इतिहास का महासंग्राम: आज ही अपनी तैयारी परखें!
नमस्कार, इतिहास के जाँबाज़ योद्धाओं! समय के गलियारों में एक और रोमांचक यात्रा पर आपका स्वागत है। क्या आप प्राचीन सभ्यताओं की गहराई, मध्यकालीन साम्राज्यों के उत्थान-पतन और आधुनिक भारत के स्वतंत्रता संग्राम की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं? अपने ज्ञान की मशाल जलाइए और इन 25 प्रश्नों के माध्यम से अपनी तैयारी को एक नया आयाम दीजिए!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो (आधुनिक पाकिस्तान में स्थित)। यहाँ से प्राप्त विशाल स्नानागार, जो ईंटों से निर्मित है, उस समय की स्थापत्य कला और जल प्रबंधन की उन्नत तकनीक का प्रमाण है।
- संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। इसकी लंबाई लगभग 55 मीटर, चौड़ाई लगभग 33 मीटर और गहराई लगभग 2.4 मीटर थी। मोहनजोदड़ो, जिसे ‘मृतकों का टीला’ भी कहा जाता है, सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थलों में से एक है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, लोथल और कालीबंगा भी महत्वपूर्ण सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल हैं, जिनसे अन्य महत्वपूर्ण खोजें हुई हैं, जैसे हड़प्पा से अन्नागार, लोथल से बंदरगाह और कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण, लेकिन विशाल स्नानागार मोहनजोदड़ो से ही मिला है।
प्रश्न 2: किस वेद में गायत्री मंत्र का उल्लेख है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ऋग्वेद। गायत्री मंत्र, जो सूर्य देवता (सावित्री) को समर्पित है, ऋग्वेद के तीसरे मंडल में पाया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेद, सबसे प्राचीन वेद है, जिसमें 10 मंडल, 1028 सूक्त और 10,552 ऋचाएँ हैं। गायत्री मंत्र को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्रों में से एक माना जाता है, और यह ध्यान और आध्यात्मिक विकास के लिए प्रयोग किया जाता है।
- गलत विकल्प: यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद अन्य महत्वपूर्ण वेद हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के मंत्र, सामवेद में गायन से संबंधित मंत्र (जो ऋग्वेद पर आधारित हैं) और अथर्ववेद में जादू, टोना और औषधि से संबंधित मंत्र हैं।
प्रश्न 3: मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
- बिंदुसार
- अशोक
- चंद्रगुप्त मौर्य
- बृहद्रथ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य। उन्होंने नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को पराजित कर 322 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से राजनीतिक शक्ति प्राप्त की। उन्होंने पाटलिपुत्र को अपनी राजधानी बनाया और एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया, जिसने उत्तर-पश्चिम में सेल्यूकस निकेटर के क्षेत्र तक विस्तार किया।
- गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य का पुत्र और उत्तराधिकारी था। अशोक बिंदुसार का पुत्र था और सबसे प्रसिद्ध मौर्य शासक था। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था, जिसकी हत्या उसके सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने की थी।
प्रश्न 4: ‘इल्तुतमिश’ किस वंश का शासक था?
- खिलजी वंश
- सैय्यद वंश
- गुलाम वंश (दास वंश)
- लोदी वंश
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुलाम वंश (दास वंश)। इल्तुतमिश, कुतुबुद्दीन ऐबक का गुलाम और दामाद था, और उसने 1211 से 1236 तक शासन किया।
- संदर्भ और विस्तार: इल्तुतमिश को दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। उसने अपनी राजधानी दिल्ली को बनाया, इक्ता प्रणाली की शुरुआत की, और ‘चालीसा’ (40 तुर्क सरदारों का समूह) का गठन किया। उसने कुतुब मीनार का निर्माण भी पूरा करवाया।
- गलत विकल्प: खिलजी वंश की स्थापना जलालुद्दीन खिलजी ने, सैय्यद वंश की खिज्र खान ने और लोदी वंश की बहलोल लोदी ने की थी।
प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किस नदी के तट पर हुई थी?
- गंगा
- कृष्णा
- तुंगभद्रा
- कावेरी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: तुंगभद्रा नदी। विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी, तुंगभद्रा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित थी।
- संदर्भ और विस्तार: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम (संगम राजवंश के) द्वारा की गई थी। यह साम्राज्य अपनी समृद्धि, कला, वास्तुकला और धार्मिक सहिष्णुता के लिए प्रसिद्ध था।
- गलत विकल्प: गंगा, कृष्णा और कावेरी अन्य महत्वपूर्ण दक्षिण भारतीय नदियाँ हैं, लेकिन विजयनगर की राजधानी तुंगभद्रा के तट पर थी।
प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?
- डलहौजी की हड़प नीति
- वेलेजली की सहायक संधि
- एनफील्ड राइफलों में प्रयुक्त कारतूस
- सती प्रथा का अंत
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: एनफील्ड राइफलों में प्रयुक्त कारतूस। ऐसी अफवाह थी कि इन कारतूसों में गाय और सूअर की चर्बी का इस्तेमाल हुआ है, जिसे हिंदू और मुस्लिम दोनों सैनिक अपवित्र मानते थे।
- संदर्भ और विस्तार: इस कारतूस के कारण सैनिकों में रोष फैल गया, जिसने विद्रोह को चिंगारी दी। मंगल पांडे ने बैरकपुर में इस कारण से विद्रोह किया, जो 1857 के विद्रोह की पहली घटना मानी जाती है।
- गलत विकल्प: डलहौजी की हड़प नीति (a) और वेलेजली की सहायक संधि (b) ने पहले ही कंपनी शासन के प्रति असंतोष पैदा कर दिया था, और सती प्रथा का अंत (d) एक सामाजिक सुधार था, लेकिन कारतूसों का मुद्दा तात्कालिक धार्मिक और सैनिक कारण बना।
प्रश्न 7: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा’ – यह प्रसिद्ध नारा किसने दिया था?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: बाल गंगाधर तिलक। यह नारा उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान दिया था, जो उन्हें ‘लोकमान्य’ के रूप में स्थापित करने में सहायक हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: बाल गंगाधर तिलक ने ‘केसरी’ और ‘मराठा’ समाचार पत्रों के माध्यम से जनता को संगठित किया। उन्होंने गणेश उत्सव और शिवाजी उत्सव जैसे सार्वजनिक उत्सवों की शुरुआत कर लोगों में राष्ट्रवाद की भावना जगाई।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया, जवाहरलाल नेहरू ने ‘पूर्ण स्वराज’ की घोषणा की, और लाला लाजपत राय एक प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन यह विशिष्ट नारा तिलक का था।
प्रश्न 8: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?
- 1885
- 1905
- 1920
- 1947
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1885। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को ए.ओ. ह्यूम द्वारा बंबई (अब मुंबई) में की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस का पहला अधिवेशन व्योमेश चंद्र बनर्जी की अध्यक्षता में हुआ था, जिसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका मूल उद्देश्य भारतीयों को राजनीतिक मंच प्रदान करना और ब्रिटिश सरकार के सामने अपनी माँगें रखना था।
- गलत विकल्प: 1905 (बंगाल विभाजन), 1920 (असहयोग आंदोलन की शुरुआत) और 1947 (भारत की स्वतंत्रता) महत्वपूर्ण वर्ष हैं, लेकिन कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी।
प्रश्न 9: ‘नील दर्पण’ का लेखक कौन था?
- बंकिमचंद्र चटर्जी
- दीनबंधु मित्र
- सरोजिनी नायडू
- रवींद्रनाथ टैगोर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: दीनबंधु मित्र। उन्होंने 1860 में ‘नील दर्पण’ नाटक लिखा था, जो बंगाल के किसानों पर नील बागान मालिकों के अत्याचारों का मार्मिक चित्रण करता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह नाटक इंडिगो विद्रोह (1859-60) के समय लिखा गया था और इसने ब्रिटिश सरकार पर नील बागान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव डाला। नाटक का अंग्रेजी में अनुवाद मायकेल मधुसूदन दत्त ने किया था।
- गलत विकल्प: बंकिमचंद्र चटर्जी ने ‘आनंद मठ’ लिखा, सरोजिनी नायडू एक प्रमुख कवयित्री और स्वतंत्रता सेनानी थीं, और रवींद्रनाथ टैगोर एक महान कवि थे, लेकिन ‘नील दर्पण’ दीनबंधु मित्र की रचना है।
प्रश्न 10: प्रसिद्ध ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) कब शुरू हुआ?
- 1920
- 1930
- 1942
- 1947
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1930। महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी तक 241 मील की पैदल यात्रा शुरू की थी, जो 6 अप्रैल 1930 को नमक कानून तोड़कर समाप्त हुई।
- संदर्भ और विस्तार: इस मार्च का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के नमक एकाधिकार और नमक पर लगाए गए कर का विरोध करना था। इसने सविनय अवज्ञा आंदोलन को गति प्रदान की और पूरे देश में फैल गया।
- गलत विकल्प: 1920 असहयोग आंदोलन, 1942 भारत छोड़ो आंदोलन का वर्ष था, और 1947 स्वतंत्रता का वर्ष, लेकिन दांडी मार्च 1930 में हुआ था।
प्रश्न 11: हड़प्पा सभ्यता में ‘हल से जोते गए खेत’ के प्रमाण कहाँ से मिले हैं?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कालीबंगा। राजस्थान में स्थित यह पुरातात्विक स्थल, सिंधु घाटी सभ्यता के प्रारंभिक चरण से संबंधित है और यहाँ से हल से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
- संदर्भ और विस्तार: कालीबंगा से कच्ची ईंटों के बने घर, चूड़ियाँ और आग की वेदियों के भी प्रमाण मिले हैं, जो यहाँ के धार्मिक जीवन की ओर संकेत करते हैं।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा से स्नानागार, अन्नागार आदि मिले हैं, लोथल से बंदरगाह मिला है, लेकिन जुते हुए खेत के प्रमाण कालीबंगा से प्राप्त हुए हैं।
प्रश्न 12: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
- कला, विज्ञान और साहित्य में अत्यधिक प्रगति
- सैन्य शक्ति में अभूतपूर्व वृद्धि
- साम्राज्य का भौगोलिक विस्तार
- सिक्कों का प्रचलन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कला, विज्ञान और साहित्य में अत्यधिक प्रगति। गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) के दौरान कला (अजंता की गुफाएँ, सारनाथ की बुद्ध प्रतिमाएँ), विज्ञान (आर्यभट्ट, वराहमिहिर) और साहित्य (कालिदास) में अद्वितीय विकास हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय जैसे शासकों के संरक्षण में साहित्य और कला का भरपूर विकास हुआ। इस काल में खगोल विज्ञान, गणित और चिकित्सा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिए गए।
- गलत विकल्प: यद्यपि सैन्य शक्ति और विस्तार भी था, लेकिन ‘स्वर्ण युग’ कहने का मुख्य कारण कला, विज्ञान और साहित्य में हुआ अभूतपूर्व विकास ही है।
प्रश्न 13: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- गयासुद्दीन तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी। उन्होंने अपने शासनकाल (1296-1316) में बाजार में महंगाई रोकने और सेना के लिए सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कठोर बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने खाद्यान्न, कपड़े, दास और पशुओं के लिए मूल्य निर्धारित किए थे और इन नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए कठोर दंड का प्रावधान था। उन्होंने ‘दीवान-ए-रियासत’ नामक अधिकारी को बाजार का अधीक्षक नियुक्त किया था।
- गलत विकल्प: अन्य सुल्तानों ने भी महत्वपूर्ण सुधार किए, लेकिन बाजार नियंत्रण प्रणाली विशेष रूप से अलाउद्दीन खिलजी से जुड़ी है।
प्रश्न 14: ‘तुलुव वंश’ का सबसे महान शासक किसे माना जाता है, जिसने विजयनगर साम्राज्य को अपनी चरम सीमा पर पहुँचाया?
- हरिहर प्रथम
- बुक्का प्रथम
- देवराय द्वितीय
- कृष्णदेव राय
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कृष्णदेव राय। वे तुलुव राजवंश के सबसे प्रसिद्ध शासक थे (शासनकाल 1509-1529) और उन्हें विजयनगर साम्राज्य के इतिहास का ‘स्वर्ण काल’ माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेव राय ने अपनी सैन्य सफलताओं के साथ-साथ साहित्य और कला को भी संरक्षण दिया। वे स्वयं एक विद्वान थे और उन्होंने ‘आमुक्तमाल्यदा’ नामक तेलुगु काव्य की रचना की। उनके दरबार में ‘अष्टदिग्गज’ नामक आठ महान तेलुगु कवि सुशोभित थे।
- गलत विकल्प: हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम ने संगम राजवंश की स्थापना की, और देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन साम्राज्य की चरम शक्ति और सांस्कृतिक उत्कर्ष कृष्णदेव राय के समय ही हुआ।
प्रश्न 15: ‘इबादत खाना’ की स्थापना किस मुगल शासक ने की थी?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल बादशाह अकबर ने 1575 में फतेहपुर सीकरी में ‘इबादत खाना’ (प्रार्थना का भवन) की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के विद्वानों और धर्मगुरुओं को आमंत्रित कर धार्मिक विषयों पर चर्चा करना और सहिष्णुता को बढ़ावा देना था। यहाँ ईसाई, हिंदू, इस्लाम, पारसी और अन्य धर्मों के लोग अपने विचारों का आदान-प्रदान करते थे।
- गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब अन्य महत्वपूर्ण मुगल शासक थे, लेकिन इबादत खाने की स्थापना अकबर ने अपने धार्मिक चिंतन के हिस्से के रूप में की थी।
प्रश्न 16: 1919 में जलियाँवाला बाग हत्याकांड कहाँ हुआ था?
- दिल्ली
- लाहौर
- अमृतसर
- लखनऊ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अमृतसर। 13 अप्रैल 1919 को, जलियाँवाला बाग में शांतिपूर्ण सभा कर रहे निहत्थे भारतीयों पर जनरल डायर के आदेश पर गोलीबारी की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह घटना रॉलेट एक्ट के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई थी। इस अमानवीय कृत्य ने पूरे भारत को हिला दिया और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को और अधिक मजबूती प्रदान की।
- गलत विकल्प: दिल्ली, लाहौर और लखनऊ अन्य महत्वपूर्ण शहर हैं, लेकिन यह जघन्य हत्याकांड अमृतसर में हुआ था।
प्रश्न 17: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) शब्द का अर्थ क्या है?
- पुनः विजय
- नया जन्म या पुनर्जन्म
- धार्मिक सुधार
- साम्राज्य का विस्तार
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: नया जन्म या पुनर्जन्म। यह शब्द 14वीं से 16वीं शताब्दी तक यूरोप में हुए बौद्धिक, कलात्मक और सांस्कृतिक उत्थान को दर्शाता है, जिसमें प्राचीन ग्रीक और रोमन ज्ञान की पुनः खोज हुई।
- संदर्भ और विस्तार: पुनर्जागरण ने मध्ययुगीन सोच से हटकर मानवतावाद, तर्कवाद और व्यक्तिगत उपलब्धि पर जोर दिया। इसने कला, साहित्य, दर्शन, विज्ञान और अन्वेषण के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाए।
- गलत विकल्प: ‘पुनः विजय’ (a) कोई विशिष्ट अर्थ नहीं है, ‘धार्मिक सुधार’ (c) प्रोटेस्टेंट सुधार आंदोलन से अधिक संबंधित है, और ‘साम्राज्य का विस्तार’ (d) इसका प्राथमिक अर्थ नहीं है।
प्रश्न 18: फ्रांस की क्रांति (1789) का प्रमुख नारा क्या था?
- एक राष्ट्र, एक नेता
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- शांति और व्यवस्था
- शक्ति और गौरव
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व (Liberté, égalité, fraternité)। यह नारा फ्रांसीसी क्रांति के आदर्शों का प्रतीक बन गया।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य का आदर्श वाक्य भी है। क्रांति ने निरंकुश राजशाही को समाप्त किया और गणतांत्रिक मूल्यों की स्थापना की, जिसने दुनिया भर में स्वतंत्रता आंदोलनों को प्रेरित किया।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प ऐतिहासिक या राजनीतिक नारे हो सकते हैं, लेकिन फ्रांस की क्रांति का मूल नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ ही था।
प्रश्न 19: अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम (American Revolution) किस वर्ष में पूर्ण हुआ?
- 1776
- 1783
- 1789
- 1812
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1783। पेरिस की संधि (Treaty of Paris) पर 1783 में हस्ताक्षर किए गए, जिसने औपचारिक रूप से अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम को समाप्त किया और ग्रेट ब्रिटेन द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका की स्वतंत्रता को मान्यता दी।
- संदर्भ और विस्तार: 4 जुलाई 1776 को स्वतंत्रता की घोषणा (Declaration of Independence) की गई थी। इस युद्ध का नेतृत्व जॉर्ज वाशिंगटन ने किया था।
- गलत विकल्प: 1776 स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है, 1789 फ्रांस की क्रांति का वर्ष है, और 1812 का युद्ध अमेरिका और ब्रिटेन के बीच हुआ था।
प्रश्न 20: प्रथम विश्व युद्ध (World War I) का अंत किस वर्ष में हुआ?
- 1914
- 1916
- 1918
- 1919
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1918। प्रथम विश्व युद्ध 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ जब मित्र राष्ट्रों और जर्मनी के बीच युद्धविराम (Armistice) पर हस्ताक्षर हुए।
- संदर्भ और विस्तार: युद्ध आधिकारिक तौर पर 28 जून 1919 को वर्साय की संधि (Treaty of Versailles) पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुआ, जिसने युद्ध के लिए जर्मनी को जिम्मेदार ठहराया और उस पर भारी शर्तें थोपीं।
- गलत विकल्प: 1914 युद्ध की शुरुआत का वर्ष है, 1916 युद्ध के बीच का वर्ष है, और 1919 संधि का वर्ष है, लेकिन युद्धविराम 1918 में हुआ, जो युद्ध का अंत दर्शाता है।
प्रश्न 21: ‘अष्टध्यायी’ के लेखक कौन थे, जो संस्कृत व्याकरण का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है?
- पतंजलि
- पाणिनि
- वररुचि
- कात्यायन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पाणिनि। लगभग 400 ईसा पूर्व में रचित ‘अष्टध्यायी’ संस्कृत भाषा के सबसे पुराने और सबसे व्यवस्थित व्याकरणिक कार्यों में से एक है।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ संस्कृत की संरचना, ध्वनि विज्ञान (phonology) और रूपात्मकता (morphology) का गहन विश्लेषण करता है। यह प्राचीन भारत के भाषाई ज्ञान और बौद्धिक परंपरा का प्रमाण है।
- गलत विकल्प: पतंजलि ने ‘महाभाष्य’ लिखा, वररुचि ने ‘कातंत्र’ लिखा, और कात्यायन ने ‘वार्तिक’ लिखे, जो सभी व्याकरण से संबंधित हैं, लेकिन ‘अष्टध्यायी’ पाणिनि की कृति है।
प्रश्न 22: चालुक्य वंश का प्रसिद्ध शासक पुलकेशिन द्वितीय ने किस बड़े उत्तरी भारतीय राजा को हराया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समद्रगुप्त
- हर्षवर्धन
- चंद्रगुप्त प्रथम
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: हर्षवर्धन। वातापी के चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय ने 612-642 ईस्वी के बीच शासन किया और नर्मदा नदी के तट पर हर्षवर्धन को पराजित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: पुलकेशिन द्वितीय की यह विजय, जिसे एहोल शिलालेख में वर्णित किया गया है, उस समय के भारत की राजनीतिक स्थिति का एक महत्वपूर्ण प्रमाण है। इसने उत्तर और दक्षिण भारत के बीच शक्ति संतुलन को भी दर्शाया।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के शासक थे। जबकि समुद्रगुप्त एक महान विजेता था, पुलकेशिन द्वितीय का मुख्य प्रतिद्वंद्वी हर्षवर्धन था।
प्रश्न 23: ‘तैमूरी’ या ‘तुगलकनामा’ जैसी उपाधियों से किस मध्यकालीन यात्री का संबंध है?
- इब्न बतूता
- अल-बरूनी
- मार्को पोलो
- फाहियान
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: इब्न बतूता। मोरक्को का यह प्रसिद्ध यात्री 14वीं शताब्दी में (1333-1346) भारत आया था और मुहम्मद बिन तुगलक के अधीन काजी के रूप में काम किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इब्न बतूता ने अपनी यात्राओं का विस्तृत विवरण ‘सफरनामा’ या ‘किताब-उल-रेहला’ में लिखा है, जिसमें भारत के तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक जीवन का महत्वपूर्ण वर्णन है। उसे ‘तुगलकनामा’ उपाधि भी दी गई थी।
- गलत विकल्प: अल-बरूनी महमूद गजनवी के साथ आया था, मार्को पोलो 13वीं शताब्दी में दक्षिण भारत आया था, और फाहियान गुप्त काल में भारत आया था।
प्रश्न 24: 1929 में मुस्लिम लीग के लखनऊ अधिवेशन में किस महत्वपूर्ण घटना ने भारतीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया?
- असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव
- पूर्ण स्वराज की मांग
- कांग्रेस-लीग समझौता (लखनऊ पैक्ट)
- साइमन कमीशन का बहिष्कार
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कांग्रेस-लीग समझौता (लखनऊ पैक्ट)। 1916 में हुए इस समझौते के तहत, कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ मिलकर काम करने और राजनीतिक सुधारों के लिए संयुक्त रूप से आवाज उठाने का फैसला किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस समझौते ने दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच एक प्रारंभिक एकता को दर्शाया, जिसने ब्रिटिश सरकार पर दबाव बढ़ाया। इसने सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व (separate electorates) के मुद्दे पर भी सहमति व्यक्त की।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920 में, पूर्ण स्वराज की मांग 1929 में और साइमन कमीशन का बहिष्कार 1927-28 में हुआ। लखनऊ समझौता 1916 का था, न कि 1929 का। (यहाँ प्रश्न में वर्ष की त्रुटि है, सही वर्ष 1916 होना चाहिए था, परंतु दिए गए विकल्पों में यह सबसे प्रासंगिक उत्तर है, यह मानकर कि प्रश्न का आशय ऐतिहासिक महत्व दर्शाना था।)
प्रश्न 25: ‘दीन-ए-इलाही’ नामक धर्म का प्रवर्तन किसने किया था?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर ने 1582 में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक धर्म की स्थापना की थी, जो सभी धर्मों के सार को मिलाकर एक नई जीवन शैली प्रस्तुत करने का प्रयास था।
- संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य धार्मिक सद्भाव और सहिष्णुता को बढ़ावा देना था। हालाँकि, यह धर्म अकबर के जीवनकाल तक ही सीमित रहा और उसके बाद व्यापक रूप से स्वीकार नहीं किया गया। इसमें ईश्वर, न्याय, दान और प्रेम जैसे मूल्यों पर जोर दिया गया था।
- गलत विकल्प: अन्य मुगल शासकों ने भी महत्वपूर्ण कार्य किए, लेकिन इस विशिष्ट धार्मिक प्रयोग का श्रेय अकबर को जाता है।