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उत्तर भारत में बाढ़: कारण, प्रभाव और UPSC परीक्षा के लिए तैयारी

उत्तर भारत में बाढ़: कारण, प्रभाव और UPSC परीक्षा के लिए तैयारी

चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में उत्तर भारत में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने कई राज्यों को प्रभावित किया है, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। यह घटना न केवल मानवीय त्रासदी का प्रतीक है बल्कि UPSC परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और भौगोलिक पहलुओं पर भी प्रकाश डालती है।

यह लेख उत्तर भारत में आई बाढ़ के कारणों, प्रभावों और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं की व्यापक रूप से पड़ताल करता है, साथ ही UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी प्रकाश डालता है।

बाढ़ के कारण (Causes of Floods):

उत्तर भारत में आई हालिया बाढ़ के कई कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

बाढ़ के प्रभाव (Impacts of Floods):

उत्तर भारत में आई बाढ़ के विनाशकारी प्रभाव हैं:

बाढ़ प्रबंधन के उपाय (Flood Management Measures):

बाढ़ के जोखिम को कम करने और भविष्य में इस तरह की त्रासदियों से बचने के लिए कई कदम उठाए जाने चाहिए:

UPSC परीक्षा के लिए तैयारी (Preparation for UPSC Exam):

UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए, उम्मीदवारों को निम्नलिखित पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए:

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. **कथन 1:** उत्तर भारत में हालिया बाढ़ का मुख्य कारण अत्यधिक वर्षा है।
**कथन 2:** जलवायु परिवर्तन बाढ़ की तीव्रता को बढ़ाता है।
a) केवल कथन 1 सही है
b) केवल कथन 2 सही है
c) दोनों कथन सही हैं
d) दोनों कथन गलत हैं

**उत्तर: c) दोनों कथन सही हैं**

2. निम्नलिखित में से कौन सा कारक उत्तर भारत में बाढ़ के जोखिम को बढ़ाता है?
a) वनीकरण
b) सतत कृषि
c) अनियोजित शहरीकरण
d) बाढ़ नियंत्रण संरचनाएँ

**उत्तर: c) अनियोजित शहरीकरण**

3. बाढ़ के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान में शामिल हैं:
a) केवल कृषि भूमि को नुकसान
b) केवल बुनियादी ढाँचे को नुकसान
c) केवल संपत्ति को नुकसान
d) उपरोक्त सभी

**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**

4. निम्नलिखित में से कौन सा बाढ़ प्रबंधन का उपाय है?
a) वनों की कटाई
b) पूर्व चेतावनी प्रणाली
c) अनियोजित शहरीकरण
d) जल निकासी प्रणाली का विनाश

**उत्तर: b) पूर्व चेतावनी प्रणाली**

5. हिमालयी क्षेत्रों में बाढ़ के लिए कौन सा कारक सबसे अधिक जिम्मेदार है?
a) केवल अत्यधिक वर्षा
b) केवल ग्लेशियरों का पिघलना
c) अत्यधिक वर्षा और ग्लेशियरों का पिघलना दोनों
d) इनमें से कोई नहीं

**उत्तर: c) अत्यधिक वर्षा और ग्लेशियरों का पिघलना दोनों**

6. बाढ़ से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी खतरों में शामिल है:
a) कुपोषण
b) संक्रामक रोगों का प्रकोप
c) मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ
d) उपरोक्त सभी

**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**

7. बाढ़ के जोखिम को कम करने में किसका योगदान महत्वपूर्ण है?
a) जल संसाधन प्रबंधन
b) शहरी नियोजन
c) जागरूकता अभियान
d) उपरोक्त सभी

**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**

8. भारत में बाढ़ प्रबंधन से संबंधित कौन सी संस्था महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है?
a) NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण)
b) IMD (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग)
c) CWC (केंद्रीय जल आयोग)
d) उपरोक्त सभी

**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**

9. बाढ़ के कारण होने वाले पर्यावरणीय क्षति के उदाहरण हैं:
a) मृदा प्रदूषण
b) जल प्रदूषण
c) जैव विविधता का नुकसान
d) उपरोक्त सभी

**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**

10. बाढ़ पूर्वानुमान में सुधार के लिए किस तकनीक का उपयोग किया जाता है?
a) रिमोट सेंसिंग
b) GIS (भौगोलिक सूचना प्रणाली)
c) हाइड्रोलॉजिकल मॉडलिंग
d) उपरोक्त सभी

**उत्तर: d) उपरोक्त सभी**

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. उत्तर भारत में हालिया बाढ़ के कारणों पर विस्तृत चर्चा करें और उनके प्रभावों का मूल्यांकन करें। बाढ़ प्रबंधन के लिए प्रभावी रणनीतियों पर प्रकाश डालें।

2. जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में उत्तर भारत में बाढ़ की घटनाओं में वृद्धि के कारणों पर चर्चा करें। बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए सरकार और नागरिकों की भूमिका का विश्लेषण करें।

3. बाढ़ से निपटने के लिए भारत में मौजूदा आपदा प्रबंधन तंत्र का आकलन करें। इसके सुधार के लिए सुझाव दें।

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