दिल्ली की जलमग्न सड़कें, बच्चों की मौत: क्या भारत के शहर बाढ़ के लिए तैयार हैं?
चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश ने शहर की कमजोर बुनियादी ढांचे को उजागर किया है। गुरुग्राम में सड़कें जलमग्न हो गईं, वाहन बह गए और कई लोग फंसे रहे। इसके अलावा, मध्य प्रदेश और हरियाणा में नदी में डूबने से छह बच्चों की मौत हो गई, जो बारिश के कारण आई बाढ़ की गंभीरता को दर्शाती है। यह घटना देश भर के शहरी नियोजन और आपदा प्रबंधन की चुनौतियों पर सवाल उठाती है।
इस घटना ने एक गंभीर सवाल खड़ा किया है: क्या भारत के शहर अत्यधिक बारिश और बाढ़ के खतरे के लिए पर्याप्त रूप से तैयार हैं? इस ब्लॉग पोस्ट में, हम इस घटना के कारणों, प्रभावों और भारत के शहरी केंद्रों में बाढ़ के जोखिम को कम करने के लिए संभावित समाधानों का विश्लेषण करेंगे।
Table of Contents
बाढ़ के कारण (Causes of Flooding):
- अत्यधिक वर्षा: दिल्ली में हुई अत्यधिक वर्षा मुख्य कारण थी। मौसम विभाग ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी, लेकिन बुनियादी ढाँचा इस तीव्रता के लिए तैयार नहीं था।
- नालियों और जल निकासी व्यवस्था की खराब स्थिति: शहर की नालियाँ और जल निकासी व्यवस्था वर्षों से उपेक्षित है, जिससे पानी का जमाव हुआ और बाढ़ आई। कचरे से अवरुद्ध नालियाँ जल निकासी की क्षमता को कम करती हैं।
- अतिक्रमण: नालियों और जल निकास चैनलों पर अतिक्रमण ने जल निकासी प्रणाली को और कमजोर किया है। यह समस्या विशेष रूप से गुरुग्राम जैसे तेजी से विकासशील शहरों में गंभीर है।
- शहरीकरण और कंक्रीटीकरण: तेजी से शहरीकरण और कंक्रीटीकरण ने भूमि की जल सोखने की क्षमता को कम कर दिया है, जिससे पानी का जमाव बढ़ गया है।
- जल प्रबंधन की कमी: व्यापक जल प्रबंधन योजनाओं की कमी ने शहरों को बाढ़ के प्रति अतिसंवेदनशील बना दिया है।
बाढ़ के प्रभाव (Impacts of Flooding):
- जान-माल का नुकसान: बाढ़ से जान-माल का व्यापक नुकसान हुआ है। गुरुग्राम में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। मध्य प्रदेश और हरियाणा में बच्चों की मौत सबसे दुखद घटना है।
- यातायात व्यवधान: बाढ़ के कारण यातायात बाधित हुआ, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई और आर्थिक गतिविधियाँ प्रभावित हुईं। हवाई अड्डों पर भी उड़ानों में देरी हुई।
- आर्थिक नुकसान: व्यावसायिक गतिविधियों में बाधा और संपत्ति को नुकसान के कारण आर्थिक नुकसान हुआ।
- जन स्वास्थ्य समस्याएं: बाढ़ से पानी जनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
- सामाजिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव: बाढ़ से प्रभावित लोगों पर सामाजिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। घरों का नुकसान और जीवन में व्यवधान से तनाव और चिंता बढ़ सकती है।
बाढ़ से निपटने के उपाय (Mitigation Measures):
- जल निकासी प्रणाली में सुधार: शहरों में जल निकासी प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश की आवश्यकता है। नालियों की नियमित सफाई और मरम्मत महत्वपूर्ण है।
- अतिक्रमण को रोकना: नालियों और जल निकास चैनलों पर अतिक्रमण को रोकना आवश्यक है। कानूनी कार्रवाई और सख्त नियमों के माध्यम से अतिक्रमण को रोका जा सकता है।
- सतत शहरी नियोजन: सतत शहरी नियोजन रणनीतियों को अपनाना, जिसमें हरित क्षेत्रों और जल अवशोषण क्षमता को बढ़ावा देना शामिल है, आवश्यक है।
- जल संचयन: रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को बढ़ावा देकर वर्षा जल का संग्रहण किया जा सकता है।
- प्राकृतिक बाढ़ नियंत्रण: नदियों के किनारे बाढ़ नियंत्रण के लिए प्राकृतिक तरीकों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि वेटलैंड्स और मैंग्रोव वन।
- प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली: प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली विकसित करके बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।
- समुदाय की भागीदारी: बाढ़ से निपटने के लिए समुदाय की भागीदारी और जागरूकता अभियान महत्वपूर्ण है।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
1. **कथन 1:** दिल्ली में हाल ही में हुई भारी बारिश मुख्यतः मानव जनित कारणों से हुई है।
**कथन 2:** शहरीकरण ने दिल्ली की बाढ़ प्रतिरोधी क्षमता को कम कर दिया है।
a) केवल कथन 1 सही है।
b) केवल कथन 2 सही है।
c) दोनों कथन सही हैं।
d) दोनों कथन गलत हैं।
**उत्तर: b) केवल कथन 2 सही है।** वर्षा एक प्राकृतिक घटना है, जबकि शहरीकरण मानव जनित कारक है जिसने बाढ़ को बढ़ाया है।
2. निम्नलिखित में से कौन सा बाढ़ का एक मुख्य कारण नहीं है?
a) अत्यधिक वर्षा
b) नालियों की खराब स्थिति
c) वनस्पति का विस्तार
d) अतिक्रमण
**उत्तर: c) वनस्पति का विस्तार**
3. रेनवाटर हार्वेस्टिंग से क्या लाभ होता है?
a) बाढ़ को कम करता है
b) भूजल स्तर को बढ़ाता है
c) पानी की कमी को कम करता है
d) उपरोक्त सभी
**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**
4. बाढ़ से निपटने के लिए निम्नलिखित में से कौन सा उपाय सबसे प्रभावी है?
a) अतिक्रमण को हटाना
b) जल निकासी प्रणाली में सुधार
c) प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली
d) उपरोक्त सभी
**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**
5. किस शहर में हाल ही में भारी बारिश के कारण व्यापक बाढ़ आई है?
a) मुंबई
b) चेन्नई
c) दिल्ली
d) कोलकाता
**उत्तर: c) दिल्ली**
6. मध्य प्रदेश और हरियाणा में नदी में डूबने से कितने बच्चों की मौत हुई?
a) 4
b) 6
c) 8
d) 10
**उत्तर: b) 6**
7. बाढ़ से होने वाले आर्थिक नुकसान में शामिल है:
a) संपत्ति को नुकसान
b) व्यावसायिक गतिविधियों में बाधा
c) कृषि को नुकसान
d) उपरोक्त सभी
**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**
8. बाढ़ से होने वाले जन स्वास्थ्य संबंधी खतरों में शामिल है:
a) पानी जनित रोग
b) संक्रामक रोग
c) सांस की बीमारियां
d) उपरोक्त सभी
**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**
9. सतत शहरी नियोजन में क्या शामिल है?
a) हरित क्षेत्रों का संरक्षण
b) जल अवशोषण क्षमता को बढ़ाना
c) पर्यावरण के अनुकूल बुनियादी ढाँचा
d) उपरोक्त सभी
**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**
10. बाढ़ से निपटने के लिए समुदाय की भागीदारी क्यों महत्वपूर्ण है?
a) जागरूकता बढ़ाने के लिए
b) बचाव प्रयासों में मदद के लिए
c) पुनर्निर्माण के प्रयासों में मदद के लिए
d) उपरोक्त सभी
**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**
मुख्य परीक्षा (Mains)
1. दिल्ली में हाल ही में आई बाढ़ के कारणों का विस्तृत विश्लेषण कीजिए और इसके दीर्घकालिक समाधान सुझाइए।
2. भारत में शहरी बाढ़ के जोखिम को कम करने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार कीजिए, जिसमें प्रौद्योगिकी, नीति और समुदाय की भागीदारी शामिल हो।
3. बाढ़ के कारण होने वाले सामाजिक-आर्थिक नुकसान का आकलन कीजिए और प्रभावित समुदायों के पुनर्वास के लिए उपाय सुझाइए।
4. बाढ़ के जोखिम के प्रति भारत के शहरों की तैयारी का आकलन कीजिए और कमियों को दूर करने के लिए सुझाव दीजिए।