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इतिहास का महासंग्राम: दैनिक ज्ञान की अग्निपरीक्षा!

इतिहास का महासंग्राम: दैनिक ज्ञान की अग्निपरीक्षा!

समय के गलियारों में एक और रोमांचक यात्रा पर निकल पड़िए! आज का इतिहास का यह मॉक टेस्ट आपकी समझ को धार देगा और आपको अपनी तैयारी के अगले स्तर पर ले जाएगा। क्या आप इतिहास के ज्ञान के महासागर में गोता लगाने के लिए तैयार हैं? आइए, देखते हैं आज आपके लिए क्या खास है!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु घाटी का बगीचा’ कहलाता था?

  1. मोहनजोदड़ो
  2. हड़प्पा
  3. बनवाली
  4. चहुंदड़ो

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: बनवाली, जो वर्तमान हरियाणा में स्थित है, एक महत्वपूर्ण सिंधु घाटी सभ्यता का स्थल है। इसे ‘सिंधु घाटी का बगीचा’ कहा जाता है क्योंकि यहाँ से प्राप्त अनाज के ढेर और जल प्रबंधन की उन्नत प्रणाली इसके कृषि और समृद्धि को दर्शाती है।
  • संदर्भ और विस्तार: बनवाली से जल निकासी प्रणाली के साक्ष्य मिले हैं, जो शहरी नियोजन का एक महत्वपूर्ण पहलू था। यहाँ से टेराकोटा हल का एक मॉडल भी मिला है, जो कृषि में हल के प्रयोग को दर्शाता है।
  • गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो एक विशाल स्थल था जिसमें महान स्नानागार जैसी संरचनाएं थीं, लेकिन इसे ‘सिंधु घाटी का बगीचा’ नहीं कहा जाता। हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। चहुंदड़ो एक औद्योगिक केंद्र था।

प्रश्न 2: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ई.) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि उन्हें प्रसिद्ध इतिहासकार ए. एल. श्रीवास्तव ने दी थी।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त ने अपने शासनकाल में उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों को विजय किया और कई दक्षिणी राज्यों को भी अपने अधीन किया। उनकीMilitaryVictory को प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में विस्तृत रूप से वर्णित किया गया है, जिसे उनके दरबारी कवि हरिषेण ने लिखा था।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने भी साम्राज्य का विस्तार किया और उज्जैन को अपनी राजधानी बनाया। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न 3: इल्तुतमिश के शासनकाल में ‘चालीसा’ (तुर्काने-चहलगानी) का गठन किसने किया था?

  1. इल्तुतमिश
  2. रजिया सुल्ताना
  3. बलबन
  4. नासिरुद्दीन महमूद

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘चालीसा’ या ‘तुर्काने-चहलगानी’ का गठन इल्तुतमिश (शासनकाल 1211-1236 ई.) ने किया था। यह 40 तुर्क सरदारों का एक समूह था जो सुल्तान की सहायता करता था।
  • संदर्भ और विस्तार: इल्तुतमिश, दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक माना जाता है, उसने दिल्ली को राजधानी बनाया और सल्तनत की नींव मजबूत की। ‘चालीसा’ उसकी शक्ति को बढ़ाने और राज्य के प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने में सहायक था।
  • गलत विकल्प: रजिया सुल्ताना इल्तुतमिश की बेटी थी और दिल्ली की पहली महिला शासक थी। बलबन ने बाद में ‘चालीसा’ को भंग किया और अपनी शक्ति को केंद्रीकृत किया। नासिरुद्दीन महमूद (1246-1266 ई.) एक कमजोर शासक था जिसके शासन में बलबन का प्रभाव अधिक था।

प्रश्न 4: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड कर्ज़न

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: 1857 के विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे। विद्रोह के बाद 1858 में भारत सरकार अधिनियम द्वारा उन्हें भारत का पहला वायसराय बनाया गया।
  • संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कैनिंग ने विद्रोह के दमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और विद्रोह के बाद भारत में ब्रिटिश सरकार की नीतियों में कई बदलाव किए, जिनमें ब्रिटिश ताज द्वारा सीधे शासन का प्रारंभ शामिल था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी की ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) को 1857 के विद्रोह के कारणों में से एक माना जाता है। लॉर्ड लिटन (1876-1880) वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट और शस्त्र अधिनियम जैसे कठोर कानून लाए। लॉर्ड कर्ज़न (1899-1905) ने बंगाल का विभाजन किया।

प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किस अभिलेख से अशोक के धम्म के विषय में जानकारी मिलती है?

  1. पार्थेनन अभिलेख
  2. बेहिस्तून अभिलेख
  3. गिरनार अभिलेख
  4. कलिंग अभिलेख

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: गिरनार अभिलेख (गुजरात में स्थित) अशोक के चौदहवें शिलालेखों में से एक है, जिसमें उसके धम्म (धार्मिक नीति) के प्रसार और महत्व के बारे में जानकारी मिलती है।
  • संदर्भ और विस्तार: गिरनार शिलालेख में अशोक ने लोगों से विभिन्न संप्रदायों के प्रति सहिष्णु रहने और दूसरों के विचारों का सम्मान करने का आग्रह किया है। यह उसके धम्म के सार्वभौमिक और नैतिक मूल्यों को दर्शाता है।
  • गलत विकल्प: पार्थेनन अभिलेख यूनानी वास्तुकला से संबंधित है। बेहिस्तून अभिलेख फारस के राजा डेरियस प्रथम से संबंधित है। कलिंग अभिलेख (जो वास्तव में अशोक के 13वें शिलालेख का हिस्सा है) कलिंग युद्ध के बाद अशोक के पश्चाताप और धम्म परिवर्तन का वर्णन करता है, लेकिन गिरनार अभिलेख विशेष रूप से धम्म के सिद्धांतों के प्रसार पर जोर देता है।

प्रश्न 6: किस मुगल बादशाह ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?

  1. अकबर
  2. जहांगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: मुगल सम्राट अकबर (शासनकाल 1556-1605 ई.) ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नवीन धर्म चलाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: दीन-ए-इलाही, जो ‘ईश्वर का धर्म’ कहलाता है, विभिन्न धर्मों के सार तत्वों को मिलाकर बनाया गया था, जिसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और साम्राज्य में एकता स्थापित करना था। यह वास्तव में एक राजनीतिक और सामाजिक प्रयोग था, न कि एक पूर्ण विकसित धर्म। कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया, जिनमें बीरबल प्रमुख था।
  • गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब सभी अपने-अपने समय के महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन किसी ने भी ‘दीन-ए-इलाही’ जैसा कोई नया धर्म नहीं चलाया।

प्रश्न 7: निम्नलिखित में से कौन सी घटना सबसे पहले हुई?

  1. मार्ले-मिंटो सुधार
  2. बंगाल का विभाजन
  3. जलियांवाला बाग हत्याकांड
  4. प्रथम विश्व युद्ध का प्रारंभ

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: बंगाल का विभाजन 1905 में हुआ, जो इन घटनाओं में सबसे पहले घटित हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: बंगाल का विभाजन लॉर्ड कर्ज़न द्वारा किया गया था, जिसने भारतीय राष्ट्रवाद को कमजोर करने के उद्देश्य से इसे पूर्वी और पश्चिमी बंगाल में विभाजित कर दिया था। इसके विरोध में स्वदेशी आंदोलन चला।
  • गलत विकल्प: मार्ले-मिंटो सुधार 1909 में पारित हुए, जिसने मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचक मंडल की व्यवस्था की। जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919 में हुआ। प्रथम विश्व युद्ध 1914 में प्रारंभ हुआ।

प्रश्न 8: सिंधु घाटी सभ्यता में ‘विशाल स्नानागार’ कहाँ से प्राप्त हुआ है?

  1. हड़प्पा
  2. लोथल
  3. मोहनजोदड़ो
  4. कालीबंगा

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: मोहनजोदड़ो (सिंधु घाटी का ‘मृतकों का टीला’) से विशाल स्नानागार (Great Bath) के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। इसकी वास्तुकला प्रभावशाली है, जिसमें ईंटों से बनी दीवारें, जलरोधक लेप और जल निकास की व्यवस्था शामिल है। यह सिंधु घाटी सभ्यता के शहरी नियोजन और तकनीकी कौशल का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा एक प्रमुख स्थल है जहाँ से मातृदेवी की मूर्तियाँ और कब्रिस्तान मिले हैं। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ से गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले हैं। कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 9: सल्तनत काल में ‘इक्ता’ प्रणाली की शुरुआत किसने की?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. बलबन
  4. अलाउद्दीन खिलजी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: सल्तनत काल में ‘इक्ता’ प्रणाली की शुरुआत इल्तुतमिश ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इक्ता प्रणाली के तहत, साम्राज्य को ‘इक्ता’ नामक इकाइयों में विभाजित किया गया था, जिन्हें सैन्य या नागरिक अधिकारियों को उनके वेतन के बदले में प्रदान किया जाता था। यह भूमि को प्रशासनिक और राजस्व इकट्ठा करने के उद्देश्य से विभाजित करने की एक व्यवस्था थी, जो आगे चलकर सामंतवाद का रूप ले सकती थी।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत का संस्थापक था। बलबन ने केंद्रीकरण पर अधिक ध्यान दिया। अलाउद्दीन खिलजी ने इक्ता को समाप्त कर सीधा राजकर वसूलने की व्यवस्था शुरू की थी।

प्रश्न 10: भारत में ‘लॉर्ड कर्ज़न’ के काल को ‘साम्राज्य के पुनर्गठन का काल’ कहा जाता है। इसके निम्नलिखित में से किस कार्य से यह उपाधि समर्थित होती है?

  1. भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 1904
  2. पुलिस सुधार
  3. पुरातत्वीय संरक्षण अधिनियम, 1904
  4. उपरोक्त सभी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: लॉर्ड कर्ज़न (1899-1905) ने अपने कार्यकाल में भारत में कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक सुधार किए, जिनमें भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 1904, पुलिस सुधार और पुरातत्वीय संरक्षण अधिनियम, 1904 शामिल हैं। ये सभी कार्य साम्राज्य के पुनर्गठन और प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से किए गए थे।
  • संदर्भ और विस्तार: विश्वविद्यालय अधिनियम ने विश्वविद्यालयों पर सरकारी नियंत्रण बढ़ाया। पुरातत्वीय संरक्षण अधिनियम ने प्राचीन स्मारकों के संरक्षण के लिए एक ढाँचा प्रदान किया। इन सुधारों का उद्देश्य भारतीय साम्राज्य को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाना था, हालांकि इनमें से कुछ को भारतीय राष्ट्रवादियों ने औपनिवेशिक नियंत्रण को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा।
  • गलत विकल्प: चूंकि सभी विकल्प लॉर्ड कर्ज़न के महत्वपूर्ण सुधारों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो साम्राज्य के पुनर्गठन से संबंधित हैं, इसलिए ‘उपरोक्त सभी’ सही उत्तर है।

प्रश्न 11: प्रारंभिक वैदिक काल में ‘जन’ का क्या अर्थ था?

  1. एक कबीला
  2. एक राज्य
  3. एक शहर
  4. एक गाँव

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: प्रारंभिक वैदिक काल (लगभग 1500-1000 ईसा पूर्व) में ‘जन’ का अर्थ मुख्य रूप से एक कबीला या ‘जनपद’ था, जो राजनीतिक संगठन की एक इकाई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘जन’ का नेतृत्व ‘राजन’ (राजा) करता था, जो कबीले का प्रमुख होता था। यह कबीले लोगों का एक समूह था जो सामान्य पूर्वज या संबंधित वंश का दावा करता था। बाद के उत्तर-वैदिक काल में, ‘जन’ से ‘जनपद’ (राज्य) का विकास हुआ।
  • गलत विकल्प: राज्य (Kingdom) या जनपद शब्द का प्रयोग बाद के काल में हुआ। शहर और गाँव स्थानीय प्रशासनिक या भौगोलिक इकाइयाँ थीं, न कि ‘जन’ का मुख्य अर्थ।

प्रश्न 12: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्णदेवराय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय द्वितीय
  4. राम राय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ई. में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: हरिहर और बुक्का वारंगल के काकतीय वंश के सामंत थे, जिन्होंने तुगलक सल्तनत के पतन के बाद विजयनगर की नींव रखी। उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे इस साम्राज्य की स्थापना की, जो चार प्रमुख राजवंशों (संगम, सालुव, तुलुव और अराविदु) के अधीन फला-फूला।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेवराय तुलुव वंश के सबसे प्रतापी शासक थे। देवराय द्वितीय संगम वंश के शासक थे। राम राय विजयनगर के अंतिम महत्वपूर्ण शासक थे, जिनकी 1565 में तालीकोटा के युद्ध में हार हुई।

प्रश्न 13: ‘फूट डालो और राज करो’ (Divide and Rule) की नीति का प्रमुख प्रतिपादक कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कर्ज़न
  3. लॉर्ड विलिंगडन
  4. लॉर्ड एल्गिन

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति का प्रयोग ब्रिटिश शासकों द्वारा अलग-अलग समुदायों या वर्गों के बीच मतभेद पैदा करके उन्हें नियंत्रित करने के लिए किया गया था। जबकि यह नीति विभिन्न वायसराय के समय लागू की गई, लॉर्ड विलिंगडन (1931-1936) के कार्यकाल में यह विशेष रूप से प्रबल हुई, जब सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाकर कांग्रेस को कमजोर करने का प्रयास किया गया। हालांकि, इस नीति की शुरुआत लॉर्ड कर्ज़न के समय में बंगाल विभाजन और मार्ले-मिंटो सुधारों से भी देखी जा सकती है। लेकिन, प्रश्न की बारीकी के अनुसार, विलिंगडन का समय इसके सीधे प्रयोग का प्रमुख उदाहरण है। (नोट: यह प्रश्न विवादास्पद हो सकता है क्योंकि यह नीति क्रमिक रूप से लागू हुई।)
  • संदर्भ और विस्तार: इस नीति का उद्देश्य भारतीय समाज में मौजूद धार्मिक, जातीय या क्षेत्रीय विभाजनों का लाभ उठाकर राष्ट्रवाद को कमजोर करना और ब्रिटिश शासन को बनाए रखना था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत के सिद्धांत के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्ज़न ने बंगाल का विभाजन किया, जो ‘फूट डालो’ का एक रूप था, लेकिन विलिंगडन के समय में यह नीति अधिक प्रत्यक्ष थी। लॉर्ड एल्गिन भी उनके बाद के वायसराय थे।

प्रश्न 14: भारत में पहली बार जनगणना कब हुई?

  1. 1872
  2. 1881
  3. 1901
  4. 1911

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: भारत में पहली बार जनगणना 1872 में लॉर्ड मेयो के कार्यकाल में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह जनगणना एक व्यवस्थित और वैज्ञानिक तरीके से की गई पहली जनगणना थी, हालांकि यह पूर्ण रूप से पूरे देश में नहीं हुई थी। 1881 में लॉर्ड रिपन के कार्यकाल में पहली संपूर्ण और नियमित जनगणना हुई, जिसके बाद से यह हर दस साल में आयोजित की जाती है।
  • गलत विकल्प: 1881 में नियमित जनगणना शुरू हुई, न कि पहली। 1901 और 1911 में बाद की जनगणनाएँ हुईं।

प्रश्न 15: चोल साम्राज्य की राजधानी क्या थी?

  1. कांचीपुरम
  2. तंजौर
  3. मदुरै
  4. महाबलीपुरम

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: चोल साम्राज्य की राजधानी तंजौर (तंजावुर) थी।
  • संदर्भ और विस्तार: तंजौर को राजाराज चोल प्रथम ने अपनी राजधानी बनाया था और यहीं पर प्रसिद्ध बृहदीश्वर मंदिर का निर्माण करवाया था। तंजौर चोल वास्तुकला और कला का एक प्रमुख केंद्र था।
  • गलत विकल्प: कांचीपुरम पल्लवों की राजधानी थी। मदुरै पांड्य साम्राज्य का केंद्र था। महाबलीपुरम पल्लवों द्वारा विकसित एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था।

प्रश्न 16: फ्रांस की क्रांति (1789) का प्रमुख नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. संघ और शांति
  3. सरकार लोगों की, लोगों द्वारा, लोगों के लिए
  4. रक्त और लोह

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: फ्रांस की क्रांति (1789) का मुख्य नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी क्रांति के मुख्य आदर्शों को दर्शाता है, जिसने राजशाही को समाप्त कर गणतंत्र की स्थापना की और नागरिकों के अधिकारों पर जोर दिया। यह नारा आज भी फ्रांस का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है।
  • गलत विकल्प: ‘संघ और शांति’ का नारा अक्सर देशों की एकता से जुड़ा होता है। ‘सरकार लोगों की, लोगों द्वारा, लोगों के लिए’ अब्राहम लिंकन का प्रसिद्ध कथन है। ‘रक्त और लोह’ बिस्मार्क की नीति से जुड़ा है।

प्रश्न 17: किस गुप्त शासक ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना करवाई?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम (शासनकाल 415-455 ई.) ने करवाई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत का एक विश्व प्रसिद्ध शिक्षण केंद्र था, जो बौद्ध धर्म, दर्शन, साहित्य, चिकित्सा और खगोल विज्ञान जैसे विषयों के लिए जाना जाता था। इसे गुप्त राजवंश के संरक्षण में स्थापित किया गया था और बाद में ह्वेन त्सांग जैसे विदेशी यात्रियों ने इसका दौरा किया।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। समुद्रगुप्त एक महान विजेता था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) भी एक महत्वपूर्ण शासक था जिसने कला और संस्कृति को संरक्षण दिया।

प्रश्न 18: ‘तारीख-ए-फ़िरोज़शाही’ का लेखक कौन था?

  1. अमीर खुसरो
  2. जियाउद्दीन बरनी
  3. इब्न बतूता
  4. मिन्हाज-उस-सिराज

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘तारीख-ए-फ़िरोज़शाही’ नामक पुस्तक के लेखक जियाउद्दीन बरनी थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक दिल्ली सल्तनत के इतिहास, विशेषकर मुहम्मद बिन तुगलक और फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल पर एक महत्वपूर्ण स्रोत है। बरनी ने इन शासकों के प्रशासन, नीतियों और सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों का विस्तृत वर्णन किया है।
  • गलत विकल्प: अमीर खुसरो को ‘तोता-ए-हिंद’ कहा जाता था और उन्होंने ‘तुगलकनामा’ जैसी रचनाएं कीं। इब्न बतूता एक मोरक्को यात्री थे जिन्होंने ‘रेहला’ लिखी। मिन्हाज-उस-सिराज ने ‘तबकात-ए-नासिरी’ लिखी, जो दिल्ली सल्तनत के प्रारंभिक इतिहास पर एक महत्वपूर्ण कृति है।

प्रश्न 19: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला मुस्लिम अध्यक्ष कौन था?

  1. अबुल कलाम आज़ाद
  2. बदरुद्दीन तैयबजी
  3. रहमतुल्लाह सयानी
  4. एम. ए. अंसारी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष बदरुद्दीन तैयबजी थे। उन्होंने 1887 में मद्रास अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: तैयबजी एक प्रमुख वकील और राष्ट्रवादी नेता थे। उनकी अध्यक्षता ने कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को मजबूत किया और यह दर्शाया कि कांग्रेस किसी विशेष समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करती, बल्कि संपूर्ण भारत का प्रतिनिधित्व करती है।
  • गलत विकल्प: अबुल कलाम आज़ाद सबसे लंबे समय तक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे (1940-1946)। रहमतुल्लाह सयानी 1896 में कलकत्ता अधिवेशन के अध्यक्ष थे। एम. ए. अंसारी 1927 में मद्रास अधिवेशन के अध्यक्ष थे।

प्रश्न 20: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते के तहत, सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित कर दिया गया और सरकार ने राजनीतिक कैदियों की रिहाई सहित कुछ रियायतें दीं। गांधीजी ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने पर सहमति व्यक्त की।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जहाँ पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1932 में पूना समझौता हुआ।

प्रश्न 21: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयोग किया गया है?

  1. घोड़ा
  2. बैल
  3. गाय
  4. हाथी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द गाय के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जा सके’।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक समाज में गाय को अत्यंत पवित्र और मूल्यवान माना जाता था। यह धन का प्रतीक थी और आर्थिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा थी। वैदिक काल में गाय की हत्या को गंभीर अपराध माना जाता था।
  • गलत विकल्प: घोड़ा, बैल और हाथी भी ऋग्वैदिक समाज में महत्वपूर्ण थे, लेकिन ‘अघन्य’ शब्द विशेष रूप से गाय के लिए प्रयुक्त होता था।

प्रश्न 22: ‘मनसबदारी प्रथा’ का संबंध किस मुगल शासक से है?

  1. हुमायूँ
  2. अकबर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: मनसबदारी प्रथा को अकबर ने अपने शासनकाल में सुव्यवस्थित और लागू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: मनसबदारी एक ऐसी व्यवस्था थी जिसमें सरकारी अधिकारियों को एक ‘मनसब’ (पद) दिया जाता था, जो उनकी श्रेणी, वेतन और सैन्य दायित्वों को निर्धारित करता था। इसमें जात (व्यक्तिगत दर्जा) और सवार (घुड़सवारों की संख्या) जैसे पद होते थे। यह व्यवस्था मुगल साम्राज्य की सैन्य और प्रशासनिक संरचना का आधार थी।
  • गलत विकल्प: हुमायूँ ने इस प्रथा की शुरुआत के बीज बोए थे, लेकिन इसे अकबर ने ही व्यवस्थित रूप दिया। शाहजहाँ और औरंगजेब ने इस प्रथा को जारी रखा और इसमें कुछ संशोधन भी किए।

प्रश्न 23: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. भारतीय मुसलमानों के अधिकार की रक्षा
  2. तुर्की खलीफा के पद की पुनर्स्थापना
  3. भारत में खिलाफत सरकार की स्थापना
  4. इस्लामिक शिक्षा का प्रसार

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की के खलीफा के पद को बनाए रखना और उसकी शक्ति को पुनर्स्थापित करना था, क्योंकि युद्ध के बाद तुर्की को अपमानजनक संधियों का सामना करना पड़ा था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन मुख्य रूप से भारतीय मुसलमानों द्वारा तुर्की के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करने और ब्रिटिश सरकार पर दबाव बनाने के लिए शुरू किया गया था। भारत में, यह आंदोलन असहयोग आंदोलन (1920-22) के साथ जुड़ गया, जिससे दोनों आंदोलनों को एक नई दिशा मिली।
  • गलत विकल्प: हालांकि भारतीय मुसलमानों के अधिकार महत्वपूर्ण थे, खिलाफत आंदोलन का सीधा संबंध खलीफा के मुद्दे से था। भारत में खिलाफत सरकार की स्थापना इसका उद्देश्य नहीं था। इस्लामिक शिक्षा का प्रसार भी इसका प्राथमिक लक्ष्य नहीं था।

प्रश्न 24: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा किसने दिया था?

  1. भगत सिंह
  2. सुभाष चंद्र बोस
  3. मोहम्मद इकबाल
  4. महात्मा गांधी

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ (क्रांति ज़िंदाबाद) का नारा सबसे पहले भगत सिंह और उनके साथियों द्वारा प्रसिद्ध रूप से प्रयोग किया गया और यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक लोकप्रिय नारा बन गया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नारे को सबसे पहले मौलाना हसरत मोहानी ने 1921 में उर्दू में तैयार किया था, लेकिन इसे भगत सिंह ने 1929 में केंद्रीय विधानसभा में बम फेंकते समय प्रयोग करके इसे लोकप्रिय बनाया। यह नाराRevolutionary Nationalism का प्रतीक बन गया।
  • गलत विकल्प: सुभाष चंद्र बोस का नारा ‘जय हिन्द’ था। मोहम्मद इकबाल ने ‘सारे जहाँ से अच्छा’ और ‘तरान-ए-हिंद’ जैसी रचनाएँ कीं। महात्मा गांधी के अपने विशिष्ट नारे थे, जैसे ‘करो या मरो’।

प्रश्न 25: प्रथम विश्व युद्ध में केन्द्रीय शक्तियों (Central Powers) में कौन सा देश शामिल नहीं था?

  1. जर्मनी
  2. ऑस्ट्रिया-हंगरी
  3. इटली
  4. तुर्की

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में इटली शुरुआत में तटस्थ रहा और बाद में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) की ओर से युद्ध में शामिल हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध में केन्द्रीय शक्तियों में मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की (ओटोमन साम्राज्य) और बुल्गारिया शामिल थे। मित्र राष्ट्रों में फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, जापान, इटली (1915 के बाद) और संयुक्त राज्य अमेरिका (1917 के बाद) जैसे देश थे।
  • गलत विकल्प: जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और तुर्की सभी केन्द्रीय शक्तियों का हिस्सा थे। इटली का गुट बदलना एक महत्वपूर्ण घटना थी।

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