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इतिहास का महासंग्राम: ज्ञान का रण, सफलता का मंथन!

इतिहास का महासंग्राम: ज्ञान का रण, सफलता का मंथन!

नमस्कार, योद्धाओं! आज इतिहास के विशाल सागर में एक और रोमांचक डुबकी लगाने का समय आ गया है। क्या आप प्राचीन सभ्यताओं की गहराइयों, मध्ययुगीन साम्राज्यों के उत्थान-पतन और आधुनिक भारत के संघर्षों को याद करने के लिए तैयार हैं? यह दैनिक अभ्यास सत्र आपके ज्ञान को परखने और परीक्षा की राह को सुगम बनाने का एक अद्भुत अवसर है। चलिए, समय के रथ पर सवार होकर अपने ज्ञान का परीक्षण करते हैं!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा प्राचीन भारतीय ग्रंथ ‘कामसूत्र’ का रचयिता है?

  1. बाणभट्ट
  2. विष्णु शर्मा
  3. वात्स्यायन
  4. कालिदास

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: वात्स्यायन को ‘कामसूत्र’ का रचयिता माना जाता है। यह प्राचीन भारतीय साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो काम कला, जीवन जीने के तरीके और प्रेम जीवन पर विस्तृत चर्चा करता है।
  • संदर्भ और विस्तार: वात्स्यायन संभवतः गुप्त काल (लगभग तीसरी से छठी शताब्दी ईस्वी) के दौरान रहे होंगे, हालांकि उनके जीवनकाल को लेकर निश्चित प्रमाण नहीं हैं। ‘कामसूत्र’ को अक्सर केवल यौन मार्गदर्शिका के रूप में देखा जाता है, लेकिन यह सामाजिक रीति-रिवाजों, नैतिकता और रिश्ते-नाते को भी शामिल करता है।
  • गलत विकल्प: बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ और ‘कादम्बरी’ की रचना की। विष्णु शर्मा ने ‘पंचतंत्र’ की रचना की, जो पशुओं की कहानियों के माध्यम से नैतिक शिक्षा देता है। कालिदास गुप्त काल के एक महान कवि और नाटककार थे, जिन्होंने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’, ‘मेघदूतम्’ आदि की रचना की।

प्रश्न 2: 1905 में बंगाल के विभाजन का आदेश किसने दिया था?

  1. लॉर्ड कैनिंग
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कर्ज़न
  4. लॉर्ड हार्डिंग

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लॉर्ड कर्ज़न, जो 1899 से 1905 तक भारत के वायसराय थे, ने 1905 में बंगाल के विभाजन का आदेश दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: कर्ज़न ने प्रशासनिक सुविधा का हवाला देते हुए बंगाल को दो भागों – पूर्वी बंगाल और असम तथा पश्चिम बंगाल – में विभाजित करने की घोषणा की। हालांकि, इसका मुख्य उद्देश्य बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवादी आंदोलन को कमजोर करना था। इस विभाजन ने स्वदेशी आंदोलन और बहिष्कार आंदोलन को जन्म दिया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड हार्डिंग ने बाद में 1911 में दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने का निर्णय लिया और बंगाल विभाजन को रद्द भी किया।

प्रश्न 3: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा पुरातात्विक स्थल वर्तमान में गुजरात में स्थित है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. धौलावीरा
  4. रोपड़

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: धौलावीरा, हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है जो वर्तमान भारतीय राज्य गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है।
  • संदर्भ और विस्तार: धौलावीरा को हाल ही में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। यह शहर अपनी उन्नत जल प्रबंधन प्रणाली, सुनियोजित शहर और विशाल स्टेडियम के लिए जाना जाता है। यह हड़प्पा सभ्यता के सबसे बड़े स्थलों में से एक है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो वर्तमान पाकिस्तान में स्थित हैं। रोपड़ (रूपनगर) भारत के पंजाब राज्य में स्थित एक अन्य महत्वपूर्ण हड़प्पा स्थल है।

प्रश्न 4: ‘जजिया’ कर को पुनः लागू करने वाला मुगल सम्राट कौन था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: औरंगजेब ने 1679 ईस्वी में अपने शासनकाल के दौरान गैर-मुस्लिमों पर ‘जजिया’ कर को फिर से लागू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: हालांकि जजिया कर को पहले भी विभिन्न शासकों द्वारा वसूला गया था, लेकिन औरंगजेब का निर्णय एक महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव था। अकबर ने 1564 में जजिया को समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने इसे फिर से शुरू किया, जिससे धार्मिक असंतोष बढ़ा।
  • गलत विकल्प: अकबर ने जजिया कर समाप्त कर दिया था और धार्मिक सहिष्णुता की नीति अपनाई थी। जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी अपने शासनकाल में इस नीति को जारी नहीं रखा।

प्रश्न 5: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: समुद्रगुप्त को इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने ‘भारत का नेपोलियन’ कहा था।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) एक महान विजेता और कुशल प्रशासक थे। उन्होंने अपने लंबे शासनकाल में उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों को अपने अधीन कर लिया और दक्षिण भारत में भी कई अभियान चलाए। उनकी विजयों और सैन्य कौशल को देखकर स्मिथ ने उनकी तुलना फ्रांस के सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट से की।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के वास्तविक संस्थापक माने जाते हैं। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) का शासनकाल गुप्त काल का स्वर्ण युग माना जाता है। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया।

प्रश्न 6: निम्नलिखित में से किस यूरोपीय शक्ति ने भारत में अपना पहला कारखाना (फैक्ट्री) स्थापित किया था?

  1. अंग्रेज
  2. डच
  3. पुर्तगाली
  4. फ्रांसीसी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: पुर्तगालियों ने भारत में अपना पहला कारखाना (फैक्ट्री) 1503 ईस्वी में कोचीन (आधुनिक कोच्चि) में स्थापित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: वास्को डी गामा के भारत आगमन (1498) के बाद, पुर्तगालियों ने व्यापार पर एकाधिकार स्थापित करने की कोशिश की। उन्होंने काली मिर्च और अन्य मसालों के व्यापार को नियंत्रित करने के लिए अपने कारखाने स्थापित किए। कोचीन के बाद, उन्होंने कालीकट और कन्ननौर में भी कारखाने स्थापित किए।
  • गलत विकल्प: अंग्रेजों ने अपना पहला कारखाना 1613 में सूरत में स्थापित किया था। डचों ने 1605 में मसुलीपट्टनम में अपनी पहली फैक्ट्री स्थापित की थी। फ्रांसीसियों ने 1668 में सूरत में अपना पहला कारखाना खोला।

प्रश्न 7: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना किसने की थी?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘दीन-ए-इलाही’ का अर्थ है ‘ईश्वर का धर्म’ या ‘ईश्वर का पंथ’। यह विभिन्न धर्मों (जैसे इस्लाम, हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म) के सार तत्वों को मिलाकर एक नया धर्म था, जिसका उद्देश्य लोगों को एक सूत्र में पिरोना और धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना था। हालांकि, इसे व्यापक सफलता नहीं मिली और इसके अनुयायियों की संख्या बहुत कम थी।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब में से किसी ने भी इस धर्म की स्थापना नहीं की थी; बल्कि औरंगजेब ने धार्मिक कट्टरता की नीति अपनाई थी।

प्रश्न 8: प्रसिद्ध ‘आठ सभा’ (Atmashabha) की स्थापना राजा राममोहन राय ने कब की थी?

  1. 1815
  2. 1828
  3. 1833
  4. 1843

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: राजा राममोहन राय ने 1815 ईस्वी में ‘आत्मीय सभा’ (Atmashabha) की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: आत्मीय सभा आधुनिक भारत के सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन की प्रारंभिक संस्थाओं में से एक थी। इसने एकेश्वरवाद, मूर्तिपूजा का खंडन और वेदांत दर्शन के सिद्धांतों का प्रचार किया। यह सभा राजा राममोहन राय के बाद स्थापित होने वाले ‘ब्रह्म समाज’ (1828) की पूर्ववर्ती थी।
  • गलत विकल्प: 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना हुई थी। 1833 में राजा राममोहन राय का इंग्लैंड में निधन हो गया था। 1843 तक देवेंद्रनाथ टैगोर ने ब्रह्म समाज का पुनर्गठन किया था।

प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन सा युद्ध ‘प्लासी का युद्ध’ के नाम से जाना जाता है?

  1. 1757 ईस्वी का युद्ध
  2. 1761 ईस्वी का युद्ध
  3. 1764 ईस्वी का युद्ध
  4. 1759 ईस्वी का युद्ध

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1757 ईस्वी का युद्ध, जो रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच हुआ था, ‘प्लासी का युद्ध’ के नाम से जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए निर्णायक विजय थी, जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की नींव रखी। इस युद्ध में मीर जाफर की गद्दारी ने ब्रिटिशों की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: 1761 का युद्ध पानीपत का तृतीय युद्ध था। 1764 का युद्ध बक्सर का युद्ध था, जो प्लासी के युद्ध के बाद ब्रिटिशों की स्थिति को और मजबूत करने वाला था। 1759 का युद्ध वांडीवास का युद्ध था, जिसमें ब्रिटिशों ने फ्रांसीसियों को हराया था।

प्रश्न 10: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला मुस्लिम अध्यक्ष कौन था?

  1. अबुल कलाम आज़ाद
  2. बदरुद्दीन तैयबजी
  3. रहमतुल्लाह सयानी
  4. एम. ए. अंसारी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: बदरुद्दीन तैयबजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष थे। उन्होंने 1887 में मद्रास अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: तैयबजी ने कांग्रेस के भीतर मुस्लिम सदस्यों के लिए एक पुल का काम किया और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने का प्रयास किया। उन्होंने कांग्रेस की बैठकों में ‘सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व’ के महत्व पर जोर दिया।
  • गलत विकल्प: अबुल कलाम आज़ाद कई बार अध्यक्ष रहे और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नेता थे। रहमतुल्लाह सयानी 1896 में कलकत्ता अधिवेशन के अध्यक्ष थे। एम. ए. अंसारी 1927 में मद्रास अधिवेशन के अध्यक्ष थे।

प्रश्न 11: ‘दास प्रथा’ (Slavery) को समाप्त करने वाला वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कैनिंग
  4. लॉर्ड लॉरेंस

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लॉर्ड विलियम बेंटिंक, भारत के पहले गवर्नर-जनरल (1828-1835), ने 1833 के चार्टर अधिनियम के तहत भारत में दास प्रथा को समाप्त करने का आदेश दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: दास प्रथा को समाप्त करने के लिए 1833 का चार्टर अधिनियम एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था। इस अधिनियम ने भारत में दास व्यापार को गैरकानूनी घोषित कर दिया, और 1843 तक, बेंटिंक के प्रयासों से, भारत में दासता को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे। लॉर्ड लॉरेंस भी बाद के वायसराय थे।

प्रश्न 12: किस युद्ध के बाद भारत में ब्रिटिश शक्ति की स्थापना हुई?

  1. पानीपत का प्रथम युद्ध
  2. बक्सर का युद्ध
  3. प्लासी का युद्ध
  4. हल्दीघाटी का युद्ध

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: प्लासी के युद्ध (1757) की जीत के बाद, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल में राजनीतिक और सैन्य वर्चस्व स्थापित कर लिया, जो भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव साबित हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: हालांकि बक्सर के युद्ध (1764) ने ब्रिटिशों की सैन्य श्रेष्ठता को और अधिक प्रमाणित किया और उन्हें दीवानी अधिकार (राजस्व एकत्र करने का अधिकार) प्रदान किए, प्लासी का युद्ध वह निर्णायक मोड़ था जिसने राजनीतिक सत्ता का मार्ग प्रशस्त किया।
  • गलत विकल्प: पानीपत का प्रथम युद्ध (1526) बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था, जिसने मुगल साम्राज्य की नींव रखी। हल्दीघाटी का युद्ध (1576) अकबर और महाराणा प्रताप के बीच हुआ था।

प्रश्न 13: ‘गांधी-इर्विन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गांधी-इर्विन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और भारत के वायसराय लॉर्ड इर्विन के बीच सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को समाप्त करने के लिए हुआ था। समझौते के तहत, गांधीजी ने आंदोलन को स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, और सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और कुछ मांगों पर विचार करने का वादा किया। इसने दूसरे गोलमेज सम्मेलन (Second Round Table Conference) में कांग्रेस की भागीदारी का मार्ग भी प्रशस्त किया।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, जहाँ पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित किया गया। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1932 में पूना पैक्ट हुआ।

प्रश्न 14: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के दौरान भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड कर्ज़न
  2. लॉर्ड हार्डिंग (द्वितीय)
  3. लॉर्ड चेम्सफोर्ड
  4. लॉर्ड रीडिंग

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध के अधिकांश समय के दौरान (1910-1916) लॉर्ड हार्डिंग (द्वितीय) भारत के वायसराय थे।
  • संदर्भ और विस्तार: उनके कार्यकाल के दौरान 1911 में दिल्ली को राजधानी बनाया गया और भारत सरकार अधिनियम 1919 (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) की नींव रखी गई। उन्होंने युद्ध के दौरान ब्रिटिश प्रयासों का समर्थन किया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्ज़न 1905 में पद छोड़ चुके थे। लॉर्ड चेम्सफोर्ड 1916-1921 तक वायसराय रहे, उन्होंने भारत सरकार अधिनियम 1919 को पारित करवाया। लॉर्ड रीडिंग 1921-1926 तक वायसराय रहे।

प्रश्न 15: ‘कौटिल्य’ का ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से किस विषय पर आधारित है?

  1. दर्शन
  2. कला
  3. राजनीति एवं शासन
  4. चिकित्सा

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: कौटिल्य (जिन्हें चाणक्य या विष्णुगुप्त भी कहा जाता है) द्वारा रचित ‘अर्थशास्त्र’ मुख्य रूप से प्राचीन भारतीय राजनीति, आर्थिक नीति, सैन्य रणनीति और शासन कला पर एक विस्तृत ग्रंथ है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधानमंत्री कौटिल्य द्वारा ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में लिखा गया था। इसमें राज्य के लिए सिद्धांत, कराधान, कानून, कूटनीति, और युद्ध के नियमों पर विस्तृत दिशानिर्देश दिए गए हैं।
  • गलत विकल्प: हालांकि इसमें कुछ दार्शनिक विचार हो सकते हैं, इसका प्राथमिक विषय दर्शन नहीं है। यह कला या चिकित्सा पर केंद्रित ग्रंथ नहीं है।

प्रश्न 16: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का लक्ष्य घोषित किया गया?

  1. कोलकाता अधिवेशन, 1928
  2. लाहौर अधिवेशन, 1929
  3. करांची अधिवेशन, 1931
  4. फैजपुर अधिवेशन, 1936

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने लाहौर अधिवेशन, जो 1929 में हुआ था, में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) को अपना अंतिम लक्ष्य घोषित किया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस अधिवेशन में यह भी निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 1930 को ‘स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इस घोषणा ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी।
  • गलत विकल्प: 1928 के कलकत्ता अधिवेशन में साइमन कमीशन का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। 1931 के करांची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीतियों से संबंधित प्रस्ताव पारित किए गए। 1936 का फैजपुर अधिवेशन ग्रामीण क्षेत्र में आयोजित पहला अधिवेशन था।

प्रश्न 17: ‘अष्टप्रधान’ का संबंध किस मराठा शासक से था?

  1. शिवाजी
  2. संभाजी
  3. बाजीराव प्रथम
  4. शंभाजी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ शिवाजी महाराज द्वारा स्थापित उनकी मंत्रिपरिषद थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में आठ मंत्री होते थे, जिनमें पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (राजकीय पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धार्मिक मामले), सेनापति (सेना प्रमुख), सुमंत (गुप्तचर प्रमुख) और न्यायाधीश (मुख्य न्यायाधीश) शामिल थे। यह शिवाजी की कुशल प्रशासनिक व्यवस्था का प्रतीक था।
  • गलत विकल्प: संभाजी, बाजीराव प्रथम और शंभाजी (जो संभाजी ही हैं) मराठा साम्राज्य के महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन अष्टप्रधान की मूल व्यवस्था शिवाजी ने ही लागू की थी।

प्रश्न 18: 1857 के विद्रोह को ‘राष्ट्रीय विद्रोह’ किसने कहा था?

  1. कार्ल मार्क्स
  2. सर जॉन लॉरेंस
  3. सर सैयद अहमद खान
  4. विंस्टन चर्चिल

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: कार्ल मार्क्स ने 1857 के विद्रोह को ‘राष्ट्रीय विद्रोह’ और ‘ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत’ कहा था।
  • संदर्भ और विस्तार: मार्क्स, जो स्वयं भारत में उपस्थित नहीं थे, ने इस विद्रोह का विश्लेषण अपनी लेखनी में किया और इसे ब्रिटिश राज के विरुद्ध एक महत्वपूर्ण भारतीय प्रतिक्रिया के रूप में देखा।
  • गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस और सीले जैसे इतिहासकारों ने इसे केवल ‘सिपाही विद्रोह’ या ‘फौजी विद्रोह’ कहा। सर सैयद अहमद खान ने इस विद्रोह के कारणों की पड़ताल की थी। विंस्टन चर्चिल एक बाद के ब्रिटिश प्रधान मंत्री थे।

प्रश्न 19: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘मनकों का शहर’ (City of Beads) के रूप में जाना जाता था?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. चन्हुदड़ो

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: चन्हुदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है, जो मनकों (beads) के निर्माण के लिए प्रसिद्ध था, इसलिए इसे ‘मनकों का शहर’ भी कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: चन्हुदड़ो स्थल पर मनकों, मुहरों और खिलौनों के निर्माण की कई कार्यशालाएँ मिली हैं। यह स्थल सिंधु नदी के किनारे स्थित था। यहाँ से सूती कपड़े का टुकड़ा भी प्राप्त हुआ है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो बड़े शहर थे, लेकिन मनकों के निर्माण का प्रमुख केंद्र चन्हुदड़ो था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था।

प्रश्न 20: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) का प्रस्ताव कब पारित हुआ?

  1. 1940
  2. 1941
  3. 1942
  4. 1943

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) की बंबई (अब मुंबई) में हुई बैठक में पारित हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने इस आंदोलन के दौरान ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के बीच ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करवाना था। आंदोलन की शुरुआत के अगले ही दिन प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
  • गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह की शुरुआत हुई थी। 1941 में क्रिप्स मिशन आया था। 1942 ही वह वर्ष था जब भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ।

प्रश्न 21: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई?

  1. 1336 ईस्वी
  2. 1347 ईस्वी
  3. 1448 ईस्वी
  4. 1520 ईस्वी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का राय प्रथम, दो भाइयों द्वारा की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत के इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण था और इसने लगभग 250 वर्षों तक शासन किया। विजयनगर की राजधानी तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित थी और यह कला, संस्कृति, साहित्य और वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण केंद्र था।
  • गलत विकल्प: 1347 ईस्वी में बहमनी सल्तनत की स्थापना हुई थी, जो विजयनगर की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी थी। 1448 ईस्वी में देवराय द्वितीय का शासनकाल था, और 1520 ईस्वी में कृष्ण देव राय के शासनकाल का अंत हो रहा था।

प्रश्न 22: ‘स्वदेशी आंदोलन’ का प्रारंभ किस घटना से संबंधित है?

  1. बंगाल का विभाजन
  2. जलियांवाला बाग हत्याकांड
  3. चौरी-चौरा कांड
  4. साइमन कमीशन का भारत आगमन

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: ‘स्वदेशी आंदोलन’ का प्रारंभ 1905 में बंगाल के विभाजन के विरोध में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कर्ज़न द्वारा बंगाल के विभाजन के निर्णय के बाद, इस विभाजन के विरोध में एक जन आंदोलन खड़ा हुआ, जिसमें विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और भारतीय निर्मित वस्तुओं (स्वदेशी) के उपयोग पर जोर दिया गया। इस आंदोलन ने भारतीय राष्ट्रवाद को मजबूत किया।
  • गलत विकल्प: जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919 में हुआ था। चौरी-चौरा कांड 1922 में हुआ था, जिसने असहयोग आंदोलन को समाप्त कर दिया। साइमन कमीशन 1928 में भारत आया था।

प्रश्न 23: द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री कौन थे?

  1. नेविल चैंबरलेन
  2. विंस्टन चर्चिल
  3. क्लीमेंट एटली
  4. लॉर्ड एटकिंसन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान (मई 1940 से 1945 तक) विंस्टन चर्चिल यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री थे।
  • संदर्भ और विस्तार: चर्चिल ने युद्ध के दौरान ब्रिटेन का नेतृत्व किया और उनके दृढ़ निश्चय व भाषणों ने ब्रिटिश लोगों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने हिटलर की नाजी जर्मनी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: नेविल चैंबरलेन युद्ध की शुरुआत में प्रधानमंत्री थे, लेकिन म्यूनिख समझौते के कारण उनकी नीतियों की आलोचना हुई। क्लीमेंट एटली युद्ध के बाद प्रधानमंत्री बने। लॉर्ड एटकिंसन का नाम ब्रिटिश प्रधानमंत्रियों की सूची में प्रमुख नहीं है।

प्रश्न 24: ‘मेगस्थनीज’ किस यूनानी शासक का राजदूत था, जिसने भारत में मौर्य साम्राज्य का वर्णन किया?

  1. सिकंदर महान
  2. सेल्यूकस प्रथम निकेटर
  3. टॉलेमी
  4. एंटीओकस प्रथम

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मेगस्थनीज, सेल्यूकस प्रथम निकेटर (मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य का समकालीन और एक ग्रीक जनरल) का राजदूत था, जिसे चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज ने अपनी पुस्तक ‘इंडिका’ में मौर्यकालीन भारत, उसके समाज, संस्कृति, प्रशासन और राजधानी पाटलिपुत्र का विस्तृत वर्णन किया है। हालांकि ‘इंडिका’ का मूल रूप अब उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके उद्धरण अन्य लेखकों की रचनाओं में मिलते हैं।
  • गलत विकल्प: सिकंदर महान की मृत्यु मेगस्थनीज के भारत आने से पहले ही हो गई थी। टॉलेमी और एंटीओकस प्रथम भी बाद के शासक थे।

प्रश्न 25: मुगल सम्राट शाहजहाँ ने किस प्रसिद्ध वास्तुशिल्प का निर्माण करवाया था?

  1. हुमायूँ का मकबरा
  2. लाल किला, दिल्ली
  3. अकबर का मकबरा, सिकंदरा
  4. जामा मस्जिद, आगरा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मुगल सम्राट शाहजहाँ (शासनकाल 1628-1658) ने दिल्ली में लाल किले (Red Fort) का निर्माण करवाया था, जो उसकी राजधानी का मुख्य महल था।
  • संदर्भ और विस्तार: लाल किले का निर्माण 1639 में शुरू हुआ और 1648 में पूरा हुआ। यह मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें फारसी, भारतीय और इस्लामी शैलियों का मिश्रण है। शाहजहाँ अपनी स्थापत्य कला के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है, जिसमें ताजमहल का निर्माण भी शामिल है।
  • गलत विकल्प: हुमायूँ का मकबरा का निर्माण शाहजहाँ की सौतेली माँ, हमीदा बानो बेगम के आदेश पर हुआ था। अकबर का मकबरा सिकंदरा में है, जिसे अकबर ने स्वयं बनवाया था। जामा मस्जिद, आगरा का निर्माण भी शाहजहाँ ने करवाया था, लेकिन दिल्ली का लाल किला उसकी सबसे प्रसिद्ध परियोजनाओं में से एक है। (यहाँ प्रश्न में ‘प्रसिद्ध वास्तुशिल्प’ पूछा गया है, और दोनों प्रसिद्ध हैं, परन्तु दिल्ली का लाल किला उसकी राजधानी का मुख्य प्रतीक होने के कारण अधिक प्रासंगिक है।) – नोट: प्रश्न की भाषा के अनुसार, यदि ‘लाल किला, दिल्ली’ विकल्प है, तो यह सबसे उपयुक्त है। यदि ‘जामा मस्जिद, आगरा’ भी उतना ही प्रसिद्ध माना जाए, तो प्रश्न थोड़ा अस्पष्ट हो सकता है, परन्तु दिल्ली के लाल किले का ऐतिहासिक महत्व अधिक है।

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