इतिहास का महासंगम: 25 प्रश्न, 25 स्पष्टीकरण, आपकी तैयारी का अंतिम पड़ाव!
नमस्कार, इतिहास के जिज्ञासु साथियों! क्या आप अपनी ऐतिहासिक ज्ञान की गहराई को परखने के लिए तैयार हैं? समय की रेत में छिपे रहस्यों और युगों के महानायकों की कहानियों से भरे इस रोमांचक सफर पर निकल पड़ें। आज हम आपके लिए लाए हैं इतिहास के हर कालखंड से चुने गए 25 बहुमूल्य प्रश्न, जो आपकी तैयारी को धार देंगे और परीक्षा के मैदान में आपको आत्मविश्वास से भर देंगे। आइए, अतीत के झरोखों से झांकें और अपने ज्ञान की मशाल जलाएं!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सैंधव सभ्यता के किस स्थल से एक स्टेडियम के प्रमाण मिले हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धोलावीरा
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: धोलावीरा, जो गुजरात में स्थित है, एक मात्र हड़प्पा कालीन स्थल है जहाँ से एक विशाल स्टेडियम या खेल के मैदान के प्रमाण मिले हैं। यह सार्वजनिक सभाओं या मनोरंजन के लिए एक बड़े स्थान को दर्शाता है।
- संदर्भ और विस्तार: धोलावीरा सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहर था, जो अपने जल प्रबंधन प्रणाली के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ एक अनूठी शहरी योजना देखने को मिलती है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो विशाल शहर थे जहाँ स्नानागार, अन्नागार आदि मिले, लेकिन स्टेडियम के स्पष्ट प्रमाण नहीं। लोथल एक बंदरगाह शहर था।
प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘संगीत का वेद’ भी कहा जाता है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: सामवेद का संकलन ऋग्वेद के मंत्रों पर आधारित है, लेकिन इसमें मुख्य रूप से यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्र (गायन) संकलित हैं। इसी कारण इसे ‘संगीत का वेद’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: सामवेद के मंत्रों का पाठ लाक्षणिक रूप से किया जाता था, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत के विकास का आधार माने जाते हैं।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है जिसमें देवताओं की स्तुति है। यजुर्वेद में यज्ञों के मंत्र और विधियाँ हैं, और अथर्ववेद में जादू-टोना, चिकित्सा आदि का वर्णन है।
प्रश्न 3: मौर्य काल में ‘सीताध्यक्ष’ का क्या कार्य था?
- राजस्व एकत्र करना
- भूमि का निरीक्षण और मापन
- कृषि का निरीक्षण और प्रबंधन
- अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: मौर्य काल के प्रशासनिक ढांचे में, ‘सीताध्यक्ष’ वह अधिकारी होता था जो सरकारी भूमि (सीता) से प्राप्त आय की देखरेख करता था, जिसका अर्थ था कि वह कृषि का निरीक्षण और प्रबंधन करता था।
- संदर्भ और विस्तार: कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र’ में विभिन्न अध्यक्षों का वर्णन है, जो राज्य के विभिन्न विभागों के प्रमुख थे। सीता अध्यक्ष का कार्य राज्य की कृषि भूमि से संबंधित था।
- गलत विकल्प: राजस्व एकत्र करने का कार्य ‘समाहर्ता’ या ‘सन्निधाता’ जैसे अधिकारी करते थे। भूमि का निरीक्षण ‘मापक’ करता था। अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण ‘शस्त्रागार अध्यक्ष’ के अधीन था।
प्रश्न 4: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
- कला, साहित्य और विज्ञान की अभूतपूर्व उन्नति के कारण
- विशाल साम्राज्य की स्थापना के कारण
- भारी मात्रा में सोने के सिक्के चलाने के कारण
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) कला, साहित्य, विज्ञान, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला में महान उपलब्धियों का काल था। कालिदास जैसे महान कवि, आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञ इसी काल में हुए।
- संदर्भ और विस्तार: इस काल में अजंता की गुफाओं के चित्रों का विकास, मथुरा और सारनाथ की मूर्तिकला का चरमोत्कर्ष, और खगोल विज्ञान में सूर्य सिद्धांत जैसे महत्वपूर्ण कार्य हुए।
- गलत विकल्प: हालांकि गुप्तों का साम्राज्य विशाल था और उन्होंने बड़ी संख्या में सोने के सिक्के चलाए, लेकिन ‘स्वर्ण युग’ का मुख्य कारण इन क्षेत्रों में हुई सांस्कृतिक और वैज्ञानिक प्रगति है।
प्रश्न 5: हजरत मुहम्मद का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
- 570 ईस्वी, मक्का
- 570 ईस्वी, मदीना
- 610 ईस्वी, मक्का
- 622 ईस्वी, मदीना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: हजरत मुहम्मद साहब का जन्म 570 ईस्वी में अरब प्रायद्वीप के मक्का शहर में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यहीं पर उन्हें 610 ईस्वी में ईश्वरीय ज्ञान (पहला फरिश्ता जिब्राईल द्वारा) प्राप्त हुआ, और उन्होंने इस्लाम धर्म का प्रचार शुरू किया। मदीना हिजरत (प्रवास) का स्थान है।
- गलत विकल्प: मदीना उनके प्रवास का स्थान था (622 ईस्वी), और 610 ईस्वी वह वर्ष है जब उन्हें नबूवत (पैगम्बरी) मिली।
प्रश्न 6: बहमनी सल्तनत का संस्थापक कौन था?
- अलाउद्दीन बहमन शाह
- मुहम्मद बिन तुगलक
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: बहमनी सल्तनत की स्थापना 1347 ईस्वी में हसन गंगू ने की थी, जिसने ‘अलाउद्दीन बहमन शाह’ की उपाधि धारण की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह सल्तनत दक्कन क्षेत्र में स्थापित हुई थी और विजयनगर साम्राज्य की प्रमुख प्रतिद्वंद्वी थी। इसकी राजधानी गुलबर्ग (आहसानबाद) थी।
- गलत विकल्प: मुहम्मद बिन तुगलक दिल्ली सल्तनत का शासक था, जिसकी नीतियों से असंतुष्ट होकर हसन गंगू ने बहमनी राज्य की नींव रखी। अलाउद्दीन खिलजी और फिरोजशाह तुगलक भी दिल्ली सल्तनत के शासक थे।
प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक ने ‘गजBETKER’ (हाथी पकड़ने वाला) की उपाधि धारण की?
- कृष्णदेवराय
- देवराय द्वितीय
- बुक्क प्रथम
- हरिहर प्रथम
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: विजयनगर साम्राज्य के शासक देवराय द्वितीय (शासनकाल 1422-1446 ईस्वी) को ‘इमाडि देवराय’ या ‘गजBETKER’ (हाथी पकड़ने वाला) के रूप में भी जाना जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उनकी सैन्य शक्ति, विशेषकर हाथियों की बड़ी सेना के कारण दी गई थी। वे विजयनगर के सबसे योग्य शासकों में से एक थे।
- गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासक थे, लेकिन यह उपाधि उनसे पहले के देवराय द्वितीय से जुड़ी है। हरिहर प्रथम और बुक्क प्रथम ने साम्राज्य की स्थापना की थी।
प्रश्न 8: ‘तैमूर लंग’ ने भारत पर कब आक्रमण किया?
- 1398 ईस्वी
- 1498 ईस्वी
- 1526 ईस्वी
- 1336 ईस्वी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: तैमूर लंग, मध्य एशिया का एक तुर्क-मंगोल विजेता, 1398-99 ईस्वी में भारत पर आक्रमण किया और दिल्ली को लूटा।
- संदर्भ और विस्तार: इस आक्रमण के कारण दिल्ली सल्तनत अत्यंत कमजोर हो गई और अंततः सैयद वंश और लोदी वंश के अधीन यह समाप्त हो गई। उसने भारत में सैयद वंश की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया।
- गलत विकल्प: 1498 ईस्वी में वास्कोडिगामा भारत आया। 1526 ईस्वी में बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर मुगल साम्राज्य की नींव रखी। 1336 ईस्वी में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हुई थी।
प्रश्न 9: किस मुगल बादशाह ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की शुरुआत की?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक संश्लेषित धर्म की शुरुआत की।
- संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सार तत्वों को मिलाकर एक ऐसा धर्म बनाना था जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। यह केवल कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा ही अपनाया गया और असफल रहा।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने अपने-अपने शासनकाल में अलग-अलग नीतियों का पालन किया, लेकिन इस प्रकार के धर्म की शुरुआत अकबर ने ही की थी।
प्रश्न 10: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- सम्राट अशोक
- शिवाजी महाराज
- हैदर अली
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासन के सुचारू संचालन के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में प्रधानमंत्री (पेशवा), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव, सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति, पंडितराव (धर्म गुरु), न्यायाधीश और पंडितराव (मुख्य पुरोहित) शामिल थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक प्राचीन भारत के शासक थे जिनके पास अलग प्रशासनिक व्यवस्थाएँ थीं। हैदर अली मैसूर के शासक थे।
प्रश्न 11: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?
- डलहौजी की लैप्स की नीति
- सहायक संधि
- धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले कारतूस
- भारतीयों को उच्च पदों से वंचित रखना
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: 1857 के विद्रोह का सबसे तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में इस्तेमाल होने वाले कारतूस थे, जिनके बारे में यह अफवाह थी कि वे गाय और सूअर की चर्बी से चिकनाए गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: इससे हिंदू और मुस्लिम दोनों सैनिकों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। मंगल पांडे ने इसका विरोध करते हुए विद्रोह की पहली चिंगारी जलाई।
- गलत विकल्प: डलहौजी की लैप्स की नीति (जैसे झांसी का विलय) और सहायक संधि जैसी नीतियों ने विद्रोह के प्रति असंतोष में योगदान दिया था, लेकिन धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले कारतूस तत्काल कारण थे।
प्रश्न 12: ‘अभिनव भारत’ नामक गुप्त क्रांतिकारी संगठन की स्थापना किसने की थी?
- भगत सिंह
- वीर सावरकर
- चंद्रशेखर आजाद
- सुरेंद्रनाथ बनर्जी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: विनायक दामोदर सावरकर (वीर सावरकर) ने 1904 ईस्वी में ‘अभिनव भारत’ नामक गुप्त क्रांतिकारी संगठन की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना मूल रूप से ‘मित्र मेला’ के रूप में हुई थी, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति को बढ़ावा देना था।
- गलत विकल्प: भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद और सुरेंद्रनाथ बनर्जी स्वतंत्रता संग्राम के अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति थे, लेकिन ‘अभिनव भारत’ की स्थापना वीर सावरकर ने की थी।
प्रश्न 13: भारत में ‘लॉर्ड मेयो का कार्यकाल’ किस लिए जाना जाता है?
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
- संवैधानिक सुधारों की शुरुआत
- भारत में प्रथम जनगणना
- जलियांवाला बाग हत्याकांड
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: लॉर्ड मेयो, जो 1869 से 1872 ईस्वी तक भारत के वायसराय रहे, उनके कार्यकाल में 1872 ईस्वी में भारत की पहली जनगणना हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि यह जनगणना अनियंत्रित थी, लेकिन इसे भारत में व्यवस्थित जनगणना की दिशा में पहला कदम माना जाता है।
- गलत विकल्प: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 ईस्वी में लॉर्ड डफरिन के समय हुई थी। जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919 ईस्वी में लॉर्ड चेम्सफोर्ड के समय हुआ था।
प्रश्न 14: ‘गदर पार्टी’ का मुख्यालय कहाँ स्थित था?
- लंदन
- पेरिस
- सैन फ्रांसिस्को
- बर्लिन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: गदर पार्टी, जिसका गठन मुख्य रूप से प्रवासी भारतीय देशभक्तों ने 1913 ईस्वी में किया था, उसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित था।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी का उद्देश्य भारत में ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था और इसके सदस्य भारतीय सैनिकों को विद्रोह के लिए उकसाते थे। ‘गदर’ नामक पत्रिका इसका मुख्य प्रचार माध्यम थी।
- गलत विकल्प: लंदन, पेरिस और बर्लिन अन्य महत्वपूर्ण केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को ही था।
प्रश्न 15: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सुभाष चंद्र बोस
- सरदार पटेल
- एम.एन. रॉय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: सुभाष चंद्र बोस ने 1939 ईस्वी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ नामक एक नए दल की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य कांग्रेस के भीतर एक अधिक क्रांतिकारी और आक्रामक रुख अपनाना था, विशेष रूप से द्वितीय विश्व युद्ध के संदर्भ में।
- गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल और एम.एन. रॉय कांग्रेस के अन्य महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
प्रश्न 16: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का नारा क्या था?
- पूर्ण स्वराज
- करो या मरो
- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है
- दिल्ली चलो
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 को मुंबई में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की शुरुआत करते हुए ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारतीयों को स्वतंत्रता के लिए अंतिम संघर्ष के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से दिया गया था, जिसमें उन्होंने या तो सफल होना था या मरना था।
- गलत विकल्प: ‘पूर्ण स्वराज’ का नारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 1929 में अपनाया था। ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ बाल गंगाधर तिलक का नारा था। ‘दिल्ली चलो’ सुभाष चंद्र बोस का नारा था।
प्रश्न 17: 1946 के रॉयल इंडियन नेवी (RIN) विद्रोह का समर्थन किसने किया था?
- महात्मा गांधी
- मोहम्मद अली जिन्ना
- सरदार पटेल
- उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: 1946 के RIN विद्रोह के समय, विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने इस विरोध को समर्थन दिया था। महात्मा गांधी ने इसे हिंसक न होने की सलाह दी, लेकिन आंदोलन की जायज मांगों का समर्थन किया। मोहम्मद अली जिन्ना और सरदार पटेल ने भी प्रदर्शनकारी नौसैनिकों को समर्थन दिया।
- संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह भारतीय नौसेना के कर्मियों द्वारा किया गया एक महत्वपूर्ण विरोध था, जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ था और जिसने भारत की स्वतंत्रता में अप्रत्यक्ष रूप से योगदान दिया।
- गलत विकल्प: हालांकि प्रत्येक नेता का दृष्टिकोण थोड़ा भिन्न हो सकता है, लेकिन सभी ने किसी न किसी रूप में समर्थन व्यक्त किया था।
प्रश्न 18: 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड के समय भारत का वायसराय कौन था?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड विलियम बेंटिक
- लॉर्ड चेम्सफोर्ड
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार के समय भारत के वायसराय लॉर्ड चेम्सफोर्ड थे।
- संदर्भ और विस्तार: इस घटना में जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे लोगों की भीड़ पर गोलियां चलाई गई थीं। इसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ब्रिटिश शासन के प्रति विरोध को और तीव्र कर दिया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन (बंगाल विभाजन 1905), लॉर्ड विलियम बेंटिक (सती प्रथा का अंत 1829), और लॉर्ड कैनिंग (1857 का विद्रोह) अन्य महत्वपूर्ण वायसराय थे।
प्रश्न 19: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता कौन हैं?
- तुलसीदास
- कबीरदास
- जयदेव
- सूरदास
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: ‘गीत गोविंद’ संस्कृत भाषा की एक प्रसिद्ध रचना है, जिसके रचयिता 12वीं शताब्दी के कवि जयदेव थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह कृति राधा और कृष्ण के प्रेम प्रसंगों का काव्यात्मक वर्णन करती है और भारतीय साहित्य व संगीत पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। जयदेव बंगाल के सेन राजवंश के शासक लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे।
- गलत विकल्प: तुलसीदास ‘रामचरितमानस’, कबीरदास ‘बीजक’ और सूरदास ‘सूरसागर’ के रचयिता हैं।
प्रश्न 20: चोल साम्राज्य का प्रमुख बंदरगाह कौन सा था?
- कावेरीपट्टनम
- मदुरै
- तंजावुर
- कांचीपुरम
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: चोल साम्राज्य का सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख बंदरगाह कावेरीपट्टनम (पुहार) था, जो कावेरी नदी के डेल्टा पर स्थित था।
- संदर्भ और विस्तार: यह न केवल व्यापार का एक प्रमुख केंद्र था, बल्कि एक सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व भी रखता था। चोलों ने अपने समुद्री व्यापार को दूर-दूर तक फैलाया था।
- गलत विकल्प: मदुरै, तंजावुर और कांचीपुरम महत्वपूर्ण शहर थे, लेकिन कावेरीपट्टनम उनके समुद्री व्यापार का मुख्य केंद्र था।
प्रश्न 21: ‘गयासुद्दीन तुगलक’ ने किस राज्य की स्थापना की थी?
- दिल्ली सल्तनत
- बहमनी सल्तनत
- तुगलक वंश
- खिलजी वंश
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: गयासुद्दीन तुगलक (जिसे गाजी मलिक भी कहा जाता है) दिल्ली सल्तनत में तुगलक वंश का संस्थापक था। उसने 1320 ईस्वी में खिलजी वंश के अंतिम शासक खुसरो शाह को हराकर सत्ता संभाली।
- संदर्भ और विस्तार: गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की शुरुआत की, जो दिल्ली सल्तनत का तीसरा राजवंश था। उसने अपनी नीतियों से सल्तनत को मजबूती प्रदान की।
- गलत विकल्प: दिल्ली सल्तनत की स्थापना कुतुबुद्दीन ऐबक (गुलाम वंश) ने की थी। बहमनी सल्तनत की स्थापना हसन गंगू ने की थी। खिलजी वंश की स्थापना जलालुद्दीन खिलजी ने की थी।
प्रश्न 22: ‘अमरनायक व्यवस्था’ किस साम्राज्य से संबंधित थी?
- चोल साम्राज्य
- पांड्य साम्राज्य
- विजयनगर साम्राज्य
- पल्लव साम्राज्य
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: अमरनायक व्यवस्था विजयनगर साम्राज्य की एक महत्वपूर्ण सैन्य और प्रशासनिक प्रणाली थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसके तहत, राज्य को विभिन्न इकाइयों में विभाजित किया जाता था, जिन्हें ‘अमरम्’ कहा जाता था, और उनका प्रशासन ‘अमरनायक’ नामक सैन्य कमांडरों को सौंपा जाता था। ये नायक अपने क्षेत्र से राजस्व एकत्र करते थे और सेना बनाए रखते थे।
- गलत विकल्प: यह व्यवस्था दक्षिण भारत के अन्य प्रमुख राजवंशों जैसे चोल, पांड्य या पल्लव के शासनकाल में नहीं पाई जाती थी।
प्रश्न 23: पानीपत का प्रथम युद्ध कब हुआ था?
- 1526 ईस्वी
- 1556 ईस्वी
- 1761 ईस्वी
- 1576 ईस्वी
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 ईस्वी को बाबर और इब्राहिम लोदी (दिल्ली सल्तनत के अंतिम शासक) के बीच हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में बाबर की जीत हुई और उसने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी। इस युद्ध में तोपखाने का प्रभावी उपयोग किया गया था।
- गलत विकल्प: 1556 ईस्वी में पानीपत का दूसरा युद्ध (अकबर और हेमू के बीच) और 1761 ईस्वी में तीसरा युद्ध (मराठा और अहमद शाह अब्दाली के बीच) हुआ था। 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध हुआ था।
प्रश्न 24: ‘कौटिल्य’ का प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है?
- रामायण
- महाभारत
- अर्थशास्त्र
- नीतिशास्त्र
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: कौटिल्य (जिन्हें चाणक्य या विष्णुगुप्त भी कहा जाता है) मौर्य काल के एक महान विद्वान, अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने ‘अर्थशास्त्र’ नामक ग्रंथ की रचना की।
- संदर्भ और विस्तार: ‘अर्थशास्त्र’ राज्य-कला, आर्थिक नीति और सैन्य रणनीति का एक व्यापक ग्रंथ है, जो प्राचीन भारतीय शासन व्यवस्था की गहरी समझ प्रदान करता है।
- गलत विकल्प: रामायण और महाभारत प्राचीन भारतीय महाकाव्य हैं, जबकि ‘नीतिशास्त्र’ एक सामान्य शब्द है, हालांकि कौटिल्य की कृति को इस श्रेणी में रखा जा सकता है, ‘अर्थशास्त्र’ इसका विशिष्ट नाम है।
प्रश्न 25: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776 ईस्वी
- 1789 ईस्वी
- 1815 ईस्वी
- 1848 ईस्वी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही होने का कारण: फ्रांसीसी क्रांति 1789 ईस्वी में शुरू हुई और 1799 ईस्वी तक चली। यह आधुनिक यूरोपीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति का मुख्य उद्देश्य राजशाही का अंत कर गणतंत्र की स्थापना करना था, जिसने ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ के आदर्शों को बढ़ावा दिया। इसने पूरे यूरोप और दुनिया को प्रभावित किया।
- गलत विकल्प: 1776 ईस्वी में अमेरिकी क्रांति हुई थी। 1815 ईस्वी में वाटरलू का युद्ध हुआ जिसने नेपोलियन के शासन का अंत किया। 1848 ईस्वी में यूरोप में विभिन्न क्रांतियाँ हुईं।