इतिहास का महासंग्राम: आज की प्रश्नोत्तरी में अपने ज्ञान को परखें!
आइए, समय की धाराओं में गोता लगाएं और अपनी ऐतिहासिक सूझबूझ को धार दें! आज की यह प्रश्नोत्तरी आपको प्राचीन भारत की गहराइयों से लेकर आधुनिक युग की हलचलों तक, और विश्व इतिहास के निर्णायक मोड़ों तक ले जाएगी। क्या आप प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए तैयार हैं? चलिए, देखते हैं आप कितना जानते हैं!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल स्नानागार (Great Bath) के अवशेष प्राप्त हुए हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो। मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है, जहाँ से एक विशाल स्नानागार के उत्कृष्ट अवशेष मिले हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार लगभग 12 मीटर लंबा, 7 मीटर चौड़ा और 2.4 मीटर गहरा था। इसकी ईंटों की चिनाई और जल निकासी की व्यवस्था उस समय की उन्नत वास्तुकला का प्रमाण है। संभवतः इसका उपयोग अनुष्ठानिक स्नान के लिए किया जाता था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा भी एक महत्वपूर्ण स्थल था, लेकिन यहाँ स्नानागार के ऐसे बड़े अवशेष नहीं मिले। लोथल एक बंदरगाह शहर था और कालीबंगा जुताई के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: प्रसिद्ध बौद्ध संगीतियाँ (Councils) और उनके आयोजन स्थल का सही युग्म चुनिए:
- प्रथम बौद्ध संगीति – वैशाली
- द्वितीय बौद्ध संगीति – पाटलिपुत्र
- तृतीय बौद्ध संगीति – राजगृह
- चतुर्थ बौद्ध संगीति – कश्मीर
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चतुर्थ बौद्ध संगीति – कश्मीर। यह संगीति कनिष्क के संरक्षण में ईस्वी सन् की पहली शताब्दी में कश्मीर के कुंडलवन में आयोजित की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम बौद्ध संगीति राजगृह में (अजातशत्रु के संरक्षण में), द्वितीय संगीति वैशाली में (कालशोक के संरक्षण में), और तृतीय संगीति पाटलिपुत्र में (अशोक के संरक्षण में) आयोजित की गई थी।
- गलत विकल्प: दिए गए अन्य विकल्प प्रथम, द्वितीय और तृतीय बौद्ध संगीतियों के आयोजन स्थलों से मेल नहीं खाते।
प्रश्न 3: ‘अमुक्तमाल्यदा’ नामक महाकाव्य के लेखक कौन हैं, जो तेलुगु साहित्य का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है?
- कृष्णदेवराय
- तिरुवल्लुवर
- कम्बन
- नान्नय्या
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कृष्णदेवराय। विजयनगर साम्राज्य के महान शासक कृष्णदेवराय (शासनकाल 1509-1529 ई.) एक विद्वान और कवि भी थे। उन्होंने ‘अमुक्तमाल्यदा’ की रचना की, जो भगवान विष्णु और उनकी प्रेयसी गोदा (अंडाल) की कथा पर आधारित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ तेलुगु साहित्य के ‘अष्टदिग्गज’ (आठ महान विद्वानों) में से एक माने जाने वाले कृष्णदेवराय की विद्वत्ता और कला के प्रति प्रेम को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: तिरुवल्लुवर ने ‘कुरल’ की रचना की, कंबन ने ‘कंब रामायण’ की, और नान्नय्या ने महाभारत का तेलुगु अनुवाद किया।
प्रश्न 4: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) नामक एक नया सैन्य विभाग स्थापित किया था?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: बलबन। ग्यासुद्दीन बलबन (1266-1287 ई.) ने दिल्ली सल्तनत की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उसने ‘दीवान-ए-आरिज’ नामक एक पृथक सैन्य विभाग की स्थापना की, जिसका मुख्य कार्य सेना का गठन, प्रशिक्षण और रसद का प्रबंधन करना था।
- संदर्भ और विस्तार: बलबन ने अपनी शक्ति को मजबूत करने और मंगोलों के आक्रमण से बचाव के लिए एक शक्तिशाली सेना का निर्माण किया। ‘दीवान-ए-आरिज’ को वह सीधे अपने नियंत्रण में रखता था, जिससे शाही अधिकार को बल मिला।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का गठन किया, अलाउद्दीन खिलजी ने ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू की, और फिरोजशाह तुगलक ने कई नहरें खुदवाईं।
प्रश्न 5: 1857 के विद्रोह के दौरान, कानपुर में विद्रोहियों का नेतृत्व किसने किया था?
- रानी लक्ष्मीबाई
- तात्या टोपे
- नाना साहेब
- कुंवर सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: नाना साहेब। 1857 के विद्रोह में, कानपुर विद्रोह का प्रमुख केंद्र था, जिसका नेतृत्व पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र नाना साहेब ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: नाना साहेब ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा पेंशन बंद किए जाने और उन्हें कानपुर से निर्वासित किए जाने के कारण विद्रोह में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने अपने सेनापति तात्या टोपे के साथ मिलकर ब्रिटिश सेना को हराया और कानपुर पर कब्जा कर लिया।
- गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी से, कुंवर सिंह ने जगदीशपुर (बिहार) से नेतृत्व किया था। तात्या टोपे ने नाना साहेब के अधीन कार्य किया और स्वयं भी कई स्थानों पर विद्रोह का नेतृत्व किया।
प्रश्न 6: ‘नवरत्न’ की उपाधि से अलंकृत प्रसिद्ध कवि और विद्वान कालिदास किसके दरबार में थे?
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त मौर्य
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- हर्षवर्धन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय। कालिदास, जिन्हें भारतीय साहित्य का शेक्सपियर भी कहा जाता है, गुप्त साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासकों में से एक चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के दरबार को सुशोभित करते थे।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय का शासनकाल (लगभग 380-415 ई.) गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है। उनके दरबार में कालिदास के अलावा अन्य कई विद्वान और कलाकार भी थे, जिन्हें सामूहिक रूप से ‘नवरत्न’ कहा जाता था। कालिदास की प्रमुख रचनाओं में ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’, ‘मेघदूतम्’, ‘रघुवंशम्’ आदि शामिल हैं।
- गलत विकल्प: समुद्रगुप्त एक महान योद्धा शासक थे, चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य साम्राज्य के संस्थापक थे, और हर्षवर्धन उत्तर भारत के एक प्रमुख शासक थे, लेकिन कालिदास उनके दरबार में नहीं थे।
प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब और किसके द्वारा की गई थी?
- 1336 ई. में हरिहर और बुक्का
- 1498 ई. में कृष्णदेवराय
- 1565 ई. में राम राय
- 1206 ई. में कुतुबुद्दीन ऐबक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1336 ई. में हरिहर और बुक्का। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना संगम राजवंश के दो भाइयों, हरिहर और बुक्का ने 1336 ई. में तुंगभद्रा नदी के तट पर की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस साम्राज्य का उद्देश्य दक्षिण भारत में दिल्ली सल्तनत के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करना और हिंदू धर्म व संस्कृति की रक्षा करना था। विजयनगर अपने व्यापार, कला, साहित्य और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हुआ।
- गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर के एक महान शासक थे, राम राय तालीकोटा के युद्ध में सेनापति थे, और कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत के संस्थापक थे।
प्रश्न 8: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1931। गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था। यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस समझौते ने सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को स्थगित करने के बदले में कुछ राजनीतिक रियायतों का मार्ग प्रशस्त किया। इसके तहत सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए कई राजनीतिक बंदियों को रिहा किया गया और समुद्र तटीय इलाकों में नमक बनाने के अधिकार जैसे कुछ मुद्दों पर सहमति बनी।
- गलत विकल्प: 1929 में कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 9: मोहनजोदड़ो की सबसे प्रसिद्ध इमारत कौन सी है?
- विशाल स्नानागार
- अन्न भंडार
- सभा भवन
- कांसे की नर्तकी की मूर्ति
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विशाल स्नानागार। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, मोहनजोदड़ो से प्राप्त विशाल स्नानागार (Great Bath) सिंधु घाटी सभ्यता की वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध उदाहरण है।
- संदर्भ और विस्तार: यह संरचना अपनी इंजीनियरिंग और जल प्रबंधन के लिए उल्लेखनीय है, और इसे सार्वजनिक या धार्मिक आयोजनों के लिए उपयोग किया जाता रहा होगा।
- गलत विकल्प: अन्न भंडार और सभा भवन जैसे अन्य निर्माण भी मिले हैं, लेकिन विशाल स्नानागार अपनी भव्यता और महत्व के कारण सबसे अधिक प्रसिद्ध है। कांसे की नर्तकी की मूर्ति भी मोहनजोदड़ो से मिली है, लेकिन वह इमारत नहीं है।
प्रश्न 10: ‘दास प्रथा’ (Slavery) का उन्मूलन किस वायसराय के कार्यकाल में हुआ था?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड विलियम बेंटिंक। भारत में दास प्रथा का उन्मूलन 1843 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिंक के कार्यकाल के दौरान हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: 1843 ई. के भारतीय अधिनियम V द्वारा भारत में दासता को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया था। लॉर्ड विलियम बेंटिंक 1828 से 1835 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे और उन्होंने कई महत्वपूर्ण सामाजिक सुधारों को लागू किया, जिसमें सती प्रथा का अंत भी शामिल है।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे, और लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 11: प्राचीन भारत में ‘ग्राम सभा’ के प्रमुख को क्या कहा जाता था?
- ग्रामणी
- मुखिया
- मंडलेश्वर
- नायक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ग्रामणी। वैदिक काल में, ग्राम का प्रमुख ‘ग्रामणी’ कहलाता था। वह ग्राम का प्रशासक और सैनिक नेता दोनों होता था।
- संदर्भ और विस्तार: ग्राम सभाएँ उस समय स्थानीय शासन की एक महत्वपूर्ण इकाई थीं, और ग्रामणी इन सभाओं का नेतृत्व करता था।
- गलत विकल्प: मुखिया, मंडलेश्वर और नायक शब्द अन्य संदर्भों या कालों में प्रशासनिक इकाइयों या प्रमुखों के लिए प्रयुक्त हुए हैं।
प्रश्न 12: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ का लेखक कौन है?
- अमीर खुसरो
- जियाउद्दीन बरनी
- इब्न बतूता
- मिन्हाजुद्दीन सिराज
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: जियाउद्दीन बरनी। जियाउद्दीन बरनी (1285-1357 ई.) एक महत्वपूर्ण इतिहासकार थे जिन्होंने दिल्ली सल्तनत के खिलजी और तुगलक काल का विवरण लिखा है। उनकी प्रसिद्ध रचना ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ है।
- संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में उन्होंने विशेष रूप से मुहम्मद बिन तुगलक और फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल की घटनाओं, नीतियों और सामाजिक-आर्थिक स्थितियों का विस्तृत वर्णन किया है।
- गलत विकल्प: अमीर खुसरो ने ‘तुगलकनामा’ लिखा, इब्न बतूता मोरक्को का यात्री था जिसने ‘रेहला’ लिखी, और मिन्हाजुद्दीन सिराज ने ‘तबकात-ए-नासिरी’ लिखी।
प्रश्न 13: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?
- कलकत्ता अधिवेशन, 1928
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कराची अधिवेशन, 1931
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लाहौर अधिवेशन, 1929। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में, जिसकी अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी, ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन ने ब्रिटिश शासन से भारत की पूर्ण स्वतंत्रता को कांग्रेस का लक्ष्य घोषित किया और 26 जनवरी, 1930 को ‘स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
- गलत विकल्प: अन्य अधिवेशन महत्वपूर्ण थे, लेकिन पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लाहौर अधिवेशन में ही पारित हुआ था।
प्रश्न 14: ‘सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गोपाल कृष्ण गोखले। गोपाल कृष्ण गोखले, जो महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे, ने 1905 में ‘सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संस्था का उद्देश्य भारतीयों में राष्ट्रवाद की भावना जागृत करना, शिक्षा का प्रसार करना और गरीबों व जरूरतमंदों की सेवा करना था। यह संस्था पुणे में स्थापित की गई थी।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘सत्याग्रह आश्रम’ (बाद में साबरमती आश्रम) की स्थापना की, बाल गंगाधर तिलक ने ‘होम रूल लीग’ आंदोलन चलाया, और लाला लाजपत राय ‘सर्वेंट्स ऑफ द पीपल सोसाइटी’ से जुड़े थे।
प्रश्न 15: सिकंदर महान (Alexander the Great) का भारत पर आक्रमण कब हुआ था?
- 326 ईसा पूर्व
- 305 ईसा पूर्व
- 261 ईसा पूर्व
- 185 ईसा पूर्व
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 326 ईसा पूर्व। मैसेडोनिया के राजा सिकंदर महान ने 326 ईसा पूर्व में पश्चिमोत्तर भारत पर आक्रमण किया था।
- संदर्भ और विस्तार: झेलम नदी के तट पर सिकंदर की सेना का सामना राजा पोरस (पौरव) की सेना से हुआ था। इस युद्ध में सिकंदर की जीत हुई, लेकिन पोरस की वीरता से वह प्रभावित हुआ और उसे उसका राज्य वापस लौटा दिया। यह आक्रमण भारतीय उपमहाद्वीप और यूनानी दुनिया के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
- गलत विकल्प: 305 ईसा पूर्व में चंद्रगुप्त मौर्य ने सेल्यूकस निकेटर को हराया था, 261 ईसा पूर्व में कलिंग का युद्ध हुआ था, और 185 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य का पतन हुआ था।
प्रश्न 16: ‘सूफीवाद’ के संदर्भ में, ‘चिश्ती सिलसिला’ की स्थापना भारत में किसने की थी?
- शेख निजामुद्दीन औलिया
- शेख सलीम चिश्ती
- ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती
- शेख अब्दुल कादिर जिलानी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती। चिश्ती सिलसिला, जो भारत में सबसे प्रमुख सूफी सिलसिलों में से एक है, की स्थापना ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने 12वीं शताब्दी के अंत में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: वे 1192 ई. में मुहम्मद गोरी के साथ भारत आए और अजमेर में बस गए। उन्होंने अपने सरल जीवन, ईश्वर प्रेम और मानव सेवा के माध्यम से स्थानीय आबादी के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की।
- गलत विकल्प: शेख निजामुद्दीन औलिया दिल्ली में चिश्ती सिलसिले के प्रमुख संत थे, शेख सलीम चिश्ती मुगल सम्राट अकबर के समकालीन थे, और शेख अब्दुल कादिर जिलानी कादरी सिलसिले के संस्थापक थे।
प्रश्न 17: ‘पानीपत का प्रथम युद्ध’ कब हुआ था, जिसमें बाबर ने इब्राहिम लोदी को परास्त किया था?
- 1519
- 1526
- 1556
- 1761
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1526। पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 को हुआ था। इस युद्ध में, मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर ने दिल्ली सल्तनत के अंतिम सुल्तान इब्राहिम लोदी को निर्णायक रूप से परास्त किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में बाबर ने पहली बार भारत में ‘तुग़लक़ामा’ (flanking tactics) और ‘तोपखाने’ (artillery) का प्रभावी ढंग से उपयोग किया, जिसने युद्ध के परिणाम को बदल दिया। इस जीत ने भारत में मुगल शासन की नींव रखी।
- गलत विकल्प: 1519 में बाबर ने भारत पर पहला आक्रमण किया था, 1556 में पानीपत का द्वितीय युद्ध (अकबर बनाम हेमू) हुआ था, और 1761 में पानीपत का तृतीय युद्ध (मराठा बनाम अहमद शाह अब्दाली) हुआ था।
प्रश्न 18: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) कब प्रारंभ हुआ था?
- 1940
- 1941
- 1942
- 1943
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1942। ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी द्वारा कांग्रेस की मुंबई अधिवेशन में शुरू किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: गांधीजी ने इस आंदोलन के दौरान ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया। इस आंदोलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के बीच ब्रिटिश शासन से तत्काल पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करना था। इसके जवाब में, ब्रिटिश सरकार ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प वर्ष 1942 से संबंधित नहीं हैं।
प्रश्न 19: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
- विशाल सैन्य विजयों के कारण
- धार्मिक सहिष्णुता के कारण
- कला, विज्ञान, साहित्य और वास्तुकला के अभूतपूर्व विकास के कारण
- व्यापक व्यापारिक संबंधों के कारण
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कला, विज्ञान, साहित्य और वास्तुकला के अभूतपूर्व विकास के कारण। गुप्त काल (लगभग 320-550 ई.) को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग माना जाता है क्योंकि इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई।
- संदर्भ और विस्तार: कालिदास जैसे महान कवियों, आर्यभट्ट जैसे खगोलशास्त्री-गणितज्ञों, और विष्णु शर्मा जैसे साहित्यकारों ने इसी काल में महत्वपूर्ण कार्य किए। अजंता की गुफाओं की चित्रकला और सारनाथ के स्तंभ भी इसी काल की उत्कृष्ट कृतियाँ हैं।
- गलत विकल्प: हालांकि गुप्त शासक शक्तिशाली थे और धार्मिक सहिष्णुता भी थी, लेकिन ‘स्वर्ण युग’ विशेषण मुख्य रूप से सांस्कृतिक और बौद्धिक उपलब्धियों के कारण दिया गया है।
प्रश्न 20: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ नामक राजनीतिक दल की स्थापना किसने की थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- मौलाना अबुल कलाम आजाद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सुभाष चंद्र बोस। सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन के बाद कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ नामक एक नई राजनीतिक पार्टी की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: फॉरवर्ड ब्लॉक का उद्देश्य गांधीवादी विचारधारा से अलग, अधिक कट्टरपंथी और समाजवादी-राष्ट्रवादी आंदोलन को बढ़ावा देना था। बोस की नजर में, कांग्रेस की नीतियों में ठहराव आ गया था और उन्हें एक अधिक सक्रिय दृष्टिकोण की आवश्यकता थी।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे जिन्होंने अलग-अलग समय पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
प्रश्न 21: **विश्व इतिहास** – फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution) का प्रमुख नारा क्या था?
- शांति, भूमि, रोटी
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- संघर्ष, विजय, साम्राज्य
- राष्ट्र, राज्य, प्रभुत्व
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व (Liberté, égalité, fraternité)। फ्रांसीसी क्रांति (1789-1799) के दौरान यह नारा क्रांतिकारियों का मुख्य आदर्श और प्रेरक शक्ति बना।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांस के राष्ट्रीय प्रतीक का भी हिस्सा है और आधुनिक लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार माना जाता है। इसने पुरानी सामंती व्यवस्था को समाप्त करने और एक ऐसे समाज के निर्माण का आह्वान किया जहाँ सभी नागरिक स्वतंत्र, समान और भाईचारे के भाव से रहें।
- गलत विकल्प: ‘शांति, भूमि, रोटी’ रूसी क्रांति से जुड़ा नारा था। अन्य विकल्प क्रांति के मूल आदर्शों को सही ढंग से प्रतिबिंबित नहीं करते।
प्रश्न 22: **मध्यकालीन इतिहास** – ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ नामक मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक। ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ का निर्माण दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1192 ई. में अजमेर में करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह मूल रूप से एक संस्कृत विद्यालय था जिसे कुतुबुद्दीन ऐबक ने मुहम्मद गोरी के कहने पर तुड़वाकर एक मस्जिद का निर्माण करवाया। इसका नाम ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ इसलिए पड़ा क्योंकि कहा जाता है कि इसका निर्माण ढाई दिन में हुआ था, या यह कि यहाँ ढाई दिन का उर्स (मेला) लगता था।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने कुतुब मीनार का निर्माण पूरा करवाया, अलाउद्दीन खिलजी ने सीरी का किला बनवाया, और फिरोजशाह तुगलक ने कई मस्जिदों और भवनों का निर्माण कराया, लेकिन यह विशेष ढांचा कुतुबुद्दीन ऐबक से संबंधित है।
प्रश्न 23: **आधुनिक इतिहास** – ‘वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट, 1878’ किसने पारित किया था, जिसे ‘मुखबिर अधिनियम’ भी कहा जाता है?
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड डफरिन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड लिटन। लॉर्ड लिटन, जो 1876-1880 तक भारत के वायसराय थे, ने 1878 में ‘वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट’ पारित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम का उद्देश्य भारतीय भाषाओं (वर्नाक्यूलर) में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों पर नियंत्रण रखना था, क्योंकि ब्रिटिश सरकार को लगता था कि ये समाचार पत्र ब्रिटिश विरोधी भावनाएं भड़का रहे हैं। इस अधिनियम ने प्रेस की स्वतंत्रता को गंभीर रूप से सीमित कर दिया था, और इसे ‘मुखबिर अधिनियम’ के नाम से भी जाना जाता था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डफरिन के समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई, लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया, और लॉर्ड रिपन ने इस अधिनियम को रद्द कर दिया था।
प्रश्न 24: **प्राचीन इतिहास** – हड़प्पा सभ्यता की मुद्राओं पर सबसे अधिक किस पशु की आकृति पाई गई है?
- घोड़ा
- हाथी
- एक सींग वाला बैल (यूनिकॉर्न)
- शेर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: एक सींग वाला बैल (यूनिकॉर्न)। हड़प्पा सभ्यता की मुहरों पर सबसे अधिक पाई जाने वाली आकृति एक सींग वाले बैल की है, जिसे अक्सर ‘यूनिकॉर्न’ के रूप में वर्णित किया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह जानवर संभवतः उस समय के धार्मिक विश्वासों या प्रतीकवाद का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा होगा। हड़प्पावासियों की मुहरें उनकी उन्नत कला, लेखन प्रणाली (हालांकि अभी तक पूरी तरह से पढ़ी नहीं गई है) और आर्थिक गतिविधियों को दर्शाती हैं।
- गलत विकल्प: घोड़े, हाथी और शेर की आकृतियाँ भी मिली हैं, लेकिन एक सींग वाले बैल की आकृति सबसे प्रमुख है।
प्रश्न 25: **विश्व इतिहास** – ‘औद्योगिक क्रांति’ (Industrial Revolution) का प्रारंभ सर्वप्रथम किस देश में हुआ?
- फ्रांस
- जर्मनी
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- ग्रेट ब्रिटेन
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ग्रेट ब्रिटेन। औद्योगिक क्रांति, जो 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में शुरू हुई, का सूत्रपात सर्वप्रथम ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: वहाँ कोयला और लौह अयस्क जैसे प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता, पूंजी की उपलब्धता, राजनीतिक स्थिरता, तकनीकी नवाचार (जैसे स्टीम इंजन) और विशाल औपनिवेशिक बाज़ार जैसे कई कारकों ने इस क्रांति को संभव बनाया। इससे उत्पादन के तरीकों में आमूल-चूल परिवर्तन आया और यह पूरी दुनिया में फैल गई।
- गलत विकल्प: अन्य देशों में भी औद्योगिक विकास हुआ, लेकिन क्रांति का प्रारंभिक केंद्र ग्रेट ब्रिटेन ही था।