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इतिहास का महासंग्राम: दैनिक अभ्यास प्रश्नोत्तरी

इतिहास का महासंग्राम: दैनिक अभ्यास प्रश्नोत्तरी

इतिहास के विशाल सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान की गहराई को परखने के लिए तैयार हो जाइए! आज की प्रश्नोत्तरी प्राचीन भारत की जड़ों से लेकर आधुनिक भारत के संघर्षों और विश्व के ऐतिहासिक मोड़ों तक फैली हुई है। आइए, बीते हुए कल के रहस्यों को सुलझाएं और अपनी तैयारी को नई धार दें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से ‘नर्तकी की कांस्य मूर्ति’ प्राप्त हुई है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो (सिंधु नदी के किनारे स्थित, वर्तमान पाकिस्तान में) नामक स्थल से प्रसिद्ध ‘नर्तकी की कांस्य मूर्ति’ प्राप्त हुई है। यह लगभग 4.5 इंच लंबी है और इसे ट्रिनिडाड विधि (Lost-wax casting) से बनाया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मूर्ति हड़प्पा सभ्यता के लोगों की उत्कृष्ट धातु-शिल्प कला का प्रमाण है। यह तत्कालीन कला, सामाजिक जीवन और तकनीकी कौशल को दर्शाती है। इसके मिलने से ज्ञात होता है कि उस काल में लोग नृत्य कला से परिचित थे।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा से ‘पुरोहित-राजा’ की मूर्ति, ‘दाढ़ी वाले व्यक्ति’ का सिर और ‘कब्रिस्तान H’ संस्कृति के प्रमाण मिले हैं। लोथल से गोदी (डॉकयार्ड) और हाथी दांत की कंघी मिली है। कालीबंगन से जूते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना की थी?

  1. अकबर
  2. जहांगीर
  3. शाहजहां
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य सभी प्रमुख धर्मों के सार को एक साथ लाना और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना था। अकबर ने स्वयं को इस पंथ का प्रमुख घोषित किया और इसे ‘तौहीद-ए-इलाही’ (ईश्वरीय एकेश्वरवाद) भी कहा जाता था। केवल बीरबल जैसे कुछ ही लोग इसे स्वीकार कर पाए थे।
  • गलत विकल्प: जहांगीर अपनी न्यायप्रियता के लिए जाना जाता था, शाहजहां स्थापत्य कला का प्रेमी था (ताजमहल का निर्माण), और औरंगजेब एक कट्टर सुन्नी मुसलमान था जिसने दीन-ए-इलाही को कभी स्वीकार नहीं किया और इसे हतोत्साहित किया।

प्रश्न 3: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1885
  2. 1890
  3. 1900
  4. 1905

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना स्कॉटिश शिक्षक ए.ओ. ह्यूम ने की थी। पहला सत्र बंबई (अब मुंबई) में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में आयोजित किया गया था, जिसकी अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी। इसका प्रारंभिक उद्देश्य भारतीयों की शिकायतों को ब्रिटिश सरकार तक पहुंचाना था।
  • गलत विकल्प: 1890 में कांग्रेस का अधिवेशन कलकत्ता में हुआ था, 1905 में बनारस अधिवेशन हुआ जहाँ गोपाल कृष्ण गोखले अध्यक्ष थे और स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत हुई।

प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस वेदों में ‘जादुई सूत्र’ और ‘मंत्र’ का वर्णन है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: अथर्ववेद में जादुई सूत्र, टोना-टोटका, वशीकरण, चिकित्सा, रोग निवारण और दैनिक जीवन से संबंधित मंत्रों का वर्णन मिलता है।
  • संदर्भ और विस्तार: अथर्ववेद को भारतीय चिकित्सा और जादू-टोने का प्राचीनतम ग्रंथ माना जाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के अनुष्ठानों और औषधियों का भी उल्लेख है।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें देवताओं की स्तुति में रचे गए मंत्र हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के अनुष्ठानों और मंत्रों का उल्लेख है। सामवेद गीतों और स्तुतियों का वेद है, जो ऋग्वेद के मंत्रों पर आधारित है।

प्रश्न 5: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ का प्रमुख नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. राष्ट्रीय एकता, शक्ति, समृद्धि
  3. धर्म, राष्ट्र, ईश्वर
  4. लोकतंत्र, न्याय, शांति

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति (1789-1799) का सबसे प्रसिद्ध नारा ‘Liberté, égalité, fraternité’ था, जिसका अर्थ है ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नारे ने क्रांति के आदर्शों को व्यक्त किया और इसने न केवल फ्रांस बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित किया। इसने राजशाही के निरंकुश शासन को चुनौती दी और व्यक्तिगत अधिकारों तथा नागरिक स्वतंत्रता पर जोर दिया।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प आधुनिक राजनीतिक विचारधाराओं से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन ये फ्रांसीसी क्रांति के विशिष्ट नारे नहीं थे।

प्रश्न 6: ‘सती प्रथा’ को प्रतिबंधित करने वाला भारतीय कानून किस वर्ष पारित हुआ?

  1. 1829
  2. 1835
  3. 1856
  4. 1870

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: राजा राम मोहन राय के प्रयासों और लॉर्ड विलियम बेंटिंक के गवर्नर-जनरलशिप के दौरान, 1829 में ‘बंगाल सती विनियमन’ (Bengal Sati Regulation) पारित किया गया, जिसने भारत में सती प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस कानून के द्वारा विधवाओं को अपने पतियों की चिता पर जलाए जाने से रोका गया। राजा राम मोहन राय ने इस कुप्रथा के खिलाफ लंबे समय तक संघर्ष किया था।
  • गलत विकल्प: 1835 में मैकाले शिक्षा अधिनियम आया, 1856 में लॉर्ड डलहौजी के समय विधवा पुनर्विवाह अधिनियम पारित हुआ, और 1870 में भारतीय दंड संहिता (IPC) में संशोधन हुआ।

प्रश्न 7: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक कौन था?

  1. अशोक
  2. बिंदुसार
  3. चंद्रगुप्त मौर्य
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मौर्य साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को हराकर मगध में मौर्य वंश की नींव रखी। उन्होंने चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया।
  • गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र और उत्तराधिकारी था। अशोक बिंदुसार का पुत्र और मौर्य वंश का सबसे महान शासक था। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।

प्रश्न 8: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ की शुरुआत किस वर्ष हुई?

  1. 1914
  2. 1939
  3. 1941
  4. 1945

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत 1 सितंबर, 1939 को हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ युद्ध शुरू हुआ, जिसके जवाब में फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। यह युद्ध 1945 तक चला और इसमें मित्र राष्ट्रों (Allies) की विजय हुई।
  • गलत विकल्प: 1914 प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत का वर्ष था। 1941 में पर्ल हार्बर पर जापानी हमले के बाद अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हुआ। 1945 में युद्ध समाप्त हुआ।

प्रश्न 9: ‘गुप्त काल’ को भारत का ‘स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. कला, विज्ञान और साहित्य के उत्कर्ष के कारण
  2. विशाल साम्राज्य विस्तार के कारण
  3. विदेशी आक्रमणों की अनुपस्थिति के कारण
  4. आर्थिक समानता के कारण

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320 ईस्वी से 550 ईस्वी) को भारतीय इतिहास का ‘स्वर्ण युग’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों, आर्यभट्ट जैसे खगोलविदों और गणितज्ञों ने इसी काल में कार्य किया। गुप्त शासकों के संरक्षण में अजंता की गुफाओं की चित्रकला अपने चरम पर थी और वास्तुकला में भी नवीनता आई।
  • गलत विकल्प: हालांकि गुप्त काल में साम्राज्य विस्तार हुआ, लेकिन इसे स्वर्ण युग का मुख्य कारण नहीं माना जाता। विदेशी आक्रमणों की अनुपस्थिति भी एक कारक थी, लेकिन कला और साहित्य का विकास अधिक महत्वपूर्ण था। आर्थिक समानता का प्रमाण नहीं मिलता।

प्रश्न 10: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1925
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1935

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते के तहत सविनय अवज्ञा आंदोलन को निलंबित कर दिया गया और गांधीजी ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने की सहमति दी।
  • गलत विकल्प: 1925 में काकोरी ट्रेन डकैती हुई थी। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई थी। 1935 में भारत सरकार अधिनियम आया था।

प्रश्न 11: ‘सिकंदर’ (Alexander the Great) का भारत पर आक्रमण कब हुआ?

  1. 326 ईसा पूर्व
  2. 323 ईसा पूर्व
  3. 305 ईसा पूर्व
  4. 261 ईसा पूर्व

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: सिकंदर महान ने 326 ईसा पूर्व में भारतीय उपमहाद्वीप पर आक्रमण किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने झेलम नदी के तट पर राजा पोरस (पौरव) के साथ प्रसिद्ध ‘हाइडैसपीज़ का युद्ध’ (Battle of the Hydaspes) लड़ा, जिसमें पोरस की हार हुई लेकिन सिकंदर उसकी वीरता से बहुत प्रभावित हुआ।
  • गलत विकल्प: 323 ईसा पूर्व में बेबीलोन में सिकंदर की मृत्यु हो गई। 305 ईसा पूर्व में सेल्यूकस निकेटर का चंद्रगुप्त मौर्य से युद्ध हुआ था। 261 ईसा पूर्व में अशोक ने कलिंग पर विजय प्राप्त की थी।

प्रश्न 12: ‘भक्ति आंदोलन’ का प्रारंभिक स्वरूप किस क्षेत्र में विकसित हुआ?

  1. उत्तर भारत
  2. दक्षिण भारत
  3. पूर्वी भारत
  4. पश्चिम भारत

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भक्ति आंदोलन का प्रारंभिक और सबसे प्रभावशाली स्वरूप दक्षिण भारत में विकसित हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: सातवीं से नौवीं शताब्दी के बीच अलवार (विष्णु के उपासक) और नयनार (शिव के उपासक) संतों ने भक्ति के लोक-प्रिय मार्ग का प्रचार-प्रसार किया। उन्होंने तमिल भाषा में भक्ति गीतों की रचना की, जिसने स्थानीय समुदायों को गहराई से छुआ।
  • गलत विकल्प: हालांकि भक्ति आंदोलन उत्तर भारत में भी फैला (विशेषकर 12वीं-15वीं शताब्दी में), इसका उद्भव और प्रारंभिक चरण दक्षिण भारत में ही हुआ था।

प्रश्न 13: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) कब प्रारंभ हुआ?

  1. 1940
  2. 1941
  3. 1942
  4. 1943

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त, 1942 को मुंबई में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्र में प्रारंभ हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने इस आंदोलन के दौरान ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया। यह आंदोलन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक जन-आंदोलन था, जिसका उद्देश्य भारत को तत्काल स्वतंत्रता दिलाना था।
  • गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह की घोषणा हुई थी। 1941 और 1943 अन्य महत्वपूर्ण वर्ष थे, लेकिन भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू हुआ।

प्रश्न 14: ‘पुष्यभूति वंश’ (Pushyabhuti dynasty) की राजधानी क्या थी?

  1. पाटलिपुत्र
  2. कन्नौज
  3. थानेश्वर
  4. कांची

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: पुष्यभूति वंश (जिसे वर्धन वंश भी कहा जाता है) की प्रारंभिक राजधानी थानेश्वर (वर्तमान हरियाणा में) थी।
  • संदर्भ और विस्तार: प्रभाकर वर्धन इस वंश का पहला महत्वपूर्ण शासक था। बाद में, उनके पुत्र हर्षवर्धन ने राज्य का विस्तार किया और अपनी राजधानी को थानेश्वर से कन्नौज स्थानांतरित कर दिया, जिससे कन्नौज को ‘महाकुटी’ (महान राजधानी) के रूप में प्रसिद्धि मिली।
  • गलत विकल्प: पाटलिपुत्र मौर्य और गुप्त काल की राजधानी थी। कांची पल्लवों की राजधानी थी।

प्रश्न 15: ‘महात्मा गांधी’ ने किस गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था?

  1. प्रथम गोलमेज सम्मेलन
  2. द्वितीय गोलमेज सम्मेलन
  3. तृतीय गोलमेज सम्मेलन
  4. सभी गोलमेज सम्मेलनों में

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महात्मा गांधी ने केवल द्वितीय गोलमेज सम्मेलन (1931) में भाग लिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधी-इरविन समझौते के बाद, गांधीजी लंदन गए और द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया। हालांकि, सांप्रदायिक पंचाट (Communal Award) जैसे मुद्दों पर असहमति के कारण यह सम्मेलन असफल रहा और गांधीजी वापस आ गए।
  • गलत विकल्प: प्रथम गोलमेज सम्मेलन (1930-31) में कांग्रेस ने भाग नहीं लिया था। तृतीय गोलमेज सम्मेलन (1932) में भी कांग्रेस अनुपस्थित थी।

प्रश्न 16: ‘पानीपत का प्रथम युद्ध’ किनके बीच हुआ था?

  1. अकबर और हेमू
  2. बाबर और इब्राहिम लोदी
  3. अकबर और राणा सांगा
  4. शेरशाह सूरी और हुमायूँ

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: पानीपत का प्रथम युद्ध 1526 ईस्वी में बाबर और दिल्ली सल्तनत के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी के बीच लड़ा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में बाबर की विजय हुई और उसने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी। बाबर ने इस युद्ध में ‘तुलगमा’ युद्ध नीति और ‘तोपखाने’ का प्रभावी ढंग से उपयोग किया था।
  • गलत विकल्प: पानीपत का द्वितीय युद्ध (1556) अकबर और हेमू के बीच हुआ था। खानवा का युद्ध (1527) बाबर और राणा सांगा के बीच हुआ था। चौसा का युद्ध (1539) शेरशाह सूरी और हुमायूँ के बीच हुआ था।

प्रश्न 17: ‘हर्षवर्धन’ के दरबारी कवि कौन थे?

  1. कालिदास
  2. बाणभट्ट
  3. तुलसीदास
  4. सूरदास

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान बाणभट्ट सम्राट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे।
  • संदर्भ और विस्तार: बाणभट्ट ने हर्षवर्धन के जीवन और उपलब्धियों पर ‘हर्षचरित’ नामक जीवनी लिखी, जो उस काल के इतिहास को समझने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। उन्होंने ‘कादंबरी’ नामक एक उत्कृष्ट गद्य कथा भी लिखी।
  • गलत विकल्प: कालिदास चंद्रगुप्त द्वितीय के दरबारी थे। तुलसीदास और सूरदास मध्यकालीन भक्ति आंदोलन के प्रमुख कवि थे, न कि हर्षवर्धन के दरबार से संबंधित।

प्रश्न 18: ‘कैबिनेट मिशन’ भारत कब आया?

  1. 1942
  2. 1945
  3. 1946
  4. 1947

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ब्रिटिश कैबिनेट मिशन भारत में मार्च 1946 में आया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस मिशन का उद्देश्य भारत को स्वतंत्रता देने की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श करना और एक संविधान सभा के गठन का प्रस्ताव देना था। इसमें तीन सदस्य थे: पैथिक लॉरेंस, स्टैफोर्ड क्रिप्स और ए.वी. अलेक्जेंडर।
  • गलत विकल्प: 1942 में क्रिप्स मिशन भारत आया था। 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ। 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली।

प्रश्न 19: ‘महात्मा बुद्ध’ ने अपना प्रथम उपदेश कहाँ दिया था?

  1. बोधगया
  2. सारनाथ
  3. कुशीनगर
  4. लुम्बिनी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महात्मा बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ (ऋषिपत्तन) में दिया था, जिसे ‘धर्मचक्र प्रवर्तन’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: ज्ञान प्राप्ति के पश्चात्, बुद्ध बनारस के निकट सारनाथ गए जहाँ उन्होंने अपने पाँच पूर्व साथियों को उपदेश दिया। यह बौद्ध धर्म के प्रसार की शुरुआत मानी जाती है।
  • गलत विकल्प: बोधगया में उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था। कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण (मृत्यु) हुआ था। लुम्बिनी में उनका जन्म हुआ था।

प्रश्न 20: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की परिषद किस साम्राज्य में थी?

  1. मौर्य साम्राज्य
  2. गुप्त साम्राज्य
  3. चोल साम्राज्य
  4. मराठा साम्राज्य

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अष्टप्रधान’ आठ मंत्रियों की एक परिषद थी जो छत्रपति शिवाजी महाराज के मराठा साम्राज्य में कार्यरत थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस परिषद में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (पत्राचार मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्माध्यक्ष) जैसे प्रमुख पद शामिल थे। यह परिषद राज्य के प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती थी।
  • गलत विकल्प: मौर्य और गुप्त साम्राज्यों में भी मंत्रिपरिषदें थीं, लेकिन उन्हें ‘अष्टप्रधान’ नहीं कहा जाता था। चोल साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था भी भिन्न थी।

प्रश्न 21: ‘अकबरनामा’ का रचयिता कौन था?

  1. अबुल फजल
  2. बदायुनी
  3. फैजी
  4. ईश्वरदास नागर

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अकबरनामा’ का रचयिता महान इतिहासकार और अकबर के नवरत्नों में से एक, अबुल फजल था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबरनामा अकबर के शासनकाल का एक विस्तृत इतिहास है, जिसे तीन भागों में विभाजित किया गया है। इसका तीसरा भाग ‘आईन-ए-अकबरी’ के नाम से प्रसिद्ध है, जो अकबर की प्रशासनिक व्यवस्था, भू-राजस्व नीति, सैन्य संगठन और सामाजिक-आर्थिक स्थिति का विस्तृत वर्णन करता है।
  • गलत विकल्प: बदायुनी एक इतिहासकार था जिसने ‘मुंतखब-उत-तवारिख’ लिखी, जो अकबर के प्रति आलोचनात्मक थी। फैजी अबुल फजल का भाई और एक कवि था। ईश्वरदास नागर भी एक इतिहासकार थे जिन्होंने ‘फतुहात-ए-आलमगिरी’ लिखी।

प्रश्न 22: ‘गांधार कला शैली’ पर किस विदेशी संस्कृति का प्रभाव स्पष्ट था?

  1. मैसोपोटामिया
  2. रोमन
  3. यूनानी
  4. फारसी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गांधार कला शैली पर यूनानी (Greek) कला का गहरा प्रभाव था।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधार क्षेत्र (वर्तमान अफगानिस्तान और उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान) में विकसित इस शैली में बुद्ध की मूर्तियों का निर्माण किया गया, जिनमें यूनानी देवताओं की मूर्तियों जैसी शारीरिक संरचना, बाल-शैली और वस्त्रों का अनुकरण किया गया। यह शैली कुषाण काल में अपने चरम पर थी।
  • गलत विकल्प: मैसोपोटामिया, रोमन और फारसी संस्कृतियों के भी कुछ प्रभाव देखे जा सकते हैं, लेकिन यूनानी प्रभाव सबसे प्रमुख और परिभाषित करने वाला था।

प्रश्न 23: ‘भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन’ में ‘लाल-बाल-पाल’ के रूप में किसे जाना जाता है?

  1. लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, बिपिन चंद्र पाल
  2. लाला हरदयाल, बाल कृष्ण गोखले, मोतीलाल नेहरू
  3. लाला शंकरलाल, बालकृष्ण वर्मा, प्यारेलाल
  4. लाला हंसराज, बिपिन चंद्र पाल, बाल गंगाधर तिलक

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘लाल-बाल-पाल’ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरमपंथी नेताओं के तिकड़ी को संदर्भित करता है: लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल।
  • संदर्भ और विस्तार: ये तीनों नेता 20वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपने उग्रवादी विचारों और प्रत्यक्ष कार्रवाई पर जोर देने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने स्वदेशी, बहिष्कार और राष्ट्रीय शिक्षा जैसे आंदोलनों का समर्थन किया।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्पों में दिए गए नाम या तो इस तिकड़ी का हिस्सा नहीं हैं या गलत क्रम में हैं। बाल गंगाधर गोखले नरमपंथी नेता थे।

प्रश्न 24: ‘वैदिक काल’ में ‘गायों’ को क्या कहा जाता था?

  1. धन
  2. अघन्या
  3. गोपुर
  4. गोपाल

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: वैदिक काल में गायों को ‘अघन्या’ कहा जाता था, जिसका अर्थ है ‘जो वध योग्य न हो’।
  • संदर्भ और विस्तार: गायों को उस समय अत्यंत पवित्र और मूल्यवान माना जाता था। वे धन का प्रतीक थीं और उनका वध वर्जित था। अर्थव्यवस्था और समाज में गायों का महत्वपूर्ण स्थान था।
  • गलत विकल्प: ‘धन’ का अर्थ संपत्ति होता है, ‘गोपुर’ मंदिर का प्रवेश द्वार होता है, और ‘गोपाल’ गाय चराने वाले को कहते हैं, न कि स्वयं गाय को।

प्रश्न 25: ‘जालियांवाला बाग हत्याकांड’ कब हुआ था?

  1. 13 अप्रैल, 1919
  2. 10 मार्च, 1919
  3. 12 अप्रैल, 1920
  4. 15 अगस्त, 1920

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: जालियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल, 1919 को अमृतसर में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस दिन जनरल डायर के आदेश पर ब्रिटिश सैनिकों ने निहत्थे प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक दुखद और महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प अलग-अलग वर्षों या तिथियों के हैं। 10 मार्च, 1919 को रोलेट एक्ट लागू हुआ था, जिसका विरोध हो रहा था।

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