गाज़ा संकट: ईरान का आक्रोश, नेतन्याहू की नीतियाँ और विश्व व्यवस्था का भविष्य
चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में गाजा पट्टी में हुई हिंसा और इस्राइली सेना के कार्यों पर ईरान ने कड़ी निंदा की है। ईरान ने इस घटना को मानवता के लिए शर्मनाक करार देते हुए इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की नीतियों को इस संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया है। यह घटना वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन गई है और इसने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है।
गाज़ा संकट, एक ऐसा जटिल और बहुआयामी मुद्दा है जिसने दशकों से मध्य पूर्व में अस्थिरता को जन्म दिया है। हालिया घटनाएँ इस संकट की जड़ों और इसके वैश्विक प्रभावों को समझने की आवश्यकता को और अधिक स्पष्ट करती हैं। इस ब्लॉग में हम गाजा संकट के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे, जिसमें इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, ईरान की प्रतिक्रिया, नेतन्याहू की भूमिका, और भविष्य के संभावित परिणाम शामिल हैं।
Table of Contents
- गाज़ा संकट की जड़ें (Roots of the Gaza Crisis):
- ईरान की प्रतिक्रिया (Iran’s Response):
- नेतन्याहू की भूमिका (Netanyahu’s Role):
- विश्व व्यवस्था पर प्रभाव (Impact on the Global Order):
- चुनौतियाँ और भविष्य की राह (Challenges and the Way Forward):
- UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
- मुख्य परीक्षा (Mains)
गाज़ा संकट की जड़ें (Roots of the Gaza Crisis):
गाज़ा संकट की जड़ें 1948 के अरब-इज़राइल युद्ध तक जाती हैं, जब फ़िलिस्तीन का ज़्यादातर हिस्सा इस्राइल के नए राष्ट्र के रूप में स्थापित हो गया था। इसके बाद हुए युद्धों और समझौतों ने इस क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ाया। गाज़ा पट्टी, एक छोटा सा तटीय क्षेत्र, फ़िलिस्तीनी लोगों के लिए एक संकटग्रस्त क्षेत्र बन गया है, जहाँ अत्यधिक जनसंख्या घनत्व, आर्थिक अवसरों की कमी और इस्राइली नाकाबंदी के कारण जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ है। हमास, एक इस्लामी संगठन, इस क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरा है, जिसके परिणामस्वरूप इस्राइल और फ़िलिस्तीनी लोगों के बीच लगातार संघर्ष हुआ है।
ईरान की प्रतिक्रिया (Iran’s Response):
ईरान, एक प्रमुख शिया मुस्लिम देश, हमेशा से ही फ़िलिस्तीनी कारण का समर्थन करता रहा है और इस्राइल की नीतियों की आलोचना करता रहा है। गाजा में हालिया हिंसा पर ईरान की प्रतिक्रिया तीव्र रही है। ईरान ने इस्राइल के कार्यों की कड़ी निंदा की है और इसे मानवता के विरुद्ध अपराध करार दिया है। ईरान ने इस्राइल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई का आह्वान किया है और नेतन्याहू को इस संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया है। यह प्रतिक्रिया ईरान और इस्राइल के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव को दर्शाती है और क्षेत्र में और अधिक तनाव को बढ़ा सकती है।
नेतन्याहू की भूमिका (Netanyahu’s Role):
बेंजामिन नेतन्याहू, इस्राइल के प्रधानमंत्री, ने गाजा पट्टी में इस्राइली सेना के कार्यों का बचाव किया है। उन्होंने इन कार्रवाइयों को हमास के हमलों का जवाब बताया है। हालांकि, नेतन्याहू की नीतियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक आलोचना हुई है, कई लोग उन्हें गाजा संकट को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार मानते हैं। उनकी कड़ी सुरक्षा नीतियाँ और गाजा पर नाकाबंदी ने क्षेत्र में मानवीय स्थिति को और बिगाड़ा है। इस्राइली सरकार की प्रतिक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है, जिसमें संघर्ष के संचालन और उसके दीर्घकालिक प्रभाव शामिल हैं।
विश्व व्यवस्था पर प्रभाव (Impact on the Global Order):
गाज़ा संकट का वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। यह मध्य पूर्व में अस्थिरता को बढ़ाता है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को प्रभावित करता है। इस संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भीतर विभाजन को उजागर किया है, कुछ देश इस्राइल का समर्थन करते हैं, जबकि अन्य फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करते हैं। यह संकट मानवीय संकट को भी उजागर करता है, जिसमें लाखों निर्दोष नागरिकों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विश्व समुदाय से इस संकट को हल करने और इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की अपेक्षा की जाती है।
चुनौतियाँ और भविष्य की राह (Challenges and the Way Forward):
- मानवीय संकट: गाजा में मानवीय स्थिति बेहद गंभीर है, जिसमें भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी है। इस संकट से निपटने के लिए तत्काल मानवीय सहायता की आवश्यकता है।
- राजनीतिक समाधान: स्थायी शांति के लिए एक राजनीतिक समाधान आवश्यक है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच वार्ता और समझौता शामिल हो। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
- क्षेत्रीय स्थिरता: गाजा संकट क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा है। इस संकट को हल करने से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बढ़ावा मिल सकता है।
- आतंकवाद का मुकाबला: हमास जैसे संगठनों से आतंकवाद का मुकाबला करना एक बड़ी चुनौती है। एक व्यापक रणनीति विकसित करना जरूरी है जो आतंकवाद के मूल कारणों को दूर करे और वैकल्पिक समाधान प्रदान करे।
गाज़ा संकट का समाधान केवल सैन्य बल से नहीं, बल्कि राजनीतिक वार्ता, कूटनीति और मानवीय हस्तक्षेप के माध्यम से ही संभव है। यह एक ऐसा संकट है जिसका समाधान सभी पक्षों के बीच पारस्परिक समझ, सहयोग और सम्मान के आधार पर ही हो सकता है।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
1. **कथन 1:** गाजा पट्टी इस्राइल द्वारा नाकाबंदी में है। **कथन 2:** हमास गाजा पट्टी में एक प्रमुख शक्ति है।
a) केवल कथन 1 सही है।
b) केवल कथन 2 सही है।
c) दोनों कथन सही हैं।
d) दोनों कथन गलत हैं।
**उत्तर: c) दोनों कथन सही हैं।**
2. ईरान ने हाल ही में गाजा संकट पर किस प्रकार की प्रतिक्रिया दी है?
a) तटस्थता बनाए रखी है।
b) इस्राइल के कार्यों का समर्थन किया है।
c) इस्राइल के कार्यों की कड़ी निंदा की है।
d) हमास की आलोचना की है।
**उत्तर: c) इस्राइल के कार्यों की कड़ी निंदा की है।**
3. गाजा संकट का विश्व व्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है?
a) क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देता है।
b) अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है।
c) अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में तनाव पैदा करता है।
d) वैश्विक शांति को मजबूत करता है।
**उत्तर: c) अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में तनाव पैदा करता है।**
4. गाज़ा पट्टी किस देश के साथ सीमा साझा करती है?
a) मिस्र
b) जॉर्डन
c) सीरिया
d) इस्राइल
**उत्तर: d) इस्राइल**
5. हमास का संबंध किस विचारधारा से है?
a) धर्मनिरपेक्षता
b) उदारवाद
c) इस्लामीवाद
d) साम्यवाद
**उत्तर: c) इस्लामीवाद**
6. इस्राइल के प्रधानमंत्री कौन हैं?
a) यैर लापिड
b) बेंजामिन नेतन्याहू
c) रेउवेन रिवलिन
d) शिमोन पेरेज़
**उत्तर: b) बेंजामिन नेतन्याहू**
7. गाजा संकट में मानवीय संकट के प्रमुख कारण क्या हैं? (एक से अधिक सही हो सकते हैं)
i) इस्राइली नाकाबंदी
ii) हमास का आतंकवाद
iii) अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उदासीनता
iv) गाजा पट्टी में अत्यधिक जनसंख्या घनत्व
a) i, ii, iii
b) i, ii, iv
c) ii, iii, iv
d) i, ii, iii, iv
**उत्तर: d) i, ii, iii, iv**
8. गाज़ा में संघर्ष के निपटारे के लिए किस प्रकार के प्रयासों की आवश्यकता है?
a) केवल सैन्य कार्रवाई
b) केवल आर्थिक प्रतिबंध
c) राजनीतिक वार्ता, कूटनीति और मानवीय हस्तक्षेप
d) उपरोक्त में से कोई नहीं
**उत्तर: c) राजनीतिक वार्ता, कूटनीति और मानवीय हस्तक्षेप**
9. गाज़ा संकट किस प्रकार से वैश्विक आतंकवाद से जुड़ा है?
a) इसका कोई संबंध नहीं है।
b) यह आतंकवाद को बढ़ावा देता है।
c) यह आतंकवाद को कम करता है।
d) यह आतंकवाद से अप्रभावित है।
**उत्तर: b) यह आतंकवाद को बढ़ावा देता है।**
10. गाज़ा संकट में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की क्या भूमिका होनी चाहिए?
a) तटस्थता बनाए रखना
b) इस्राइल का समर्थन करना
c) हमास का समर्थन करना
d) शांति प्रक्रिया में मध्यस्थता करना और मानवीय सहायता प्रदान करना
**उत्तर: d) शांति प्रक्रिया में मध्यस्थता करना और मानवीय सहायता प्रदान करना**
मुख्य परीक्षा (Mains)
1. गाज़ा संकट के ऐतिहासिक संदर्भों का विश्लेषण कीजिए और इस संकट के निपटारे के लिए एक व्यापक रणनीति सुझाइए।
2. ईरान की गाजा संकट पर प्रतिक्रिया का मूल्यांकन कीजिए और इसके क्षेत्रीय और वैश्विक निहितार्थों पर चर्चा कीजिए।
3. नेतन्याहू की नीतियों की गाजा संकट में भूमिका का आकलन कीजिए और इस्राइल के भविष्य के लिए विकल्पों पर चर्चा कीजिए।
4. गाज़ा संकट के दीर्घकालिक समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका को विस्तार से समझाइए। इसमें मानवीय संकट को कम करने और क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी रणनीतियों पर ज़ोर दीजिये।