तिहरी कांवड़ दुर्घटना: 3 मौतें, 14 घायल; क्या है कांवड़ यात्रा की सुरक्षा चुनौती?

तिहरी कांवड़ दुर्घटना: 3 मौतें, 14 घायल; क्या है कांवड़ यात्रा की सुरक्षा चुनौती?

चर्चा में क्यों? (Why in News?): उत्तराखंड के टिहरी जिले में हाल ही में एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गंगोत्री जा रहे कांवड़ियों से भरा एक ट्रक पलट गया। इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और लगभग 14 लोग घायल हो गए। यह घटना कांवड़ यात्रा से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को फिर से उजागर करती है।

यह दुर्घटना केवल एक घटना नहीं है, बल्कि एक गंभीर समस्या का संकेत है जो कांवड़ यात्रा के दौरान बार-बार सामने आती है। हजारों श्रद्धालु, अक्सर अनुकूल परिवहन सुविधाओं के अभाव में, लंबी और खतरनाक यात्रा करते हैं। इससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।

घटना का विवरण (Details of the Incident):

  • एक ट्रक, जिसमें बड़ी संख्या में कांवड़िये सवार थे, टिहरी में एक मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गया।
  • घटनास्थल पर ही तीन कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
  • स्थानीय पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया।
  • घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

कांवड़ यात्रा और सुरक्षा चुनौतियाँ (Kanwar Yatra and Safety Challenges):

कांवड़ यात्रा एक बड़ी धार्मिक घटना है जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। हालांकि, यह यात्रा कई सुरक्षा चुनौतियों से जुड़ी हुई है:

  • अप्रशिक्षित ड्राइवर और खराब वाहन की स्थिति: अक्सर, कांवड़ियों को ले जाने वाले वाहन खराब स्थिति में होते हैं, और ड्राइवरों को पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है।
  • यातायात प्रबंधन में कमी: लंबी यात्राओं के दौरान यातायात को नियंत्रित करने में अक्सर कमी आती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
  • अतिरिक्त यात्रियों से ओवरलोडिंग: वाहनों में अक्सर निर्धारित क्षमता से अधिक यात्री होते हैं, जिससे सुरक्षा खतरा बढ़ जाता है।
  • रात की यात्रा और थकान: कई कांवड़िये रात में यात्रा करते हैं, जिससे थकान और नींद की कमी के कारण दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
  • मौसम की स्थिति: बारिश या खराब मौसम की स्थिति भी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है।

सरकार की भूमिका और सुधारात्मक उपाय (Government’s Role and Remedial Measures):

इस समस्या से निपटने के लिए सरकार को कई कदम उठाने होंगे:

  • सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान: सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना।
  • प्रशिक्षित ड्राइवरों की उपलब्धता सुनिश्चित करना: केवल प्रशिक्षित और अनुभवी ड्राइवरों को ही कांवड़ियों को ले जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
  • वाहनों की नियमित जाँच: सभी वाहनों की नियमित जाँच सुनिश्चित करना ताकि वे सुरक्षित और अच्छी स्थिति में हों।
  • यातायात प्रबंधन में सुधार: यात्रा मार्गों पर बेहतर यातायात प्रबंधन व्यवस्था लागू करना।
  • आपातकालीन सेवाओं की तैनाती: आपातकालीन सेवाओं, जैसे एंबुलेंस और चिकित्सा दल की पर्याप्त तैनाती।
  • प्रशासन द्वारा पर्याप्त सुविधाएँ उपलब्ध कराना: यात्रियों के लिए पर्याप्त आराम स्थल, पेयजल और शौचालय की व्यवस्था।

UPSC परीक्षा के लिए निहितार्थ (Implications for UPSC Exam):

यह घटना UPSC परीक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करती है, जैसे:

  • सड़क सुरक्षा: भारत में सड़क सुरक्षा की स्थिति, इसके चुनौतियाँ और समाधान।
  • आपदा प्रबंधन: आपदा प्रबंधन में सरकारी एजेंसियों की भूमिका और प्रभावशीलता।
  • धार्मिक आयोजन और सुरक्षा: बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौतियाँ।
  • शासन और प्रशासन: सरकार की भूमिका और प्रभावी प्रशासन की आवश्यकता।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. **कथन 1:** कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण वाहनों की खराब स्थिति है।
**कथन 2:** सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाने से दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है।
a) केवल कथन 1 सही है।
b) केवल कथन 2 सही है।
c) दोनों कथन सही हैं।
d) दोनों कथन गलत हैं।
**उत्तर:** c) दोनों कथन सही हैं।

2. टिहरी कांवड़ दुर्घटना में किस राज्य के कांवड़िये शामिल थे?
a) उत्तराखंड
b) हरियाणा
c) उत्तर प्रदेश
d) राजस्थान
**उत्तर:** c) उत्तर प्रदेश

3. कांवड़ यात्रा से जुड़ी सुरक्षा चुनौतियों में से कौन सी एक नहीं है?
a) अप्रशिक्षित ड्राइवर
b) यातायात प्रबंधन में कमी
c) मौसम की अनुकूल परिस्थितियाँ
d) वाहनों में अतिरिक्त यात्री
**उत्तर:** c) मौसम की अनुकूल परिस्थितियाँ

4. कांवड़ यात्रा में सुरक्षा सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदमों में से कौन सा एक नहीं है?
a) सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान
b) प्रशिक्षित ड्राइवरों की उपलब्धता सुनिश्चित करना
c) यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध
d) यातायात प्रबंधन में सुधार
**उत्तर:** c) यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध

5. राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) किस प्रकार की एजेंसी है?
a) केंद्रीय पुलिस बल
b) राज्य स्तर की आपदा प्रतिक्रिया एजेंसी
c) अंतर्राष्ट्रीय संस्था
d) स्वयंसेवी संगठन
**उत्तर:** b) राज्य स्तर की आपदा प्रतिक्रिया एजेंसी

6. कांवड़ यात्रा किस धर्म से जुड़ा हुआ है?
a) ईसाई धर्म
b) बौद्ध धर्म
c) हिंदू धर्म
d) जैन धर्म
**उत्तर:** c) हिंदू धर्म

7. तिहरी कहाँ स्थित है?
a) उत्तर प्रदेश
b) उत्तराखंड
c) हिमाचल प्रदेश
d) पंजाब
**उत्तर:** b) उत्तराखंड

8. SDRF का पूरा नाम क्या है?
a) State Disaster Relief Force
b) Special Disaster Rescue Force
c) State Development Relief Fund
d) Special Disaster Relief Force
**उत्तर:** a) State Disaster Relief Force

9. कांवड़ यात्रा में आमतौर पर किस देवता की पूजा की जाती है?
a) गणेश
b) शिव
c) विष्णु
d) हनुमान
**उत्तर:** b) शिव

10. इस दुर्घटना में कितने लोग घायल हुए?
a) 3
b) 14
c) 17
d) 20
**उत्तर:** b) 14

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की विस्तृत चर्चा करें और इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए प्रभावी उपाय सुझाएँ।

2. भारत में बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने में चुनौतियों का विश्लेषण करें और इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करें।

3. सरकारी एजेंसियों की भूमिका और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करें, जैसे SDRF, आपदा प्रबंधन में। क्या सुधार किए जा सकते हैं?

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