नारा क्या था?
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- सभी के लिए रोटी
- शांति, भूमि, रोटी
- लोकतंत्र, गणराज्य, क्रांति
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 18: ‘रूसो’ का सामाजिक अनुबंध सिद्धांत किस पुस्तक में प्रस्तुत किया गया है?
- द प्रिंस
- द स्पिरिट ऑफ द लॉज
- द सोशल कॉन्ट्रैक्ट
- वेल्थ ऑफ नेशंस
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 19: प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत किस घटना से हुई?
- जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
- ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
- अमेरिका का प्रथम विश्व युद्ध में प्रवेश
- रूस की क्रांति
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 20: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1930
- 1931
- 1932
- 1935
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 21: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त प्रथम
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 22: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना किसने की थी?
- दादाभाई नौरोजी
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बाल गंगाधर तिलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 23: भारत में प्रथम रेलगाड़ी कब चलाई गई?
- 1853
- 1854
- 1855
- 1856
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 24: ‘पंचशील सिद्धांत’ किन दो देशों के बीच समझौता था?
- भारत और पाकिस्तान
- भारत और चीन
- भारत और श्रीलंका
- भारत और नेपाल
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 25: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ किस सिख गुरु से संबंधित है?
- गुरु नानक देव
- गुरु गोबिंद सिंह
- गुरु अर्जुन देव
- गुरु राम दास
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
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