इतिहास का दैनिक महा-अभ्यास: 25 प्रश्न और गहन विश्लेषण
समय के गलियारों में गोता लगाने और अपने ऐतिहासिक ज्ञान को परखने के लिए तैयार हो जाइए! आज का यह विशेष अभ्यास सत्र आपको प्राचीन भारत के रहस्यों से लेकर आधुनिक दुनिया के उतार-चढ़ावों तक ले जाएगा। अपनी तैयारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए इन 25 प्रश्नों को हल करें और विस्तृत व्याख्याओं से अपने ज्ञान को परिष्कृत करें।
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सिंधु घाटी सभ्यता के शहरी नियोजन के संदर्भ में सही नहीं है?
- सड़कें ग्रिड पैटर्न में व्यवस्थित थीं और समकोण पर काटती थीं।
- नगरों को दो भागों में विभाजित किया गया था: दुर्ग (ऊँचा शहर) और निचला शहर।
- अधिकांश घरों में स्नानागार और शौचालय की व्यवस्था थी।
- ईंटों का उपयोग केवल महत्वपूर्ण इमारतों के निर्माण में किया जाता था।
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता की एक प्रमुख विशेषता उसका सुनियोजित शहरी ढांचा था। ईंटों का उपयोग न केवल महत्वपूर्ण इमारतों बल्कि सामान्य आवासों के निर्माण में भी व्यापक रूप से किया जाता था। पकी हुई ईंटों का मानकीकृत आकार उनकी उन्नत निर्माण तकनीक को दर्शाता है।
- संदर्भ और विस्तार: सिंधु घाटी के शहर, जैसे मोहनजोदड़ो और हड़प्पा, ग्रिड पैटर्न पर आधारित थे, जहाँ सड़कें एक-दूसरे को समकोण पर काटती थीं। आमतौर पर, शहर को एक दुर्ग (जहां सार्वजनिक भवन और शासक वर्ग के निवास होते थे) और एक निचले शहर (जहां आम लोग रहते थे) में विभाजित किया गया था। अधिकांश घरों में जल निकासी व्यवस्था के साथ स्नानागार और शौचालय की सुविधा उपलब्ध थी, जो उनकी स्वच्छता के प्रति जागरूकता को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: विकल्प (d) गलत है क्योंकि ईंटों का उपयोग सार्वभौमिक था, न कि केवल कुछ इमारतों के लिए।
प्रश्न 2: “अष्टप्रधान” नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किस मराठा शासक ने किया था?
- शिवाजी महाराज
- बाजीराव प्रथम
- साहूजी महाराज
- पेशवा बाजीराव द्वितीय
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: शिवाजी महाराज, मराठा साम्राज्य के संस्थापक, ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए “अष्टप्रधान” नामक आठ सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान के सदस्यों में पेशवा (मुख्यमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (शाही पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), सेनापति (सैन्य कमांडर), न्यायधीश (न्याय प्रमुख) और मंत्री (गुप्तचर प्रमुख) शामिल थे। यह परिषद राज्य के सुचारू संचालन और प्रभावी शासन सुनिश्चित करती थी।
- गलत विकल्प: बाजीराव प्रथम और साहूजी महाराज ने भी मराठा प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन अष्टप्रधान की शुरुआत शिवाजी महाराज ने ही की थी। पेशवा बाजीराव द्वितीय के शासनकाल में मराठा शक्ति का पतन हुआ।
प्रश्न 3: किस गुप्त सम्राट को “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गुप्त सम्राट समुद्रगुप्त को उनकी सैन्य विजयों और विशाल साम्राज्य के विस्तार के कारण “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है। यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ द्वारा दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-375 ईस्वी) एक महान योद्धा और कुशल प्रशासक था। उसने अपने साम्राज्य का विस्तार उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक किया था। प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में उसकी विजयों का विस्तृत विवरण मिलता है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त साम्राज्य की नींव रखी, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने अपनी सांस्कृतिक उपलब्धियों के लिए ख्याति अर्जित की, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।
प्रश्न 4: 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना किस स्थान पर हुई थी?
- दिल्ली
- लखनऊ
- ढाका
- कराची
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऑल इंडिया मुस्लिम लीग (AIML) की स्थापना 30 दिसंबर 1906 को ढाका (वर्तमान बांग्लादेश) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगठन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारत में मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करना और ब्रिटिश सरकार के प्रति उनकी निष्ठा बनाए रखना था। नवाब वकार-उल-मुल्क और नवाब मोहसिन-उल-मुल्क इसके प्रमुख संस्थापक थे।
- गलत विकल्प: दिल्ली, लखनऊ और कराची बाद में मुस्लिम लीग के महत्वपूर्ण केंद्र बने, लेकिन इसकी स्थापना ढाका में हुई थी।
प्रश्न 5: किस वेद में गायत्री मंत्र का उल्लेख है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गायत्री मंत्र, जो सूर्य देव (सावित्री) को समर्पित एक अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र वैदिक मंत्र है, ऋग्वेद में पाया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह ऋग्वेद के तीसरे मंडल में स्थित है और इसे विश्वामित्र ऋषि द्वारा रचा गया माना जाता है। गायत्री मंत्र को वेदों का सार माना जाता है और यह हिंदू धर्म की एक प्रमुख प्रार्थना है।
- गलत विकल्प: यजुर्वेद यज्ञ अनुष्ठानों से संबंधित है, सामवेद साम गान (भजन) से संबंधित है, और अथर्ववेद जादू-टोना, औषधि और तंत्र-मंत्र से संबंधित है।
प्रश्न 6: बक्सर का युद्ध कब लड़ा गया था?
- 1757
- 1764
- 1775
- 1782
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: बक्सर का युद्ध 22 अक्टूबर 1764 को लड़ा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाओं का नेतृत्व मेजर हेक्टर मुनरो ने किया था, जिन्होंने अवध के नवाब शुजा-उद-दौला, बंगाल के नवाब मीर कासिम और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेनाओं को हराया था। इस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की नींव को और मजबूत किया, और इसके परिणामस्वरूप इलाहाबाद की संधि (1765) हुई, जिसने कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी (राजस्व अधिकार) प्रदान की।
- गलत विकल्प: 1757 में प्लासी का युद्ध हुआ था, जो ब्रिटिशों के लिए निर्णायक साबित हुआ था। 1775 और 1782 में मराठों के साथ युद्ध हुए थे।
प्रश्न 7: सम्राट अशोक ने किस धर्म को संरक्षण दिया और उसका प्रचार-प्रसार किया?
- हिंदू धर्म
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- इस्लाम
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कलिंग युद्ध (लगभग 261 ईसा पूर्व) के भयावहता को देखने के बाद, सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को अपना लिया और उसे राजकीय धर्म के रूप में संरक्षण दिया।
- संदर्भ और विस्तार: अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा को श्रीलंका भेजा। उसने अपने शिलालेखों में धर्म के सिद्धांतों का प्रचार किया और स्तूपों व विहारों का निर्माण करवाया। उसके प्रयास से बौद्ध धर्म भारत के साथ-साथ एशिया के अन्य हिस्सों में भी फैला।
- गलत विकल्प: अशोक एक वैष्णव (विष्णु के अनुयायी) परिवार से थे, लेकिन उन्होंने किसी अन्य धर्म को अपने शासनकाल में राजकीय संरक्षण नहीं दिया। जैन धर्म और इस्लाम उस समय भारत में या तो विकसित हो रहे थे या (इस्लाम के मामले में) अभी तक अस्तित्व में नहीं आए थे।
प्रश्न 8: “सबका साथ, सबका विकास” की भावना के अनुरूप, किस वायसराय ने स्थानीय स्वशासन पर जोर दिया?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डफरिन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड रिपन (1880-1884) को “भारत में स्थानीय स्वशासन का जनक” माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: 1882 में, उन्होंने स्थानीय निकायों को अधिक स्वायत्तता और अधिकार प्रदान करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। इसका उद्देश्य स्थानीय लोगों को शासन में भागीदार बनाना और उनमें राजनीतिक चेतना जागृत करना था। उनके कार्यकाल के दौरान जिला बोर्ड और नगरपालिकाएँ अधिक शक्तिशाली बनीं।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन को बंगाल विभाजन (1905) के लिए जाना जाता है। लॉर्ड डफरिन के कार्यकाल में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। लॉर्ड कैनिंग भारत के प्रथम वायसराय थे।
प्रश्न 9: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किस नदी के तट पर हुई थी?
- गंगा
- गोदावरी
- तुंगभद्रा
- कावेरी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हंपी, तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित थी।
- संदर्भ और विस्तार: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम (संगम राजवंश) द्वारा की गई थी। यह साम्राज्य अपनी कला, वास्तुकला, साहित्य और धार्मिक सहिष्णुता के लिए प्रसिद्ध था। हंपी को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- गलत विकल्प: गंगा, गोदावरी और कावेरी अन्य महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, लेकिन विजयनगर साम्राज्य का सीधा संबंध तुंगभद्रा नदी से था।
प्रश्न 10: किस घटना को “मंगल पांडे की घटना” के रूप में जाना जाता है, जिसने 1857 के विद्रोह की चिंगारी को प्रज्वलित किया?
- नए कारतूसों का विरोध
- सैनिकों का अचानक विद्रोह
- जातिगत भेदभाव का विरोध
- अंग्रेज अधिकारियों पर हमला
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह के तात्कालिक कारणों में से एक चरबी लगे कारतूसों का प्रयोग था, जिसका विरोध मंगल पांडे ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: मंगल पांडे, एक सिपाही, ने 29 मार्च 1857 को बैरकपुर छावनी में अंग्रेज अधिकारियों पर हमला कर दिया था क्योंकि उन्हें पता चला था कि एनफील्ड राइफल के नए कारतूसों पर गाय और सूअर की चर्बी का लेप किया गया है, जिसे हिंदू और मुसलमान दोनों सैनिक अपवित्र मानते थे। इस घटना के तुरंत बाद मंगल पांडे को गिरफ्तार कर फांसी दे दी गई, लेकिन यह घटना 1857 के विद्रोह की शुरुआत का एक महत्वपूर्ण कारक बनी।
- गलत विकल्प: जबकि सैनिकों में असंतोष के अन्य कारण भी थे, कारतूसों का मुद्दा सबसे प्रमुख तात्कालिक कारण था।
प्रश्न 11: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पहला अधिवेशन कब और कहाँ आयोजित किया गया था?
- 1885, कलकत्ता
- 1885, बम्बई
- 1886, मद्रास
- 1887, इलाहाबाद
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को बम्बई (वर्तमान मुंबई) के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसके पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Bonnerjee) थे, और इसके संस्थापक सदस्यों में ए.ओ. ह्यूम (एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी) भी शामिल थे। इस अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका मूल उद्देश्य भारतीयों को एक राजनीतिक मंच प्रदान करना था।
- गलत विकल्प: कलकत्ता में दूसरा अधिवेशन (1886) और मद्रास में तीसरा अधिवेशन (1887) हुआ था। इलाहाबाद में चौथा अधिवेशन (1888) हुआ था।
प्रश्न 12: चालुक्य वंश का सबसे महान शासक कौन था, जिसने अपनी राजधानी बादामी (वातापि) से चालुक्य शक्ति का विस्तार किया?
- पुलकेशिन प्रथम
- पुलकेशिन द्वितीय
- विक्रमादित्य प्रथम
- कल्याण के तैलप द्वितीय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: पुलकेशिन द्वितीय (शासनकाल लगभग 609-642 ईस्वी) चालुक्य राजवंश का सबसे प्रतापी और महान शासक था।
- संदर्भ और विस्तार: उसने अपने राज्य का विस्तार किया और हर्षवर्धन जैसे शक्तिशाली सम्राट को भी हराया था (जैसा कि ऐहोल शिलालेख में वर्णित है)। उसने कांची के पल्लव शासकों को भी कड़ी टक्कर दी। उसकी राजधानी बादामी (वातापि) थी, जहाँ उसने कई भव्य इमारतों का निर्माण करवाया।
- गलत विकल्प: पुलकेशिन प्रथम ने चालुक्य वंश की नींव रखी थी। विक्रमादित्य प्रथम और तैलप द्वितीय भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियां सर्वोपरि थीं।
प्रश्न 13: 1919 में जलियाँवाला बाग नरसंहार किस शहर में हुआ था?
- दिल्ली
- लाहौर
- अमृतसर
- कोलकाता
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: जलियाँवाला बाग नरसंहार 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस दिन, ब्रिगेडियर-जनरल डायर के आदेश पर, निहत्थे सिख, मुसलमान और हिंदू प्रदर्शनकारियों पर, जो रॉलेट एक्ट के विरोध में जलियाँवाला बाग में शांतिपूर्ण सभा कर रहे थे, अंधाधुंध गोलियाँ चलाई गईं। इस भयानक घटना में सैकड़ों निर्दोष लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। इसने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ रोष को और बढ़ा दिया।
- गलत विकल्प: अन्य शहर उस समय ब्रिटिश शासन के महत्वपूर्ण केंद्र थे, लेकिन यह नरसंहार विशेष रूप से अमृतसर में हुआ था।
प्रश्न 14: “गीत गोविंद” का लेखक कौन था, जिसने बारहवीं शताब्दी में पूर्वी भारत में प्रारंभिक बौद्ध परंपराओं के सार को लोकप्रिय बनाया?
- कल्हण
- जयदेव
- विज्ञानेश्वर
- धनेश्वर
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: “गीत गोविंद” के रचयिता प्रसिद्ध संस्कृत कवि जयदेव थे, जो बंगाल के पाल वंश के शासक लक्ष्मण सेन के दरबार में रहते थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह ग्रंथ राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम की कहानी का वर्णन करता है और भारतीय साहित्य, संगीत और नृत्य पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। यह प्रारंभिक बौद्ध परंपराओं (जैसे तंत्र) से प्रभावित था, और इसकी रचना पूर्वी भारत में हुई थी।
- गलत विकल्प: कल्हण ने “राजतरंगिणी” लिखी थी, जो कश्मीर का इतिहास है। विज्ञानेश्वर ने “मिताक्षरा” लिखी, जो हिंदू कानून पर एक महत्वपूर्ण टीका है।
प्रश्न 15: किस वायसराय ने भारतीय सिविल सेवा (ICS) परीक्षा की अधिकतम आयु 21 वर्ष से घटाकर 19 वर्ष कर दी, जिसे भारतीय राष्ट्रवादियों ने एक चाल के रूप में देखा?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड लिटन (1876-1880) ने 1878 में भारतीय सिविल सेवा (ICS) परीक्षा में बैठने की अधिकतम आयु 21 वर्ष से घटाकर 19 वर्ष कर दी थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस कदम का उद्देश्य भारतीय युवाओं को इस प्रतिष्ठित सेवा में प्रवेश करने से हतोत्साहित करना था, क्योंकि वे उस समय भारत में शिक्षा प्राप्त कर रहे थे और इंग्लैंड जाकर परीक्षा देना उनके लिए अधिक कठिन हो जाता। इसे भारतीय राष्ट्रवादियों ने भारतीय प्रतिभा के प्रति भेदभावपूर्ण नीति के रूप में देखा।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी के सुधारों में रेलवे और डाक व्यवस्था का विस्तार शामिल था। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड रिपन को स्थानीय स्वशासन का जनक माना जाता है।
प्रश्न 16: ऋग्वैदिक काल में “जन” शब्द का प्रयोग किस अर्थ में होता था?
- ग्राम (कस्बा)
- वैश्य (व्यापारी)
- कुल (परिवार)
- प्रजाति (कबीला)
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऋग्वैदिक काल में “जन” शब्द का प्रयोग एक बड़े कबीले या जनजाति के लिए किया जाता था, जो एक राजनीतिक और सामाजिक इकाई थी।
- संदर्भ और विस्तार: ये जन अक्सर विभिन्न कबीलों से मिलकर बनते थे, और उनका नेतृत्व राजा या राजन द्वारा किया जाता था। “जनपद” शब्द, जिसका अर्थ है “जन का पैर”, बाद में एक बड़े राज्य या क्षेत्र को दर्शाने लगा।
- गलत विकल्प: ग्राम एक छोटे समुदाय को दर्शाता था, जबकि “कुल” परिवार को। वैश्य एक वर्ण व्यवस्था को दर्शाता था।
प्रश्न 17: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के दौरान किस भारतीय राष्ट्रवादी नेता ने सहयोग आंदोलन का आह्वान किया, जो ब्रिटिश सरकार के प्रति असहयोग और अहिंसक प्रतिरोध पर केंद्रित था?
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
- महात्मा गांधी
- सुभाष चंद्र बोस
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: महात्मा गांधी ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1920 में असहयोग आंदोलन का आह्वान किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार की संस्थाओं, जैसे कि स्कूल, कॉलेज, अदालतें और विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करना था। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण अहिंसक जन आंदोलन था, जिसका लक्ष्य स्वराज्य (स्वशासन) प्राप्त करना था।
- गलत विकल्प: बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन असहयोग आंदोलन का नेतृत्व गांधीजी ने किया। सुभाष चंद्र बोस बाद में कांग्रेस के अध्यक्ष बने और उन्होंने अधिक क्रांतिकारी रास्ते अपनाए।
प्रश्न 18: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने “दीवान-ए-अमीर कोही” नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की थी?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मुहम्मद बिन तुगलक (शासनकाल 1325-1351 ईस्वी), जो अपनी महत्वाकांक्षी और अव्यवहारिक योजनाओं के लिए जाना जाता है, ने “दीवान-ए-अमीर कोही” नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का मुख्य उद्देश्य कृषि का विकास करना, किसानों को प्रोत्साहित करना और भूमि की उत्पादकता बढ़ाना था। मुहम्मद बिन तुगलक ने किसानों को ऋण (सोनधरा) प्रदान किए और बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने का प्रयास किया, हालांकि उसकी ये योजनाएं पूरी तरह सफल नहीं हुईं।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने तुर्क-ए-चिहलगानी (चालीसा) का गठन किया। बलबन ने राजत्व की एक नई अवधारणा प्रस्तुत की। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की।
प्रश्न 19: किस यूनानी राजदूत को चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया था?
- फाहियान
- ह्वेन त्सांग
- मेगस्थनीज
- टॉलेमी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मेगस्थनीज, एक यूनानी राजदूत, को सेल्यूकस प्रथम निकेटर द्वारा चंद्रगुप्त मौर्य (शासनकाल लगभग 321-297 ईसा पूर्व) के दरबार में भेजा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज ने अपनी पुस्तक “इंडिका” में तत्कालीन भारतीय समाज, संस्कृति और मौर्य साम्राज्य का विस्तृत विवरण दिया है, जो मौर्यकालीन इतिहास को समझने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: फाहियान और ह्वेन त्सांग चीनी यात्री थे जो क्रमशः चंद्रगुप्त द्वितीय और हर्षवर्धन के काल में भारत आए थे। टॉलेमी एक प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता था।
प्रश्न 20: “गांधी-इरविन समझौता” कब हुआ था, जिसने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
- 1928
- 1929
- 1930
- 1931
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस समझौते पर महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने पर सहमति जताई, और सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और नमक सत्याग्रह की अनुमति देने जैसे कुछ उपायों पर सहमत हुई। यह समझौता द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में कांग्रेस की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था।
- गलत विकल्प: 1928 में साइमन कमीशन का आगमन हुआ। 1929 में लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था।
प्रश्न 21: किस गुप्त शासक को “विक्रमादित्य” की उपाधि से विभूषित किया गया था और उसके दरबार में नवरत्न निवास करते थे?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: चंद्रगुप्त द्वितीय (शासनकाल लगभग 375-415 ईस्वी), जिसे विक्रमादित्य के नाम से भी जाना जाता है, गुप्त राजवंश का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली शासक था।
- संदर्भ और विस्तार: उसने अपनी सैन्य विजयों और राजनीतिक कुशलता से साम्राज्य का विस्तार किया। उसके दरबार में कालिदास जैसे महान विद्वान सहित नौ रत्न (नवरत्न) निवास करते थे, जिन्होंने कला, साहित्य और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की स्थापना की। समुद्रगुप्त एक महान योद्धा था। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय प्राप्त किया।
प्रश्न 22: ‘पावर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया’ पुस्तक के लेखक कौन थे, जिसने भारत के आर्थिक निष्कर्षण (Economic Drain) के सिद्धांत को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत किया?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- दादाभाई नौरोजी
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: दादाभाई नौरोजी, जिन्हें ‘भारत का वयोवृद्ध पुरुष’ भी कहा जाता है, ने अपनी पुस्तक ‘पावर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया’ (1901) में ब्रिटिश शासन द्वारा भारत से धन के निष्कर्षण (Drain of Wealth) के सिद्धांत को विस्तार से समझाया।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने तर्क दिया कि ब्रिटिश अपनी नीतियों, व्यापार और प्रशासन के माध्यम से भारत से धन इंग्लैंड ले जा रहे थे, जिससे भारत गरीब हो रहा था। इस सिद्धांत ने भारतीय राष्ट्रवाद को संगठित करने और ब्रिटिश आर्थिक नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और लाला लाजपत राय अन्य प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन आर्थिक निष्कर्षण सिद्धांत को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करने का श्रेय दादाभाई नौरोजी को जाता है।
प्रश्न 23: निम्नलिखित में से कौन सी कला शैली गुप्त काल के दौरान अपने चरम पर पहुंची, जिसमें अजंता की गुफाएँ इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं?
- गंधार शैली
- मथुरा शैली
- अमरावती शैली
- चित्रकला (पेंटिंग)
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को भारतीय कला, विशेष रूप से चित्रकला, के स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है। अजंता की गुफाओं की चित्रकलाएँ इस काल की उत्कृष्ट कृतियाँ हैं।
- संदर्भ और विस्तार: अजंता की गुफाओं (महाराष्ट्र में स्थित) की दीवारें जातक कथाओं (बुद्ध के पूर्व जन्मों की कहानियाँ) और बौद्ध जीवन के दृश्यों को दर्शाने वाले जीवंत चित्रों से सजी हैं। ये चित्र उस काल की कलात्मक कौशल, रंग संयोजन और भावनात्मक अभिव्यक्ति का अद्भुत प्रमाण हैं।
- गलत विकल्प: गंधार, मथुरा और अमरावती शैलियाँ मूर्तिकला से संबंधित हैं, हालाँकि गंधार शैली का प्रभाव गुप्त काल में भी कुछ हद तक रहा। लेकिन चित्रकला इस युग की सबसे प्रमुख विशेषता थी।
प्रश्न 24: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था, जिसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
- भारत को स्वतंत्रता दिलाना
- तुर्की के खलीफा के प्रति समर्थन जताना
- अंग्रेजों से बेहतर अधिकार प्राप्त करना
- विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा देना
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: खिलाफत आंदोलन (1919-1924) का मुख्य उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश सरकार द्वारा तुर्की के खलीफा के प्रति किए गए अपमानजनक व्यवहार का विरोध करना था।
- संदर्भ और विस्तार: भारतीय मुसलमान खलीफा को अपना धार्मिक नेता मानते थे और उनकी प्रतिष्ठा को बचाए रखना चाहते थे। इस आंदोलन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भी मुसलमानों का समर्थन किया, जिससे हिंदू-मुस्लिम एकता को बल मिला और असहयोग आंदोलन को गति मिली।
- गलत विकल्प: यद्यपि इसने स्वतंत्रता संग्राम को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया, इसका प्राथमिक उद्देश्य तुर्की के खलीफा का समर्थन करना था। अन्य विकल्प आंदोलन के मूल उद्देश्य से संबंधित नहीं थे।
प्रश्न 25: भारतीय संविधान के निर्माण में “नीति निर्देशक तत्वों” (Directive Principles of State Policy) की अवधारणा किस देश के संविधान से प्रेरित है?
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- कनाडा
- आयरलैंड
- ऑस्ट्रेलिया
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: भारतीय संविधान में नीति निर्देशक तत्वों की अवधारणा आयरलैंड के संविधान से ली गई है।
- संदर्भ और विस्तार: ये सिद्धांत संविधान के भाग IV में वर्णित हैं और राज्य को निर्देश देते हैं कि वह कानून बनाते समय इन सिद्धांतों को ध्यान में रखे। इनका उद्देश्य भारत को एक कल्याणकारी राज्य बनाना है। ये न्यायोचित नहीं होते, यानी इनके उल्लंघन पर अदालत में चुनौती नहीं दी जा सकती।
- गलत विकल्प: संयुक्त राज्य अमेरिका से मौलिक अधिकार, कनाडा से संघात्मक व्यवस्था और ऑस्ट्रेलिया से समवर्ती सूची की अवधारणा ली गई है।
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