इतिहास का महासंग्राम: आज की 25 प्रश्नों वाली युद्ध-अभ्यास!
तैयारी के रण में आपका स्वागत है, योद्धाओं! आज हम समय की गहराइयों में उतरकर आपके ऐतिहासिक ज्ञान को परखेंगे। क्या आप प्राचीन सभ्यताओं के रहस्यों को सुलझा सकते हैं? क्या आप मध्यकालीन भारत की गूँजों को सुन सकते हैं? क्या आप आधुनिक भारत के स्वतंत्रता संग्राम की आग को महसूस कर सकते हैं? और क्या आप विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ों से वाकिफ हैं? तो चलिए, इन 25 चुनिंदा सवालों के साथ अपनी तैयारी को एक नई धार दें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल सार्वजनिक स्नानघर (Great Bath) प्राप्त हुआ है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है, जहाँ से ‘महास्नानगार’ (Great Bath) के अवशेष मिले हैं। यह संरचना उस समय की उन्नत जल निकासी प्रणाली और सार्वजनिक जीवन की झलक देती है।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह विशाल आयताकार संरचना लगभग 12 मीटर लंबी, 7 मीटर चौड़ी और 2.4 मीटर गहरी थी, जो ईंटों से बनी थी और जलरोधी थी। यह संभवतः अनुष्ठानिक स्नान के लिए उपयोग की जाती थी।मोहनजोदड़ो का अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जहाँ से सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष मिले, लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था, और कालीबंगा जुते हुए खेत के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: उपनिषदों का फारसी में अनुवाद किस मुगल सम्राट के शासनकाल में हुआ?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: अकबर ने ‘दारा शिकोह’ के संरक्षण में उपनिषदों का अनुवाद ‘सिर-ए-अकबर’ (Sirr-i-Akbar) शीर्षक से फारसी में करवाया था। यह मध्यकालीन भारत में सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
- संदर्भ एवं विस्तार: दारा शिकोह, शाहजहाँ का ज्येष्ठ पुत्र था, जो एक विद्वान और रहस्यवादी था। उसने संस्कृत के कई महत्वपूर्ण ग्रंथों का फारसी में अनुवाद किया, जिसका उद्देश्य इस्लामी और हिंदू धर्म के बीच समझ बढ़ाना था।
- गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब के शासनकाल में ऐसे किसी बड़े स्तर पर उपनिषदों का अनुवाद नहीं हुआ। अकबर स्वयं ज्ञान और विभिन्न धर्मों के प्रति जिज्ञासु था।
प्रश्न 3: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थीं?
- सरोजिनी नायडू
- एनी बेसेंट
- नलिनी सेन गुप्ता
- विजयलक्ष्मी पंडित
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: एनी बेसेंट भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष थीं, जिन्होंने 1917 में कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की थी। वे आयरलैंड से थीं और भारत में होमरूल आंदोलन की एक प्रमुख नेता थीं।
- संदर्भ एवं विस्तार: एनी बेसेंट ने थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और भारत में सामाजिक तथा राजनीतिक सुधारों के लिए कार्य किया।
- गलत विकल्प: सरोजिनी नायडू कांग्रेस की प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष थीं (1925, कानपुर अधिवेशन)। नलिनी सेन गुप्ता 1933 में अध्यक्ष बनीं और विजयलक्ष्मी पंडित संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि थीं।
प्रश्न 4: ‘नारायण हित’ (Narayan Hita) का संबंध किस धर्म से है?
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- वैष्णव धर्म
- शैव धर्म
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘नारायण हित’ या ‘नारायण बलि’ एक प्रकार का हिंदू अनुष्ठान है जो मुख्य रूप से वैष्णव धर्म से जुड़ा है। यह पूर्वजों के प्रति सम्मान व्यक्त करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए किया जाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: इसमें भगवान विष्णु (जिन्हें नारायण भी कहा जाता है) की पूजा का विधान है। यह कर्मकांड अक्सर मृत्यु के उपरांत के संस्कारों के हिस्से के रूप में किया जाता है।
- गलत विकल्प: बौद्ध, जैन और शैव धर्मों में अपने विशेष अनुष्ठान और पूजा पद्धतियां हैं, जिनका ‘नारायण हित’ से सीधा संबंध नहीं है।
प्रश्न 5: किस वायसराय के कार्यकाल में भारत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई?
- लॉर्ड डफरिन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी, और उस समय भारत के वायसराय लॉर्ड डफरिन थे।
- संदर्भ एवं विस्तार: डफरिन के कार्यकाल (1884-1888) के दौरान कांग्रेस का गठन हुआ। यह उल्लेखनीय है कि डफरिन ने कांग्रेस के गठन पर टिप्पणी की थी कि “कांग्रेस भारत की जनता के एक बहुत छोटे से अल्पसंख्यक वर्ग का प्रतिनिधित्व करती है।”
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन (1905 में बंगाल विभाजन) के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड लिटन (1876-1880) वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट और आर्म्स एक्ट लाए, और लॉर्ड रिपन (1880-1884) स्थानीय स्वशासन के लिए जाने जाते हैं।
प्रश्न 6: ‘मीमांसा’ दर्शन का संस्थापक कौन माना जाता है?
- पतंजलि
- जैमिनी
- बादरायण
- कपिल
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘पूर्व मीमांसा’ (Purva Mimamsa) या केवल ‘मीमांसा’ दर्शन का संस्थापक महर्षि जैमिनी को माना जाता है। यह दर्शन वेदों के कर्मकांडीय भाग की व्याख्या करता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: जैमिनी ने ‘मीमांसा सूत्र’ की रचना की, जो वेदों की व्याख्या और वैदिक अनुष्ठानों के महत्व पर केंद्रित है। इस दर्शन का मुख्य उद्देश्य धर्म (कर्तव्य) को समझना और उसका पालन करना है।
- गलत विकल्प: पतंजलि योग दर्शन के, बादरायण वेदांत दर्शन के, और कपिल सांख्य दर्शन के संस्थापक हैं।
प्रश्न 7: किस घटना के कारण रवींद्रनाथ टैगोर ने ‘नाइटहुड’ की उपाधि त्याग दी?
- चौरी-चौरा कांड
- जलियांवाला बाग हत्याकांड
- काकोरी कांड
- साइमन कमीशन का विरोध
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: रवींद्रनाथ टैगोर ने 1919 में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड के विरोध में अपनी ‘नाइटहुड’ की उपाधि त्याग दी थी। यह एक ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई सम्मानजनक उपाधि थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: जलियांवाला बाग में जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे भारतीयों पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। इस जघन्य कृत्य से आहत होकर टैगोर ने अपनी उपाधि लौटा दी।
- गलत विकल्प: चौरी-चौरा कांड (1922) असहयोग आंदोलन को वापस लेने का कारण बना, काकोरी कांड (1925) एक रेल डकैती थी, और साइमन कमीशन (1927) का विरोध उसका बहिष्कार था, न कि किसी उपाधि का त्याग।
प्रश्न 8: ‘हर्षचरित’ के रचयिता कौन थे?
- कालिदास
- बाणभट्ट
- हर्षवर्धन
- इत्सिंग
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘हर्षचरित’ के रचयिता बाणभट्ट थे, जो सातवीं शताब्दी में सम्राट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे। यह पुस्तक हर्षवर्धन के जीवन और उसके समय का एक महत्वपूर्ण साहित्यिक स्रोत है।
- संदर्भ एवं विस्तार: बाणभट्ट ने ‘कादंबरी’ की भी रचना की थी। ‘हर्षचरित’ गद्य शैली में लिखा गया है और इसमें तत्कालीन समाज, राजनीति और संस्कृति का वर्णन मिलता है।
- गलत विकल्प: कालिदास एक महान संस्कृत कवि और नाटककार थे, हर्षवर्धन स्वयं एक कवि और लेखक थे (जैसे ‘रत्नावली’), और इत्सिंग एक चीनी यात्री थे जिन्होंने भारत का दौरा किया था।
प्रश्न 9: भारत में ‘स्थानीय स्वशासन’ का जनक किसे माना जाता है?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड मेयो
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड रिपन को भारत में ‘स्थानीय स्वशासन’ का जनक माना जाता है। उन्होंने 1882 में एक प्रस्ताव पारित किया जिसने स्थानीय निकायों को अधिक स्वायत्तता दी।
- संदर्भ एवं विस्तार: रिपन का मानना था कि स्थानीय सरकारों को विकसित करके ही प्रजातांत्रिक भावना को बढ़ावा दिया जा सकता है। उनके कार्यकाल में जिला और उप-जिला स्तर पर स्थानीय संस्थाओं की स्थापना को प्रोत्साहन मिला।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग (1857 के विद्रोह के समय वायसराय), लॉर्ड मेयो (1870 में वित्तीय विकेंद्रीकरण), और लॉर्ड कर्जन (बंगाल विभाजन) इस क्षेत्र में रिपन जितने महत्वपूर्ण नहीं हैं।
प्रश्न 10: ‘सामवेद’ का संबंध किस प्रकार के कर्मकांड से है?
- यज्ञ और बलिदान
- भजन और मंत्रोच्चार
- ज्ञान और आत्म-साक्षात्कार
- काला जादू और तांत्रिक अनुष्ठान
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: सामवेद मुख्य रूप से यज्ञों और अनुष्ठानों के अवसर पर गाए जाने वाले भजनों और मंत्रों का संग्रह है। इसकी अधिकांश ऋचाएँ ऋग्वेद से ली गई हैं, लेकिन उन्हें संगीतबद्ध किया गया है।
- संदर्भ एवं विस्तार: ‘साम’ का अर्थ है ‘गीत’ या ‘संगीत’। यह वेद विशेष रूप से भारतीय शास्त्रीय संगीत का स्रोत माना जाता है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद में यज्ञ और बलिदानों का विस्तृत वर्णन है, उपनिषद ज्ञान और आत्म-साक्षात्कार पर केंद्रित हैं, और तंत्रवाद विशेष अनुष्ठानों से जुड़ा है।
प्रश्न 11: 1857 के विद्रोह के दौरान किस भारतीय शासक ने विद्रोहियों का समर्थन किया?
- महाराजा गंगा सिंह (बीकानेर)
- महाराजा गुलाब सिंह (कश्मीर)
- रानी लक्ष्मीबाई (झाँसी)
- निजाम मीर उस्मान अली खान (हैदराबाद)
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के दौरान, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह किया और सक्रिय रूप सेFighting की। उन्होंने अपने दत्तक पुत्र को उत्तराधिकारी घोषित करने की मांग को ठुकराए जाने के बाद विद्रोह का नेतृत्व किया।
- संदर्भ एवं विस्तार: रानी लक्ष्मीबाई ने ग्वालियर के पास युद्ध में वीरगति प्राप्त की। उनकी बहादुरी ने उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक बना दिया।
- गलत विकल्प: महाराजा गंगा सिंह और महाराजा गुलाब सिंह ने ब्रिटिश शासन का समर्थन किया था, और हैदराबाद के निजाम भी ब्रिटिश सत्ता के प्रति वफादार रहे।
प्रश्न 12: ‘अष्टदिग्गज’ किसके दरबार की शोभा बढ़ाते थे?
- कृष्णदेवराय
- समudraगुप्त
- हर्षवर्धन
- चंद्रगुप्त मौर्य
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘अष्टदिग्गज’ विजयनगर साम्राज्य के महान शासक कृष्णदेवराय के दरबार से जुड़े तेलुगु साहित्य के आठ महान विद्वान थे।
- संदर्भ एवं विस्तार: ये विद्वान अपनी काव्यात्मक प्रतिभा के लिए जाने जाते थे और कृष्णदेवराय को ‘आंध्र भोज’ की उपाधि दिलाने में सहायक थे। उन्होंने विभिन्न साहित्य रचनाएँ कीं।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त (गुप्त शासक), हर्षवर्धन (वर्द्धन वंश), और चंद्रगुप्त मौर्य (मौर्य वंश) के दरबार में भी विद्वान थे, लेकिन ‘अष्टदिग्गज’ की उपाधि कृष्णदेवराय के दरबार से ही संबंधित है।
प्रश्न 13: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था। यह समझौता महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस समझौते के परिणामस्वरूप, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित कर दिया और गोलमेज सम्मेलन (Round Table Conference) में भाग लेने के लिए सहमत हुई। इसमें कुछ राजनीतिक कैदियों की रिहाई भी शामिल थी।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 14: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयुक्त हुआ है?
- घोड़ा
- गाय
- बैल
- भेड़
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द ‘गाय’ के लिए प्रयुक्त हुआ है, जिसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जाए’। यह उस समय गायों के महत्व और उनकी पवित्रता को दर्शाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: वैदिक काल में गाय को धन का प्रतीक माना जाता था और उसका वध वर्जित था। यह शब्द गायों के प्रति तत्कालीन समाज के आदर और आर्थिक महत्व को उजागर करता है।
- गलत विकल्प: घोड़ा, बैल और भेड़ महत्वपूर्ण थे, लेकिन ‘अघन्य’ विशेष रूप से गाय के लिए प्रयुक्त हुआ है।
प्रश्न 15: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार वल्लभभाई पटेल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने की थी। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के भीतर ही इस नए संगठन का गठन किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन (1939) के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस की कार्यसमिति से इस्तीफा दे दिया था और पूर्ण स्वराज के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक अधिक क्रांतिकारी दृष्टिकोण के साथ फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल कांग्रेस के अन्य प्रमुख नेता थे, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना बोस द्वारा की गई थी।
प्रश्न 16: सिन्धु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का नखलिस्तान’ (The Oasis of the Indus) कहलाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- चन्हूदड़ो
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का नखलिस्तान’ कहा जाता है, संभवतः इसके विशाल आकार, समृद्ध जल संसाधन और महत्वपूर्ण सार्वजनिक संरचनाओं के कारण, जो रेगिस्तानी परिदृश्य में एक ‘नखलिस्तान’ (मरुद्यान) जैसा प्रतीत होता था।
- संदर्भ एवं विस्तार: मोहनजोदड़ो एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था जिसमें विशाल स्नानागार, पुरोहित आवास और सड़कें थीं, जो उस समय की सुनियोजित शहरी व्यवस्था को दर्शाती हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया स्थल था, लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था, और चन्हूदड़ो मनके बनाने के कारखाने के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 17: ‘एकीकृत शिक्षा’ (Integral Education) की अवधारणा किसने दी थी?
- स्वामी विवेकानंद
- श्री अरविंद
- महात्मा गांधी
- रवींद्रनाथ टैगोर
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘एकीकृत शिक्षा’ (Integral Education) की अवधारणा महान दार्शनिक और राष्ट्रवादी नेता श्री अरविंद ने दी थी। उनका मानना था कि शिक्षा को व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास के लिए एकीकृत होना चाहिए।
- संदर्भ एवं विस्तार: श्री अरविंद ने पुडुचेरी में ‘श्री अरविंद आश्रम’ की स्थापना की, जहाँ उन्होंने एक ऐसे शैक्षिक संस्थान की कल्पना की जो भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता पर आधारित हो, साथ ही आधुनिक ज्ञान को भी समाहित करे।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने ‘मानव निर्माण’ पर जोर दिया, महात्मा गांधी ने ‘बुनियादी शिक्षा’ (Basic Education) की अवधारणा दी, और रवींद्रनाथ टैगोर ने ‘शांतिनिकेतन’ की स्थापना की।
प्रश्न 18: ‘रयतवाड़ी व्यवस्था’ की शुरुआत किसने की थी?
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- लॉर्ड डलहौजी
- सर थॉमस मुनरो
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘रयतवाड़ी व्यवस्था’ की शुरुआत मुख्य रूप से मद्रास प्रेसीडेंसी में 1792 में कर्नल रीड द्वारा की गई थी, और बाद में सर थॉमस मुनरो द्वारा इसे मद्रास और बॉम्बे प्रेसीडेंसी में विस्तारित किया गया।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस व्यवस्था में, किसानों (रयतों) को सीधे भूमि का मालिकाना हक दिया गया और उनसे लगान सीधे वसूल किया जाता था। यह ब्रिटिश भारत के एक बड़े हिस्से पर लागू की गई थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने ‘स्थायी बंदोबस्त’ (Permanent Settlement) की शुरुआत की थी, लॉर्ड डलहौजी विलय की नीतियों के लिए जाने जाते हैं, और लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया।
प्रश्न 19: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गुप्त शासक समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनकी विजयों और साम्राज्य विस्तार के कारण दी थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: समुद्रगुप्त ने अपने शासनकाल में उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों को जीता और अपने साम्राज्य का विस्तार किया। उन्हें ‘ the King of Kings’ भी कहा गया है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) अपने दरबार में नवरत्नों के लिए जाने जाते हैं, और स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमण को सफलतापूर्वक रोका।
प्रश्न 20: ‘वहाबी आंदोलन’ का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- ईसाई मिशनरियों का विरोध
- इस्लाम में सुधार और कुरीतियों को दूर करना
- अंग्रेजों को भारत से बाहर निकालना
- सभी धर्मों को एक करना
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘वहाबी आंदोलन’ (Wahhabi Movement) 19वीं शताब्दी का एक प्रमुख इस्लामी सुधार आंदोलन था, जिसका मुख्य उद्देश्य इस्लाम को उसकी शुद्ध अवस्था में वापस लाना और उसमें आई सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कुरीतियों को दूर करना था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस आंदोलन का नेतृत्व सैयद अहमद रायबरेली ने किया था। यद्यपि इसका एक राजनीतिक पहलू भी था (अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद), इसका मूल उद्देश्य धार्मिक शुद्धता था।
- गलत विकल्प: यद्यपि अंग्रेजों का शासन इसका एक लक्ष्य था, यह मुख्य उद्देश्य नहीं था। ईसाई मिशनरियों का विरोध एक परिणाम था, न कि मुख्य लक्ष्य। सभी धर्मों को एक करने का विचार टैगोर या गांधी का था, वहाबियों का नहीं।
प्रश्न 21: भारत में ‘गुप्त साम्राज्य‘ की स्थापना किसने की थी?
- श्रीगुप्त
- घटोत्कच
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गुप्त साम्राज्य की स्थापना श्रीगुप्त ने की थी। वे पहले शासक थे जिन्होंने गुप्त वंश की नींव रखी, हालाँकि उनके पुत्र घटोत्कच और पौत्र चंद्रगुप्त प्रथम ने इसे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक शक्ति बनाया।
- संदर्भ एवं विस्तार: श्रीगुप्त को ‘महाराज’ की उपाधि से जाना जाता था। उनके द्वारा स्थापित वंश ने भारत में कला, विज्ञान और साहित्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया।
- गलत विकल्प: घटोत्कच श्रीगुप्त के पुत्र थे, चंद्रगुप्त प्रथम ने ‘महाराजाधिराज’ की उपाधि धारण की और गुप्त संवत चलाया, और समुद्रगुप्त एक महान विजेता थे।
प्रश्न 22: ‘कैबिनेट मिशन’ भारत कब आया?
- 1942
- 1944
- 1945
- 1946
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कैबिनेट मिशन 1946 में भारत आया था। इसका उद्देश्य भारत को स्वतंत्रता देने और एक अंतरिम सरकार के गठन के संबंध में ब्रिटिश सरकार की योजनाओं पर चर्चा करना था।
- संदर्भ एवं विस्तार: कैबिनेट मिशन में तीन सदस्य थे: लॉर्ड पैथिक लॉरेंस, सर स्टैफ़ोर्ड क्रिप्स और ए. वी. अलेक्जेंडर। इस मिशन ने भारत के विभाजन से बचने की कोशिश की और संविधान सभा के गठन का प्रस्ताव रखा।
- गलत विकल्प: 1942 में क्रिप्स मिशन भारत आया था, 1944-45 द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम वर्ष थे।
प्रश्न 23: किस वेद में मंत्रों की संख्या सबसे अधिक है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऋग्वेद में मंत्रों की संख्या सबसे अधिक है। इसमें कुल 10 मंडल, 1028 सूक्त और 10,462 ऋचाएँ (मंत्र) हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: ऋग्वेद आर्यों के प्रारंभिक जीवन, उनके समाज, धर्म और विश्वासों का प्राथमिक स्रोत है। इसमें प्रकृति की शक्तियों की स्तुति में मंत्र हैं।
- गलत विकल्प: यजुर्वेद कर्मकांडों से संबंधित है, सामवेद गायन से, और अथर्ववेद जादू-टोने और चिकित्सा से संबंधित है।
प्रश्न 24: ‘संथाल विद्रोह’ कब हुआ था?
- 1831-32
- 1855-56
- 1870-71
- 1885-86
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: संथाल विद्रोह 1855-56 में हुआ था। यह ब्रिटिश भारत में सबसे बड़े आदिवासी विद्रोहों में से एक था, जिसका नेतृत्व सिद्धू और कान्हू नामक दो संथाल भाइयों ने किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह विद्रोह संथालों के शोषण, जमींदारों, साहूकारों और अंग्रेजी सरकार के अन्याय के विरुद्ध था। विद्रोह का दमन क्रूरता से किया गया था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प विभिन्न समय अवधियों को दर्शाते हैं, लेकिन संथाल विद्रोह विशेष रूप से 1855-56 में केंद्रित था।
प्रश्न 25: ‘प्रथम विश्व युद्ध‘ कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1941-1945
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 1914 में शुरू हुआ और 1918 में समाप्त हुआ। यह युद्ध मुख्य रूप से यूरोप में केंद्रित था और इसमें दुनिया के कई बड़े देश शामिल थे।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस युद्ध के प्रमुख कारण राष्ट्रवाद, साम्राज्यवाद, सैन्यीकरण और गठबंधनों की जटिल प्रणाली थे। आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या ने युद्ध को भड़काया।
- गलत विकल्प: 1905-1910 के बीच महत्वपूर्ण घटनाएँ थीं लेकिन युद्ध नहीं, 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का समय है।