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इतिहास का महारथी: 25 प्रश्न, 25 परख

इतिहास का महारथी: 25 प्रश्न, 25 परख

क्या आप इतिहास के रहस्यों को सुलझाने और अपनी ज्ञान की धार तेज करने के लिए तैयार हैं? चलिए, समय की गलियों में एक रोमांचक यात्रा पर निकलते हैं और इन 25 बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ अपनी तैयारी को परखते हैं। हर प्रश्न आपको अतीत की एक नई झलक दिखाएगा!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से ‘नर्तकी की मूर्ति’ मिली है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। यहाँ से प्राप्त प्रसिद्ध ‘नर्तकी की मूर्ति’ कांस्य धातु से बनी एक छोटी, लेकिन अत्यंत सजीव कलाकृति है, जो उस काल की शिल्पकला की उत्कृष्ट मिसाल है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मूर्ति लगभग 4500 वर्ष पुरानी मानी जाती है और इसकी बनावट उस समय की उन्नत धातु-ढलाई तकनीक को दर्शाती है। यह कलाकृति आज भी राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली में प्रदर्शित है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा से श्रमिक आवास और कब्रिस्तान मिले हैं। लोथल से गोदी (डॉकयार्ड) का प्रमाण मिला है, और कालीबंगा से हल जोते जाने के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 2: ‘अमुक्तमाल्यद’ नामक महाकाव्य की रचना किसने की थी?

  1. कृष्णदेव राय
  2. हरिहर
  3. बुक्का
  4. देवराय द्वितीय

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘अमुक्तमाल्यद’ विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक, कृष्णदेव राय की एक उत्कृष्ट कृति है। यह तमिल भाषा में रचित एक भक्ति काव्य है, जो भगवान विष्णु और देवी आंडाल की कथा पर आधारित है।
  • संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेव राय स्वयं एक विद्वान और कवि थे और उन्होंने तेलुगु साहित्य के ‘अष्टदिग्गज’ के संरक्षक के रूप में भी ख्याति अर्जित की। ‘अमुक्तमाल्यद’ का शाब्दिक अर्थ है ‘जिसे माला पहनाई गई हो’।
  • गलत विकल्प: हरिहर और बुक्का विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे। देवराय द्वितीय ने भी साहित्य को संरक्षण दिया, लेकिन ‘अमुक्तमाल्यद’ उनकी रचना नहीं है।

प्रश्न 3: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) का जनक किसे माना जाता है?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड वेलेस्ली
  3. लॉर्ड कॉर्नवालिस
  4. लॉर्ड विलियम बेंटिंक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सहायक संधि का जनक लॉर्ड वेलेस्ली को माना जाता है, जिन्होंने 1798 से 1805 तक भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में कार्य किया। यह नीति भारतीय राज्यों को ब्रिटिश संरक्षण में लाने का एक प्रभावी तरीका थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संधि के तहत, भारतीय शासकों को अपनी सेना भंग करनी पड़ती थी, ब्रिटिश सेना को बनाए रखने के लिए खर्च देना पड़ता था, और वे किसी अन्य यूरोपीय शक्ति से संबंध नहीं रख सकते थे। इसके बदले में, ब्रिटिश उनकी रक्षा करते थे। हैदराबाद पहला राज्य था जिसने 1798 में यह संधि स्वीकार की।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कॉर्नवालिस ने स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) लागू किया था। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया था।

प्रश्न 4: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयोग किया गया है?

  1. घोड़ा
  2. गाय
  3. बैल
  4. भेड़

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग गाय के लिए किया गया है। इसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जा सके’, जो गाय के पवित्र और अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान को दर्शाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक काल में गाय संपत्ति का एक प्रमुख माध्यम थी और समाज में उसका विशेष सम्मान था। युद्धों में भी गायों को लूटा जाता था, इसलिए ‘अघन्य’ शब्द गाय की रक्षा और उसके मूल्य को रेखांकित करता है।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद में घोड़े का भी महत्वपूर्ण स्थान था (जैसे अश्वमेध यज्ञ में), लेकिन ‘अघन्य’ शब्द उसके लिए प्रयोग नहीं हुआ। बैल कृषि कार्य के लिए महत्वपूर्ण था, और भेड़ ऊन तथा मांस के लिए।

प्रश्न 5: चौरी-चौरा कांड कब हुआ था?

  1. 1920
  2. 1922
  3. 1924
  4. 1925

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: चौरी-चौरा कांड 5 फरवरी, 1922 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुआ था। इस घटना में असहयोग आंदोलनकारियों की एक भीड़ ने पुलिस थाने में आग लगा दी थी, जिससे 23 पुलिसकर्मी जिंदा जल गए थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इस हिंसक घटना के कारण महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को तत्काल निलंबित करने का निर्णय लिया, जो भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। गांधीजी अहिंसा के अपने सिद्धांत पर दृढ़ थे।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था। 1924 में बेलगाम अधिवेशन हुआ, और 1925 में काकोरी ट्रेन डकैती हुई।

प्रश्न 6: ‘गीत गोविंद’ का रचयिता कौन है?

  1. जयदेव
  2. विद्यापति
  3. चंडीदास
  4. सूरदास

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘गीत गोविंद’ एक प्रसिद्ध संस्कृत काव्य है, जिसकी रचना 12वीं शताब्दी के अंत या 13वीं शताब्दी की शुरुआत में कवि जयदेव ने की थी। यह भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम प्रसंग पर आधारित है।
  • संदर्भ और विस्तार: जयदेव बंगाल के सेन राजवंश के राजा लक्ष्मण सेन के राजकवि थे। ‘गीत गोविंद’ को भारतीय साहित्य में भक्ति और शृंगार रस के मिश्रण के उत्कृष्ट उदाहरणों में गिना जाता है और यह भारतीय शास्त्रीय संगीत व नृत्य को भी प्रभावित करता है।
  • गलत विकल्प: विद्यापति मिथिला के प्रसिद्ध कवि थे। चंडीदास भी एक महत्वपूर्ण वैष्णव कवि थे। सूरदास मुगल काल के प्रसिद्ध भक्तिकाल कवि थे।

प्रश्न 7: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
  2. ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
  3. रूस की क्रांति
  4. ब्रिटेन द्वारा जर्मनी पर युद्ध की घोषणा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण 28 जून, 1914 को साराजेवो में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की हत्या थी। इस हत्या को एक सर्बियाई राष्ट्रवादी संगठन ‘ब्लैक हैंड’ के एक सदस्य गैवरिलो प्रिंसिप ने अंजाम दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस घटना के कारण ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया, जिसके बाद रूस, जर्मनी, फ्रांस और अंततः ब्रिटेन युद्ध में शामिल हो गए, जिससे यह एक वैश्विक संघर्ष बन गया। हालाँकि, इस घटना के पीछे वर्षों से पनप रहे राष्ट्रवाद, साम्राज्यवाद, सैन्यीकरण और गठबंधनों की जटिल प्रणाली भी जिम्मेदार थी।
  • गलत विकल्प: जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण था। रूस की क्रांति 1917 में हुई थी, जो युद्ध के दौरान हुई थी। ब्रिटेन द्वारा युद्ध की घोषणा फर्डिनेंड की हत्या के बाद हुई प्रतिक्रिया थी।

प्रश्न 8: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत की?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: महान मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक धर्मानुयायी व्यवस्था की शुरुआत की थी। यह सभी प्रमुख धर्मों के सार को मिलाकर एक नया पंथ बनाने का प्रयास था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर का उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना और अपने साम्राज्य में एकता लाना था। इस धर्म को स्वीकार करने वाले प्रमुख लोगों में बीरबल भी थे, लेकिन यह व्यापक रूप से नहीं फैला और अकबर की मृत्यु के साथ ही समाप्त हो गया।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने इस धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत को जारी नहीं रखा। जहाँगीर कला और वास्तुकला के संरक्षक थे, शाहजहाँ ने ताज महल बनवाया, और औरंगजेब अपनी धार्मिक कट्टरता के लिए जाने जाते थे।

प्रश्न 9: तराइन का प्रथम युद्ध कब हुआ था?

  1. 1191
  2. 1192
  3. 1206
  4. 1175

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ईस्वी में लड़ा गया था। यह युद्ध पृथ्वीराज चौहान (जिन्हें पृथ्वीराज तृतीय भी कहा जाता है) और मुहम्मद गोरी के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को निर्णायक रूप से पराजित किया था। यह भारतीय उपमहाद्वीप में तुर्की आक्रमणों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी।
  • गलत विकल्प: तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 में हुआ था, जिसमें मुहम्मद गोरी विजयी हुआ था। 1206 में कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की थी। 1175 में मुहम्मद गोरी ने पहला भारतीय आक्रमण किया था, जो मुल्तान पर था।

प्रश्न 10: सिंधु घाटी सभ्यता में विशाल स्नानागार कहाँ से प्राप्त हुआ है?

  1. हड़प्पा
  2. लोथल
  3. मोहनजोदड़ो
  4. धौलावीरा

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली ढांचा, विशाल स्नानागार (Great Bath), मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुआ है। यह उस सभ्यता की इंजीनियरिंग और शहरी नियोजन की उत्कृष्ट मिसाल है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार पक्की ईंटों से निर्मित था और इसका उपयोग संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए किया जाता था। इसकी बनावट और जल निकासी व्यवस्था उस काल के लिए अत्यंत उन्नत थी।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा से श्रमिक आवास, कब्रिस्तान, कांसे की बनी नर्तकी की मूर्ति आदि मिले हैं। लोथल से एक गोदी (डॉकयार्ड) का प्रमाण मिला है। धौलावीरा गुजरात में एक महत्वपूर्ण स्थल है जहाँ जल प्रबंधन प्रणाली के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 11: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1326 ईस्वी
  2. 1336 ईस्वी
  3. 1347 ईस्वी
  4. 1350 ईस्वी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। यह दक्षिण भारत के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक था।
  • संदर्भ और विस्तार: हरिहर और बुक्का ने तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर शहर बसाया और इसे अपनी राजधानी बनाया। यह साम्राज्य लगभग 200 वर्षों तक फलता-फूलता रहा और इसने कला, साहित्य, वास्तुकला और व्यापार को बहुत बढ़ावा दिया।
  • गलत विकल्प: 1326 ईस्वी में अलाउद्दीन बहमन शाह ने बहमनी सल्तनत की स्थापना की थी। 1347 ईस्वी में भी बहमनी सल्तनत का उल्लेख मिलता है। 1350 ईस्वी किसी विशेष प्रमुख घटना से संबंधित नहीं है।

प्रश्न 12: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ किस वर्ष प्रारंभ हुआ?

  1. 1940
  2. 1941
  3. 1942
  4. 1945

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) 8 अगस्त, 1942 को मुंबई में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में प्रारंभ हुआ था। महात्मा गांधी ने इसी अधिवेशन में ‘करो या मरो’ का नारा दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों के अंतिम बड़े जन आंदोलनों में से एक था। इसका उद्देश्य भारत को तत्काल आजादी दिलाना था। आंदोलन की शुरुआत के साथ ही कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
  • गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह शुरू हुआ था। 1941 में क्रिप्स मिशन भारत आया था। 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ था।

प्रश्न 13: सम्राट अशोक के किस शिलालेख में कलिंग युद्ध का वर्णन है?

  1. पहला शिलालेख
  2. सातवाँ शिलालेख
  3. तेरहवाँ शिलालेख
  4. चौदहवाँ शिलालेख

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सम्राट अशोक के तेरहवें शिलालेख (13th Rock Edict) में कलिंग युद्ध (लगभग 261 ईसा पूर्व) का विस्तृत वर्णन मिलता है। इस युद्ध के बाद अशोक ने अपने जीवन में एक बड़ा परिवर्तन स्वीकार किया और बौद्ध धर्म अपना लिया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह शिलालेख बताता है कि कलिंग युद्ध में हुई भयावहता और रक्तपात से अशोक इतने व्यथित हुए कि उन्होंने भविष्य में युद्ध न करने का प्रण लिया और धम्म (धार्मिकता) के प्रचार पर जोर दिया। यह शिलालेख कलिंग के पश्चाताप और अशोक के हृदय परिवर्तन का महत्वपूर्ण प्रमाण है।
  • गलत विकल्प: पहले शिलालेख में पशुबली पर प्रतिबंध का उल्लेख है। सातवें शिलालेख में अशोक की सहनशीलता का उल्लेख है। चौदहवें शिलालेख में सभी शिलालेखों का सार प्रस्तुत किया गया है।

प्रश्न 14: ‘पानीपत का प्रथम युद्ध’ कब हुआ था?

  1. 1526
  2. 1556
  3. 1761
  4. 1576

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल, 1526 को लड़ा गया था। यह युद्ध मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर और दिल्ली सल्तनत के अंतिम सुल्तान इब्राहिम लोदी के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में बाबर ने इब्राहिम लोदी को निर्णायक रूप से पराजित किया था। बाबर ने इस युद्ध में बारूद, तोपखाने और ‘तुल्गमा’ नामक युद्ध रणनीति का प्रभावी ढंग से उपयोग किया, जिसने भारतीय उपमहाद्वीप में युद्ध की तकनीक को बदल दिया।
  • गलत विकल्प: पानीपत का द्वितीय युद्ध 1556 में अकबर और हेमू के बीच हुआ था। पानीपत का तृतीय युद्ध 1761 में मराठों और अहमद शाह अब्दाली के बीच हुआ था। 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध हुआ था।

प्रश्न 15: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?

  1. लाहौर अधिवेशन (1929)
  2. कराची अधिवेशन (1931)
  3. फैजपुर अधिवेशन (1936)
  4. त्रिपुरी अधिवेशन (1939)

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन, जो 1929 में हुआ था, में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था। इस अधिवेशन के अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी, 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। इस प्रस्ताव ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक स्पष्ट और अंतिम लक्ष्य प्रदान किया।
  • गलत विकल्प: कराची अधिवेशन (1931) में मौलिक अधिकारों और राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रमों पर प्रस्ताव पारित हुए थे। फैजपुर अधिवेशन (1936) ग्रामीण भारत में आयोजित होने वाला पहला अधिवेशन था। त्रिपुरी अधिवेशन (1939) में सुभाष चंद्र बोस और पट्टाभि सीतारमैय्या के बीच अध्यक्ष पद को लेकर विवाद हुआ था।

प्रश्न 16: ‘किताब-उल-हिंद’ (The Book of India) का लेखक कौन है?

  1. अल-बरूनी
  2. इब्न बतूता
  3. अल-मसूदी
  4. सुलेमान

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘किताब-उल-हिंद’ (जिसे ‘तहकीक-ए-हिंद’ भी कहा जाता है) का लेखक अल-बरूनी है, जो महमूद गजनवी के साथ भारत आया था। यह पुस्तक 11वीं शताब्दी में भारतीय समाज, संस्कृति, धर्म और विज्ञान का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है।
  • संदर्भ और विस्तार: अल-बरूनी अपनी निष्पक्षता और विद्वत्ता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने संस्कृत सीखी और भारतीय ज्ञान को अरबी व फारसी में अनुवादित करने का प्रयास किया। उनकी पुस्तक उस समय के भारतीय जीवन का एक अनमोल स्रोत है।
  • गलत विकल्प: इब्न बतूता मोरक्को का यात्री था जो मुहम्मद बिन तुगलक के समय भारत आया था और उसने ‘रेहला’ लिखी थी। अल-मसूदी और सुलेमान अन्य मध्यकालीन मुस्लिम यात्री और लेखक थे।

प्रश्न 17: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि उन्हें उनके दरबारी कवि हरिषेण ने प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ लेख) में दी थी।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त एक महान योद्धा और साम्राज्य निर्माता था जिसने अपने शासनकाल में लगभग पूरे भारतीय उपमहाद्वीप को अपने अधीन किया था। उसने उत्तर भारत के कई राज्यों को जीता और दक्षिण में भी अपने दूत भेजे थे। उसकी विजयों और सैन्य कौशल को देखते हुए यह उपाधि दी गई।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने मालवा पर विजय प्राप्त की और उज्जैन को अपनी दूसरी राजधानी बनाया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों को सफलतापूर्वक रोका था।

प्रश्न 18: ‘अहोम विद्रोह’ किस क्षेत्र में हुआ था?

  1. पंजाब
  2. बंगाल
  3. आसाम
  4. बिहार

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अहोम विद्रोह 1828 ईस्वी में असम (आसाम) में हुआ था। यह विद्रोह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की नीतियों के खिलाफ एक प्रमुख आदिवासी विद्रोह था।
  • संदर्भ और विस्तार: प्रथम आंग्ल-बर्मी युद्ध (1824-1826) के बाद, ब्रिटिश कंपनी ने असम पर अपना नियंत्रण बढ़ाना शुरू कर दिया था, जिससे स्थानीय अहोम लोगों में असंतोष फैल गया। गोमधर कुंवर के नेतृत्व में यह विद्रोह कंपनी शासन के विस्तार के विरोध में था।
  • गलत विकल्प: पंजाब में 1848-49 में द्वितीय आंग्ल-सिख युद्ध हुआ था। बंगाल में विभिन्न किसान और संन्यासी विद्रोह हुए थे। बिहार में भी अनेक विद्रोह हुए थे, लेकिन अहोम विद्रोह का संबंध असम से है।

प्रश्न 19: निम्नलिखित में से कौन इब्न बतूता द्वारा नहीं लिखी गई है?

  1. रेहला
  2. किताब-उल-हिंद
  3. तारीख-ए-सिंध
  4. उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: इब्न बतूता ने ‘रेहला’ नामक प्रसिद्ध यात्रा वृत्तांत लिखा है, जो 14वीं शताब्दी में भारत की उसकी यात्राओं का वर्णन करता है। ‘तारीख-ए-सिंध’ को भी अक्सर इब्न बतूता से जोड़ा जाता है, हालांकि इसके लेखकत्व पर कुछ मतभेद हैं, पर मुख्य रूप से ‘रेहला’ उसकी जानी-मानी रचना है। ‘किताब-उल-हिंद’ अल-बरूनी द्वारा लिखी गई थी। अतः, ऐसा कोई विकल्प नहीं है जो विशेष रूप से इब्न बतूता द्वारा न लिखा गया हो।
  • संदर्भ और विस्तार: इब्न बतूता, एक मोरक्को यात्री, मुहम्मद बिन तुगलक के शासनकाल में भारत आया था और उसे दिल्ली का काज़ी (न्यायाधीश) नियुक्त किया गया था। ‘रेहला’ में उसके द्वारा भारत और अन्य क्षेत्रों के बारे में विस्तृत वर्णन है।
  • गलत विकल्प: विकल्प ‘d’ सही है क्योंकि ‘किताब-उल-हिंद’ अल-बरूनी की रचना है, जिसे यहां इब्न बतूता की कृति के रूप में परोक्ष रूप से पूछा गया है।

प्रश्न 20: ‘जजिया कर’ किस शासक ने पुनः लागू किया था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मुगल सम्राट औरंगजेब ने 1679 ईस्वी में जजिया कर को पुनः लागू किया था। यह कर गैर-मुस्लिम नागरिकों से लिया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर ने जजिया कर समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने अपनी धार्मिक नीतियों के तहत इसे फिर से शुरू किया। इस निर्णय की आलोचना भारतीय इतिहास में की जाती है क्योंकि इससे हिंदू आबादी के बीच असंतोष बढ़ा।
  • गलत विकल्प: अकबर ने जजिया कर समाप्त कर दिया था। जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी जजिया कर नहीं लगाया था।

प्रश्न 21: ‘गदर पार्टी’ का मुख्यालय कहाँ था?

  1. लंदन
  2. न्यूयॉर्क
  3. सैन फ्रांसिस्को
  4. बर्लिन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गदर पार्टी, जिसकी स्थापना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुई थी, का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी मुख्य रूप से प्रवासी भारतीयों, विशेषकर पंजाबी सिखों द्वारा स्थापित की गई थी, जिसका उद्देश्य भारत से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था। पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक साप्ताहिक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया।
  • गलत विकल्प: लंदन में भी भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के कुछ केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य मुख्यालय अमेरिका में था। न्यूयॉर्क और बर्लिन भी कुछ भारतीय क्रांतिकारियों से जुड़े थे, लेकिन सैन फ्रांसिस्को इसका केंद्रीय स्थान था।

प्रश्न 22: ‘अष्टदिग्गज’ किसके दरबार को सुशोभित करते थे?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. हर्षवर्धन
  3. कृष्णदेव राय
  4. समुद्रगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘अष्टदिग्गज’ विजयनगर साम्राज्य के शासक कृष्णदेव राय के दरबार की शोभा बढ़ाते थे। ये तेलुगु साहित्य के आठ महान विद्वानों और कवियों का समूह था।
  • संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेव राय स्वयं एक महान विद्वान और कवि थे। उन्होंने तेलुगु साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और इन आठ कवियों को अपने संरक्षण में रखा, जिनमें से प्रत्येक अपने आप में सिद्धहस्त था।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य का दरबार भी विद्वानों से भरा था, जैसे चाणक्य। हर्षवर्धन स्वयं एक कवि और कला संरक्षक थे। समुद्रगुप्त को भी कला और साहित्य से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन ‘अष्टदिग्गज’ विशेष रूप से कृष्णदेव राय से संबंधित हैं।

प्रश्न 23: ‘लॉर्ड कर्जन’ भारत के वायसराय कब थे?

  1. 1898-1905
  2. 1905-1910
  3. 1910-1915
  4. 1915-1920

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: लॉर्ड कर्जन भारत के वायसराय 1898 से 1905 ईस्वी तक रहे। उनके कार्यकाल के दौरान सबसे विवादास्पद घटना बंगाल का विभाजन (1905) थी।
  • संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कर्जन एक प्रशासक के रूप में जाने जाते थे जिन्होंने विश्वविद्यालय अधिनियम, पुलिस सुधार, सिंचाई आयोग आदि जैसे कई सुधार किए, लेकिन बंगाल विभाजन के निर्णय ने राष्ट्रीय आंदोलन को उग्र बना दिया।
  • गलत विकल्प: 1905-1910 लॉर्ड मिंटो द्वितीय का कार्यकाल था। 1910-1915 लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय का और 1915-1920 लॉर्ड चेम्सफोर्ड का कार्यकाल था।

प्रश्न 24: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ का नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. रूस, जर्मनी, इटली
  3. साम्राज्यवाद, राष्ट्रवाद, युद्ध
  4. समानता, बंधुत्व, राष्ट्र

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का प्रसिद्ध नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था। यह आधुनिक लोकतांत्रिक मूल्यों का आधार बना।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य का आदर्श वाक्य बन गया और इसने दुनिया भर में स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के आंदोलनों को प्रेरित किया। यह क्रांति ने राजशाही और सामंती व्यवस्था को समाप्त कर गणतांत्रिक शासन की नींव रखी।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प किसी अन्य ऐतिहासिक संदर्भ या घटना से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन फ्रांसीसी क्रांति का मूल नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ ही था।

प्रश्न 25: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को हुआ था। यह समझौता महात्मा गांधी और तत्कालीन भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते का मुख्य उद्देश्य सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त करना था, जिसके बदले में सरकार ने आंदोलनकारियों को रिहा करने और नमक कानून में ढील देने का वादा किया था। इस समझौते के बाद गांधीजी द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने लंदन गए थे।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ था। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। 1932 में पूना पैक्ट (गांधी-अम्बेडकर समझौता) हुआ था।

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