इतिहास का महासंग्राम: आज ही अपने ज्ञान को परखें!
क्या आप अतीत के रहस्यों को सुलझाने के लिए तैयार हैं? आज हम आपको भारतीय और विश्व इतिहास के गलियारों से गुज़रने का एक रोमांचक अवसर दे रहे हैं। अपनी तैयारी को धार दें और इन 25 चुनिंदा प्रश्नों के माध्यम से अपने ऐतिहासिक ज्ञान की गहराई को नापें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा वेद सबसे पुराना माना जाता है?
- सामवेद
- यजुर्वेद
- ऋग्वेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ऋग्वेद को सबसे पुराना वेद माना जाता है। इसमें 10 मंडल, 1028 सूक्त और 10,462 ऋचाएँ हैं। इसे भारतीय वास्तुकला का आदि स्रोत भी कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेदिक काल (लगभग 1500-1000 ईसा पूर्व) के दौरान रचा गया, यह मुख्य रूप से प्रकृति की शक्तियों की स्तुति में मंत्रों का संग्रह है। इसमें तत्कालीन समाज, धर्म और जीवन शैली की झलक मिलती है।
- गलत विकल्प: सामवेद गायन से संबंधित है, यजुर्वेद यज्ञों के नियमों से, और अथर्ववेद जादू-टोने और चिकित्सा से संबंधित है। ये ऋग्वेद के बाद के काल में संकलित हुए।
प्रश्न 2: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से प्राप्त मुहर पर पशुपति (आदि-शिव) की आकृति अंकित है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक मुहर पर तीन मुख वाले देवता की आकृति विराजमान है, जिसके चारों ओर हाथी, गेंडा, भैंसा और हिरण जैसे जानवर बैठे हैं। इस आकृति को अक्सर पशुपति या आदि-शिव के रूप में व्याख्यायित किया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (सिंधु नदी के तट पर स्थित) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल था, जो अपनी सुनियोजित शहरी व्यवस्था, स्नानागार और मुहरों के लिए प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से श्रमिकों के कब्रिस्तान और मातृ देवी की मूर्तियाँ मिली हैं। लोथल एक गोदी (डॉकयार्ड) स्थल था, और कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 3: चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु कौन थे?
- चाणक्य (कौटिल्य)
- वराहमिहिर
- पाणिनि
- पतंजलि
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, चंद्रगुप्त मौर्य के प्रमुख सलाहकार और गुरु थे। उन्होंने चंद्रगुप्त को नंद वंश को उखाड़ फेंकने और मौर्य साम्राज्य की स्थापना में मदद की।
- संदर्भ और विस्तार: चाणक्य द्वारा लिखित ‘अर्थशास्त्र’ राज्य कला, आर्थिक नीति और सैन्य रणनीति पर एक प्राचीन भारतीय ग्रंथ है। चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य की सहायता से विशाल मौर्य साम्राज्य की नींव रखी।
- गलत विकल्प: वराहमिहिर एक प्रसिद्ध खगोलशास्त्री और गणितज्ञ थे। पाणिनि ने ‘अष्टाध्यायी’ नामक व्याकरण ग्रंथ की रचना की। पतंजलि योगसूत्र के रचयिता थे।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: समुद्रगुप्त को उनकी सैन्य विजयों और साम्राज्य विस्तार के कारण ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। उन्होंने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिणापथ की ओर भी अभियान चलाए।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ई.) ने अपने शासनकाल में एक भी युद्ध नहीं हारा। इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख (प्रयाग प्रशस्ति) उनकी विजयों का विवरण देता है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त संवत् चलाया। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के काल में साहित्य और कला का विकास हुआ। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया।
प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत की स्थापना कब हुई?
- 1001 ईस्वी
- 1192 ईस्वी
- 1206 ईस्वी
- 1290 ईस्वी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1206 ईस्वी में मुहम्मद गोरी के गुलाम सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा दिल्ली सल्तनत की स्थापना की गई थी। यह भारत में तुर्की शासन की शुरुआत थी।
- संदर्भ और विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक ने गुलाम वंश (ममलुक वंश) की स्थापना की और दिल्ली सल्तनत का पहला सुल्तान बना। तराइन के दूसरे युद्ध (1192) में मुहम्मद गोरी की जीत ने दिल्ली सल्तनत की नींव रखी।
- गलत विकल्प: 1001 ईस्वी में महमूद गजनवी ने भारत पर आक्रमण किया। 1192 ईस्वी में तराइन का दूसरा युद्ध हुआ। 1290 ईस्वी में जलालुद्दीन खिलजी ने खिलजी वंश की स्थापना की।
प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेव राय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- राम राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। यह दक्षिण भारत का एक शक्तिशाली हिन्दू साम्राज्य था।
- संदर्भ और विस्तार: हरिहर और बुक्का ने काकतीय वंश के पतन के बाद और दिल्ली सल्तनत के बढ़ते प्रभाव के विरुद्ध एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना की। उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे हम्पी को अपनी राजधानी बनाया।
- गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे। देवराय द्वितीय ने अपनी शक्ति का विस्तार किया। राम राय ने तालीकोटा के युद्ध में नेतृत्व किया।
प्रश्न 7: ‘इबादत खाना’ का निर्माण किसने करवाया था?
- शेरशाह सूरी
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुगल बादशाह अकबर ने 1575 ईस्वी में फतेहपुर सीकरी में ‘इबादत खाना’ (प्रार्थना का भवन) का निर्माण करवाया था। इसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के विद्वानों को आमंत्रित कर धार्मिक चर्चाएँ करना था।
- संदर्भ और विस्तार: इबादत खाना विभिन्न धर्मों जैसे इस्लाम, हिंदू धर्म, जैन धर्म, पारसी धर्म और ईसाई धर्म के अनुयायियों के बीच सहिष्णुता और संवाद को बढ़ावा देने के अकबर के प्रयास का हिस्सा था।
- गलत विकल्प: शेरशाह सूरी ने ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण कराया। जहाँगीर ने न्याय की जंजीर लगवाई। शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण करवाया।
प्रश्न 8: ‘सती प्रथा’ का अंत किस गवर्नर-जनरल के कार्यकाल में हुआ?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1829 ईस्वी में लॉर्ड विलियम बेंटिंक के कार्यकाल में राजा राममोहन राय के प्रयासों से सती प्रथा को कानून द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: बंगाल सती रेगुलेशन, 1829 (Regulation XVII of 1829) ने भारतीय समाज में एक कुप्रथा का अंत किया। यह उस समय के सामाजिक सुधार आंदोलनों का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह को ‘सिपाही विद्रोह’ किसने कहा?
- कार्ल मार्क्स
- जॉन लॉरेंस
- अ.स. सेन
- टी.आर. होम्स
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सर जॉन लॉरेंस और सीले (Seeley) जैसे इतिहासकारों ने 1857 के विद्रोह को केवल एक ‘सिपाही विद्रोह’ कहकर खारिज करने का प्रयास किया, यह तर्क देते हुए कि इसमें राष्ट्रवाद का अभाव था।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि, भारतीय राष्ट्रवादी इतिहासकारों ने इसे भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा। यह विद्रोह ब्रिटिश शासन के प्रति व्यापक असंतोष का परिणाम था।
- गलत विकल्प: कार्ल मार्क्स ने इसे ‘सामंतवाद विरोधी’ विद्रोह कहा। अ.स. सेन ने इसे ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ कहा। टी.आर. होम्स ने इसे ‘ईसाई धर्म के विरुद्ध धर्मयुद्ध’ कहा।
प्रश्न 10: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
- ए.ओ. ह्यूम
- व्योमेश चंद्र बनर्जी
- सुरेंद्रनाथ बनर्जी
- दादाभाई नौरोजी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Banerjee) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष थे। कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन बंबई (अब मुंबई) में हुआ था। ए.ओ. ह्यूम कांग्रेस के संस्थापक थे, लेकिन वे अध्यक्ष नहीं थे।
- गलत विकल्प: ए.ओ. ह्यूम कांग्रेस के संस्थापक थे। सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने ‘इंडियन नेशनल एसोसिएशन’ की स्थापना की थी। दादाभाई नौरोजी कांग्रेस के तीन बार अध्यक्ष बने और ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से जाने जाते हैं।
प्रश्न 11: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कब और कहाँ हुई?
- 1910, बर्लिन
- 1913, सैन फ्रांसिस्को
- 1915, लंदन
- 1907, पेरिस
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गदर पार्टी की स्थापना 1913 ईस्वी में लाला हरदयाल के नेतृत्व में सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में हुई थी। इसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी का मुखपत्र ‘गदर’ नामक उर्दू साप्ताहिक था। पार्टी के सदस्यों में भारत से प्रवासी शामिल थे जो ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सक्रिय थे।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गदर पार्टी की स्थापना के वर्ष और स्थान से संबंधित नहीं हैं।
प्रश्न 12: चौरी-चौरा की घटना कब हुई, जिसके कारण असहयोग आंदोलन स्थगित करना पड़ा?
- 1920
- 1921
- 1922
- 1924
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चौरी-चौरा की घटना 5 फरवरी, 1922 को गोरखपुर जिले (उत्तर प्रदेश) में हुई थी। इस घटना में प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने इस हिंसक घटना से आहत होकर असहयोग आंदोलन (1920-22) को तुरंत स्थगित करने का फैसला किया, जो राष्ट्रीय आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका था।
- गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ। 1921 में यह अपने चरम पर था। 1924 में गांधीजी जेल से रिहा हुए थे।
प्रश्न 13: ‘आजाद हिंद फौज’ का गठन किसने किया था?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार पटेल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सुभाष चंद्र बोस ने 1942 में सिंगापुर में ‘आजाद हिंद फौज’ (Indian National Army – INA) का पुनर्गठन किया था। इसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था।
- संदर्भ और विस्तार: प्रारंभ में, रास बिहारी बोस ने INA की स्थापना की थी, लेकिन सुभाष चंद्र बोस ने इसे नेतृत्व प्रदान कर इसे एक प्रभावी सैन्य बल बनाया। INA ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के सहयोग से अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे जिन्होंने अहिंसक आंदोलनों का नेतृत्व किया।
प्रश्न 14: भारत का प्रथम वायसराय कौन था?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- वारेन हेस्टिंग्स
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के बाद, 1858 में भारत सरकार अधिनियम द्वारा कंपनी शासन का अंत कर दिया गया और भारत को सीधे ब्रिटिश ताज के अधीन कर दिया गया। लॉर्ड कैनिंग इस परिवर्तन के पहले वायसराय बने।
- संदर्भ और विस्तार: वायसराय, गवर्नर-जनरल से अधिक शक्ति रखता था और सीधे ब्रिटिश सम्राट का प्रतिनिधि होता था।
- गलत विकल्प: वारेन हेस्टिंग्स भारत के पहले गवर्नर-जनरल थे (1773 में)। लॉर्ड विलियम बेंटिंक भी गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड डलहौजी ने व्यापगत का सिद्धांत लागू किया था।
प्रश्न 15: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के लेखक कौन हैं?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- स्वामी विवेकानंद
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘सत्यार्थ प्रकाश’ महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जिसमें वेदों की महत्ता और हिंदू धर्म के सिद्धांतों का विवेचन किया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: दयानंद सरस्वती ने 1875 में ‘आर्य समाज’ की स्थापना की, जिसने भारत में सामाजिक और धार्मिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा भी उन्हीं का था।
- गलत विकल्प: राजा राममोहन राय ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापक थे। स्वामी विवेकानंद ‘रामकृष्ण मिशन’ से जुड़े थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया।
प्रश्न 16: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1919-1923
- 1939-1945
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 28 जुलाई, 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर, 1918 को समाप्त हुआ। यह एक वैश्विक संघर्ष था जिसमें प्रमुख यूरोपीय शक्तियाँ शामिल थीं।
- संदर्भ और विस्तार: युद्ध का मुख्य कारण यूरोप में बढ़ते राष्ट्रवाद, सैन्यवाद, साम्राज्यवाद और जटिल संधियों की प्रणाली थी। ऑस्ट्रिया-हंगरी के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या ने युद्ध को भड़काया।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प विभिन्न ऐतिहासिक अवधियों को दर्शाते हैं, जैसे 1905 में बंगाल विभाजन, 1919 में वर्साय की संधि, और 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का समय है।
प्रश्न 17: फ्रांस की क्रांति (1789) का तात्कालिक कारण क्या था?
- अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम का प्रभाव
- लुई सोलहवें का अत्याचार
- आर्थिक संकट और अनाज की कमी
- प्रबुद्धता (Enlightenment) के विचारों का प्रसार
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांस की क्रांति के कई कारण थे, लेकिन तात्कालिक कारण गंभीर आर्थिक संकट, भारी कर्जा, खराब फसलें और उसके परिणामस्वरूप उत्पन्न हुई अनाज की भारी कमी तथा बढ़ती कीमतें थीं, जिसने जनता को असंतोष की ओर धकेला।
- संदर्भ और विस्तार: युद्धों पर भारी खर्च, राजशाही का विलासितापूर्ण जीवन और एक अप्रभावी कराधान प्रणाली ने फ्रांस की अर्थव्यवस्था को पंगु बना दिया था। 1789 की गर्मियों में पेरिस में रोटी की कमी ने विद्रोह को और भड़काया।
- गलत विकल्प: हालांकि अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम और प्रबुद्धता के विचारों का प्रभाव था, और लुई सोलहवें का शासन अलोकप्रिय था, लेकिन तात्कालिक कारण सीधे तौर पर लोगों की रोज़मर्रा की जीवन की कठिनाइयों से जुड़ा था।
प्रश्न 18: ‘पंचशील सिद्धांत’ किन दो देशों के बीच हुआ समझौता था?
- भारत और पाकिस्तान
- भारत और चीन
- भारत और रूस
- भारत और श्रीलंका
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: पंचशील सिद्धांत (शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पाँच सिद्धांत) 1954 में भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और चीन के प्रीमियर चाऊ एन-लाई के बीच हुए एक समझौते का हिस्सा थे।
- संदर्भ और विस्तार: ये सिद्धांत थे: एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान, एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामकता न करना, एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना, समानता और पारस्परिक लाभ, और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व।
- गलत विकल्प: अन्य देश भारत के पड़ोसी या महत्वपूर्ण भागीदार हैं, लेकिन पंचशील का मूल समझौता चीन के साथ था।
प्रश्न 19: ‘रॉलेट एक्ट’ किस वर्ष पारित हुआ?
- 1917
- 1919
- 1921
- 1923
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: रॉलेट एक्ट (या अराजक और क्रांतिकारी अपराध अधिनियम, 1919) ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रथम विश्व युद्ध के बाद पारित किया गया था। इस कानून ने सरकार को बिना किसी मुकदमे के किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने और जेल में डालने का अधिकार दिया।
- संदर्भ और विस्तार: इस कानून का उद्देश्य राष्ट्रीय आंदोलनों को दबाना था। इसने भारतीयों के बीच व्यापक रोष पैदा किया और जलियांवाला बाग नरसंहार (13 अप्रैल, 1919) इसी के विरोध में हुई एक जनसभा के दौरान हुआ।
- गलत विकल्प: अन्य वर्ष ऐसे हैं जब महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आंदोलन हुए, लेकिन रॉलेट एक्ट 1919 में पारित हुआ।
प्रश्न 20: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता कौन थे?
- कालिदास
- बाणभट्ट
- जयदेव
- कबीर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता जयदेव थे, जो पाल शासक लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे। यह एक संस्कृत काव्य रचना है जो राधा और कृष्ण के प्रेम पर आधारित है।
- संदर्भ और विस्तार: जयदेव 12वीं शताब्दी के अंत और 13वीं शताब्दी की शुरुआत के कवि थे। ‘गीत गोविंद’ भारतीय साहित्य में भक्ति और शृंगार रस के अनूठे मिश्रण के लिए प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: कालिदास प्राचीन भारत के महान कवियों में से थे (जैसे ‘मेघदूत’, ‘शाकुंतला’)। बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ लिखी। कबीर 15वीं सदी के संत कवि थे।
प्रश्न 21: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ कब शुरू हुआ?
- 1930
- 1935
- 1940
- 1942
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: महात्मा गांधी के आह्वान पर ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ 8 अगस्त, 1942 को शुरू हुआ। यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था।
- संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तत्काल समाप्त करना था। गांधीजी ने इस आंदोलन के दौरान ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था। गांधीजी और अन्य नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यह आंदोलन कई जगहों पर हिंसक हो गया।
- गलत विकल्प: 1930 सविनय अवज्ञा आंदोलन का वर्ष है, 1935 भारत सरकार अधिनियम का वर्ष है, और 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह शुरू हुआ था।
प्रश्न 22: ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा किसने दिया?
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राममोहन राय
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘वेदों की ओर लौटो’ का प्रसिद्ध नारा स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था। उन्होंने वेदों को ज्ञान का सर्वोत्कृष्ट स्रोत बताया और उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
- संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1875 में आर्य समाज की स्थापना की थी। उनके विचारों ने भारतीय पुनर्जागरण को गहराई से प्रभावित किया और सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध संघर्ष को बढ़ावा दिया।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने ‘उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक रुको नहीं’ जैसे नारे दिए। राजा राममोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने सती प्रथा के विरुद्ध और विधवा पुनर्विवाह के लिए कार्य किया।
प्रश्न 23: ‘द अनशन’ (The Unfinished) किसकी आत्मकथा है?
- इंदिरा गांधी
- राजेंद्र प्रसाद
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार पटेल
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘द अनशन’ (The Unfinished) भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की आत्मकथा है। यह उनके जीवन के अंतिम दिनों में उनके विचारों और अनुभवों को व्यक्त करती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक उनके निधन के बाद प्रकाशित हुई थी। यह उनके राजनीतिक जीवन और व्यक्तिगत संघर्षों की झलक देती है।
- गलत विकल्प: राजेंद्र प्रसाद की आत्मकथा ‘आत्मनी’ थी। जवाहरलाल नेहरू ने ‘मेरी कहानी’ (My Autobiography) लिखी। सरदार पटेल की कोई प्रसिद्ध आत्मकथा नहीं है, हालांकि उन पर कई पुस्तकें लिखी गई हैं।
प्रश्न 24:TCP/IP मॉडल में कौन सी लेयर ट्रांसपोर्टेशन का कार्य करती है?
- एप्लीकेशन लेयर
- नेटवर्क लेयर
- ट्रांसपोर्ट लेयर
- डेटा लिंक लेयर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: TCP/IP मॉडल में ‘ट्रांसपोर्ट लेयर’ (Transport Layer) डेटा के एक सिरे से दूसरे सिरे तक विश्वसनीय या अविश्वसनीय ट्रांसपोर्टेशन का मुख्य कार्य करती है। यह डेटा को सेगमेंट में तोड़ती है और गंतव्य पर उन्हें फिर से जोड़ती है।
- संदर्भ और विस्तार: इस लेयर पर TCP (Transmission Control Protocol) और UDP (User Datagram Protocol) जैसे प्रोटोकॉल काम करते हैं। TCP विश्वसनीय, कनेक्शन-उन्मुख संचार प्रदान करता है, जबकि UDP तेज लेकिन अविश्वसनीय संचार प्रदान करता है।
- गलत विकल्प: एप्लीकेशन लेयर यूजर इंटरफेस से संबंधित है, नेटवर्क लेयर रूटिंग का काम करती है, और डेटा लिंक लेयर डायरेक्ट नोड-टू-नोड डिलीवरी के लिए जिम्मेदार है।
प्रश्न 25: ‘भारतीय सुधार संघ’ (Indian Reform Association) की स्थापना किसने की थी?
- केशब चंद्र सेन
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- ज्योतिबा फुले
- बाल गंगाधर तिलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय सुधार संघ (Indian Reform Association) की स्थापना 1870 ईस्वी में केशव चंद्र सेन ने की थी। इसका उद्देश्य सामाजिक बुराइयों जैसे बाल विवाह और बहुविवाह का विरोध करना तथा स्त्रियों की शिक्षा को बढ़ावा देना था।
- संदर्भ और विस्तार: केशव चंद्र सेन ब्रह्म समाज के एक प्रमुख नेता थे और उन्होंने सामाजिक सुधारों के लिए कई वर्षों तक कार्य किया।
- गलत विकल्प: स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की। ज्योतिबा फुले ने सत्यशोधक समाज की स्थापना की। बाल गंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।