इतिहास का महासंग्राम: अपनी तैयारी को परखें!
कल के गर्भ से आज की राह निकलती है, और इतिहास के ज्ञान से ही भविष्य की परीक्षा पार होती है! आइए, आज के इस विशेष सत्र में हमारे साथ जुड़िए और प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक भारत और विश्व इतिहास के झरोखों से गुजरते हुए अपनी तैयारी को एक नई धार दीजिए। यह मॉक टेस्ट सिर्फ प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि ज्ञान के समंदर में आपकी डुबकी है!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का शोक’ (Mound of the Dead) के रूप में जाना जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो (Mohenjo-daro) का अर्थ है ‘मृतकों का टीला’ (Mound of the Dead)। यह नाम पुरातात्विक खुदाई के दौरान मिले कंकालों के बड़े ढेर के कारण पड़ा।
- संदर्भ एवं विस्तार: मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था, जो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यह अपनी सुनियोजित शहरी संरचना, विशाल स्नानागार (Great Bath), और काँसे की नर्तकी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। इसका विकास लगभग 2500 ईसा पूर्व के आसपास हुआ था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जिसे खोजा गया था। लोथल एक बंदरगाह शहर था और कालीबंगा एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल था जो जुते हुए खेत के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘साम गान’ के लिए जाना जाता है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सामवेद को ‘साम गान’ (Chant) के लिए जाना जाता है। इसमें मुख्यतः यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्र हैं, जो ऋग्वेद से लिए गए हैं।
- संदर्भ एवं विस्तार: सामवेद भारतीय शास्त्रीय संगीत का उद्गम स्रोत माना जाता है। यह वेदों में सबसे छोटा है और इसका उच्चारण संगीतमय होता है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें देवताओं की स्तुति में श्लोक हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के मंत्र और विधियाँ हैं। अथर्ववेद में जादू-टोने, तंत्र-मंत्र और औषधियों का वर्णन है।
प्रश्न 3: तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन किस शासक के संरक्षण में हुआ था?
- अजातशत्रु
- कालाशोक
- अशोक
- कनिष्क
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन मौर्य शासक सम्राट अशोक के संरक्षण में पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) में 250 ईसा पूर्व के आसपास हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता स्थविर मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को शुद्ध करना और भिक्षुओं के संघ में उत्पन्न होने वाली विसंगतियों को दूर करना था। इस संगीति के परिणामस्वरूप ‘कथावत्थु’ नामक ग्रंथ की रचना हुई, जो अभिधम्म पिटक का हिस्सा है।
- गलत विकल्प: पहली बौद्ध संगीति अजातशत्रु के संरक्षण में राजगृह में हुई थी। दूसरी बौद्ध संगीति कालाशोक के संरक्षण में वैशाली में हुई थी। चौथी बौद्ध संगीति कनिष्क के संरक्षण में कुंडलवन (कश्मीर) में हुई थी।
प्रश्न 4: ‘डोक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ (Doctrine of Lapse) नामक सहायक संधि नीति का संबंध किस ब्रिटिश गवर्नर-जनरल से था?
- लॉर्ड वेलेजली
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘डोक्ट्रिन ऑफ लैप्स’ (व्यपगत का सिद्धांत) नामक नीति लॉर्ड डलहौजी (1848-1856) से संबंधित थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस नीति के तहत, यदि किसी भारतीय शासक की मृत्यु बिना किसी प्राकृतिक उत्तराधिकारी के हो जाती थी, तो उस राज्य को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था। इस नीति के द्वारा सतारा, जैतपुर, संभलपुर, उदयपुर, झाँसी और नागपुर जैसे राज्यों का विलय किया गया। इसने 1857 के विद्रोह के कारणों में से एक भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: लॉर्ड वेलेजली ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन 1905 में बंगाल के विभाजन के लिए प्रसिद्ध हैं। लॉर्ड कैनिंग भारत के पहले वायसराय थे और 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे।
प्रश्न 5: भारत का प्रथम वायसराय कौन था?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: 1857 के विद्रोह के बाद, भारत सरकार अधिनियम 1858 द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत कर दिया गया और भारत का शासन सीधे ब्रिटिश क्राउन के अधीन आ गया। इस परिवर्तन के साथ ही भारत के गवर्नर-जनरल के पद को ‘वायसराय’ (Viceroy) पद में बदल दिया गया, और लॉर्ड कैनिंग भारत के प्रथम वायसराय बने।
- संदर्भ एवं विस्तार: लॉर्ड कैनिंग ने 1856 से 1862 तक भारत में शासन किया। उन्होंने 1857 के विद्रोह को दबाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उसके बाद प्रशासनिक सुधारों को लागू किया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘लैप्स के सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड विलियम बेंटिंक पहले गवर्नर-जनरल थे जिन्होंने ब्रिटिश भारत के लिए गवर्नर-जनरल का पद संभाला था, न कि वायसराय का।
प्रश्न 6: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किस मराठा शासक ने किया था?
- शिवाजी
- संभाजी
- बाजीराव प्रथम
- मल्हार राव होलकर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ (Ashtapradhan) का गठन छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: अष्टप्रधान शिवाजी के मंत्रिपरिषद का एक समूह था, जिसमें आठ मंत्री शामिल थे। ये मंत्री राज्य के विभिन्न विभागों के प्रमुख होते थे और राजा को सलाह देते थे। इन आठ मंत्रियों में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (राजकीय पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामले), न्यायाधीश (न्याय प्रमुख) और पंडितराव (मुख्य न्यायाधीश) शामिल थे।
- गलत विकल्प: संभाजी शिवाजी के पुत्र थे और उन्होंने अपने पिता की विरासत को जारी रखा। बाजीराव प्रथम एक प्रसिद्ध पेशवा थे। मल्हार राव होलकर इंदौर के एक प्रमुख मराठा सरदार थे।
प्रश्न 7: कनिष्क के संरक्षण में कौन सी बौद्ध संगीति आयोजित हुई थी?
- दूसरी
- तीसरी
- चौथी
- पहली
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: कनिष्क के संरक्षण में चौथी बौद्ध संगीति कश्मीर के कुंडलवन में आयोजित हुई थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस संगीति की अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी और अश्वघोष उपाध्यक्ष थे। इस संगीति में बौद्ध धर्म को दो प्रमुख शाखाओं, हीनयान और महायान में विभाजित कर दिया गया था। महायान शाखा का प्रभुत्व इसी संगीति से बढ़ा।
- गलत विकल्प: पहली संगीति राजगृह में अजातशत्रु के समय, दूसरी वैशाली में कालाशोक के समय और तीसरी पाटलिपुत्र में अशोक के समय हुई थी।
प्रश्न 8: ‘आर्य समाज’ की स्थापना किसने की थी?
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राम मोहन राय
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘आर्य समाज’ की स्थापना स्वामी दयानंद सरस्वती ने 1875 में की थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती का मूल नाम मूलशंकर था। उन्होंने वेदों को ज्ञान का परम स्रोत माना और ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया। आर्य समाज का उद्देश्य प्राचीन भारतीय वैदिक संस्कृति का पुनरुद्धार करना, सामाजिक बुराइयों को दूर करना और शिक्षा का प्रसार करना था।
- गलत विकल्प: राजा राम मोहन राय ने ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना की थी। स्वामी विवेकानंद ने ‘रामकृष्ण मिशन’ की स्थापना की थी। ईश्वर चंद्र विद्यासागर समाज सुधारक थे जिन्होंने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया।
प्रश्न 9: मुगल काल में ‘मनसबदारी प्रथा’ का क्या उद्देश्य था?
- किसानों को भूमि का आवंटन
- सैनिक और प्रशासनिक अधिकारियों को पद और वेतन देना
- धार्मिक विद्वानों को अनुदान देना
- व्यापारियों को प्रोत्साहन देना
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मुगल काल में मनसबदारी प्रथा का मुख्य उद्देश्य सरकारी, सैन्य और नागरिक अधिकारियों को एक श्रेणीबद्ध प्रणाली के अनुसार पद (मनसब) और वेतन (जागीर के रूप में) प्रदान करना था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस प्रणाली की शुरुआत अकबर ने की थी। ‘मनसब’ का अर्थ है पद या रैंक, और ‘मनसबदार’ वह अधिकारी होता था जिसे एक निश्चित संख्या में घुड़सवार सेना, पैदल सेना और जानवरों को बनाए रखने की आवश्यकता होती थी। यह प्रणाली मुगल साम्राज्य की प्रशासनिक और सैन्य दक्षता का आधार थी।
- गलत विकल्प: किसानों को भूमि का आवंटन या धार्मिक विद्वानों को अनुदान देना इसके मुख्य उद्देश्य नहीं थे। यह एक नौकरशाही और सैन्य वर्गीकरण प्रणाली थी।
प्रश्न 10:TCP/IP प्रोटोकॉल का आविष्कार किसने किया था?
- टिम बर्नर्स-ली
- विंट सर्फ और बॉब कॉह्न
- बिल गेट्स
- स्टीव जॉब्स
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol) प्रोटोकॉल का आविष्कार विंट सर्फ (Vint Cerf) और बॉब कॉह्न (Bob Kahn) ने किया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: 1970 के दशक में, सर्फ और कॉह्न ने ARPANET (एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी नेटवर्क) के लिए एक ओपन-आर्किटेक्चर नेटवर्क मॉडल विकसित किया, जो अंततः इंटरनेट का आधार बना। TCP/IP डेटा को छोटे पैकेटों में विभाजित करने और उन्हें इंटरनेट पर प्रभावी ढंग से भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है।
- गलत विकल्प: टिम बर्नर्स-ली ने वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का आविष्कार किया। बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक हैं और स्टीव जॉब्स Apple के सह-संस्थापक थे।
प्रश्न 11: ‘दास प्रथा’ को कब समाप्त किया गया?
- 1833
- 1858
- 1947
- 1833
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत में दास प्रथा को आधिकारिक तौर पर 1833 के चार्टर अधिनियम द्वारा समाप्त किया गया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: लॉर्ड विलियम बेंटिंक के कार्यकाल के दौरान, 1833 के चार्टर अधिनियम ने भारत में दास प्रथा को विधि विरुद्ध घोषित कर दिया। हालांकि, इसके पूर्ण उन्मूलन में समय लगा और 1843 में अधिनियम V को पारित किया गया, जिसने भारत में दासता को समाप्त कर दिया।
- गलत विकल्प: 1858 भारत सरकार अधिनियम से संबंधित है, जिसने कंपनी शासन समाप्त कर ब्रिटिश क्राउन का शासन शुरू किया। 1947 भारत की स्वतंत्रता का वर्ष है।
प्रश्न 12: सिखों के किस गुरु ने ‘खालसा पंथ’ की स्थापना की?
- गुरु नानक देव
- गुरु अंगद देव
- गुरु अर्जुन देव
- गुरु गोबिंद सिंह
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गुरु गोबिंद सिंह, सिखों के दसवें और अंतिम गुरु, ने 1699 में बैसाखी के दिन ‘खालसा पंथ’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: खालसा का अर्थ है ‘शुद्ध’ या ‘पवित्र’। गुरु गोबिंद सिंह ने पाँच ‘क’ (केश, कड़ा, कृपाण, कच्छा, कंघा) धारण करने का आदेश देकर एक अनुशासित और योद्धा समुदाय बनाया। खालसा की स्थापना का उद्देश्य अन्याय के खिलाफ लड़ना और धर्म की रक्षा करना था।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु अंगद देव ने गुरमुखी लिपि का विकास किया। गुरु अर्जुन देव ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का निर्माण पूरा किया और ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का संकलन किया।
प्रश्न 13: ‘प्लासी का युद्ध’ कब हुआ था?
- 1757
- 1764
- 1857
- 1576
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को हुआ था।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना, जिसका नेतृत्व रॉबर्ट क्लाइव ने किया था, और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला की सेना के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में क्लाइव की जीत हुई, जिसका मुख्य कारण रॉबर्ट क्लाइव द्वारा सिराजुद्दौला के सेनापति मीर जाफर को अपनी ओर मिला लेना था। इस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश शासन की नींव रखी।
- गलत विकल्प: 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ था। 1857 भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम था। 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध हुआ था।
प्रश्न 14: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किसने की थी?
- अकबर
- हुमायूँ
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ (Din-i Ilahi) नामक एक नए धर्म की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने 1582 में की थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: दीन-ए-इलाही का अर्थ है ‘ईश्वर का धर्म’। यह विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर एक सार्वभौमिक धर्म बनाने का एक प्रयास था, जिसमें ईश्वर की एकता पर जोर दिया गया था। अकबर ने इस धर्म को अपनी धार्मिक सहिष्णुता और सभी धर्मों के प्रति सम्मान की नीति के तहत शुरू किया था। हालांकि, यह धर्म अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ और इसके अनुयायियों की संख्या बहुत कम रही।
- गलत विकल्प: हुमायूँ अकबर के पिता थे। शाहजहाँ ने ताजमहल का निर्माण कराया। औरंगजेब एक कट्टर मुस्लिम शासक था जिसने धार्मिक सहिष्णुता की नीति को समाप्त कर दिया था।
प्रश्न 15: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1917
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई और 1799 तक चली।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस क्रांति ने फ्रांस की राजशाही को उखाड़ फेंका और गणतंत्र की स्थापना की। क्रांति के मुख्य नारे ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) थे। इस क्रांति का पूरे यूरोप और दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ा, जिसने उदारवाद, राष्ट्रवाद और लोकतंत्र के विचारों को बढ़ावा दिया।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन की हार का वर्ष है। 1917 रूस की क्रांति का वर्ष है।
प्रश्न 16: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस आंदोलन से संबंधित था?
- असहयोग आंदोलन
- सविनय अवज्ञा आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- खिलाफत आंदोलन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता (Gandhi-Irwin Pact) 5 मार्च 1931 को हुआ था और यह सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) से संबंधित था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस समझौते में, महात्मा गांधी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि ब्रिटिश सरकार ने कुछ कैदियों को रिहा करने और कुछ जन आंदोलन की मांगों को स्वीकार करने का वादा किया। यह समझौता द्वितीय गोलमेज सम्मेलन (Second Round Table Conference) में भाग लेने के लिए किया गया था, जिसमें गांधीजी ने कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया था।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन (1920-22) को चौरी-चौरा घटना के बाद वापस ले लिया गया था। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू हुआ था। खिलाफत आंदोलन (1919-24) तुर्की के खलीफा के समर्थन में चलाया गया था।
प्रश्न 17: ऋग्वैदिक काल में ‘बलि’ का क्या अर्थ था?
- एक प्रकार का कर
- एक धार्मिक अनुष्ठान
- एक गाँव का मुखिया
- एक युद्ध की घोषणा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ऋग्वैदिक काल में ‘बलि’ एक प्रकार का स्वैच्छिक कर था जो प्रजा अपने राजा या मुखिया को देती थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: यह उपज का एक अंश होता था जिसे लोग राजा को अपनी सुरक्षा और कल्याण के बदले देते थे। समय के साथ, यह एक अनिवार्य कर के रूप में विकसित हुआ। ‘बलि’ को कर के रूप में प्रस्तुत करने के साथ-साथ, कुछ संदर्भों में इसे अनुष्ठानिक भेंट के रूप में भी देखा जाता है, लेकिन प्राचीन भारत की प्रशासनिक शब्दावली में यह कर का ही एक रूप था।
- गलत विकल्प: यद्यपि कुछ अनुष्ठानों में बलि प्रथा थी, लेकिन ऋग्वैदिक काल में ‘बलि’ का प्राथमिक आर्थिक और राजनीतिक अर्थ प्रजा द्वारा राजा को दिया जाने वाला कर ही था।
प्रश्न 18: ‘सती प्रथा’ को समाप्त करने में किस वायसराय का महत्वपूर्ण योगदान था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: सती प्रथा को समाप्त करने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान वायसराय लॉर्ड विलियम बेंटिंक (1828-1835) का था।
- संदर्भ एवं विस्तार: राजा राम मोहन राय जैसे समाज सुधारकों के अथक प्रयासों और लॉर्ड विलियम बेंटिंक के दृढ़ संकल्प के परिणामस्वरूप, 1829 में रेगुलेशन XVII पारित किया गया, जिसने बंगाल में सती प्रथा को प्रतिबंधित और दंडनीय अपराध घोषित कर दिया। बाद में इस कानून को मद्रास और बॉम्बे प्रेसीडेंसी में भी लागू किया गया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ने ‘लैप्स का सिद्धांत’ पेश किया। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड कैनिंग पहले वायसराय थे।
प्रश्न 19: ‘पानीपत का प्रथम युद्ध’ किनके बीच लड़ा गया था?
- अकबर और हेमू
- बाबर और इब्राहिम लोदी
- अकबर और महाराणा प्रताप
- अकबर और शेर शाह सूरी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पानीपत का प्रथम युद्ध 1526 में बाबर और दिल्ली सल्तनत के लोदी वंश के अंतिम शासक इब्राहिम लोदी के बीच लड़ा गया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस युद्ध में बाबर की जीत हुई और उसने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी। बाबर ने इस युद्ध में पहली बार ‘तोपखाने’ (Gunpowder Artillery) का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया, जिसने युद्ध का रुख बदल दिया।
- गलत विकल्प: पानीपत का दूसरा युद्ध (1556) अकबर और हेमू के बीच हुआ था। पानीपत का तीसरा युद्ध (1761) मराठों और अहमद शाह अब्दाली के बीच हुआ था। अकबर और महाराणा प्रताप के बीच हल्दीघाटी का युद्ध (1576) हुआ था।
प्रश्न 20: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
- 1885, मुंबई
- 1905, कोलकाता
- 1920, नागपुर
- 1947, दिल्ली
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को मुंबई (तब बंबई) में हुई थी।
- संदर्भ एवं विस्तार: कांग्रेस की स्थापना ए.ओ. ह्यूम (A.O. Hume), एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी, के सुझाव पर की गई थी। इसके पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Bonnerjee) थे, और पहले अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका प्रारंभिक उद्देश्य भारतीय राष्ट्रवादियों को एक मंच प्रदान करना था।
- गलत विकल्प: 1905 में बनारस अधिवेशन हुआ था, 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ और नागपुर अधिवेशन में उसे स्वीकृति मिली, और 1947 भारत की स्वतंत्रता का वर्ष है।
प्रश्न 21: ‘जंतर-मंतर’ का निर्माण किसने करवाया था?
- सवाई जय सिंह द्वितीय
- अकबर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘जंतर-मंतर’ का निर्माण जयपुर के महाराज सवाई जय सिंह द्वितीय ने करवाया था।
- संदर्भ एवं विस्तार: सवाई जय सिंह द्वितीय खगोल विज्ञान के प्रति विशेष रुचि रखते थे और उन्होंने भारत के विभिन्न शहरों (दिल्ली, जयपुर, उज्जैन, वाराणसी, मथुरा) में पाँच खगोलीय वेधशालाओं का निर्माण करवाया, जिन्हें ‘जंतर-मंतर’ कहा जाता है। ये वेधशालाएँ ज्योतिषीय गणनाओं और खगोलीय प्रेक्षणों के लिए बनाई गई थीं।
- गलत विकल्प: अकबर, शाहजहाँ और औरंगजेब मुगल सम्राट थे जिन्होंने विभिन्न स्मारक बनवाए, लेकिन खगोलीय वेधशालाओं का निर्माण सवाई जय सिंह द्वितीय की विशेषता थी।
प्रश्न 22: ‘गांधी-अरविंद समझौता’ किस आंदोलन के निलंबन से संबंधित था?
- असहयोग आंदोलन
- सविनय अवज्ञा आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- रौलट सत्याग्रह
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था और यह सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को निलंबित करने से संबंधित था।
- संदर्भ एवं विस्तार: इस समझौते के तहत, गांधीजी ने आंदोलन स्थगित करने का आश्वासन दिया, और इसके बदले में सरकार ने कुछ रियायतें देने का वादा किया, जैसे कि नमक सत्याग्रह के दौरान जब्त की गई संपत्ति को लौटाना और गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा करना। इस समझौते ने आंदोलन की गति को कुछ समय के लिए धीमा कर दिया।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1922 में चौरी-चौरा की घटना के बाद समाप्त हुआ था। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में हुआ था। रौलट सत्याग्रह 1919 में हुआ था।
प्रश्न 23: ‘मंगल पांडे’ ने किस घटना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी?
- 1857 के विद्रोह की शुरुआत
- जलियांवाला बाग हत्याकांड
- चौरी-चौरा घटना
- दांडी मार्च
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मंगल पांडे ने 1857 के भारतीय विद्रोह की शुरुआत की चिंगारी जलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- संदर्भ एवं विस्तार: बैरकपुर छावनी में तैनात 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री के सिपाही मंगल पांडे ने 29 मार्च 1857 को नई एनफील्ड राइफलों में इस्तेमाल होने वाली ग्रीस लगी कारतूसों के खिलाफ विद्रोह कर दिया, जो गाय और सुअर की चर्बी से बने होने का आरोप था। उन्होंने अपने सार्जेंट पर हमला किया और इस कार्रवाई के बाद उन्हें गिरफ्तार कर फाँसी दे दी गई, लेकिन उनके विद्रोह ने देश भर में अन्य सिपाहियों को प्रेरित किया।
- गलत विकल्प: जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919 में हुआ था। चौरी-चौरा घटना 1922 में हुई थी। दांडी मार्च 1930 में हुआ था।
प्रश्न 24: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ किस घटना से संबंधित है?
- दिल्ली दंगे (1984)
- सिख अलगाववादी आंदोलन
- भारत-पाक युद्ध (1971)
- काले धन के विरुद्ध अभियान
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ (Operation Blue Star) 1984 में पंजाब में बढ़ते सिख अलगाववाद और आतंकवाद से निपटना था, जिसका केंद्र अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में स्थित था।
- संदर्भ एवं विस्तार: भारतीय सेना ने जून 1984 में स्वर्ण मंदिर परिसर से अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों को निकालने के लिए इस सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया था। इस कार्रवाई के कारण मंदिर को काफी नुकसान हुआ था और इसने सिख समुदाय के बीच गहरा रोष पैदा किया, जो अंततः तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का कारण बना।
- गलत विकल्प: 1984 के दिल्ली दंगे ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद हुए थे। भारत-पाक युद्ध 1971 में हुआ था। काले धन के विरुद्ध अभियान एक हालिया आर्थिक नीति है।
प्रश्न 25: ‘पुर्तगाली उपनिवेशवाद’ का संस्थापक किसे माना जाता है?
- वास्को डी गामा
- अल्फांसो डी अल्बुकर्क
- पेड्रो अल्वारेस कैब्राल
- फ्रांसिस्को डी अल्मेडा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अल्फांसो डी अल्बुकर्क (Afonso de Albuquerque) को पुर्तगाली उपनिवेशवाद का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।
- संदर्भ एवं विस्तार: 1509 से 1515 तक भारत में पुर्तगाली गवर्नर के रूप में, अल्बुकर्क ने भारत में पुर्तगाली शक्ति को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने 1510 में गोवा पर कब्जा किया, जिससे पुर्तगालियों को भारतीय महासागर में एक मजबूत नौसैनिक अड्डा मिला। उन्होंने एक आक्रामक नीति अपनाई, जिसका उद्देश्य पुर्तगाली व्यापार एकाधिकार स्थापित करना और मुस्लिम व्यापारियों को कमजोर करना था।
- गलत विकल्प: वास्को डी गामा 1498 में भारत आया था और उसने समुद्री मार्ग खोजा था, लेकिन उपनिवेशवाद का आधार अल्बुकर्क ने रखा। पेड्रो अल्वारेस कैब्राल ने ब्राजील की खोज की। फ्रांसिस्को डी अल्मेडा भारत में पुर्तगाली गवर्नर बनने वाले पहले व्यक्ति थे, लेकिन उनकी नीति का मुख्य उद्देश्य व्यापार मार्गों की सुरक्षा था, न कि साम्राज्य का विस्तार।
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